<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली में कबाड़ का एक नकली साम्राज्य खड़ा कर लोगों को अमीर बनने के सपने दिखाने वाला शख्स आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 6.35 करोड़ की हाई-प्रोफाइल ठगी के मामले में आरोपी को कड़कड़डूमा कोर्ट से गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ज़मिल अख्तर नाम का यह शातिर ठग खुद को बड़े स्क्रैप ट्रेडिंग बिजनेस का मालिक बताता था. उसने पीड़ितों को बताया कि उसका कारोबार देशभर में फैला है और जो निवेश करेगा, उसे मोटा मुनाफा मिलेगा. दिखावे के लिए फर्जी कागजात, नकली डील और परिवार को बिजनेस पार्टनर बताकर उसने भरोसा जीत लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पोंजी’ अंदाज़ में चल रहा था कारोबार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सबसे पहले नेहरू विहार के रहने वाले रियाज़ुल हसन खान ने शिकायत दर्ज कराई. धीरे-धीरे हकीकत सामने आई और पूरे शहर से 37 और पीड़ित सामने आ गए जो अपने खून-पसीने की कमाई गंवा बैठे थे. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ज़मिल ने कोई असली व्यापार कभी किया ही नहीं. वह एक पीड़ित के पैसों से दूसरे को लाभ दिखाता था बस एक घातक चक्र. जब पैसे रुकने लगे, तो मुनाफे की जगह बहाने मिलने लगे. आखिरकार लोग समझ गए कि ये सब एक सधा हुआ धोखा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>धोखाधड़ी के बाद ज़मिल फरार हो गया था. पुलिस ने लगातार छापेमारी की, लेकिन वो हाथ नहीं आया. महीनों की तलाश के बाद उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. जैसे ही वो कड़कड़डूमा कोर्ट पहुंचा, EOW की टीम ने उसे दबोच लिया. अब वह पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन्वेस्टमेंट के नाम पर जो सपने लोगों ने देखे थे अपने बच्चों की पढ़ाई, घर की मरम्मत, या एक बेहतर भविष्य ज़मिल ने उन्हें चकनाचूर कर दिया. कुछ पीड़ितों ने अपने गहने गिरवी रखे, तो कुछ ने कर्ज लेकर निवेश किया था. लेकिन अंत में उन्हें न सिर्फ आर्थिक नुकसान हुआ बल्कि मानसिक तनाव और परिवार में असुरक्षा का भी सामना करना पड़ा. </p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> दिल्ली में कबाड़ का एक नकली साम्राज्य खड़ा कर लोगों को अमीर बनने के सपने दिखाने वाला शख्स आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 6.35 करोड़ की हाई-प्रोफाइल ठगी के मामले में आरोपी को कड़कड़डूमा कोर्ट से गिरफ्तार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ज़मिल अख्तर नाम का यह शातिर ठग खुद को बड़े स्क्रैप ट्रेडिंग बिजनेस का मालिक बताता था. उसने पीड़ितों को बताया कि उसका कारोबार देशभर में फैला है और जो निवेश करेगा, उसे मोटा मुनाफा मिलेगा. दिखावे के लिए फर्जी कागजात, नकली डील और परिवार को बिजनेस पार्टनर बताकर उसने भरोसा जीत लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’पोंजी’ अंदाज़ में चल रहा था कारोबार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सबसे पहले नेहरू विहार के रहने वाले रियाज़ुल हसन खान ने शिकायत दर्ज कराई. धीरे-धीरे हकीकत सामने आई और पूरे शहर से 37 और पीड़ित सामने आ गए जो अपने खून-पसीने की कमाई गंवा बैठे थे. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि ज़मिल ने कोई असली व्यापार कभी किया ही नहीं. वह एक पीड़ित के पैसों से दूसरे को लाभ दिखाता था बस एक घातक चक्र. जब पैसे रुकने लगे, तो मुनाफे की जगह बहाने मिलने लगे. आखिरकार लोग समझ गए कि ये सब एक सधा हुआ धोखा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>धोखाधड़ी के बाद ज़मिल फरार हो गया था. पुलिस ने लगातार छापेमारी की, लेकिन वो हाथ नहीं आया. महीनों की तलाश के बाद उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. जैसे ही वो कड़कड़डूमा कोर्ट पहुंचा, EOW की टीम ने उसे दबोच लिया. अब वह पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इन्वेस्टमेंट के नाम पर जो सपने लोगों ने देखे थे अपने बच्चों की पढ़ाई, घर की मरम्मत, या एक बेहतर भविष्य ज़मिल ने उन्हें चकनाचूर कर दिया. कुछ पीड़ितों ने अपने गहने गिरवी रखे, तो कुछ ने कर्ज लेकर निवेश किया था. लेकिन अंत में उन्हें न सिर्फ आर्थिक नुकसान हुआ बल्कि मानसिक तनाव और परिवार में असुरक्षा का भी सामना करना पड़ा. </p> दिल्ली NCR तिरंगे वाले वीडियो पर BJP विधायक बालमुंकुंद आचार्य की सफाई, ‘मैंने पसीना नहीं पोछा, उसे माथे से…’
दिल्ली में कबाड़ का नकली साम्राज्य बता कर 6.35 करोड़ की ठगी, आरोपी ने 38 लोगों को बनाया शिकार
