<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में 15 अगस्त को लेकर आतंकी हमले की आशंका को लेकर आदेश जारी किया गया है. इसके तहत राजधानी में पैराग्लाइडर्स, पैरा मोटर्स, हैंग ग्लेडर्स, यूएवी, यूएएस, माइक्रो लाइटएयरक्राफ्ट, हॉट एयर बैलून, पैरा जैंपिंग और ड्रोन पर प्रतिबंध लगाया है. ये प्रतिबंध 15 दिनों के लिए लगाया गया है. जो 2 अगस्त से 16 अगस्त तक रहेगा.</p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में 15 अगस्त को लेकर आतंकी हमले की आशंका को लेकर आदेश जारी किया गया है. इसके तहत राजधानी में पैराग्लाइडर्स, पैरा मोटर्स, हैंग ग्लेडर्स, यूएवी, यूएएस, माइक्रो लाइटएयरक्राफ्ट, हॉट एयर बैलून, पैरा जैंपिंग और ड्रोन पर प्रतिबंध लगाया है. ये प्रतिबंध 15 दिनों के लिए लगाया गया है. जो 2 अगस्त से 16 अगस्त तक रहेगा.</p> दिल्ली NCR ‘मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं…’, विपक्ष के सवालों पर सीएम योगी ने कर दिया ‘मठ’ का जिक्र
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Independence Day: पीएम मोदी ने कहां का पहना था लहरिया प्रिंट वाला साफा? अब तक कितने डिजाइन के साफों का कर चुके हैं इस्तेमाल?
Independence Day: पीएम मोदी ने कहां का पहना था लहरिया प्रिंट वाला साफा? अब तक कितने डिजाइन के साफों का कर चुके हैं इस्तेमाल? <p style=”text-align: justify;”><strong>PM Modi Safa On Independence Day 2024:</strong> प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐतिहासिक लाल किले में आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता एवं चूड़ीदार पायजामे के साथ लहरिया प्रिंट का बहुरंगी साफा पहने नजर आए. इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस अवसर पर आसमानी रंग की बंद गला जैकेट पहनी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 से हर स्वतंत्रता दिवस पर रंगीन साफा पहनते रहे हैं. उन्होंने इस बार भी इस परंपरा को बरकरार रखा और केसरिया, पीले एवं हरे रंग का साफा पहने नजर आए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रधानमंत्री के रूप में वह अपने 10वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में काले रंग की वी-नेक जैकेट पहनी थी. उनके साफे में पीले, हरे और लाल रंग का मिश्रण था. उन्होंने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफा पहना था. पारंपरिक कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट तथा काले रंग के जूते पहने, प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार नौवीं बार देश को संबोधित किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले 75वें स्वतंत्रा दिवस पर मोदी ने धारीदार केसरिया साफा पहना था. 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले पर आयोजित समारोह में मोदी ने केसरिया और क्रीम रंग का साफा पहना था. प्रधानमंत्री ने इसके साथ आधी बाजू वाला कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहना था. उन्होंने केसरिया किनारी वाला सफेद गमछा भी डाल रखा था, जिसे उन्होंने कोविड-19 से बचाव के उपायों के तहत इस्तेमाल किया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2014 में पहना था जोधपुरी बंधेज साफा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद लाल किले से अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई रंगों से बना साफा पहना था. यह लाल किले से उनका लगातार छठा संबोधन था. पहली बार देश की कमान संभालने के बाद जब ऐतिहासिक लाल किले से प्रधानमंत्री ने पहली बार देश को 2014 में संबोधित किया था, तब उन्होंने गहरे लाल और हरे रंग का जोधपुरी बंधेज साफा पहना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में पीले रंग का साफा पहना था, जिस पर बहुरंगी धारियां थीं. जबकि 2016 में उन्होंने गुलाबी और पीले रंग का लहरिया ‘टाई एंड डाई’ साफा चुना था.<br />उन्होंने 2017 में सुनहरी धारियों वाला चटकीले लाल रंग का साफा पहना था. इसके बाद उन्होंने 2018 में केसरिया साफा पहना था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>गणतंत्र दिवस समारोहों में भी कच्छ के लाल बांधनी साफे से लेकर पीले राजस्थानी साफा वह पहन चुके हैं. पीएम मोदी अपने अलग-अलग डिजाइन के साफे की वह से हमेशा से लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मनमोहन सिंह को इस मामले में छोड़ा पीछे </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> पर अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन के साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लाल किले से झंडा पहराने के मामले में पीछे छोड़ दिया. मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”Independence Day 2024: दिल्ली CM आवास पर नहीं फहराया गया तिरंगा झंडा, सुनीता केजरीवाल बोलीं- ‘यह तानाशाही एक…'” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/independence-day-2024-aap-arvind-kejriwal-wife-sunita-kejriwal-reaction-on-tricolor-flag-not-hoisted-at-delhi-cm-residence-2761503″ target=”_blank” rel=”noopener”>Independence Day 2024: दिल्ली CM आवास पर नहीं फहराया गया तिरंगा झंडा, सुनीता केजरीवाल बोलीं- ‘यह तानाशाही एक…'</a></p>
दिल्ली कोचिंग हादसा: हाई कोर्ट सख्त, ‘सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे, क्या दिल्ली पुलिस…’
दिल्ली कोचिंग हादसा: हाई कोर्ट सख्त, ‘सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे, क्या दिल्ली पुलिस…’ <p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”UPSC” href=”https://www.abplive.com/topic/upsc” data-type=”interlinkingkeywords”>UPSC</a> Aspirants Case:</strong> दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग हादसे की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग वाली याचिका पर आज (बुधवार, 31 जुलाई) हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इस दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि ऐसा लगता है कि हम जंगल में रह रहे हैं. नियम कहते हैं कि एमसीडी और दूसरे विभाग अवैध निर्माण या सेफ्टी नियमों की अनदेखी के सामने आते ही कार्रवाई करें. क्या इन्हें कहीं अनियमितता दिखती ही नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वकील ने कहा, ”एक छात्र ने राजेंद्र नगर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों की शिकायत की. 2 बार रिमाइंडर भी भेजे थे. लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>वकील ने कहा, ”मामले की उच्चस्तरीय जांच हो. यह भी देखा जाए कि शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई? क्या शिकायत की जांच के लिए किसी अधिकारी को नियुक्त किया गया था? कोर्ट दिल्ली के हर जिले में अवैध निर्माण की जांच के लिए ज़िला लेवल कमेटी भी बनाए.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>एक दूसरे वकील ने कहा, ”कुछ दिनों पहले करंट लगने से एक छात्र मर गया था. लगातार लापरवाही हो रही है. भ्रष्टाचार से हर कोई पैसे बना रहा है. एमसीडी जानबूझकर सेफ्टी नियमों की उपेक्षा कर रही है.” वकील ने कहा कि हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में कमिटी बने. इसका विस्तार दिल्ली के हर जिले तक हो. अवैध पीजी चल रहे हैं. एक बिल्डिंग में 50-60 छात्र रह रहे हैं. हर इलाके के लिए एमसीडी के लोग तय हैं. यह खुला तथ्य है कि निर्माण के दौरान हर लेंटर के लिए वसूली होती है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं दिल्ली सरकार के वकील ने कहा, ”नियम बने हुए हैं. उनके पालन की कोशिश की जाती है. बिल्डिंग के आधार पर ही कोचिंग को अनुमति मिलती है. फायर सेफ्टी के लिए इंस्पेक्शन होता है. हम कोचिंग संस्थानों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. 75 को नोटिस दिया. 35 बंद हुए, 25 को सील किया गया. कुछ दूसरी जगह शिफ्ट हुए.” इसपर याचिकाकर्ता ने कहा कि घटना के बाद अब कार्रवाई का दिखावा किया जा रहा है. पहले कुछ नहीं किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली सरकार ने इसपर कहा कि कई जांच कमिटी बनी हैं. उनकी रिपोर्ट से और जानकारी मिलेगी. यह सब की साझा ज़िम्मेदारी है. इस तरह की घटनाएं दुखद हैं</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद जज ने कहा कि समस्या यह है कि आपने सुविधाओं का ढांचा विकसित किए बिना बिल्डिंग बायलॉज में ढील दी. कई फ्लोर का निर्माण हो जाता है, लेकिन सरकार को जो सुविधाएं देनी होती है, वह नहीं दी जा रही. एमसीडी के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं. लोगों को सुविधा क्या देगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जज ने कहा, ”100 साल पुराना इंफ्रास्ट्रक्चर है, जिसे विकसित किए बिना बेहिसाब निर्माण होने दिया जा रहा है. पुलिस क्या जांच कर रही है? किसे पकड़ा अभी तक? क्या खुद पुलिस की जानकारी के बिना अवैध निर्माण हो जाते हैं, दूसरी गतिविधियां चलती हैं? सब के सब गेंद दूसरे के पाले में डालने में लगे हैं. क्या एमसीडी के अधिकारियों की भूमिका की जांच पुलिस कर रही है? इतना पानी वहां कैसे जमा हुआ?”</p>
अंबाला में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिंजौर नगर निगम में कर्मी था; सरपंच के ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर
अंबाला में रोड एक्सीडेंट में युवक की मौत:पिंजौर नगर निगम में कर्मी था; सरपंच के ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर हरियाणा के अंबाला जिले में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त गांव पतरेहड़ी निवासी 30 वर्षीय सौरभ के रूप में हुई है। वह कौशल रोजगार निगम के तहत पिंजौर नगर निगम में नौकरी करता था। ट्रैक्टर रजौली गांव के सरपंच का था। गांव पतरेहड़ी निवासी गौरव ने बताया कि उसका बड़ा भाई सौरभ (30) कौशल निगम के माध्यम से नगर निगम पिंजौर पंचकूला में काम करता था। बीते दिन शाम 6 बजे उसका भाई अपनी बाइक पर घर से गांव नंदुवाली अपने किसी निजी काम से गया था। वह अपनी बाइक पर गांव रजौली की तरफ जा रहा था। रात 8 बजे गांव पजेंटा-रजौली रोड पर आगे से आ रही तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक को सीधी टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद बाइक सवार सड़क पर नीचे गिर गया। उसने देखा तो बाइक चालक उसका भाई सौरभ था। आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठा फरार हो गया। वह अपने भाई को राहगीर की मदद से गाड़ी में मुलाना मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टर ने उसके भाई को मृत घोषित कर दिया। रजौली गांव के सरपंच का ट्रैक्टर शिकायतकर्ता ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली गांव रजौली के सरपंच का था। उसे गांव रजौली निवासी कमल चला रिा था। पुलिस ने आरोपी ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ धारा 281 व 106 BNS के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।