<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Election 2025:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक 59 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. 11 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अभी भी किया जाना बाकी है, लेकिन सूत्र ये जानकारी दे रहे हैं कि 11 विधानसभा सीटों में दो से तीन सीट बीजेपी अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ सकती है. सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि बीजेपी बाकी बची 11 विधानसभा सीटों में से 8 या 9 सीट पर ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुमकिन है कि दो से तीन विधानसभा सीट बीजेपी एनडीए में अपने सहयोगी दल जदयू और लोजपा (रामविलास) के लिए छोड़ दे. हालांकि सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि जेडीयू और लोजपा (रामविलास) वैसे तो बीजेपी से और ज्यादा सीटों की उम्मीद कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक लोजपा (रामविलास) दो से तीन विधानसभा सीटों की उम्मीद कर रहा है तो जनता दल यूनाइटेड चार से छह विधानसभा सीटों की उम्मीद कर रही थी, लेकिन 70 में 59 उम्मीदवारों के नाम के बाद यह तो लगभग तय माना जा रहा है कि जेडीयू और लोजपा (रामविलास) के खाते में उनकी उम्मीदों के मुताबिक तो सीट नहीं आ रही.</p>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>सूत्र इस बात की ओर इशारा जरूर कर रहे हैं कि नीतीश कुमार की जदयू को बीजेपी एक से दो विधानसभा सीट दे सकती है. वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को चर्चा के मुताबिक एक सीट दी जा सकती है. सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को दिल्ली की बुराड़ी विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने का मौका मिल सकता है, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को दिल्ली की संगम विहार सीट बीजेपी की तरफ से ऑफर की जा सकती है. जिन सीटों को बीजेपी अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ सकती है यह वह सीट हैं, जहां पर पूर्वांचल और खास तौर पर बिहार के वोटरों की संख्या अच्छी खासी है. इन सीटों पर बिहार और पूर्वांचल के मतदाता उम्मीदवार की जीत और हार का अंतर तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.</div>
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<div id=”id__byrk0h9hbhr” class=”css-146c3p1 r-bcqeeo r-1ttztb7 r-qvutc0 r-37j5jr r-1inkyih r-16dba41 r-bnwqim r-135wba7″ dir=”auto” lang=”hi” style=”text-align: justify;” data-testid=”tweetText”><span class=”css-1jxf684 r-bcqeeo r-1ttztb7 r-qvutc0 r-poiln3″>वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की नीति गठबंधन को मजबूती देने की है और सिर्फ उन सीटों पर या उतनी सीटों पर चुनाव लड़ने की है, जिन सीटों को जीतकर गठबंधन को और मजबूत किया जा सके. दिल्ली चुनाव में हम जो सीट लेंगे उसे जीतने के लिए ही लेंगे. दिल्ली की जनता इस बार वोट करेगी और 8 तारीख जो परिणाम आएंगे, उसमें बीजेपी की नेतृत्व वाली NDA की सरकार दिल्ली में बनने जा रही है.</span></div>
</div> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Election 2025:</strong> दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अब तक 59 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. 11 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अभी भी किया जाना बाकी है, लेकिन सूत्र ये जानकारी दे रहे हैं कि 11 विधानसभा सीटों में दो से तीन सीट बीजेपी अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ सकती है. सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि बीजेपी बाकी बची 11 विधानसभा सीटों में से 8 या 9 सीट पर ही अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुमकिन है कि दो से तीन विधानसभा सीट बीजेपी एनडीए में अपने सहयोगी दल जदयू और लोजपा (रामविलास) के लिए छोड़ दे. हालांकि सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि जेडीयू और लोजपा (रामविलास) वैसे तो बीजेपी से और ज्यादा सीटों की उम्मीद कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक लोजपा (रामविलास) दो से तीन विधानसभा सीटों की उम्मीद कर रहा है तो जनता दल यूनाइटेड चार से छह विधानसभा सीटों की उम्मीद कर रही थी, लेकिन 70 में 59 उम्मीदवारों के नाम के बाद यह तो लगभग तय माना जा रहा है कि जेडीयू और लोजपा (रामविलास) के खाते में उनकी उम्मीदों के मुताबिक तो सीट नहीं आ रही.</p>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>सूत्र इस बात की ओर इशारा जरूर कर रहे हैं कि नीतीश कुमार की जदयू को बीजेपी एक से दो विधानसभा सीट दे सकती है. वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को चर्चा के मुताबिक एक सीट दी जा सकती है. सूत्र इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड को दिल्ली की बुराड़ी विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने का मौका मिल सकता है, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को दिल्ली की संगम विहार सीट बीजेपी की तरफ से ऑफर की जा सकती है. जिन सीटों को बीजेपी अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ सकती है यह वह सीट हैं, जहां पर पूर्वांचल और खास तौर पर बिहार के वोटरों की संख्या अच्छी खासी है. इन सीटों पर बिहार और पूर्वांचल के मतदाता उम्मीदवार की जीत और हार का अंतर तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.</div>
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<div id=”id__byrk0h9hbhr” class=”css-146c3p1 r-bcqeeo r-1ttztb7 r-qvutc0 r-37j5jr r-1inkyih r-16dba41 r-bnwqim r-135wba7″ dir=”auto” lang=”hi” style=”text-align: justify;” data-testid=”tweetText”><span class=”css-1jxf684 r-bcqeeo r-1ttztb7 r-qvutc0 r-poiln3″>वहीं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की नीति गठबंधन को मजबूती देने की है और सिर्फ उन सीटों पर या उतनी सीटों पर चुनाव लड़ने की है, जिन सीटों को जीतकर गठबंधन को और मजबूत किया जा सके. दिल्ली चुनाव में हम जो सीट लेंगे उसे जीतने के लिए ही लेंगे. दिल्ली की जनता इस बार वोट करेगी और 8 तारीख जो परिणाम आएंगे, उसमें बीजेपी की नेतृत्व वाली NDA की सरकार दिल्ली में बनने जा रही है.</span></div>
</div> बिहार 18 जनवरी को राहुल गांधी आएंगे बिहार, चुनाव को लेकर जोर पकड़ेगी कांग्रेस की रणनीति