<p><strong>Delhi High Court News:</strong> दिल्ली हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की पत्नी सुनीता केजरीवाल को शराब नीति से जुड़े मामले में अदालती सुनवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया मंच से हटाने का निर्देश दिया है. </p> <p><strong>Delhi High Court News:</strong> दिल्ली हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की पत्नी सुनीता केजरीवाल को शराब नीति से जुड़े मामले में अदालती सुनवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया मंच से हटाने का निर्देश दिया है. </p> दिल्ली NCR ‘अगर वो कह रहे हैं तो…’, RSS इंद्रेश कुमार के बयान पर ओम प्रकाश राजभर ने दिया जवाब
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हरगोबिंद नगर में सीवरेज ब्लॉकेज से फैक्ट्रियां और दुकानें रहीं बंद
हरगोबिंद नगर में सीवरेज ब्लॉकेज से फैक्ट्रियां और दुकानें रहीं बंद भास्कर न्यूज | जालंधर पठानकोट बायपास चौक के पास ट्रांसपोर्ट नगर में निगम का सीवरेज डिस्पोजल सिस्टम फेल हो गया है। यहां फैक्ट्रियों व घरों वाले इलाके हरगोबिंद नगर में हालात बेकाबू हैं। पहले बुधवार को यहां लोगों ने बंद सीवरेज की समस्या बताई थी। अब वीरवार को यहां कारखानों में बड़ी संख्या में श्रमिक नहीं पहुंचे। सीवरेज के गंदे पानी से भरी सड़क पर दुकानों के शटर गिरे मिले। यहां की इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के प्रधान मनीष कवात्रा ने कहा कि वीरवार सुबह से ही हालात खराब हैं। इंडस्ट्रीयल पॉकेट के सभी रोड्स पर 2-2 फीट पानी बह रहा है। जो मजदूर काम पर आए थे, वह वापस लौट गए। दूसरी तरफ पीने का पानी का बड़ा संकट है। पानी गंदा आ रहा है। कंपलेंट सेल से कोई साफ जवाब नहीं मिल रहा है। अब लोग इकट्ठा होकर निगम कमिशनर गौतम जैन के पास जाएंगे। आज कारखानों में कामकाज के ऐसे हालात रहे हैं जैसे कोरोना के कारण लॉकडाउन में थे। सीवरेज ब्लॉकेज के कारण हरगोबिंद नगर में फैक्ट्रियों में छुट्टी रही। श्रमिक नहीं आए। दुकानों के शटर गिरे रहे। गंदे पानी के कारण गुजरने वाले भी नहीं थे। सीवरेज का पानी पेयजल में भी मिश्रित होने लगा । गंदा पानी दिखाता रेजीडेंट।
Mumbai News: मलाड में बिल्डिंग में काम कर रहे 6 मजदूर 20वीं मंजिल से नीचे गिरे, तीन की मौत
Mumbai News: मलाड में बिल्डिंग में काम कर रहे 6 मजदूर 20वीं मंजिल से नीचे गिरे, तीन की मौत <p style=”text-align: justify;”><strong>Malad Workers Fall from Building:</strong> मुंबई के मलाड में बीते गुरुवार बड़ा हादसा हुआ. मलाड ईस्ट इलाके में नवजीवन बिल्डिंग में निर्माण कार्य कर रहे 6 मजदूर 20वीं मंजिल से गिर गए, जिनमें से 3 मजदूर की मौत हो गई. वहीं, तीन मजदूरों की हालत गंभीर है बताई जा रही है, जिनका इलाज चल रहा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मलाड में हुए इस बड़े हादसे का कारण SRA निर्माणाधीन बिल्डिंग का स्लैब गिरना बताया जा रहा है. 3 मजदूरों की मौत मामले मे दिंडोशी पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 106 (1) और 125(अ ) 125 (ब ) के तहत मामला दर्ज किया है. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>Mumbai: In Malad East, five workers fell from a height at the New Life SRA project site. Two died on the spot, and three were injured and hospitalized. Fire brigade and police are at the scene <a href=”https://t.co/KkIJ1rvZEx”>pic.twitter.com/KkIJ1rvZEx</a></p>
— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1831619005301354839?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 5, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुपरवाइजर और कॉन्ट्रैक्टर पर केस दर्ज</strong><br />जिन पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें साइट सुपरवाइजर सहित कॉन्ट्रैक्टर, ठेकेदार और अन्य लोग शामिल हैं. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बिल्डर और सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी</strong><br />बिल्डिंग में रहने वाले एक व्यक्ति कमलेश यादव ने बताया कि सोसायटी का निर्माण कार्य चल रहा है और इस योजना की जिम्मेदारी देवेंद्र पाण्डेय नाम का एक व्यक्ति संभाल रहा है. साइट पर देखा जा सकता है कि लोगों को बिल्डर के खिलाफ कई शिकायतें हैं. निर्माण की गुणवत्ता बेहद ख़राब है, एक स्लैब गिरा है और अब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बिल्डिंग में रहने वालों का कहना है कि मैं कहना चाहता हूं कि सिर्फ बिल्डर और ठेकेदार ही जिम्मेदार नहीं हैं. इसमें शामिल इंजीनियर, जो और गुणवत्ता की जांच करने वाले सुपरवाइजर भी जिम्मेदार थे, जो अपना काम करने में असफल रहे. लोगों ने बिल्डर के साथ-साथ सरकार से भी नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि ऐसे मामलों में सरकार भी गहरी नींद में है. लोगों की जान की कोई चिंता नहीं है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़े: <a title=”MVA में उद्धव ठाकरे के CM फेस के सवाल पर छगन भुजबल बोले, ‘मुझे नहीं लगता है कि वे…'” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/chhagan-bhujbal-minister-on-cm-face-of-maha-vikas-aghadi-maharastra-assembly-elections-2777076″ target=”_blank” rel=”noopener”>MVA में उद्धव ठाकरे के CM फेस के सवाल पर छगन भुजबल बोले, ‘मुझे नहीं लगता है कि वे…'</a></strong></p>
रेवाड़ी में सांड के हमले से किसान की मौत:खेत में काम करते समय हमला; सींगों से उठाकर कई बार पटका, जयपुर अस्पताल में तोड़ा दम
रेवाड़ी में सांड के हमले से किसान की मौत:खेत में काम करते समय हमला; सींगों से उठाकर कई बार पटका, जयपुर अस्पताल में तोड़ा दम हरियाणा के रेवाड़ी जिले के चिल्हड़ गांव में खेत में काम करते समय आवारा सांड ने बुजुर्ग किसान पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। उसकी चीख-पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे किसानों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया। उसकी गंभीर हालत के चलते परिजन उसे जयपुर के निजी अस्पताल में ले गए, जहां शुक्रवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार खिलपुर की ढाणी निवासी किसान रामनिवास (65) चिल्हड़ गांव की सीमा में अपने खेत में काम करने गया था। इस दौरान चिल्हड़ गांव में घूम रहा एक आवारा सांड रामनिवास के खेत में घुस गया। जैसे ही रामनिवास ने उसे भगाने का प्रयास किया तो सांड ने उस पर हमला कर दिया। उसने उसे सींगों से उठा लिया और काफी देर तक पटकता रहा। इसी दौरान अन्य किसानों ने उसे देख लिया। जयपुर के अस्पताल में हुई मौत लाठियों की मदद से सांड को भगाकर रामनिवास को बचाया गया। रामनिवास बुरी तरह घायल हो गया। सूचना मिलने के बाद उसके परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर हालत में उसे पहले रेवाड़ी और फिर जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार को रामनिवास की मौत हो गई। इस हादसे के बाद गांव चिल्हड़ में पंचायत बुलाई गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने खुद ही सांड को काबू में कर उसे पेड़ से बांध दिया। सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा ग्रामीणों के अनुसार अब इस सांड को गौशाला में छोड़ा जाएगा। क्योंकि यह सांड पहले भी कई बार लोगों को घायल कर चुका है। जिसको लेकर जिला प्रशासन और डीसी को पत्र लिखकर सांड को पकड़कर गांव के बाहर छोड़ने की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। आखिर में किसान रामनिवास की जान चली गई। ऐसे में दोबारा कोई हादसा न हो इसके लिए सांड को अपने स्तर पर ही पकड़ लिया गया है।