दिल्ली-NCR में नवजात की तस्करी का पर्दाफाश, अमीर परिवारों को बेचे गए 30 से ज्यादा बच्चे

दिल्ली-NCR में नवजात की तस्करी का पर्दाफाश, अमीर परिवारों को बेचे गए 30 से ज्यादा बच्चे

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police Bust Interstate Human Trafficking Syndicate:</strong> दिल्ली के द्वारका जिले की पुलिस ने इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन नवजात’ नाम दिया और करीब 20 दिन की लगातार निगरानी और सीक्रेट इनफॉर्मेशन के बाद इस गुत्थी को सुलझाया. पुलिस ने गिरोह के तीन अहम सदस्यों यास्मीन, अंजलि और जितेन्द्र को 8 अप्रैल 2025 को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया है. अमीर परिवारों को 30 से ज्यादा बच्चे बेचे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड एक महिला है जिसका नाम सरोज है, जिसकी उम्र करीब 40 साल है. वो फिलहाल फरार है और दिल्ली पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार रेड कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजस्थान बॉर्डर इलाकों से चुराता था नवजात को</strong><br />गिरोह गरीब और आदिवासी इलाकों, खासतौर पर गुजरात और राजस्थान बॉर्डर के पाली जैसे इलाकों से नवजात बच्चों को चुराता था. कई मामलों में गरीब परिवारों को गुमराह कर या लालच देकर उनके नवजात बच्चे ले लिए जाते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चे यास्मीन के जरिए लाए जाते थे</strong><br />सरोज, जो इस रैकेट की मास्टरमाइंड है, सीधे अमीर परिवारों से संपर्क करती थी. बच्चे यास्मीन के जरिए लाए जाते थे, जो उन्हें गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से चुराकर सरोज तक पहुंचाती थी. फिर अंजलि को बच्चों की डिलीवरी की लोकेशन दी जाती थी और अमीर परिवारों तक बच्चे पहुंचाए जाते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मानव तस्करी के मामले में हो चुकी है गिरफ्तार</strong><br />हर बच्चे की कीमत 5 से 10 लाख रुपये तक होती थी. सारा पैसा सरोज के पास जाता था, जो सभी सदस्यों को उनका हिस्सा देती थी. अंजलि पहले भी CBI द्वारा मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुकी है, लेकिन जमानत पर बाहर आकर फिर से इस अपराध में शामिल हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन के दौरान किया है बरामद</strong><br />दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच में 20 से अधिक मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल्स (CDRs) का विश्लेषण किया गया, जिसके बाद पूरी साजिश का खुलासा हुआ. पुलिस ने एक मात्र 3-4 दिन का नवजात बच्चा भी इस ऑपरेशन के दौरान बरामद किया है, जिसे फिलहाल मेडिकल देखरेख में रखा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिन अमीर परिवारों को ये बच्चे बेचे गए थे, उनकी भी पहचान की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि ऐसे सभी लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>DCP अंकित चौहान और इंस्पेक्टर विश्वेश्वर चौधरी की अगुवाई में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जो दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. मामले की जांच जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Exclusive: दिल्लीवालों के लिए बड़ी खबर! स्वास्थ्य से लेकर सड़क तक…EV 2.0 और आयुष्मान योजना में क्या है नया?” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-minister-pankaj-singh-told-what-is-ev-2-0-transport-policy-ayushman-arogya-mandir-scheme-mohalla-clinic-ann-2924617″ target=”_self”>Exclusive: दिल्लीवालों के लिए बड़ी खबर! स्वास्थ्य से लेकर सड़क तक…EV 2.0 और आयुष्मान योजना में क्या है नया?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police Bust Interstate Human Trafficking Syndicate:</strong> दिल्ली के द्वारका जिले की पुलिस ने इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन नवजात’ नाम दिया और करीब 20 दिन की लगातार निगरानी और सीक्रेट इनफॉर्मेशन के बाद इस गुत्थी को सुलझाया. पुलिस ने गिरोह के तीन अहम सदस्यों यास्मीन, अंजलि और जितेन्द्र को 8 अप्रैल 2025 को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया है. अमीर परिवारों को 30 से ज्यादा बच्चे बेचे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड एक महिला है जिसका नाम सरोज है, जिसकी उम्र करीब 40 साल है. वो फिलहाल फरार है और दिल्ली पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार रेड कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राजस्थान बॉर्डर इलाकों से चुराता था नवजात को</strong><br />गिरोह गरीब और आदिवासी इलाकों, खासतौर पर गुजरात और राजस्थान बॉर्डर के पाली जैसे इलाकों से नवजात बच्चों को चुराता था. कई मामलों में गरीब परिवारों को गुमराह कर या लालच देकर उनके नवजात बच्चे ले लिए जाते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चे यास्मीन के जरिए लाए जाते थे</strong><br />सरोज, जो इस रैकेट की मास्टरमाइंड है, सीधे अमीर परिवारों से संपर्क करती थी. बच्चे यास्मीन के जरिए लाए जाते थे, जो उन्हें गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से चुराकर सरोज तक पहुंचाती थी. फिर अंजलि को बच्चों की डिलीवरी की लोकेशन दी जाती थी और अमीर परिवारों तक बच्चे पहुंचाए जाते थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मानव तस्करी के मामले में हो चुकी है गिरफ्तार</strong><br />हर बच्चे की कीमत 5 से 10 लाख रुपये तक होती थी. सारा पैसा सरोज के पास जाता था, जो सभी सदस्यों को उनका हिस्सा देती थी. अंजलि पहले भी CBI द्वारा मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुकी है, लेकिन जमानत पर बाहर आकर फिर से इस अपराध में शामिल हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ऑपरेशन के दौरान किया है बरामद</strong><br />दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच में 20 से अधिक मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल्स (CDRs) का विश्लेषण किया गया, जिसके बाद पूरी साजिश का खुलासा हुआ. पुलिस ने एक मात्र 3-4 दिन का नवजात बच्चा भी इस ऑपरेशन के दौरान बरामद किया है, जिसे फिलहाल मेडिकल देखरेख में रखा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिन अमीर परिवारों को ये बच्चे बेचे गए थे, उनकी भी पहचान की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि ऐसे सभी लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>DCP अंकित चौहान और इंस्पेक्टर विश्वेश्वर चौधरी की अगुवाई में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जो दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. मामले की जांच जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Exclusive: दिल्लीवालों के लिए बड़ी खबर! स्वास्थ्य से लेकर सड़क तक…EV 2.0 और आयुष्मान योजना में क्या है नया?” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-minister-pankaj-singh-told-what-is-ev-2-0-transport-policy-ayushman-arogya-mandir-scheme-mohalla-clinic-ann-2924617″ target=”_self”>Exclusive: दिल्लीवालों के लिए बड़ी खबर! स्वास्थ्य से लेकर सड़क तक…EV 2.0 और आयुष्मान योजना में क्या है नया?</a></strong></p>  दिल्ली NCR Delhi: दिल्ली में पावर कट को लेकर आतिशी का रेखा गुप्ता सरकार पर हमला, ‘लोग इन्वर्टर…’