भास्कर न्यूज | बठिंडा शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग मतदाताओं की सुविधाओं के अनुसार मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था कर रहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि दिव्यांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए सुविधाजनक मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 1 जून 2024 को मतदान केंद्रों पर वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। जो मतदाताओं को वोट डालने में पूरी सहायता प्रदान करेंगे और उनको पोलिंग बूथ तक लेकर जाएंगे। चुनाव आयोग के आदेश पर बठिंडा लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों के 1814 बूथों पर एनसीसी कैडेटों के अलावा वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए जिले के सरकारी स्कूलों के मुखियों से संपर्क किया जाएगा। मतदान करने में असमर्थ मतदाताओं की मदद के लिए एनसीसी और नेहरू युवा केंद्र एनजीओ से मदद ली जाएगी। मतदान करने व पोलिंग बूथ तक पहुंचने असमर्थ वोटरों की मदद करने के लिए तैनात वालांटियरों को बकायदा ट्रेनिंग भी जाएगीहै ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस कार्य के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को वालंटियर्स की रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए, ताकि मतदान से पहले यह तय हो सके कि वालंटियर्स की ड्यूटी किस मतदान केंद्र पर लगाई जाए। चुनाव आयोग की योजना के मुताबिक, हर मतदान केंद्र पर कम से कम पांच वॉलंटियर तैनात रहेंगे। जिले में 14185 दिव्यांग व 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं मतदान के दिन बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग द्वारा जुटाये गये आंकड़ों के अनुसार जिले में 14185 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर मतदान केंद्र पर व्हील चेयर उपलब्ध रहे। यदि किसी मतदान केंद्र पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या अधिक है तो व्हील चेयर की संख्या बढ़ाई जाएगी। जहां भी आवश्यकता होगी, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को पिक एंड ड्रॉप (परिवहन) की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। भास्कर न्यूज | बठिंडा शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग मतदाताओं की सुविधाओं के अनुसार मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था कर रहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि दिव्यांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए सुविधाजनक मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 1 जून 2024 को मतदान केंद्रों पर वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। जो मतदाताओं को वोट डालने में पूरी सहायता प्रदान करेंगे और उनको पोलिंग बूथ तक लेकर जाएंगे। चुनाव आयोग के आदेश पर बठिंडा लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों के 1814 बूथों पर एनसीसी कैडेटों के अलावा वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए जिले के सरकारी स्कूलों के मुखियों से संपर्क किया जाएगा। मतदान करने में असमर्थ मतदाताओं की मदद के लिए एनसीसी और नेहरू युवा केंद्र एनजीओ से मदद ली जाएगी। मतदान करने व पोलिंग बूथ तक पहुंचने असमर्थ वोटरों की मदद करने के लिए तैनात वालांटियरों को बकायदा ट्रेनिंग भी जाएगीहै ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस कार्य के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को वालंटियर्स की रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए, ताकि मतदान से पहले यह तय हो सके कि वालंटियर्स की ड्यूटी किस मतदान केंद्र पर लगाई जाए। चुनाव आयोग की योजना के मुताबिक, हर मतदान केंद्र पर कम से कम पांच वॉलंटियर तैनात रहेंगे। जिले में 14185 दिव्यांग व 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं मतदान के दिन बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग द्वारा जुटाये गये आंकड़ों के अनुसार जिले में 14185 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर मतदान केंद्र पर व्हील चेयर उपलब्ध रहे। यदि किसी मतदान केंद्र पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या अधिक है तो व्हील चेयर की संख्या बढ़ाई जाएगी। जहां भी आवश्यकता होगी, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को पिक एंड ड्रॉप (परिवहन) की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में आधा घंटा छाया अंधेरा:सायरन बजते ही ब्लैकआउट, पंजाब-चंडीगढ़ और शिमला में भी लाइटें बंद रहीं: दिन में मॉक ड्रिल हुई
हरियाणा में आधा घंटा छाया अंधेरा:सायरन बजते ही ब्लैकआउट, पंजाब-चंडीगढ़ और शिमला में भी लाइटें बंद रहीं: दिन में मॉक ड्रिल हुई पहलगाम में आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने मंगलवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में ठिकानों पर हमला किया। हरियाणा में बुधवार को शाम 4 बजे मॉक ड्रिल की गई। ये मॉक ड्रिल करीब एक घंटे तक चली। इसमें लोगों, कर्मचारियों, स्टूडेंट्स को आपात स्थिति में बचाव और लोगों को निकालने के तरीके समझाए गए। पंचकूला और अंबाला में खामियां देखने को मिलीं इसके बाद रात साढ़े 7 बजे ब्लैकआउट किया गया। सायरन बजने के बाद लोगों ने लाइटें बंद कर दी थीं। ये ब्लैकआउट 10 से आधे घंटे तक रहा। हिसार में दुकानदारों ने लाइटें बंद कर भारत माता की जय के नारे लगाए। हालांकि कई जगह ब्लैकआउट का मिलाजुला असर रहा। हरियाणा में मॉक ड्रिल के दौरान क्या हुआ
हरियाणा के सभी जिलों में शाम 4 बजे मॉक ड्रिल हुई। सायरन बजने के बाद मॉक ड्रिल शुरू हुई। पंचकूला सेक्टर 20 में मिस मैनेजमेंट दिखा। यहां सायरन की सूचना पर आई रेडक्रॉस की एंबुलेंस में स्ट्रेचर नहीं था। सेक्टर 20 थाने से कोई भी पुलिस कर्मचारी नहीं था। ट्रैफिक पुलिस के न होने से एंबुलेंस, बसें, और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां निकल नहीं पाईं। इस पर निगम कमिश्नर अपराजिता नाराज हो गईं और कहा कि ये मिस मैनेजमेंट है। उन्होंने कहा कि जो कमियां मिली हैं, उन्हें हमने नोट कर लिया है। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी। अंबाला में मॉक ड्रिल के लिए कोई एक स्थान चिह्नित नहीं किया गया। सिटी सिविल अस्पताल से एंबुलेंस DC ऑफिस भेजी गई, जबकि वहां मॉक ड्रिल नहीं थी। हालांकि रात को ब्लैकआउट के दौरान फिर से मॉक ड्रिल की गई। हिसार में नगर निगम के ऑफिस में आग लगने से पहले ही अफसर बाहर आकर खड़े हो गए। इसके बाद धुआं किया गया। वहीं फायर ब्रिगेड की टीम बिना आग बुझाए चली गई। हालांकि कुछ देर बाद टीम वापस आ गई। एंबुलेंस भी खाली निकल गईं। हरियाणा में मॉक ड्रिल की PHOTOS… रात को हुआ ब्लैकआउट…
हरियाणा में शाम साढ़े बजे ब्लैकआउट शुरू हो गया था। कई जगह 10 मिनट तो कुछ जगह आधा घंटा लाइटें बंद रहीं। हालांकि कई जगह लाइटें बंद नहीं की गईं। अंबाला में हाईवे पर ड्राइवरों ने सड़क किनारे वाहन लाइट बंद कर खड़े कर दिए। फतेहाबाद में पेट्रोल पंप भी बंद रहे। हिसार में दुकानदारों ने ब्लैकआउट के दौरान भारत माता की जय के नारे लगाए। सिरसा, झज्जर, जींद, पानीपत, सोनीपत, भिवानी और रोहतक में मिलाजुला असर रहा। करनाल शहर और चरखी दादरी में मार्केट की लाइटें बंद नहीं हुईं। गुरुग्राम के उद्योग विहार और सेक्टर 70 में कई जगह लाइटें जलती रहीं। द्वारका एक्सप्रेसवे पर ब्लैकआउट का असर नहीं दिखा। हरियाणा में ब्लैकआउट की PHOTOS… पंजाब, चंडीगढ़ और शिमला में मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट….
पंजाब में 20 जगह, चंडीगढ़ और शिमला में शाम 4 बजे मॉक ड्रिल हुई। सायरन बजते ही स्कूलों में बच्चे डेस्क के नीचे छिप गए। प्ले ग्राउंड में खेलते बच्चे सेफ जगह ढूंढने के लिए दौड़े। इस दौरान घायलों को फर्स्ट एड देने सहित अस्पताल पहुंचाने के तरीके बताए गए। करीब एक घंटे तक मॉक ड्रिल चली। इसके बाद रात 7.30 बजे ब्लैकआउट हुआ। लुधियाना में दुकानदारों ने दुकानें बंद की। मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का पल-पल का अपडेट पढ़ने के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए….

गुरदासपुर में चचेरे भाईयों में संघर्ष:लाठी से महिला को पीटा, चलाई गोली, दो महिलाओं समेत पांच घायल
गुरदासपुर में चचेरे भाईयों में संघर्ष:लाठी से महिला को पीटा, चलाई गोली, दो महिलाओं समेत पांच घायल पंजाब में गुरदासपुर के गांव जीवनवाल में पांच मरले के प्लाट को लेकर चचेरे भाई आमने सामने आ गए। एक दूसरे पर तेजधार हथियारों से हमला किया गया और फायरिंग भी की गई। इस संघर्ष में तीन महिलाओं समेत पांच लोग घायल हो गए। एक व्यक्ति को गोली लगी है। घायलों में एक पंचायत मेंबर भी शामिल है। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। इस झगड़े का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह तेजधार हथियार से एक महिला को पिटता हुआ दिखाई दे रहा है। बाहर से बुलाए लोग, कराई पिटाई जानकारी देते ज़ख्मी हुई पहले गुट की महिला संदीप कौर और दलजीत कौर ने बताया कि उनके पति का पांच मरले के प्लाट का विवाद उनके ताऊ के बेटे के साथ चल रहा है। आज जब वह प्लाट पर कब्जा कर रहे थे तो मंदीप सिंह और वह उन्हें रोकने के लिए गए तो सामने से किसी ने गोली चला दी, जिससे मंदीप सिंह जख्मी हो गया। आरोप है कि उन पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें भी जख्मी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि यह प्लाट उनका है, लेकिन पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह ने बाहर से गुंडे बुलाकर उनके प्लाट पर कब्जा कर रहा है। धारदार हथियारों से हमला करने का आरोप वहीं दूसरी ओर झगड़े में जख्मी हुए दूसरे गुट के पंचायत मेंबर सुरजीत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने बताया कि उनके पति का जमीन को लेकर अपने भाइयों के साथ झगड़ा चल रहा है। इसी दौरान आज जब वह जमीन पर कुछ काम कर रहे थे तो दोनों में झगड़ा हो गया। इस दौरान उनके पति पर भी तेजधार हथियारों से हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया गया, जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। डीएसपी बोले- मामले की जांच जारी संघर्ष की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे डीएसपी मोहन सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव जीवनवाल में दो गुटों में झगड़ा हुआ है। दोनों गुट आपस में चचेरे भाई हैं। उन्होंने मौके पर पहुंच कर देखा तो एक व्यक्ति को गोली लगी थी, जिसका इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है। इस झगड़े में पंचायत मेंबर भी जख्मी हुआ है। पुलिस ने कहा कि दोनों गुटों के बयान दर्ज कर आगे की बनती कार्रवाई की जाएगी।

श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे परमजीत सिंह सरना:राहुल गांधी के बयान का किया समर्थन, बोले- अगर प्रधान बचेगा तो अकाली दल होगा
श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे परमजीत सिंह सरना:राहुल गांधी के बयान का किया समर्थन, बोले- अगर प्रधान बचेगा तो अकाली दल होगा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान व शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) इकाई के प्रधान परमजीत सिंह सरना आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह अपना फर्ज समझ कर आए हैं और राय दी है कि सिख समुदाय के साथ गद्दारी करने वालों को एक साथ बुलाकर सजा दी जाए। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया। कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। परमजीत सरना ने कहा कि जत्थेदार से मिलना और अपनी बात रखना वह अपना कर्तव्य समझते हैं। उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। सरना ने कहा कि सिख समुदाय के साथ जिन लोगों ने गद्दारी की है उन्हें सजा मिलनी चाहिए। जिन गुरुद्वारों में नुकसान हुआ है उसकी भरपाई वहां के प्रबंधकों से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बादल साहब के मंत्रालय में कई कैबिनेट मंत्री रहे, जिन्हें आज तक चिट्ठी नहीं भेजी गई और ना ही बुलाया। अकाली दल के हर जिम्मेदार व्यक्ति को फिर वो चाहे कैबिनेट मंत्री हो या ना हो, उसे श्री अकाल तख्त साहिब पर बुलाया जाना चाहिए और सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अकाली दल के कई जिम्मेदार व्यक्ति थे उन्होंने उस समय अपनी राय क्यों नहीं दी। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा दोषी वो लोग हैं, जिन्होंने अपनी जीत के लिए राम रहीम के तलवे चाटे। इसलिए इन सबको इक्कठे बुलाकर एक जैसी सजा देनी चाहिए। राहुल गांधी के बयान का किया समर्थन परमजीत सिंह सरना ने राहुल गांधी के बयान जिसमें सिखों को पगड़ी नहीं पहने दी, कड़े नहीं पहनने दिए वो बयान गलत नहीं है। राहुल गांधी ने खबरों में पढ़ा कि सिख बच्चों के रूमाले उतार दिए, कड़े उतार दिए, इनके बिना जाओ। इस मसले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को एक्शन लेना चाहिए था। उनहोंने कहा कि सिख कौम बहुत बड़े संकट से गुजर रहा है। इस मसले का हल श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने निकालना है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि श्री अकाल तख्त साहिब ऐसा फैसला देगा जो सिख कौम को मंजूर होगा। प्रधान बचेगा तो ही होगा अकाली दल सुखबीर सिंह बादल के प्रधानगी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ अकाली दल दूसरी तरफ सुखबीर सिंह बादल है। पार्टी प्रधान बचेगा तो अकाली दल बचेगा। पार्टी में ऐसा कौन सा चेहरा है जिसे प्रधान बना सकते हो। ढींडसा प्रधान नहीं बनेंगे, मैं प्रधान नहीं बन सकता क्योंकि मैं जाट फैमिली से नहीं हू। मैं जियोग्राफिकल कंडीशन से भी फिट नहीं बैठता हूं और ना ही शहरी सिख होने के नाते काम कर पाउंगा। उन्होंने कहा कि मजाक में कहा कि वह भापा है इसीलिए प्रधान नहीं बन सकते। जिसकी बिरादरी ज्यादा होती है वही प्रधान बनते हैं।