दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग

दुनिया को आज मिलेगा पैराग्लाइडिंग का चैंपियन:अमेरिका-भारत के पैराग्लाइडर में फाइनल मुकाबला; 5 साइट पर 3 हजार में टूरिस्ट भी कर सकते हैं पैराग्लाइडिंग

दुनिया को आज (9 नवंबर) नया पैराग्लाइडिंग चैंपियन मिल जाएगा। हिमाचल में कांगड़ा स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग घाटी में चल रहे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आज आखिरी दिन है। पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर अमेरिका के ऑस्टिन कोकस हैं। उन्हें अभी तक 2991 पॉइंट मिले हैं। भारत के रणजीत सिंह 2871 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। पोलैंड के डामर कैपिटा 2844 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में पोलैंड की जोना कोकोट 2486 पॉइंट के साथ पहले नंबर पर है। जर्मनी की डरिया अल्टीकवा 1329 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर चल रही हैं। ब्राजील की मरीना ओलेक्सिन 1232 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है। आज इन प्रतिभागियों को फाइनल टास्क दिए जाएंगे। आज के पॉइंट जुड़ने के बाद दुनिया को महिला व पुरुष वर्ग में नया वर्ल्ड चैंपियन मिल जाएगा। 121 किलोमीटर का सबसे लंबा टास्क किया पूरा बीड़ बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर है। जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। इस चैम्पियनशिप का आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और हिमाचल पर्यटन विभाग कर रहा है। बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रवक्ता ने अंकित सूद ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पार्टिसिपेंट्स को सबसे लंबा टास्क 121 किलोमीटर का दिया गया था, जिसे प्रतिभागियों ने पूरा किया। हालांकि बीते मंगलवार को 145 किलोमीटर का भी टास्क दिया गया था, लेकिन उस दिन खराब मौसम की वजह से उड़ान नहीं हो पाई थी। इस तरह मिलते हैं पॉइंट पैराग्लाइडरों को हर रोज उड़ान के टास्क दिए जाते हैं। टास्क के दौरान इन्हें अलग-अलग स्टेशन टच करने होते हैं। जो सबसे पहले सारे स्टेशन टच करके व निश्चित दूरी को तय करके टेक ऑफ साइट पर पहुंचता है, उसे ज्यादा पॉइंट दिए जाते हैं। इस तरह हर रोज के पॉइंट जुड़ते जाते हैं। प्रतियोगिता के आखिर दिन सबसे ज्यादा पॉइंट लेने वाले पैराग्लाइडर को विजयी घोषित किया जाता है। सुक्खू की जगह धर्माणी चीफ गेस्ट आएंगे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को आना था, लेकिन सुक्खू महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार के लिए गए हैं। इसलिए आखिरी मौके पर राज्य के टीसीपी एवं हाउसिंग मिनिस्टर राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे और विजेताओं को पुरस्कार देंगे। ​​​​​​हिमाचल में यहां-यहां होती है पैराग्लाइडिंग हिमाचल में बीड़ बिलिंग के अलावा कुल्लू के डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में भी पैराग्लाइडिंग होती। पिछले 2 सालों से शिमला के जुन्गा में भी पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। देशभर से पहाड़ों पर पहुंचने वाले पर्यटक भी इन साइट पर पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा सकते हैं। ढाई हजार से 3 हजार तक फीस बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लिए 3 हजार रुपए फीस है। जिसमें पैराग्लाइडर 15 से 20 मिनट तक बिलिंग घाटी में उड़ान भरते हैं। इसी तरह डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में 2 हजार रुपए से 2500 रुपए देकर पैराग्लाइडिंग की जा सकती है। इन साइट्स पर बरसात के मौसम में पैराग्लाइडिंग बंद कर दी जाती है, क्योंकि इसके लिए मौसम का साफ होना जरूरी होता है। खराब मौसम में उड़ान नहीं भरी जा सकती। दुनिया को आज (9 नवंबर) नया पैराग्लाइडिंग चैंपियन मिल जाएगा। हिमाचल में कांगड़ा स्थित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग घाटी में चल रहे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आज आखिरी दिन है। पुरुष वर्ग में पहले स्थान पर अमेरिका के ऑस्टिन कोकस हैं। उन्हें अभी तक 2991 पॉइंट मिले हैं। भारत के रणजीत सिंह 2871 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर हैं। पोलैंड के डामर कैपिटा 2844 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में पोलैंड की जोना कोकोट 2486 पॉइंट के साथ पहले नंबर पर है। जर्मनी की डरिया अल्टीकवा 1329 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर चल रही हैं। ब्राजील की मरीना ओलेक्सिन 1232 पॉइंट के साथ तीसरे नंबर पर है। आज इन प्रतिभागियों को फाइनल टास्क दिए जाएंगे। आज के पॉइंट जुड़ने के बाद दुनिया को महिला व पुरुष वर्ग में नया वर्ल्ड चैंपियन मिल जाएगा। 121 किलोमीटर का सबसे लंबा टास्क किया पूरा बीड़ बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर है। जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। इस चैम्पियनशिप का आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और हिमाचल पर्यटन विभाग कर रहा है। बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रवक्ता ने अंकित सूद ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पार्टिसिपेंट्स को सबसे लंबा टास्क 121 किलोमीटर का दिया गया था, जिसे प्रतिभागियों ने पूरा किया। हालांकि बीते मंगलवार को 145 किलोमीटर का भी टास्क दिया गया था, लेकिन उस दिन खराब मौसम की वजह से उड़ान नहीं हो पाई थी। इस तरह मिलते हैं पॉइंट पैराग्लाइडरों को हर रोज उड़ान के टास्क दिए जाते हैं। टास्क के दौरान इन्हें अलग-अलग स्टेशन टच करने होते हैं। जो सबसे पहले सारे स्टेशन टच करके व निश्चित दूरी को तय करके टेक ऑफ साइट पर पहुंचता है, उसे ज्यादा पॉइंट दिए जाते हैं। इस तरह हर रोज के पॉइंट जुड़ते जाते हैं। प्रतियोगिता के आखिर दिन सबसे ज्यादा पॉइंट लेने वाले पैराग्लाइडर को विजयी घोषित किया जाता है। सुक्खू की जगह धर्माणी चीफ गेस्ट आएंगे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को आना था, लेकिन सुक्खू महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार के लिए गए हैं। इसलिए आखिरी मौके पर राज्य के टीसीपी एवं हाउसिंग मिनिस्टर राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे और विजेताओं को पुरस्कार देंगे। ​​​​​​हिमाचल में यहां-यहां होती है पैराग्लाइडिंग हिमाचल में बीड़ बिलिंग के अलावा कुल्लू के डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में भी पैराग्लाइडिंग होती। पिछले 2 सालों से शिमला के जुन्गा में भी पैराग्लाइडिंग शुरू हो गई है। देशभर से पहाड़ों पर पहुंचने वाले पर्यटक भी इन साइट पर पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा सकते हैं। ढाई हजार से 3 हजार तक फीस बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग के लिए 3 हजार रुपए फीस है। जिसमें पैराग्लाइडर 15 से 20 मिनट तक बिलिंग घाटी में उड़ान भरते हैं। इसी तरह डोभी, गडसा, रायसन, सोलंग वैली में 2 हजार रुपए से 2500 रुपए देकर पैराग्लाइडिंग की जा सकती है। इन साइट्स पर बरसात के मौसम में पैराग्लाइडिंग बंद कर दी जाती है, क्योंकि इसके लिए मौसम का साफ होना जरूरी होता है। खराब मौसम में उड़ान नहीं भरी जा सकती।   हिमाचल | दैनिक भास्कर