मेरठ के खड़ौली में डॉग के 5 नवजात बच्चों का पोस्टमॉर्टम कराया गया। शुक्रवार को चौथे दिन इनके शव कब्र से निकाले गए, फिर 3 घंटे वेटरनरी एक्सपर्ट ने पोस्टमॉर्टम किया। इसके बाद शवों को दोबारा मिट्टी में दफना दिया। बता दें कि 4 दिन पहले देवरानी-जेठानी ने 5 पपी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। इसकी शिकायत कॉलोनी के लोग और एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली ने पुलिस से की थी। मामले में शुक्रवार को आरोपी शोभा और आरती पर मुकदमा दर्ज किया गया। जले हुए शवों के लिए नमूने
एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली ने ही गुरुवार को इन पांचों पप्पी की डेडबॉडी को मिट्टी में दबाकर उनका अंतिम संस्कार किया था। लेकिन, शुक्रवार को पुलिस ने जब पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया तो पांचों पपी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसके लिए पहले उनकी डेडबॉडी निकाली गई। एक्सपर्ट्स ने जले हुए शवों के नमूने लिए और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने लिखी FIR
शुक्रवार को भी इस पूरे मामले में व्यापारियों ने रोष जताया। शुक्रवार को व्यापारी और एनिमल केयर सोसाइटी के सदस्य कंकरखेड़ा थाने पहुंचे। इन लोगों ने पुलिस को शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा कि दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको अरेस्ट किया जाए। ये पशु क्रूरता की हद है। ये पांच नवजातों की हत्या है। पुलिस ने पूरे मामले में 7 पन्नों की FIR लिखी है। ‘ये घोर अपराध है इसमें सजा हो’
व्यापारियों ने कहा- आरोपी महिलाओं को जेल भेजा जाए। व्यापारी नेता जीतू नागपाल, शैंकी वर्मा, करन कपूर, दीपक जाटव, सतीश भदौरा, अंशुमाली वशिष्ठ, विनय नोटियाल, आकाश यादव, कविता, राखी रस्तौगी, मनोज, विदुषी रस्तोगी, एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली आदि कंकरखेड़ा थाने पहुंचे थे। 5 साल की सजा हो सकती है
BNS की धारा 325 में FIR लिखी है। किसी जानवर को मारना, जहर देना, अपंग बनाना, गंभीर अपराध है। इसके लिए दोषी व्यक्ति को पांच साल तक की कैद हो सकती है। जुर्माना भी लगाया जा सकता है, या दोनों सजा दी जा सकती है। सजा का निर्धारण इस बात पर निर्भर करता है कि अपराध की गंभीरता कितनी है और जानवर को कितना नुकसान पहुंचा है। ———– ये खबर भी पढ़िए- मेरठ में सुभारती यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया सुसाइड, दोस्त को भेजा लास्ट मैसेज मेरठ में सुभारती यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने सुसाइड कर लिया है। उनकी डेडबॉडी कमरे में फंदे पर लटकी मिली है। दोस्त की सूचना पर पुलिस और एएसपी मौके पर पहुंचे। कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा है- “I Quit, I am responsible for my action” 3 लाइनों के सुसाइड नोट के नीचे दीपांशु ने अपने सिग्नेचर किए और डेट लिखा। वहीं दोस्त नितिन सांगवान ने बताया- दीपांशु का सुबह 8 बजे व्हाटसऐप पर मैसेज आया था। इसमें उसने लिखा कि शाम को साढ़े 5 बजे मेरे फ्लैट पर आकर मिलना। जरूरी बात करनी है। इसी मैसेज के बाद मैं दीपांशु से मिलने उसके घर पहुंचा। जहां देखा दीपांशु कमरे के चौखट से लटका था। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ के खड़ौली में डॉग के 5 नवजात बच्चों का पोस्टमॉर्टम कराया गया। शुक्रवार को चौथे दिन इनके शव कब्र से निकाले गए, फिर 3 घंटे वेटरनरी एक्सपर्ट ने पोस्टमॉर्टम किया। इसके बाद शवों को दोबारा मिट्टी में दफना दिया। बता दें कि 4 दिन पहले देवरानी-जेठानी ने 5 पपी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। इसकी शिकायत कॉलोनी के लोग और एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली ने पुलिस से की थी। मामले में शुक्रवार को आरोपी शोभा और आरती पर मुकदमा दर्ज किया गया। जले हुए शवों के लिए नमूने
एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली ने ही गुरुवार को इन पांचों पप्पी की डेडबॉडी को मिट्टी में दबाकर उनका अंतिम संस्कार किया था। लेकिन, शुक्रवार को पुलिस ने जब पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया तो पांचों पपी का पोस्टमॉर्टम कराया गया। इसके लिए पहले उनकी डेडबॉडी निकाली गई। एक्सपर्ट्स ने जले हुए शवों के नमूने लिए और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने लिखी FIR
शुक्रवार को भी इस पूरे मामले में व्यापारियों ने रोष जताया। शुक्रवार को व्यापारी और एनिमल केयर सोसाइटी के सदस्य कंकरखेड़ा थाने पहुंचे। इन लोगों ने पुलिस को शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा कि दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको अरेस्ट किया जाए। ये पशु क्रूरता की हद है। ये पांच नवजातों की हत्या है। पुलिस ने पूरे मामले में 7 पन्नों की FIR लिखी है। ‘ये घोर अपराध है इसमें सजा हो’
व्यापारियों ने कहा- आरोपी महिलाओं को जेल भेजा जाए। व्यापारी नेता जीतू नागपाल, शैंकी वर्मा, करन कपूर, दीपक जाटव, सतीश भदौरा, अंशुमाली वशिष्ठ, विनय नोटियाल, आकाश यादव, कविता, राखी रस्तौगी, मनोज, विदुषी रस्तोगी, एनिमल केयर सोसाइटी के अध्यक्ष अंशुमन माली आदि कंकरखेड़ा थाने पहुंचे थे। 5 साल की सजा हो सकती है
BNS की धारा 325 में FIR लिखी है। किसी जानवर को मारना, जहर देना, अपंग बनाना, गंभीर अपराध है। इसके लिए दोषी व्यक्ति को पांच साल तक की कैद हो सकती है। जुर्माना भी लगाया जा सकता है, या दोनों सजा दी जा सकती है। सजा का निर्धारण इस बात पर निर्भर करता है कि अपराध की गंभीरता कितनी है और जानवर को कितना नुकसान पहुंचा है। ———– ये खबर भी पढ़िए- मेरठ में सुभारती यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया सुसाइड, दोस्त को भेजा लास्ट मैसेज मेरठ में सुभारती यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने सुसाइड कर लिया है। उनकी डेडबॉडी कमरे में फंदे पर लटकी मिली है। दोस्त की सूचना पर पुलिस और एएसपी मौके पर पहुंचे। कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें लिखा है- “I Quit, I am responsible for my action” 3 लाइनों के सुसाइड नोट के नीचे दीपांशु ने अपने सिग्नेचर किए और डेट लिखा। वहीं दोस्त नितिन सांगवान ने बताया- दीपांशु का सुबह 8 बजे व्हाटसऐप पर मैसेज आया था। इसमें उसने लिखा कि शाम को साढ़े 5 बजे मेरे फ्लैट पर आकर मिलना। जरूरी बात करनी है। इसी मैसेज के बाद मैं दीपांशु से मिलने उसके घर पहुंचा। जहां देखा दीपांशु कमरे के चौखट से लटका था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर