कानपुर में जिम ट्रेनर विमल सोनी ने कारोबारी की पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद शव को डीएम आवास कैंपस में दफना दिया। 4 महीने पहले उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। विमल सोनी ने अजय देवगन की फिल्म दृश्यम देख लाश को ठिकाने लगाया। इसके बाद फरार हो निकला। इधर, पुलिस इसे प्रेम प्रसंग की आशंका जताते हुए लापरवाही बरतती रही। पहले कहा गया कि एकता गुप्ता जिम ट्रेनर के साथ फरार हो गई है। लेकिन, एकता के पति ने लगातार जांच और कार्रवाई की मांग की। 26 अक्टूबर की रात को एकता की लाश डीएम कंपाउंड से बरामद की गई। चलिए फोटो में देखते हैं, पूरा घटनाक्रम… 1. तारीख 24 जून 2024 , जिस दिन एकता गायब हुई 2. एकता की पहली फोटो, जो पुलिस को उसे ढूंढने के लिए दी गई 3. एकता के पति ने कहा- पुलिस लापरवाही बरत रही, पत्नी को ढूंढ नहीं रही 4. आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी की पहली तस्वीर 5. जेवर और पैसों के लालच में अपहरण का आरोप लगा 6. शनिवार की रात 11 बजे पुलिस डीएम आवास पहुंची 7. दो फीट गड्ढा खोदते ही बदबू आने लगी 8. जहां लाश दफनाई गई, वहां रात को अंधेरा रहता है 9. दो घंटे बाद लाश मिली, शव पूरी तरह सड़ गया था 10. बाल और कंकाल को प्लास्टिक बैग में रखा गया 11. एकता के पति राहुल गुप्ता को शिनाख्त के लिए बुलाया गया 12. लाश की टीशर्ट में लगे स्टीकर को देख पति बोला- हां यह एकता के कपड़े हैं 13. एकता की लाश लेकर पुलिस टीम पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए रवाना हो गई 14. पति राहुल बोला- शाम को करीब 6 बजे हत्या की सूचना दी गई 15. डीएम आवास के मेन गेट के बाएं तरफ लाश दफनाई गई थी अब पूरी खबर पढ़िए… कानपुर में जिम ट्रेनर ने 4 महीने पहले किडनैप किया, कार में हत्या की, फिर डीएम आवास में दफनाया कानपुर में जिम ट्रेनर ने 4 महीने पहले कारोबारी की पत्नी को किडनैप किया। कार में उसकी हत्या कर दी।। फिर शव को हाई सिक्योरिटी वाले डीएम आवास कैंपस में दफना दिया। शनिवार को जिम ट्रेनर विमल सोनी को पुलिस गिरफ्तार कर पाई। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की। पढ़ें आरोपी जिम ट्रेनर ने क्या कहा… कानपुर में जिम ट्रेनर विमल सोनी ने कारोबारी की पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद शव को डीएम आवास कैंपस में दफना दिया। 4 महीने पहले उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। विमल सोनी ने अजय देवगन की फिल्म दृश्यम देख लाश को ठिकाने लगाया। इसके बाद फरार हो निकला। इधर, पुलिस इसे प्रेम प्रसंग की आशंका जताते हुए लापरवाही बरतती रही। पहले कहा गया कि एकता गुप्ता जिम ट्रेनर के साथ फरार हो गई है। लेकिन, एकता के पति ने लगातार जांच और कार्रवाई की मांग की। 26 अक्टूबर की रात को एकता की लाश डीएम कंपाउंड से बरामद की गई। चलिए फोटो में देखते हैं, पूरा घटनाक्रम… 1. तारीख 24 जून 2024 , जिस दिन एकता गायब हुई 2. एकता की पहली फोटो, जो पुलिस को उसे ढूंढने के लिए दी गई 3. एकता के पति ने कहा- पुलिस लापरवाही बरत रही, पत्नी को ढूंढ नहीं रही 4. आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी की पहली तस्वीर 5. जेवर और पैसों के लालच में अपहरण का आरोप लगा 6. शनिवार की रात 11 बजे पुलिस डीएम आवास पहुंची 7. दो फीट गड्ढा खोदते ही बदबू आने लगी 8. जहां लाश दफनाई गई, वहां रात को अंधेरा रहता है 9. दो घंटे बाद लाश मिली, शव पूरी तरह सड़ गया था 10. बाल और कंकाल को प्लास्टिक बैग में रखा गया 11. एकता के पति राहुल गुप्ता को शिनाख्त के लिए बुलाया गया 12. लाश की टीशर्ट में लगे स्टीकर को देख पति बोला- हां यह एकता के कपड़े हैं 13. एकता की लाश लेकर पुलिस टीम पोस्टमॉर्टम हाउस के लिए रवाना हो गई 14. पति राहुल बोला- शाम को करीब 6 बजे हत्या की सूचना दी गई 15. डीएम आवास के मेन गेट के बाएं तरफ लाश दफनाई गई थी अब पूरी खबर पढ़िए… कानपुर में जिम ट्रेनर ने 4 महीने पहले किडनैप किया, कार में हत्या की, फिर डीएम आवास में दफनाया कानपुर में जिम ट्रेनर ने 4 महीने पहले कारोबारी की पत्नी को किडनैप किया। कार में उसकी हत्या कर दी।। फिर शव को हाई सिक्योरिटी वाले डीएम आवास कैंपस में दफना दिया। शनिवार को जिम ट्रेनर विमल सोनी को पुलिस गिरफ्तार कर पाई। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की। पढ़ें आरोपी जिम ट्रेनर ने क्या कहा… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया
खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया विधानसभा क्षेत्र खन्ना से विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध ने एक आम वर्कर के तौर पर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। आज उन्हें पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। उनके आम वर्कर से मंत्री बनने तक का सफर मेहनत और संघर्ष से भरपूर रहा। अन्ना हजारे आंदोलन के बाद सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी स्वराज किताब पढ़कर सियासत में आने का मन बनाया था। कान्वेंट स्कूल से प्राइमरी शिक्षा 7 सितंबर 1983 को पिता भूपिंदर सिंह सौंध और माता सुखविंदर कौर के घर में जन्मे तरुणप्रीत सिंह सौंध ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खन्ना के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद राधा वाटिका से 12वीं करने उपरांत सीएनसी डिप्लोमा, इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोर्स, ऑटोकैड कोर्स कर अपने पिता के साथ व्यवसाय में हाथ बंटाया। 2004 में कमलजीत कौर के साथ शादी होने के बाद एक बेटे और एक बेटी के पिता बने। तरुणप्रीत सौंध ने सोप मैन्युफैक्चरिंग मशीन इंडस्ट्री में अपने पिता के साथ हाथ बंटाते हुए देशभर में मशीनें सप्लाई की और एक सफल उद्योगपति के रूप में अपनी पहचान बनाई। कांग्रेस का समर्थक था परिवार किसी समय कांग्रेस पार्टी का समर्थक रहा सौंध परिवार देश में कांग्रेस पार्टी की आम जन विरोधी गतिविधियों और लगातार हो रहे कथित भ्रष्टाचार से आहत था। किसी विभाग में काम होता तो व्यापारियों के साथ अधिकारियों का रूखा रवैया सौंध परिवार को हमेशा से खटकता। मन में आता कि देश के मात्र 2 फीसदी उद्योगपति टैक्स देकर भी सरकारी दरबार में नजरअंदाज किए जाते हैं और आम जनता की सरकार के दरबार में कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। मन के भीतर जारी जंग को 2012 में हुए अन्ना हजारे के आंदोलन से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पनपी आम आदमी पार्टी से एक आशा की किरण दिखाई दी। सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी किताब स्वराज को पढ़ा। बड़ी संख्या में किताब स्वराज की लिपियां वितरित भी कीं। 2014 में आम आदमी पार्टी के पहले चुनाव में सौंध ने पार्टी का भरपूर साथ दिया। पार्टी की ओर से लगाई प्रत्येक ड्यूटी को पूरी तनदेही से निभाया। पार्टी में अलग-अलग ओहदे मिले पार्टी के प्रति सच्ची लगन और निष्ठा देखते हुए तरुणप्रीत सिंह सौंध को पार्टी ने पहले ट्रेड ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री विंग का खन्ना प्रधान बनाया। इसके बाद खन्ना के साथ साहनेवाल और समराला का प्रधान, फिर लोकसभा फतेहगढ़ साहिब का प्रधान बनाया गया। 2017 के विधानसभा चुनावों में भी सौंध ने पार्टी के हर आदेश को मानते हुए चुनावों में कड़ी मेहनत की। बेशक उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दी गई थी, लेकिन वे एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में उभरे जिन्होंने पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद उस समय पार्टी का झंडा उठाया। जिस समय पार्टी को ऐसे कार्यकर्ताओं की बेहद अधिक जरूरत थी। सौंध के जीवन में उस समय क्रांतिकारी बदलाव आया जब पार्टी ने उनकी अथक मेहनत और नि:स्वार्थ सेवा देखते हुए उन्हें हलका खन्ना इंचार्ज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। सौंध की कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों में हलका खन्ना से अपना प्रत्याशी घोषित किया। वह नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए रिकार्ड 35620 मतों से विजयी हुए। उन्हें 48.55 फीसद की दर से रिकार्ड 62 हजार 425 वोट मिले। इस चुनाव में उन्होंने पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते एवं पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली की जमानत जब्त कराई। मंत्री बनने के बाद बोले- परिवारवाद हमारी पार्टी में नहीं शपथ ग्रहण करने के बाद बतौर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने जब मीडिया से बात की तो सबसे पहले अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का आभार जताया। उन्होंने कहा कि AAP में परिवारवाद नहीं है। कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा कुछ परिवारों के हाथों में हैं। आप में ऐसा नहीं है। उन्हें पार्टी ने मंत्री बनाकर बहुत मान सम्मान दिया है। वे पार्टी के भरोसे पर खरा उतरेंगे। पूरे पंजाब की भलाई के लिए काम किए जाएंगे।
दादरी रोहतक रोड के लिए टेंडर जारी:मार्च तक शुरू होगा काम, 54 करोड़ होंगे खर्च; चंडीगढ़-हरिद्वार-रोहतक पहुंचना होगा आसान
दादरी रोहतक रोड के लिए टेंडर जारी:मार्च तक शुरू होगा काम, 54 करोड़ होंगे खर्च; चंडीगढ़-हरिद्वार-रोहतक पहुंचना होगा आसान चरखी दादरी से रोहतक जाने वाली सड़क जिले की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है। यह सड़क पिछले काफी समय से काफी खस्ताहाल में है, जिसके कारण वाहन ड्राइवरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब इस सड़क के दिन बदलने वाले हैं और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने 25 किलोमीटर लंबी इस सड़क के लिए करीब 54 करोड़ रुपये के टेंडर आमंत्रित किए हैं। प्रक्रिया शुरू होने से इसके निर्माण कार्य जल्द होने की उम्मीद जगी है। बता दें कि दादरी-रोहतक रोड से रोजाना हजारों लोग निजी व सरकारी वाहनों के जरिए रोहतक, चंडीगढ़, हरिद्वार आदि जगहों पर जाते हैं। जल्द ही परेशानियों से मिलेगी राहत लेकिन सड़क पूरी तरह से जर्जर होने के कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अब लोगों को जल्द ही इन परेशानियों से राहत मिलने वाली है। लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है और टेंडर आमंत्रित कर दिए हैं। 25 किलोमीटर लंबा बनेगा सड़कमार्ग
लोक निर्माण विभाग द्वारा जो टेंडर आमंत्रित किए गए है उसके तहत करीब 25 किलोमीटर लंबे सड़कमार्ग का निर्माण होगा। जिसके तहत दादरी शहर से लेकर बौंद कलां के आगे चरखी दादरी जिले की सीमा तक इस सड़क का निर्माण किया जाएगा। उससे आगे रोहतक जिले की सीमा लगती है और वहां पर सड़क पहले से सही है। गांवों में पहले ही अपेक्षा होगा चौड़ा
दादरी रोहतक सड़कमार्ग की चौड़ाई खेरड़ी तक 7 मीटर है लेकिन अब जब इसका दोबारा से निर्माण कार्य होगा तो गांवों में इसकी चौड़ाई तीन मीटर बढ़ाकर 10 मीटर तक किया जाएगा। इसके लिए साइडों में ब्लॉक लगाए जाएंगे व नालों का भी निर्माण होगा। टेंडर आमंत्रित किए हैं:एक्सईएन
चरखी दादरी पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सईएन कृष्ण कुमार ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। टेंडर 14 जनवरी से खोले गए हैं और 7 फरवरी शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे। करीब 25 किलोमीटर लंबे इस सड़कमार्ग के लिए 54 करोड़ 67 लाख 41 हजार रुपए के टेंडर आमंत्रित किए हैं। मार्च में शुरू होगा कार्य
लोकनिर्माण विभाग के एक्सईएन कृष्ण कुमार ने बताया कि सड़कमार्ग के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर आगामी मार्च माह तक इसके निर्माण कार्य को शुरू करवाने का उनका प्रयास रहेगा। करीब 7 साल पहले डाली गई थी लेयर
इस सड़कमार्ग पर साल 2018 में तारकोल की लेयर डाली गई थी जो कुछ समय बाद भी खस्ताहाल होने से रोड़ियां बिखरने लगी थी। उसके बाद से ही यह सड़कमार्ग जर्जर हाल में है और लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। लेकिन अब करीब 7 साल बाद इसकी दोबारा से सुध ली गई है और इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई जिससे लोगों में राहत की उम्मीद जगी है। हजारों लोगों को प्रतिदिन मिलेगा लाभ
इस सड़क मार्ग पर पड़ने वाले रावलधी, कमोद, मिर्च, कोहलावास, लांबा, सौंफ, कासनी, सांवड़,हिंडोल,झिंझर, सांजरवास, रानीला, बौंद कलां, बौंद खुर्द, रणकोली, उण आदि गांवों को सीधा फायदा होगा। इसके अलावा हजारों लोगों को इसका फायदा मिलेगा जो यहां से होते हुए रोहतक पीजीआई,चंडीगढ़ व दूसरे स्थानों पर पहुंचते हैं।