हिमाचल प्रदेश में बीते कहीं दिनों से जारी बारिश का दौर जल्द ही थम सकता है। प्रदेश वासियों को भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में आज 5 जिलों में बारिश ना होने की संभावना जताई है। हालांकि प्रदेश के 7 जिलों में अभी अभी बारिश बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार आगामी दिनों में बारिश और अधिक कम होने की संभावना है। 7 जिलो के लिए जारी किया अलर्ट मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के सात जिलों में आज बारिश होने की संभावना है। जिसमें ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा शिमला, सोलन, सिरमौर शामिल है। इसके अलावा चम्बा, कुल्लू, मंडी किन्नौर और लाहुल स्पीति में आज मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम के साफ रहने का की संभावना जताई है। 5 जिलों में फ्लैश फ्लड़ की संभावना वहीं IMD ने पूर्वानुमान लगाया है कि प्रदेश के पांच जिलों कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, मंडी और चंबा में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने इन जिलों में कई स्थानों पर अचानक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। सिरमौर में सबसे ज्यादा, किन्नौर में सबसे कम हुई बारिश हिमाचल प्रदेश में धीमी रफ्तार के साथ शुरू हुए मानसून ने अगस्त माह खूब रफ्तार पकड़ी। प्रदेश सात जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई, जबकि 5 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। अगस्त माह की बात करें, तो कांगड़ा में सबसे ज्यादा 518.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं किन्नौर में सबसे कम 25.2 मिमी कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि सामान्य से ज्यादा बारिश सबसे ज्यादा सिरमौर में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अगस्त माह में कहां कितनी हुई बारिश हिमाचल प्रदेश में अगस्त माह के 18 दिनों में अब तक बिलासपुर में 252.8, चंबा में 162.9, हमीरपुर में 261.4, कांगड़ा में 518.2, किन्नौर में 25.2, कुल्लू में 81.1, लाहुल स्पीति में 35.4, मंडी में 324.9, शिमला में 197.2, सिरमौर में 416.7, सोलन में 175.8 और ऊना में 237.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है। 7 जिलों में सामान्य से ज्यादा हुई बारिश अगस्त माह में बिलासपुर में 27 मिमी, हमीरपुर में 4 मिमी, कांगड़ा में 33 मिमी, मंडी में 27 मिमी, शिमला में 57 मिमी, सिरमोर में 67 मिमी और ऊना जिला में 15 मिमी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। सामान्य से कम हुई बारिश वहीं चंबा में -17 मिमी, किन्नौर में -47, लाहुल स्पीति में -49, कुल्लू में -31 और सोलन में -5 मिनी बारिश कम दर्द की गई है। हिमाचल प्रदेश में 128 सड़कें बन्द हिमाचल प्रदेश को इस मानसून सीजन में अभी तक 1140 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो गया है। प्रदेश में अभी भी रविवार सुबह तक 128 सड़कें ठप्प पड़ी हुई है। इस मानसून में अब तक 122 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके है। प्रदेश में सड़कों के खुलने व बन्द होने का सिलसिला लगातार जारी है। देर शाम तक 90 से ज्यादा सड़कें खुलने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में बीते कहीं दिनों से जारी बारिश का दौर जल्द ही थम सकता है। प्रदेश वासियों को भारी बारिश से राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में आज 5 जिलों में बारिश ना होने की संभावना जताई है। हालांकि प्रदेश के 7 जिलों में अभी अभी बारिश बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार आगामी दिनों में बारिश और अधिक कम होने की संभावना है। 7 जिलो के लिए जारी किया अलर्ट मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के सात जिलों में आज बारिश होने की संभावना है। जिसमें ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा शिमला, सोलन, सिरमौर शामिल है। इसके अलावा चम्बा, कुल्लू, मंडी किन्नौर और लाहुल स्पीति में आज मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम के साफ रहने का की संभावना जताई है। 5 जिलों में फ्लैश फ्लड़ की संभावना वहीं IMD ने पूर्वानुमान लगाया है कि प्रदेश के पांच जिलों कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, मंडी और चंबा में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने इन जिलों में कई स्थानों पर अचानक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। सिरमौर में सबसे ज्यादा, किन्नौर में सबसे कम हुई बारिश हिमाचल प्रदेश में धीमी रफ्तार के साथ शुरू हुए मानसून ने अगस्त माह खूब रफ्तार पकड़ी। प्रदेश सात जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई, जबकि 5 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। अगस्त माह की बात करें, तो कांगड़ा में सबसे ज्यादा 518.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं किन्नौर में सबसे कम 25.2 मिमी कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि सामान्य से ज्यादा बारिश सबसे ज्यादा सिरमौर में 67 मिमी बारिश दर्ज की गई है। अगस्त माह में कहां कितनी हुई बारिश हिमाचल प्रदेश में अगस्त माह के 18 दिनों में अब तक बिलासपुर में 252.8, चंबा में 162.9, हमीरपुर में 261.4, कांगड़ा में 518.2, किन्नौर में 25.2, कुल्लू में 81.1, लाहुल स्पीति में 35.4, मंडी में 324.9, शिमला में 197.2, सिरमौर में 416.7, सोलन में 175.8 और ऊना में 237.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है। 7 जिलों में सामान्य से ज्यादा हुई बारिश अगस्त माह में बिलासपुर में 27 मिमी, हमीरपुर में 4 मिमी, कांगड़ा में 33 मिमी, मंडी में 27 मिमी, शिमला में 57 मिमी, सिरमोर में 67 मिमी और ऊना जिला में 15 मिमी सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। सामान्य से कम हुई बारिश वहीं चंबा में -17 मिमी, किन्नौर में -47, लाहुल स्पीति में -49, कुल्लू में -31 और सोलन में -5 मिनी बारिश कम दर्द की गई है। हिमाचल प्रदेश में 128 सड़कें बन्द हिमाचल प्रदेश को इस मानसून सीजन में अभी तक 1140 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो गया है। प्रदेश में अभी भी रविवार सुबह तक 128 सड़कें ठप्प पड़ी हुई है। इस मानसून में अब तक 122 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके है। प्रदेश में सड़कों के खुलने व बन्द होने का सिलसिला लगातार जारी है। देर शाम तक 90 से ज्यादा सड़कें खुलने की संभावना है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में कांग्रेस की हार के कारणों की होगी जांच:खड़गे ने फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की, रजनी पाटिल और पुनिया को सौंपा जिम्मा
हिमाचल में कांग्रेस की हार के कारणों की होगी जांच:खड़गे ने फैक्ट फाइडिंग कमेटी गठित की, रजनी पाटिल और पुनिया को सौंपा जिम्मा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार के कारणों का पता लगाने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है। इसका जिम्मा कांग्रेस नेता पीएल पुनिया और रजनी पाटिल को दिया गया। दोनों नेता जल्द हिमाचल आकर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के कारणों का पोस्टमार्टम करेंगे। हिमाचल में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के बावजूद कांग्रेस की चारों लोकसभा सीटों पर हार हुई है। दिग्गज नेता एवं PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मंडी लोकसभा सीट से चुनाव हार गए। कांगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा की भी हार हुई है। हार के क्या कारण का फैक्ट फाइडिंग कमेटी पता लगाएगी और पार्टी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।
हिमाचल में नौ महीने बाद मिला शहीद का शव:पैतृक गांव में अंतिम संस्कार, अक्टूबर 2023 में ग्लेशियर में दबने से शहादत
हिमाचल में नौ महीने बाद मिला शहीद का शव:पैतृक गांव में अंतिम संस्कार, अक्टूबर 2023 में ग्लेशियर में दबने से शहादत हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के शहीद हवलदार रोहित नेगी का पार्थिव शरीर करीब 9 महीने बाद मंगलवार को उनके पैतृक गांव तरांडा लाया गया। इस दौरान पूरा गांव रोहित नेगी अमर रहे के नारों से गूंज उठा। शहीद की अंतिम शवयात्रा में शामिल लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। आपको बता दें कि रोहित नेगी डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे। पिछले साल अक्टूबर में रोहित नेगी कुछ अन्य जवानों के साथ कश्मीर में ड्यूटी के दौरान ग्लेशियर में दब गए थे। उस समय सिर्फ एक शहीद जवान का शव मिला था, जबकि रोहित का शव चार दिन पहले मिला था। इसके बाद रोहित की पार्थिव शरीर कारगिल लाया गया, जहां से सीधे चंडीगढ़ और आज सुबह पैतृक गांव तरांडा लाया गया। परिजनों व रिश्तेदारों को दो दिन पहले ही इसकी सूचना दे दी गई थी। रोहित की पार्थिव देह गांव पहुंचने के बाद आज सुबह बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन को पहुंचे। प्रशासन कि ओर से तहसीलदार भावानगर अरुण सहित पुलिस दल शामिल हुए। यहां देखें रोहित की अंतिम शवयात्रा की तस्वीरें…
चंबा में भालू ने दो महिलाओं पर किया हमला:एक की मौत, एक गंभीर घायल; घास काटने के लिए गई थीं जंगल
चंबा में भालू ने दो महिलाओं पर किया हमला:एक की मौत, एक गंभीर घायल; घास काटने के लिए गई थीं जंगल हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भालू में दो महिलाओं पर हमला कर दिया है। हादसे में एक महिला की मौत हो गई। जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल है। जिसे उपचार के लिए अस्पताल में लाया गया है। नकारी के अनुसार ग्राम पंचायत धीमला के दलपा गांव की रहने वाली ठांठी देवी और पिंकी घास काटने के लिए घर से निकली थी। कलवारा जंगल में घास काटते समय पास के जंगल से भालू आ गया। जिसने दोनों महिलाओं पर पर हमला कर दिया। भालू के हमले में पिंकी देवी व ठांठी देवी गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा लाया गया। जहां डॉक्टरों ने पिंकी देवी को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची। जहां पुलिस ने परिजनों व घायल महिला के बयान दर्ज लिए हैं। वहीं मृतक महिला के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।