<p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां गांव की एक महिला दलाल ने काम दिलाने के नाम पर नाबालिग लड़की को दिल्ली ले जाकर बेच दिया. करीब डेढ़ साल से लापता रही इस नाबालिग ने हाल ही में अपने परिजनों को फोन कर पूरी कहानी बताई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उसने बताया कि उसे दिल्ली में बेच दिया गया और अब वह देहरादून में किसी के घर में काम करने को मजबूर है. परिजनों ने सीतापुर थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस उसे वापस लाने की कोशिश में जुटी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले गई थी दलाल</strong><br />जानकारी के अनुसार, सरगुजा जिले के पेटला गांव की रहने वाली पूनम लकड़ा नामक नाबालिग लड़की को गांव की ही महिला रीना काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले गई थी. वहां उसने पूनम को किसी के हाथ बेच दिया. इसके बाद परिजनों ने कई जगह उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसी बीच हाल ही में महिला दलाल रीना अचानक गांव लौट आई, लेकिन पूनम उसके साथ नहीं थी. कुछ दिन बाद पूनम ने किसी तरह परिजनों को फोन किया और रोते हुए बताया कि उसे दिल्ली में बेचा गया था और अब वह देहरादून में किसी के घर में जबरन काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुझे दिल्ली में बेचा गया अभी देहरादून में हूं- नाबालिग ने किया फोन</strong><br />पूनम ने अपने परिजनों से फोन पर कहा कि उसे न तो बाहर जाने दिया जाता है और न ही किसी से बात करने की इजाजत है. बड़ी मुश्किल से उसे फोन करने का मौका मिला है. उसने गुहार लगाई कि वह देहरादून में फंसी है और परिजन जल्द से जल्द आकर उसे घर वापस ले जाएं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>NGO कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे परिजन</strong><br />छत्तीसगढ़ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने के काम में लगी संस्था पद प्रदर्शन को जैसे ही जानकारी लगी कि यहां से एक नाबालिग को बेचा गया है तो NGO के कार्यकर्ता पेटला गांव पहुंचे. और परिजनों की आप बीती सुन उन्हें थाने लेकर गए परिजनों ने सीतापुर थाने में बेटी को बेचे जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. अब पुलिस नाबालिक को देहरादून से वापस लाने के प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ह्यूमन ट्रैफिकिंग के पहले भी सामने आ चुके हैं कई मामले</strong><br />छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर और मैनपाट इलाके में पहले भी कई लड़कियों को काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले जाकर बचने के मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं की जागरूकता के चलते इन मामलों में कुछ कमी जरूर आई है. लेकिन अब भी दर्जनों लड़कियों इन इलाकों से गायब है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विनीत पाठक की रिपोर्ट.</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhattisgarh News:</strong> छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां गांव की एक महिला दलाल ने काम दिलाने के नाम पर नाबालिग लड़की को दिल्ली ले जाकर बेच दिया. करीब डेढ़ साल से लापता रही इस नाबालिग ने हाल ही में अपने परिजनों को फोन कर पूरी कहानी बताई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उसने बताया कि उसे दिल्ली में बेच दिया गया और अब वह देहरादून में किसी के घर में काम करने को मजबूर है. परिजनों ने सीतापुर थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस उसे वापस लाने की कोशिश में जुटी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले गई थी दलाल</strong><br />जानकारी के अनुसार, सरगुजा जिले के पेटला गांव की रहने वाली पूनम लकड़ा नामक नाबालिग लड़की को गांव की ही महिला रीना काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले गई थी. वहां उसने पूनम को किसी के हाथ बेच दिया. इसके बाद परिजनों ने कई जगह उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसी बीच हाल ही में महिला दलाल रीना अचानक गांव लौट आई, लेकिन पूनम उसके साथ नहीं थी. कुछ दिन बाद पूनम ने किसी तरह परिजनों को फोन किया और रोते हुए बताया कि उसे दिल्ली में बेचा गया था और अब वह देहरादून में किसी के घर में जबरन काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुझे दिल्ली में बेचा गया अभी देहरादून में हूं- नाबालिग ने किया फोन</strong><br />पूनम ने अपने परिजनों से फोन पर कहा कि उसे न तो बाहर जाने दिया जाता है और न ही किसी से बात करने की इजाजत है. बड़ी मुश्किल से उसे फोन करने का मौका मिला है. उसने गुहार लगाई कि वह देहरादून में फंसी है और परिजन जल्द से जल्द आकर उसे घर वापस ले जाएं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>NGO कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे परिजन</strong><br />छत्तीसगढ़ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने के काम में लगी संस्था पद प्रदर्शन को जैसे ही जानकारी लगी कि यहां से एक नाबालिग को बेचा गया है तो NGO के कार्यकर्ता पेटला गांव पहुंचे. और परिजनों की आप बीती सुन उन्हें थाने लेकर गए परिजनों ने सीतापुर थाने में बेटी को बेचे जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है. अब पुलिस नाबालिक को देहरादून से वापस लाने के प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ह्यूमन ट्रैफिकिंग के पहले भी सामने आ चुके हैं कई मामले</strong><br />छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर और मैनपाट इलाके में पहले भी कई लड़कियों को काम दिलाने के बहाने दिल्ली ले जाकर बचने के मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस और प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं की जागरूकता के चलते इन मामलों में कुछ कमी जरूर आई है. लेकिन अब भी दर्जनों लड़कियों इन इलाकों से गायब है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विनीत पाठक की रिपोर्ट.</strong></p> छत्तीसगढ़ Mumbai: पत्नी का शारीरिक संबंध बनाने से इनकार, गुस्साए पति ने लगा दी आग, गिरफ्तार
‘देहरादून में फंसी हूं, लेने आओ’, एक साल बाद नाबालिग ने घर पर किया फोन, दलालों ने दिल्ली में बेच दिया था
