हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में सीएम सुखविंदर सिंह कि धर्मपत्नी का नाम आ रहा है। देहरा विधानसभा उप चुनाव में पहले कांग्रेसी बुद्धिजीवि वर्ग ने प्रेस कांफ्रेंस कर कमलेश ठाकुर को देहरा से कांग्रेस की टिकट देने की पैरवी की है। आज हुई प्रेस कांफ्रेंस में सीएम सुक्खू के करीबियों में शुमार हिमाचल पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम कांगड़ा के उप क्षेत्रीय प्रबंधक रहे सतीश ठाकुर ने लगभग 25 पंचायतों के प्रबुद्ध लोगों के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। सतीश ठाकुर ने कहा कि यह सही समय है जब हम देहरा का हित सोच सकते हैं। इस बार सीएम सुक्खू अपनी धर्मपत्नी कमलेश को देहरा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारते हैं तो जीत पक्की है। सतीश ठाकुर भी देहरा से टिकट की दौड़ में हैं, लेकिन देहरा हित में सीएम सुक्खू कि धर्मपत्नी को टिकट दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलेश ठाकुर देहरा की बेटी है और सीएम सुक्खू कई बार मंच से अपना देहरा प्रेम जगजाहिर कर चुके हैं। उधर, दूसरी तरफ होशियार सिंह से जनता का मोह भंग हो गया है। जनता यह सवाल पूछ रही है कि आखिर समय से पहले ही इस्तीफा देकर चुनाव करवाने की क्या जरूरत पड़ी। जिस पद से निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दिया, उसी पद पर फिर चुनाव लड़ कर क्या हासिल करना चाहते हैं होशियार सिंह। नलसुहा में सीएम सुक्खू की ससुराल सतीश ठाकुर ने कहा है देहरा तहसील के नलसुहा में सीएम सुक्खू के सुसराल हैं। नादौन विधानसभा क्षेत्र साथ लगती विधानसभा क्षेत्र है। जहां से सीएम सुक्खू विधायक हैं। ऐसे में सुक्खू सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व विधायकों को जनता सबक सिखाने के मूड में है। छह सीटों पर हुए उप चुनाव में चार सीटों पर कांग्रेस पार्टी के विधायक चुन कर आए। जनता का भारी विरोध इन षड़यंत्रकारियों को सहना पड़ा। अब देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ कि जनता का मूड भी इनको सबक सिखाने का है। जनता एक ही सवाल पूछ रही है कि आखिर इस्तीफा दिया क्यों? एक सवाल के जवाब में सतीश ठाकुर ने कहा कि देहरा से डा. राजेश शर्मा पिछली बार चुनावों में कांग्रेस की वेव में जो वोट लेने थे ले लिए। लेकिन अब देहरा हित सर्वोपरि है। देहरा से सीएम सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर विधायक बनती हैं तो देहरा को सीएम मिल जाएगा। जिससे देहरा में जिले जैसे मुद्दे पर काम होगा और विकास भी रफ्तार पकड़ेगा। हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में सीएम सुखविंदर सिंह कि धर्मपत्नी का नाम आ रहा है। देहरा विधानसभा उप चुनाव में पहले कांग्रेसी बुद्धिजीवि वर्ग ने प्रेस कांफ्रेंस कर कमलेश ठाकुर को देहरा से कांग्रेस की टिकट देने की पैरवी की है। आज हुई प्रेस कांफ्रेंस में सीएम सुक्खू के करीबियों में शुमार हिमाचल पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम कांगड़ा के उप क्षेत्रीय प्रबंधक रहे सतीश ठाकुर ने लगभग 25 पंचायतों के प्रबुद्ध लोगों के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। सतीश ठाकुर ने कहा कि यह सही समय है जब हम देहरा का हित सोच सकते हैं। इस बार सीएम सुक्खू अपनी धर्मपत्नी कमलेश को देहरा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारते हैं तो जीत पक्की है। सतीश ठाकुर भी देहरा से टिकट की दौड़ में हैं, लेकिन देहरा हित में सीएम सुक्खू कि धर्मपत्नी को टिकट दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलेश ठाकुर देहरा की बेटी है और सीएम सुक्खू कई बार मंच से अपना देहरा प्रेम जगजाहिर कर चुके हैं। उधर, दूसरी तरफ होशियार सिंह से जनता का मोह भंग हो गया है। जनता यह सवाल पूछ रही है कि आखिर समय से पहले ही इस्तीफा देकर चुनाव करवाने की क्या जरूरत पड़ी। जिस पद से निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दिया, उसी पद पर फिर चुनाव लड़ कर क्या हासिल करना चाहते हैं होशियार सिंह। नलसुहा में सीएम सुक्खू की ससुराल सतीश ठाकुर ने कहा है देहरा तहसील के नलसुहा में सीएम सुक्खू के सुसराल हैं। नादौन विधानसभा क्षेत्र साथ लगती विधानसभा क्षेत्र है। जहां से सीएम सुक्खू विधायक हैं। ऐसे में सुक्खू सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व विधायकों को जनता सबक सिखाने के मूड में है। छह सीटों पर हुए उप चुनाव में चार सीटों पर कांग्रेस पार्टी के विधायक चुन कर आए। जनता का भारी विरोध इन षड़यंत्रकारियों को सहना पड़ा। अब देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ कि जनता का मूड भी इनको सबक सिखाने का है। जनता एक ही सवाल पूछ रही है कि आखिर इस्तीफा दिया क्यों? एक सवाल के जवाब में सतीश ठाकुर ने कहा कि देहरा से डा. राजेश शर्मा पिछली बार चुनावों में कांग्रेस की वेव में जो वोट लेने थे ले लिए। लेकिन अब देहरा हित सर्वोपरि है। देहरा से सीएम सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर विधायक बनती हैं तो देहरा को सीएम मिल जाएगा। जिससे देहरा में जिले जैसे मुद्दे पर काम होगा और विकास भी रफ्तार पकड़ेगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 27 जून को दस्तक दे सकता है मानसून:3 दिन देरी से एंट्री; जून में अब तक नॉर्मल से 57% कम बारिश
हिमाचल में 27 जून को दस्तक दे सकता है मानसून:3 दिन देरी से एंट्री; जून में अब तक नॉर्मल से 57% कम बारिश हिमाचल में मानसून इस बार 3 दिन की देरी से 27 जून तक दस्तक दे सकता है। अमूमन प्रदेश में 22 से 25 जून के बीच मानसून की एंट्री होती है। मगर इस बार अभी प्री-मानसून की बौछारे भी नहीं बरसी। केवल पूर्व क्षेत्रों में ही इसका आंशिक असर देखा गया है। मौसम विभाग की माने तो आज प्रदेश के अधिकांश ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मैदानी इलाकों में आज धूप खिली रहेगी। अगले कल-परसो यानी 25 व 26 जून को प्रदेश के ज्यादा भागों में मौसम साफ रहेगा। इससे तापमान में हल्का उछाल आएगा। 29 जून के लिए बारिश का येलो अलर्ट 27 और 28 जून को प्रदेश के ज्यादातर भागों में मानसून की बारिश का पूर्वानुमान है। 29 जून के लिए येलो अलर्ट दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार मानसून में अच्छी बारिश होगी। हिमाचल में होने वाली बरसात पर न केवल प्रदेशवासियों की बल्कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान तक के किसान की नजरे टिकी हुई है, क्योंकि हिमाचल के पानी से ही इन राज्यों में खेती होती है। बरसात में अच्छी बारिश होने से पानी के स्त्रोत रीचार्ज होते है। जून में अब तक नॉर्मल से 57% कम बारिश हिमाचल में अब तक जून महीने में नॉर्मल से 57 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जून के पहले 24 दिन में 66.7 मिलीमीटर नॉर्मल रैन होती है, लेकिन इस बार 28.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। हमीरपुर में नॉर्मल से 78 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं ऊना व कांगड़ा में 75-75 प्रतिशत, मंडी में 71 प्रतिशत, बिलासपुर में 45 प्रतिशत, चंबा में 55 प्रतिशत, किन्नौर में -69 प्रतिशत, कुल्लू में -51 प्रतिशत, लाहौल स्पीति में -24 प्रतिशत, शिमला में 55 प्रतिशत, सिरमौर में 66 प्रतिशत और सोलन जिला में नॉर्मल से 43 प्रतिशत बादल बरसे है। अगले 72 घंटे तक पहाड़ों पर बढ़ेगा तापमान मानसून की एंट्री से पहले पहाड़ों पर अगले 72 घंटे तक खूब तपिश देखने को मिलेगी। खासकर ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और सोलन जिले के निचले इलाकों में गर्मी पड़ेगी। बीते तीन-चार दिनों के दौरान पहाड़ों पर बारिश के बावजूद ऊना का पारा 40.8 डिग्री सेल्सियस चल रहा है, जो कि नॉर्मल से 3.5 डिग्री ज्यादा है। बिलासपुर का तापमान 39 डिग्री, हमीरपुर का 38.2 डिग्री, भुंतर का 36.6 डिग्री, सुंदरनगर का 36.9 डिग्री, मंडी का 36.6 डिग्री, सियोबाग 35.3 डिग्री, बरठी 37.2 डिग्री, बजौरा 36.2 डिग्री, धौलाकुंआ 36.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है।
सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे बेरोजगार:20 सितंबर को करेंगे सचिवालय मार्च; सीएम को देंगे ज्ञापन, प्रियंका का वादा याद दिलाया
सुक्खू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे बेरोजगार:20 सितंबर को करेंगे सचिवालय मार्च; सीएम को देंगे ज्ञापन, प्रियंका का वादा याद दिलाया हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के नारे वाली सुक्खू सरकार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कर्मचारी , पेंशनरों के बाद अब प्रदेश के बेरोजगार युवाओं ने भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। बुधवार को राजधानी शिमला में हिमाचल प्रदेश बेरोजगार युवा संघ ने आगामी 20 सितंबर को सचिवालय कूच करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि 20 सितम्बर को प्रदेश का बेरोजगार युवा शांतिपूर्ण तरीके से सचिवालय मार्च करेगा और सीएम सुक्खू को अपना मांग पत्र सौंपेगा। बेरोजगार युवा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ऑउटसोर्स का विरोध करती थी। आउटसोर्स के आधार पर भर्तियां ना करने की बात करती थी। लेकिन अब सत्ता में होने के बाद प्रदेश सरकार स्थायी नौकरियों को भी आउटसोर्स करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बीते लगभग दो वर्षों में सरकार 28 से 30 हजार रोजगार देने के दावा कर रही है। लेकिन सरकार ने किसको और कैसे रोजगार दिया है। इसके बारे में सरकार को आंकड़े सार्वजनिक करने चाहिये । उन्होंने कहा कि उन्हें RTI व अन्य सोर्स से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने दो सालों में कमीशन के माध्यम से मात्र 1400 के करीब पद व 10 हजार के करीब आउटसोर्स आधार पर भरे हैं। इसके अलावा वन मित्र एमटीएस वोटर कार्ड गेस्ट टीचर एंटी जैसे पदों को सरकार द्वारा आउटसोर्स या अन्य अस्थाई तरीकों से भरने का प्रयास कर रही है। जो प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है। बेरोजगार युवाओं ने सुक्खू सरकार याद दिलाया प्रियंका गांधी का वादा युवाओं ने हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान सोलन में किया वादा भी सरकार को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि प्रियंका गया गया गांधी ने सोलन में एक साल में एक लाख रोजगार देने का वादा किया था और कांग्रेस ने 5 साल में 5 लाख रोजगार मुहैया करवाने की गारंटी युवाओं को दी थी। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने वादों को पूरा करना चाहिये । दो सालों में लम्बित पड़ी भर्ती प्रक्रियाओं को शुरू करना चाइये। उन्होंने कहा कि युवाओं को कई परीक्षाओं के फॉर्म भरे डेढ़ डेढ़ साल हो गए है लेकिन अभी तक परीक्षा नही हुई है। कैबिनेट द्वारा स्वीकृत सभी पदों को जल्द भरे सरकार युवाओं ने कहा कि दो वर्ष में भरे तथा परीक्षा दो वर्षों में हिमाचल प्रदेश सरकार ने लगभग 6500 पदों को स्वीकृत किया गया है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इसकी भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नही हो पाई है। कैबिनेट ने नायब तहसीलदार 19 पद ,टीजीटी 1200 , जेबीटी 1150 , पटवारी 874 , पुलिस कांस्टेबल 1226, सचिवालय क्लर्क 50 , वन रक्षक 100 , जेओए लाइब्रेरियन 767 , कार्य निरीक्षक पीडब्ल्यूडी तथा कार्य निरीक्षक जल शक्ति विभाग 135 पद, कनिष्ठ अभियंता पीडब्ल्यूडी 40 पद, कनिष्ठ अभियंता आईपीएच 50 पद, शारीरिक शिक्षा शिक्षक 700 पद, तहसील कल्याण अधिकारी आदि के पदों को मंजूरी दी है लेकिन प्रक्रिया शुरू नही कर पाई है। युवाओं ने कहा कि स्वीकृत पदों की भर्ती प्रक्रिया सरकार को जल्द शुरू करनी चाइये। उन्होंने कहा कि यूपीएससी और एसएससी की तरह परीक्षा का एक वर्षीय कैलेंडर जारी किया जाए, ताकि अभ्यर्थी इन कैलेंडर के अनुसार तैयारी कर सकें। परीक्षा में देरी के लिए दीपक सानन कमेटी की बड़ी भूमिका युवाओं ने कहा कि प्रदेश में परीक्षाओं में हो रही देरी में दीपक सानन कमेटी की बड़ी भूमिका है उन्होंने कहा कि सानन कमेटी द्वारा की गई प्रतियोगी परीक्षाओं को ऑनलाइन करने जैसी सिफारिशों की वजह से परीक्षाओं में देरी हो रही है। जिसकी वजह से राज्य चयन आयोग अभी भी सुचारु रूप से नही चल पा रहा है क्योंकि आयोग के पास सानन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के लिए बुनियादी ढांचा नही है। RTI में मिली जानकारी प्रदेश में 60 हजार पद खाली युवाओं ने कहा कि प्रदेश उन्हें RTI व अन्य सोर्स से जानकारी मिली कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी विभागों में लगभग 60000 पद रिक्त हैं जिसमें सचिवालय क्लर्क 50 पद बिजली बोर्ड 9000 पंचायत सचिव 500 और जेओए-आईटी 5000 ,शिक्षक जेबीटी , 4457 पद , टीजीटी 2500, पीजीटी 500 , भाषा शिक्षक 238 पद, एपीआर ओ 300 पद , रेंज वन अधिकारी 76 पद कई पद खाली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खाली चल रहे पदों को तुंरत भरें । 20 सितंबर को सीएम से करेंगे मुलाकात संघ के अध्यक्ष बाल कृष्ण ने बताया कि आगामी 20 सितंबर को बेरोजगार युवा केबिनेट से स्वीकृत पदों को भरने की मांग , नई भर्तियां निकलाने व ऑउट सौर्स को बंद करने इत्यादि मांगों को लेकर सचिवालय कूच करेंगे और सीएम सुक्खू को एक ज्ञापन देंगे। दरअसल आपको बता दें हमीरपुर चयन आयोग में परीक्षाओं में धांधलियों के मामले आने पर प्रदेश सरकार ने चयन आयोग को भंग कर करके भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए सेवा निवृत्त आई एस अधिकारी दीपक सानन कि अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जिसने ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करने जैसी कई सिफारिशें की थी। सरकार ने हमीरपुर चयन आयोग का नाम बदल कर राज्य चयन आयोग कर दिया लेकिन भर्ती प्रक्रिया नही शुरू कर पाई है। जिसके कारण युवाओं में आक्रोश है।
हिमाचल में 2.59 वोटर कल चुनेंगे अपना विधायक:मतदान केंद्रों को आज रवाना होगी पोलिंग पार्टी; बाएं हाथ की बीच वाली उंगली पर लगेगी स्याही
हिमाचल में 2.59 वोटर कल चुनेंगे अपना विधायक:मतदान केंद्रों को आज रवाना होगी पोलिंग पार्टी; बाएं हाथ की बीच वाली उंगली पर लगेगी स्याही हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर कल (10 जुलाई) वोटिंग होगी। इससे पहले 98 मतदान केंद्रों को पोलिंग पार्टियां आज रवाना की जाएगी, जबकि 217 मतदान दल पिछले कल ही भेज दिए थे। इलेक्शन कमीशन के निर्देशानुसार, शाम पांच बजे तक सभी पोलिंग बूथ वोटिंग के लिए तैयार करने को कहा गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनीष गर्ग ने बताया कि चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। तीन सीटों पर हो रहे विधानसभा उप चुनाव के लिए कुल 315 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें 23 पोलिंग बूथ संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि उप चुनाव में कल सुबह सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग चलेगी। इन चुनाव में 2.59 लाख वोटर अपने विधायक चुनेंगे। तर्जनी नहीं बीच वाली उंगली पर लगेगी स्याही मनीष गर्ग ने बताया कि निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक वोटिंग से पहले वोटर्स के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली पर स्याही लगाई जाती है। मगर इस बार उप चुनाव में बाएं हाथ की बीच वाली उंगली में स्याही लगाई जाएगी, क्योंकि प्रदेश में बीते एक जून को संपन्न लोकसभा व छह विधानसभा उपचुनाव के दौरान लगाई गई इंक कई लोगों के अभी तक नहीं मिट पाई है। आज डोर टू डोर चल रहा प्रचार प्रदेश में सोमवार शाम छह बजे ही साइसेंस पीरियड शुरू हो गया है। इसके बाद पब्लिक मीटिंग, रोड शो और झुंडों में प्रचार पर रोक लग गई है। लिहाजा प्रत्याशी और उनके समर्थक आज वन टू वन प्रचार कर सकेंगे। पांच से ज्यादा लोगों को एक साथ प्रचार की इजाजत नहीं होगी। शराब के ठेके भी बंद प्रदेश में तीन सीटों पर उप चुनाव के दृष्टिगत संबंधित क्षेत्रों में साइलेंस पीरियड शुरू होते ही शराब के ठेके और शराब परोसने वाले बीयर-बार, होटल व ढाबे भी बंद हो गए हैं। इलेक्शन कमीशन ने साइलेंस पीरियड के दौरान शराब परोसने व शराब ठेके खुले रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश राज्य के एक्साइज डिपार्टमेंट को दिए हैं। मतगणना वाले दिन भी शराब परोसने वाले प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। कल EVM में कैद होगी किस्मत हिमाचल की नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा सीट पर वोटिंग खत्म होते ही तीनों सीटों पर दावेदारों की किस्मत EVM में कैद हो जाएगी। इनके मतों की गणना 13 जुलाई को होगी।