नवांशहर में नवांशहर-रोपड़ मुख्य मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप के पास एक स्विफ्ट कार और ऑल्टो कार के बीच भीषण टक्कर हो गई। हादसे में एक नाबालिग लड़की की मौत हो गई, जबकि महिला समेत तीन लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, एक आल्टो कार व्यास से नालागढ़, हिमाचल प्रदेश जा रही थी। आल्टो में एक ही परिवार के पांच लोग सवार थे। जब यह कार रोपड रोड पर पेट्रोल पंप के पास पहुंची तो अचानक से एक स्विफ्ट कार आगे आ गई। जिससे दोनों कारों में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कारों के परखच्चे उड़ गए और ऑल्टो कार पलटकर दूर जा गिरी। घायलों को किया गया चंडीगढ़ रेफर हादसे की जानकारी लगते ही सड़क सुरक्षा बल के एएसआई कुलदीप कुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और राहगीरों की मदद से बड़ी मुश्किल से आल्टो कार में सवार लोगों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से बलाचौर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। जहां रंजीत कुमार पुत्र प्रेम कुमार (50), सौरव पुत्र रंजीत कुमार (19), सुमन पत्नी रंजीत कुमार (45), वंदना पुत्री रंजीत कुमार (20) और दिव्या पुत्री सुरजीत कुमार (17) गंभीर रूप से घायल हो गए।इलाज के दौरान दिव्या (17) की मौत हो गई। जिनका शव बलाचौर सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है। गंभीर रुप से घायल रणजीत कुमार, सुमन, वंदना और सौरव को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। उधर, स्विफ्ट कार में सवार लोगों को मामूली चोटें आई और जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। नवांशहर में नवांशहर-रोपड़ मुख्य मार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप के पास एक स्विफ्ट कार और ऑल्टो कार के बीच भीषण टक्कर हो गई। हादसे में एक नाबालिग लड़की की मौत हो गई, जबकि महिला समेत तीन लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, एक आल्टो कार व्यास से नालागढ़, हिमाचल प्रदेश जा रही थी। आल्टो में एक ही परिवार के पांच लोग सवार थे। जब यह कार रोपड रोड पर पेट्रोल पंप के पास पहुंची तो अचानक से एक स्विफ्ट कार आगे आ गई। जिससे दोनों कारों में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कारों के परखच्चे उड़ गए और ऑल्टो कार पलटकर दूर जा गिरी। घायलों को किया गया चंडीगढ़ रेफर हादसे की जानकारी लगते ही सड़क सुरक्षा बल के एएसआई कुलदीप कुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और राहगीरों की मदद से बड़ी मुश्किल से आल्टो कार में सवार लोगों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से बलाचौर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। जहां रंजीत कुमार पुत्र प्रेम कुमार (50), सौरव पुत्र रंजीत कुमार (19), सुमन पत्नी रंजीत कुमार (45), वंदना पुत्री रंजीत कुमार (20) और दिव्या पुत्री सुरजीत कुमार (17) गंभीर रूप से घायल हो गए।इलाज के दौरान दिव्या (17) की मौत हो गई। जिनका शव बलाचौर सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है। गंभीर रुप से घायल रणजीत कुमार, सुमन, वंदना और सौरव को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। उधर, स्विफ्ट कार में सवार लोगों को मामूली चोटें आई और जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर सीमा से पाकिस्तानी हथियार बरामद:गश्त के दौरान BSF को राइफल, चाकू और 2 कारतूस मिले; इलाका सील, तलाशी जारी पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में गश्त के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाकिस्तानी हथियार बरामद किए हैं। बीएसएफ जवानों को यह सफलता तलाशी अभियान के दौरान मिली। अनुमान है कि ये हथियार पाकिस्तानी तस्कर तस्करी के दौरान छोड़ गए होंगे। बीएसएफ ने हथियारों को जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी है। बीएसएफ अधिकारियों द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, यह सफलता अमृतसर के सीमावर्ती गांव सिंघोके से मिली है। बीएसएफ जवान गश्त पर थे। उनके द्वारा कंटीली तार के पार अंतरराष्ट्रीय सीमा तक तलाशी अभियान चलाया गया था। गश्ती दल को सीमा सुरक्षा बाड़बंदी से आगे के इलाके में एक संदिग्ध वस्तु दिखाई दी। जवानों ने तुरंत इलाके की घेराबंदी कर दी। तलाशी के दौरान मिले हथियार सीमा से बीएसएफ ने एक 12 बोर की बंदूक, 02 जिंदा कारतूस और 01 चाइना मेड चाकू बरामद किया है। बरामद कारतूसों पर मेड इन पाकिस्तान लिखा हुआ है। जवानों ने हथियार जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी है। एक सप्ताह में दो घुसपैठिए गिरफ्तार पिछले कुछ दिनों में और 15 अगस्त के नजदीक आते ही सीमा पर संदिग्ध गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। पिछले एक सप्ताह में दो पाकिस्तानी घुसपैठिए गिरफ्तार किए गए हैं। इन दोनों घुसपैठियों को अमृतसर सीमा से ही गिरफ्तार किया गया है।
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दिल्ली कूच के लिए किसानों के हरियाणा में 4 पड़ाव:पहली पंक्ति में किसान नेताओं के मरजीवड़े जत्थे होंगे; दिन में चलेंगे, रात सड़क पर सोएंगे शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच के लिए किसानों ने पूरी तैयारी कर ली है। रविवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसान नेताओं ने इसका खुलासा किया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा है कि 6 दिसंबर को किसान पैदल ही दिल्ली के लिए रवाना होंगे। किसानों का नेतृत्व कर रहे नेता मरजीवड़ों (मरने को तैयार) के जत्थों के तौर पर पहली पंक्ति में चलेंगे। उनके पीछे अन्य किसान आएंगे। जहां रात होगी, किसान वहीं सड़क पर ही डेरा डालेंगे। सुबह होते ही फिर से दिल्ली की ओर चलना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई मंत्रियों और केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान आया है कि अगर किसान पैदल जाते है तो उन्हें कोई प्रॉब्लम नहीं। ऐसे में हम आशा करते हैं कि वे अपने बयानों पर कायम रहेंगे। पंधेर ने कहा कि किसान अपने साथ जरूरी सामान लेकर जाएंगे। पहला पड़ाव जग्गी सिटी अंबाला में डालेंगे। इसके बाद मोहड़ा मंडी, खानपुर जट्टां के और पीपली में किसानों का जत्था पहुंचेगा। सभी किसान रोजाना सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ही चलेंगे। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान
पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया? हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। हिरासत से छोड़े डल्लेवाल की सुरक्षा में किसान तैनात
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लेने के बाद से किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों ने संभाल ली है। फार्मर फोर्स की तरह करीब 70 किसान मोर्चे के दोनों तरफ तैनात हैं। डल्लेवाल के पास किसान 4-4 घंटे की शिफ्ट में पहरा दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि 26 नवंबर को पंजाब पुलिस ने डल्लेवाल को हिरासत में लिया था। तब उनका वजन करीब 86.800 किलोग्राम था। वहां से आने के बाद उनका वजन 4 किलो घट गया है। वह 26 नवंबर से ही मरणव्रत पर हैं। डल्लेवाल के लिए मोर्च पर नई स्टेज बनाई गई है। आज से वह यहीं बैठकर अपना मरणव्रत जारी रखेंगे। स्टेज के आसपास भी किसानों की ड्यूटी लगाई गई है। किसान बोले- डल्लेवाल के पास किसी को नहीं पहुंचने देंगे
किसान नेताओं का कहना है कि सभी किसान सुरक्षा में हैं। जगजीत सिंह डल्लेवाल के पास अब किसी को भी पहुंचने नहीं दिया जाएगा। हमें मारकर या हमारी लाशों को लांघकर ही कोई आगे बढ़ सकता है। वहीं, महिला किसानों का कहना है कि जब डल्लेवाल ने मरणव्रत की घोषणा की थी, तभी महिला किसानों ने भी संघर्ष में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। पहरों में पहले पुरुष ही होते थे, लेकिन सरकार की नाकामयाबी के कारण अब महिलाओं को भी आना पड़ा है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई
एक दिन पहले शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। किसानों ने कहा कि डल्लेवाल को हिरासत में लेना आम आदमी पार्टी सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर करता है। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। रिहा होने के बाद डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी
लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा- मुझे रात खनौरी से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की
ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने, टेस्ट करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरणव्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिसवालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं
लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानी का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है।
अमृतसर पुलिस को ग्रेनेड हमले की सूचना पहले से थी:कांग्रेस नेता ने रिकॉर्डिंग सौंपी, धमकियों के सबूत दिए, नहीं हुई कार्रवाई
अमृतसर पुलिस को ग्रेनेड हमले की सूचना पहले से थी:कांग्रेस नेता ने रिकॉर्डिंग सौंपी, धमकियों के सबूत दिए, नहीं हुई कार्रवाई पंजाब के अमृतसर के जैंतीपुर गांव में बुधवार शाम को हुए ग्रेनेड हमले से करीब 15 दिन पहले कांग्रेस नेता और शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुर ने पुलिस को धमकियां मिलने की शिकायत की थी। उन्हें गैंगस्टर हैप्पी पासिया की ओर से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। शिकायत में कहा गया था कि ये धमकियां पैसे ऐंठने के लिए दी जा रही थीं। नाम न छापने की शर्त पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अमनदीप ने स्थानीय पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी और गैंगस्टर के फोन कॉल की रिकॉर्डिंग भी सौंपी थी। यह जांच का विषय है कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने इस मामले में क्या कार्रवाई की और शिकायत का सही तरीके से पालन किया या नहीं। जिस पर अमृतसर ग्रामीण पुलिस अब चुप है। गैंगस्टरों को पैसे देकर लोग चुप हैं- बिक्रम मजीठिया शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पहले ही अपने सोशल मीडिया पर राज्य सरकार पर निशाना साध चुके हैं। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाया था कि पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है और लोग पुलिस के पास जाने के बजाय गैंगस्टरों को पैसे देकर चुप हैं। इस घटना को जबरन वसूली से भी जोड़ रही है पुलिस अमनदीप के पिता पप्पू जैंतीपुर, जिनकी 2024 में प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हो गई थी, इलाके के बड़े शराब ठेकेदार थे। पप्पू जैंतीपुर को पहले भी धमकियां मिलती रहती थीं। अमनदीप खुद भी शराब के बड़े ठेकेदार हैं। पुलिस अब पुरानी शिकायत के आधार पर इस घटना को जबरन वसूली से जोड़ रही है। राजनीतिक प्रतिक्रिया और पुलिस पर आरोप गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पुलिस की लापरवाही को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि अमनदीप ने जब गैंगस्टर हैप्पी पासिया की धमकियों का सबूत दिया था, तो पुलिस ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया? अब तो इस हमले की जिम्मेदारी खुद हैप्पी पासिया गैंग ने ली है। यह दिखाता है कि पुलिस अपराधियों के साथ मिली हुई है।