चन्द्रदर्शन के 09वीं मोहर्रम ’’शबे-आशूर’’ का जुलूस मुस्लिम समुदाय सोमवार की रात 9 बजे नाजिम साहिब का इमामबाड़ा विक्टोरिया स्ट्रीट चौक से शुरू होगा। यह जुलूस अकबरीगेट होते हुए सआदतगंज में खत्म होगा। भीड़ और सुरक्षा का देखते हुए रूट डायवर्जन किया गया है। यह डायवर्जन 15 और 16 जुलाई को शाम 7 बजे से जुलूस समाप्ति तक लागू रहेगा। किन जगहों पर रहेगा रूट डायवर्जन इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं
जुलूस के समय किसी भी इमरजेंसी में मोबाइल नंबर- 9454405155 पर सम्पर्क किया जा सकता है। वैकल्पिक मार्ग में परेशानी, एंबुलेंस और शव वाहन, फायर सर्विस के लिए इमरजेंसी में तुरंत फोन कर सहायता के कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है। चन्द्रदर्शन के 09वीं मोहर्रम ’’शबे-आशूर’’ का जुलूस मुस्लिम समुदाय सोमवार की रात 9 बजे नाजिम साहिब का इमामबाड़ा विक्टोरिया स्ट्रीट चौक से शुरू होगा। यह जुलूस अकबरीगेट होते हुए सआदतगंज में खत्म होगा। भीड़ और सुरक्षा का देखते हुए रूट डायवर्जन किया गया है। यह डायवर्जन 15 और 16 जुलाई को शाम 7 बजे से जुलूस समाप्ति तक लागू रहेगा। किन जगहों पर रहेगा रूट डायवर्जन इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं
जुलूस के समय किसी भी इमरजेंसी में मोबाइल नंबर- 9454405155 पर सम्पर्क किया जा सकता है। वैकल्पिक मार्ग में परेशानी, एंबुलेंस और शव वाहन, फायर सर्विस के लिए इमरजेंसी में तुरंत फोन कर सहायता के कंट्रोल रूम से संपर्क किया जा सकता है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
देवउठनी एकादशी से रजाई और पश्मीना शॉल ओढ़ेंगे रामलला:डिजाइनर ऊनी वस्त्र दिल्ली में बन रहे; दही देना बंद, सूखे मेवे का लग रहा भोग
देवउठनी एकादशी से रजाई और पश्मीना शॉल ओढ़ेंगे रामलला:डिजाइनर ऊनी वस्त्र दिल्ली में बन रहे; दही देना बंद, सूखे मेवे का लग रहा भोग अयोध्या में रामलला बाल स्वरूप में विराजमान हैं। उनकी सेवा एक बालक की तरह हो रही है। उनके खान-पान से लेकर वस्त्रों का खास ध्यान रखा जाता है। खासकर सर्दियों में प्रभु को ठंड न लग जाए, इसके लिए गर्म कपड़े पहनाए जाते हैं। 22 जनवरी, 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, इसके बाद प्रभु के लिए अपने महल (मंदिर) में यह पहली सर्दी है। ट्रस्ट और पुजारियों ने विचार-विमर्श के बाद मौसम के अनुकूल वस्त्र तय किए हैं। इस सर्दी में रामलला को पश्मीना शॉल ओढ़ाई जाएगी। ऊनी कपड़े दिल्ली में तैयार हो रहे हैं। सोने-चांदी के तारों का काम होने के बाद वस्त्र फ्लाइट से अयोध्या लाए जाएंगे। इन वस्त्रों का रंग और डिजाइन कैसी होगी? ट्रस्ट ने इसे लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है। हालांकि, प्रभु के वस्त्रों का रंग दिन के हिसाब से पहले से तय है। देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है, इसके बाद से ही प्रभु राम को रजाई ओढ़ाई जाएगी। ट्रस्ट ने वस्त्र तैयार करने की जिम्मेदारी डिजाइनर को दी
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद उनके वस्त्र और आभूषण राम मंदिर ट्रस्ट तैयार करवाता है। प्रभु के वस्त्र तैयार करने का जिम्मा मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी को दिया गया था। सूत्रों के अनुसार, रामलला के ऊनी वस्त्र तैयार करने की जिम्मेदारी मनीष को सौंपी गई है। इन वस्त्रों के साथ रामलला को लद्दाख की पश्मीना शॉल ओढ़ाई जाएगी। ऊनी वस्त्र का कपड़ा हिमाचल और उत्तराखंड में तैयार किया जा चुका है, जिसे दिल्ली भेजा गया है। वहां पर खास 10 टेलर राममला के वस्त्र तैयार कर रहे हैं। वहीं पर इनकी कढ़ाई और छपाई का काम होना है। सोने और चांदी के तारों से वस्त्र को जड़ाऊ बनाया जाना है। कारीगर जब इन वस्त्रों को तैयार कर लेंगे, तो इसे फ्लाइट के जरिए अयोध्या तक रामलला के वस्त्र भेजे जाएंगे। ट्रस्ट के मुताबिक, रामलला राम मंदिर में एक राजकुमार के रूप में विराजमान हैं, इसलिए उनके कपड़े भी राजकुमार जैसे ही बनाए जा रहे हैं। वहीं, फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार के लिए चार भाई और हनुमान जी के लिए भी ऊनी वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं। दही देना बंद, खीर-सूखा मेवा का भोग लग रहा
रामलला के अर्चक संतोष कुमार तिवारी ने कहा- देवउठनी एकादशी को सनातन धर्म में बेहद शुभ माना जाता है। अभी भगवान को गर्म जल से स्नान कराया जा रहा है। भोग में दही बंद कर दिया गया है। रबड़ी का भोग लगाया जा रहा है। पर्व के अनुसार रामलला को शुद्ध देसी घी लगाकर रोटी और पूड़ी दी जा रही है। साथ ही, खीर और सूखा मेवा का भोग लग रहा है। पश्मीना ऊन की शॉल ही क्यों ओढ़ाई जाएगी, ये समझिए
लद्दाख का पश्मीना ऊन ओरिजिनल सिल्क है। इसकी खासियत है कि यह कभी पुराना नहीं होता। यह सालों साल एक ही जैसा दिखता है। इसे साफ करने के लिए किसी भी तरह के वाशिंग पाउडर या साबुन का इस्तेमाल नहीं होता। इसे धोने के लिए गर्म पानी में रातभर डुबोकर रख दिया जाता है। इसकी चमक कभी फीकी नहीं पड़ती है। कितनी भी सर्दी हो, इसे धारण करने से शरीर में तुरंत गरमाहट महसूस होने लगती है। ————– यह भी पढ़ें
अयोध्या में रामलला ने भी ओढ़ी रजाई, VIDEO: ब्लोअर की गर्म हवा के साथ गुनगुने जल से कराया स्नान सर्दी की दस्तक के साथ श्रीरामजन्मभूमि पर बाल रूप में विराजमान भगवान रामलला की सेवा एक छोटे से बालक की तरह शुरू हो गई है। रामलला को किसी भी तरह ठंड न लग सके,इसका हर तरह स ध्यान रखा जा रहा है। ब्लोअर की गर्म हवा के साथ उन्हें रात में शयन आरती और भोग के बाद रजाई ओढ़ाई जा रही है। पढ़िए पूरी खबर…
दसूहा में दिनदहाडे़ महिला से एक्टिवा लूटी:बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाश, साइड मारकर गिराया, पीड़िता ने किया विरोध
दसूहा में दिनदहाडे़ महिला से एक्टिवा लूटी:बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाश, साइड मारकर गिराया, पीड़िता ने किया विरोध होशियारपुर के हलका दसूहा में दिनदहाड़े मोटरसाइकिल पर स्वार होकर आए दो बदमाश चंद सेकेंड में महिला की एक्टिवा लूटकर फरार हो गए। सारी घटना दसूहा शहर के बीचों बीच स्थित सोही गैस एजेंसी के पास मार्किट की है। लूट की सारी घटना बजार में दुकानों में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। घटना के बाद पीड़ित महिला दसूहा थाने में शिकायत दर्ज करवाने पहुंची। पीड़ित महिला कर्मजीत कौर पत्नी जतिंदर सिंह गांव पंडोरी आराइयां की रहने वाली है। उसने पुलिस को बताया कि वह किसी काम से जा रही थी कि पीछे से काले रंग की बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने उसे साइड मारकर गिरा दिया और उसकी स्कूटी लूटकर फरार हो गए। महिला के बयान पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सीसीटीवी में कैद हुई वारदात इस लूट का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि जहां पहले से बाइक सवार लुटेरे महिला के आने से पहले उसकी एक्टिवा को रोकने का प्रयास करते हैं। लेकिन जब महिला दूसरी तरफ से अपनी एक्टिवा निकालने की कोशिश करती है तो बदमाश उसकी एक्टिवा के सामने अपनी बाइक लगाकर उसे गिरा देते हैं। बाइक से दूसरा लूटेरा उतरा है और महिला की एक्टिवा लूटकर फरार हो जाता है।
हरियाणा में गिराई जाएगी बिल्डिंगों की चौथी मंजिल:शहरों में स्टिल्ट प्लस के लिए आदेश; खट्टर सरकार की बनाई पॉलिसी रद्द
हरियाणा में गिराई जाएगी बिल्डिंगों की चौथी मंजिल:शहरों में स्टिल्ट प्लस के लिए आदेश; खट्टर सरकार की बनाई पॉलिसी रद्द हरियाणा सरकार ने शहरी क्षेत्रों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला बिल्डिंगों के निर्माण को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने साफ कर दिया है कि चौथी मंजिल बनाने वाले बिल्डरों और भवन मालिकों को अवैध निर्माण ढहाना होगा। भवन को पहले वाली मूल स्थिति में लाना जरूरी होगा। यही नहीं, सरकार ने चौथी मंजिल पर बने निर्माणों को लेकर किसी प्रकार की खरीदफरोख्त पर भी रोक लगा दी है। नगर आयोजन विभाग को ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने पिछले साल की शुरुआत में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला भवनों के निर्माण को मंजूरी की नीति बनाई थी, लेकिन इस पर विवाद होने पर 23 फरवरी 2023 को विभाग के तत्कालीन महानिदेशक टीएल सत्यप्रकाश ने नीति पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में आर्किटेक्ट्स ने ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट (OC) जारी किए, जहां इस प्रतिबंध के लागू होने से पहले चौथी मंजिल के लिए बिल्डिंग प्लान को मंजूरी नहीं दी गई थी। कॉमर्शियल सर्टिफिकेट नहीं होंगे जारी
23 फरवरी 2023 से पहले स्वीकृत भवन योजना के बिना चौथी मंजिल के लिए OC जारी किया गया है। ऐसे निर्माण की मूल स्थिति में बहाली सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी होगी। ऐसे सभी वास्तुकारों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है। साथ ही इमारतों के लिए कोई व्यवसाय प्रमाणपत्र जारी करने पर सरकार ने रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। जहां चौथी मंजिल के लिए भवन योजना को मंजूरी नहीं दी गई है, वहीं यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी व्यवसाय प्रमाणपत्र हरियाणा बिल्डिंग कोड-2017 के नियमों के अनुसार हैं। एक साल बाद भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं
पिछले साल हुए विवाद को निपटाने के लिए सरकार की ओर से हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण विभाग के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव की अगुआई में एक्सपर्ट कमेटी बनाई गई थी, जो स्टिल्ट पार्किंग के साथ 4 फ्लोर की समस्याओं का अध्ययन कर रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है। हालांकि, अभी तक रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जाता है कि कमेटी ने कई शर्तों के साथ नए सेक्टरों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला के निर्माण की सिफारिश की है। OC जारी करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (OC) एक कानूनी दस्तावेज है जो प्रमाणित करता है कि भवन निर्माण अनुमोदित योजना के अनुरूप है और कब्जे के लिए तैयार है। मालिक द्वारा फ्लैट, घर का कानूनी कब्जा अधिभोग प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ही वैध होता है। प्रतिबंध के बावजूद स्टिल्ट प्लस 4 मंजिला भवनों के निर्माण और OC जारी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। भवन मालिकों को सलाह दी गई है कि वे ऐसे सभी अनधिकृत निर्माणों को उनकी मूल स्थिति में बहाल करें और सुनिश्चित करें कि चौथी मंजिल पर उक्त इकाइयों की कोई बिक्री या खरीद उनके द्वारा न की जाए। इसलिए बढ़ी स्टिल्ट प्लस 4 की डिमांड
कई मामलों में स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों का निर्माण सीमित जगह वाले क्षेत्रों में या जहां जमीन की कीमत अधिक है, वहां किया जाता है। स्टिल्ट फ्लोर का उपयोग कर, डेवलपर्स आवासीय या व्यवसायिक उपयोग के लिए मूल्यवान फ्लोर स्पेस का त्याग किए बिना पार्किंग या भंडारण के लिए अतिरिक्त स्थान बना सकते हैं। इसलिए हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में इसकी डिमांड बढ़ी है। ये होता है नुकसान
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्टिल्ट प्लस 4 मंजिलों के निर्माण से आसपास के बुनियादी ढांचे पर असर पड़ सकता है। इससे यातायात में वृद्धि, पार्किंग और जल निकासी संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।