हिसार जिले के नारनौंद उप-मंडल के गांव मोठ रांगडान से माजरा प्याऊ की तरफ जाते समय नहर पर पैदल खेतों में मजदूरी का लिए खेतों जा रही तीन महिलाओं को अज्ञात वाहन चालक ने टक्कर मार दी। तीनों को घायल अवस्था में नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां से डॉक्टर ने एक महिला को मृत घोषित कर दिया और दोनों महिलाओं को हिसार रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही नारनौल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सबको कब्जे में लेकर परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित जानकारी के अनुसार मोठ रांगडान की तीन महिलाएं करीब 37 वर्षीय सुनीता, गुड्डी व पूजा सुबह करीब 8 बजे अपने गांव से मजदूरी का लिए पैदल ही माजरा प्याऊ की तरफ आ रही थी। जब वह सिसाय माइनर के पास पहुंची, तो पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने तीनों को टक्कर मार दी। जिसमें तीनों महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। तीनों घायलों को इलाज के लिए नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लाया गया। डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। हिसार नागरिक अस्पताल रेफर वहीं गुड्डी व पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हिसार के नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। नारनौंद थाना पुलिस ने नारनौंद के नागरिक अस्पताल में पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रथम दृष्टि में हादसे का कारण अत्यधिक कोहरा ही बताया जा रहा है। महिला के शव का हांसी के नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। हिसार जिले के नारनौंद उप-मंडल के गांव मोठ रांगडान से माजरा प्याऊ की तरफ जाते समय नहर पर पैदल खेतों में मजदूरी का लिए खेतों जा रही तीन महिलाओं को अज्ञात वाहन चालक ने टक्कर मार दी। तीनों को घायल अवस्था में नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां से डॉक्टर ने एक महिला को मृत घोषित कर दिया और दोनों महिलाओं को हिसार रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही नारनौल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सबको कब्जे में लेकर परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित जानकारी के अनुसार मोठ रांगडान की तीन महिलाएं करीब 37 वर्षीय सुनीता, गुड्डी व पूजा सुबह करीब 8 बजे अपने गांव से मजदूरी का लिए पैदल ही माजरा प्याऊ की तरफ आ रही थी। जब वह सिसाय माइनर के पास पहुंची, तो पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने तीनों को टक्कर मार दी। जिसमें तीनों महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। तीनों घायलों को इलाज के लिए नारनौंद के नागरिक अस्पताल में लाया गया। डॉक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। हिसार नागरिक अस्पताल रेफर वहीं गुड्डी व पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हिसार के नागरिक अस्पताल में रेफर कर दिया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। नारनौंद थाना पुलिस ने नारनौंद के नागरिक अस्पताल में पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज कर रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रथम दृष्टि में हादसे का कारण अत्यधिक कोहरा ही बताया जा रहा है। महिला के शव का हांसी के नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM सरकारी कोठी खाली कर रहे:मान्यता- इसमें रहने वाला दोबारा नहीं जीतता; दुष्यंत ने टाइम भी पूरा नहीं किया चंडीगढ़ में सरकारी कोठी नंबर-48 अक्सर चर्चा में रहती है। इस बार इसकी चर्चा हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को लेकर है। वह अब तक इसी कोठी में रहे थे, लेकिन अब वह इसे खाली कर पंचकूला में शिफ्ट हो रहे हैं। हालांकि, अभी यह कोठी किसी को अलॉट नहीं हुई है। इस कोठी के साथ एक धारणाएं जुड़ी है। ऐसा माना जाता है कि इस कोठी में रहने वाले मंत्रियों में ज्यादातर अगली दफा विधानसभा तक भी नहीं पहुंचते। अब JJP नेता दुष्यंत चौटाला इस कोठी को 5 साल पूरा होने से पहले ही खाली कर रहे हैं। हालांकि, अब वह मंत्री नहीं हैं, इसलिए खाली करना भी पड़ता। इसके अलावा यहां कोठी नंबर-78 को लेकर भी ऐसी ही धारणाएं बनी। बाद में इस कोठी को IAS अफसरों को ही अलॉट किया जाता रहा है। ये कोठियां भी मंत्रियों की अन्य कोठियों की तरह काफी अच्छी हैं, लेकिन इनके साथ जुड़ी धारणाएं नेगेटिव हैं। समझिए… कोठी नंबर-48 का गणित
चंडीगढ़ में कोठी नंबर-48 सेक्टर-2 में है। यहां हरियाणा कोटे की अन्य कोठियां भी हैं, जिनमें मंत्री रहते हैं। इस कोठी में इनेलो सरकार में चौधरी धीरपाल सिंह रहे थे। वह 1999 से 2005 तक इस कोठी में रहे, लेकिन इसके बाद वह नहीं जीते। इस कोठी में कांग्रेस सरकार बनने पर तब के वित्त मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह रहने लगे, लेकिन वह भी 2009 में हार गए। उन्हें उचाना सीट पर ओमप्रकाश चौटाला ने विधानसभा में हराया। कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में 2009 में यह कोठी मंत्री रणदीप सुरजेवाला को अलॉट हुई। वह जीतकर विधानसभा ताे पहुंचे, लेकिन उनकी सरकार सत्ता से बाहर होने पर वह मंत्री नहीं बन सके और कोठी खाली करनी पड़ी। भाजपा सरकार बनने पर 2014 में यह कोठी तब के वित्त मंत्री कैप्टनअभिमन्यु काे मिली, लेकिन वह भी 2019 में चुनाव हार गए। गठबंधन सरकार बनने पर यह कोठी 2019 में तब के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को मिली, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। गठबंधन टूटने से सरकार से बाहर हो गए। अब वह यहां पांच साल पूरे नहीं कर रहे। वह इस कोठी को पहले ही खाली कर रहे हैं। कोठी नंबर-78 में ये भी रहे, जो अगली बार नहीं जीते
कोठी नंबर-78 में तत्कालीन डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह, सुषमा स्वराज, करतार देवी, बहादुर सिंह, रामबिलास शर्मा, फूलचंद मुलाना रह चुके हैं। ये लोग अगली बार विधानसभा नहीं पहुंचे थे। इनके बाद कृष्णलाल पंवार को भी हार का सामना करना पड़ा। अब यह कोठी अफसरों को दी जा रही है। इसमें अभी मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव रह रहे हैं।
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हरियाणा सीएम का कार्यक्रम अटेंड करना अनिवार्य:न आने वाले कर्मचारियों-अधिकारियों पर गिरेगी गाज, श्रम विभाग के आदेश जारी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कार्यक्रम अटेंड करना अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके लिए श्रम विभाग ने एक पत्र भी जारी किया है। हरियाणा के श्रम आयुक्त के निजी सचिव के नाम से जारी इस पत्र में लिखा है कि श्रम विभाग राज्य स्तरीय श्रमिक जागरूकता एवं सम्मान समारोह 19 जून को जींद की नई अनाज मंडी में आयोजित किया जाएगा। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उपस्थित होंगे। साथ ही पत्र में लिखा है कि इसके सफल आयोजन के लिए श्रम विभाग हरियाणा, हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड व कर्मचारी राज्य बीमा हेल्थकेयर (ESI) हरियाणा में कार्यरत सभी अधिकारी व कर्मचारी (नियमित व अनुबंधित) 19 जून को सुबह 8 बजे जींद की नई अनाज मंडी में होने वाले राज्य स्तरीय श्रमिक जागरूकता एवं सम्मान समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज करें। आदेशों में लिखा कि श्रम विभाग, ईएसआई हेल्थकेयर तथा दोनों बोर्ड में कार्यरत किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जाएगी। अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
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