नारनौल के एक ही गांव से चौथा जवान शहीद:पार्थिव शरीर को देख मां-पत्नी बेहोश हुईं, 5 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे

नारनौल के एक ही गांव से चौथा जवान शहीद:पार्थिव शरीर को देख मां-पत्नी बेहोश हुईं, 5 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे

हरियाणा के नारनौल में सोमवार को CRPF के जवान महावीर पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। 13 साल के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। इससे पहले जब पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो उनकी मां और पत्नी बेसुध हो गईं। 45 वर्षीय महावीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से शहीद हुए थे। वह 5 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। महावीर गांव में शहीद होने वाले चौथे जवान हैं। इससे पहले गांव के 3 जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हो चुके हैं। श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान आया हार्ट अटैक
महावीर सिंह रविवार सुबह श्रीनगर में ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे उन्हें महावीर के शहीद होने की खबर मिली थी। बस स्टैंड से घर तक निकाली रैली
इसके बाद सोमवार को CRPF की टुकड़ी पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव गोद में पहुंची। बस स्टैंड से उनके घर रैली निकाली गई, जिसमें आसपास के गांवों के लोग पहुंचे। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही चीख-पुकार मच गई। इस दौरान मां ने बेटे से लिपटने की कोशिश की। लोगों ने उन्हें संभाला। बाद में बेसुध हो गईं। घर में परिवार वालों के अंतिम दर्शन करने के बाद पार्थिव शरीर को श्मशान घाट लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में नांगल चौधरी से MLA मंजू चौधरी, पूर्व पार्षद विनोद यादव, सरपंच प्रतिनिधि हरिओम यादव औक गहली पुलिस चौकी प्रभारी संजय कुमार भी पहुंचे। 3 बच्चे, एक कॉलेज तो 2 स्कूल में पढ़ रहे
शहीद महावीर के 3 बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी संजना (18) फर्स्ट ईयर. बेटी तमन्ना (16) बारहवीं कक्षा और बेटा पारस (13) नौवीं कक्षा में पढ़ता है। महावीर सिंह की पत्नी ममता गृहिणी हैं। शहीद के एक बड़ा भाई विनोद कुमार हैं, जो सेना में हैं। वह छोटा भाई अशोक कुमार है। शहीद के पिता भी सेना में थे। डेढ़ साल से श्रीनगर में तैनात थे महावीर
महावीर डेढ़ साल से सीआरपीएफ की 25 बटालियन में श्रीनगर में तैनात थे। इससे पहले वह गुजरात के गांधीनगर में तैनात रहे। उन्होंने 2004 में CRPF जॉइन की थी। वह 3 बच्चों के पिता थे। गांव से 3 जवान हो चुके शहीद
गांव के सरपंच हरिओम ने कहा कि गांव के युवाओं में देश की सेवा करने का बहुत जज्बा है। महेंद्रगढ़ जिला में हर गांव में 10 से अधिक सैनिक हैं। शहीद महावीर के गांव से 3 जवान शहीद हो चुके हैं। हरियाणा के नारनौल में सोमवार को CRPF के जवान महावीर पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। 13 साल के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा। इससे पहले जब पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो उनकी मां और पत्नी बेसुध हो गईं। 45 वर्षीय महावीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से शहीद हुए थे। वह 5 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। महावीर गांव में शहीद होने वाले चौथे जवान हैं। इससे पहले गांव के 3 जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हो चुके हैं। श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान आया हार्ट अटैक
महावीर सिंह रविवार सुबह श्रीनगर में ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आ गया। उन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे उन्हें महावीर के शहीद होने की खबर मिली थी। बस स्टैंड से घर तक निकाली रैली
इसके बाद सोमवार को CRPF की टुकड़ी पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव गोद में पहुंची। बस स्टैंड से उनके घर रैली निकाली गई, जिसमें आसपास के गांवों के लोग पहुंचे। पार्थिव शरीर के घर पहुंचते ही चीख-पुकार मच गई। इस दौरान मां ने बेटे से लिपटने की कोशिश की। लोगों ने उन्हें संभाला। बाद में बेसुध हो गईं। घर में परिवार वालों के अंतिम दर्शन करने के बाद पार्थिव शरीर को श्मशान घाट लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में नांगल चौधरी से MLA मंजू चौधरी, पूर्व पार्षद विनोद यादव, सरपंच प्रतिनिधि हरिओम यादव औक गहली पुलिस चौकी प्रभारी संजय कुमार भी पहुंचे। 3 बच्चे, एक कॉलेज तो 2 स्कूल में पढ़ रहे
शहीद महावीर के 3 बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी संजना (18) फर्स्ट ईयर. बेटी तमन्ना (16) बारहवीं कक्षा और बेटा पारस (13) नौवीं कक्षा में पढ़ता है। महावीर सिंह की पत्नी ममता गृहिणी हैं। शहीद के एक बड़ा भाई विनोद कुमार हैं, जो सेना में हैं। वह छोटा भाई अशोक कुमार है। शहीद के पिता भी सेना में थे। डेढ़ साल से श्रीनगर में तैनात थे महावीर
महावीर डेढ़ साल से सीआरपीएफ की 25 बटालियन में श्रीनगर में तैनात थे। इससे पहले वह गुजरात के गांधीनगर में तैनात रहे। उन्होंने 2004 में CRPF जॉइन की थी। वह 3 बच्चों के पिता थे। गांव से 3 जवान हो चुके शहीद
गांव के सरपंच हरिओम ने कहा कि गांव के युवाओं में देश की सेवा करने का बहुत जज्बा है। महेंद्रगढ़ जिला में हर गांव में 10 से अधिक सैनिक हैं। शहीद महावीर के गांव से 3 जवान शहीद हो चुके हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर