नाराज कुमारी सैलजा पर भजनलाल परिवार की सियासत:चंद्रमोहन बोले- हरियाणा की भावी मुख्यमंत्री, कुलदीप बिश्नोई ने कहा- सम्मानित नेता, कांग्रेस अच्छा नहीं कर रही

नाराज कुमारी सैलजा पर भजनलाल परिवार की सियासत:चंद्रमोहन बोले- हरियाणा की भावी मुख्यमंत्री, कुलदीप बिश्नोई ने कहा- सम्मानित नेता, कांग्रेस अच्छा नहीं कर रही

हरियाणा में नाराज कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा पर सियासत शुरू हो गई है। उनकी इस नाराजगी पर पूर्व सीएम भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा के साथ कांग्रेस अच्छा नहीं कर रही। वहीं भजनलाल के बड़े बेटे एवं पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन सैलजा को मुख्यमंत्री का फेस बता चुके हैं अभी कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में हैं तो वहीं चंद्रमोहन बिश्नोई कांग्रेस में हैं। चंद्रमोहन सैलजा गुट से आते हैं। सैलजा कांग्रेस में हुड्‌डा खेमे से नाराज बताई जा रही हैं। 18 सितंबर को कांग्रेस के मैनिफेस्टो लॉन्च कार्यक्रम में भी वह नजर नहीं आई थीं। कुमारी सैलजा इन दिनों दिल्ली में हैं। सैलजा समेत उनकी पूरी टीम ने हरियाणा के चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है। हरियाणा को लेकर कुमारी सैलजा ने 4 दिनों में एक पोस्ट की… अब पढ़िए कुलदीप बिश्नोई और चंद्रमोहन का पूरा बयान… कुलदीप बोले- अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा
हरियाणा BJP के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई ने शुक्रवार को हिसार में कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं, मगर पार्टी में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार होगी। चंद्रमोहन ने सैलजा को बताया भावी सीएम
लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री फेस को लेकर गुटबाजी दिखने लगी थी। कुमारी सैलजा के सिरसा से लोकसभा सांसद बनने के बाद चंद्रमोहन ने उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद चंद्रमोहन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर एक पोस्ट डाली थी। पोस्ट में लिखा था, ‘हरियाणा प्रदेश की भावी मुख्यमंत्री व सिरसा लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद बहन कुमारी सैलजा से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात कर उनको ऐतिहासिक जीत की बधाई दी।’ सैलजा ने 4 दिन में महज 2 पोस्ट की
कुमारी सैलजा की नाराजगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 4 दिन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महज 2 पोस्ट शेयर की हैं। एक पोस्ट कांग्रेस के घोषणा पत्र की है तो दूसरा बिहार की घटना को लेकर है। कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर सैलजा ने महज एक ही पोस्ट शेयर की है। हरियाणा में चुनाव प्रचार चरम पर है ऐसे में कांग्रेस की स्टार प्रचारक की नाराजगी कांग्रेस पर भारी भी पड़ सकती है। साइलेंट सैलजा ने मचाई हुड्‌डा खेमे में खलबली
सैलजा की खामोशी से हुड्‌डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है और हुड्‌डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा अच्छा होल्ड रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा खामोश नजर आ रही हैं और तभी से उन्होंने चुनावी कैंपेन से पूरी तरह दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजह…
1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की पहली वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्‌डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी।
वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ।
दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्‌डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्‌डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्‌डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से लेकर बयानबाजी तक में दोनों खेमों में साफ तौर पर तनातनी देखने को मिली है। हुड्डा-सैलजा में कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान दिखी तनातनी
हरियाणा कांग्रेस में CM फेस को लेकर छिड़ी लड़ाई उस समय भी दिखी थी जब हुड्डा गुट के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ कैंपेन के बराबर सांसद कुमारी सैलजा ने ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ का ऐलान कर दिया था। सैलजा ने सोशल मीडिया पर 27 जुलाई से अपना कैंपेन शुरू करने को लेकर एक पोस्टर शेयर किया था। इससे बवाल मच गया था। क्योंकि इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का फोटो नहीं था। हुड्डा गुट ने इसकी शिकायत कांग्रेस हाईकमान से की थी। इसके बाद सैलजा ने एक और पोस्टर रिलीज किया था, जिसमें हुड्डा और उदयभान के फोटो शामिल किए गए। सैलजा ने अपने पोस्टर में रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दी थी। हरियाणा में नाराज कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा पर सियासत शुरू हो गई है। उनकी इस नाराजगी पर पूर्व सीएम भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा के साथ कांग्रेस अच्छा नहीं कर रही। वहीं भजनलाल के बड़े बेटे एवं पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन सैलजा को मुख्यमंत्री का फेस बता चुके हैं अभी कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में हैं तो वहीं चंद्रमोहन बिश्नोई कांग्रेस में हैं। चंद्रमोहन सैलजा गुट से आते हैं। सैलजा कांग्रेस में हुड्‌डा खेमे से नाराज बताई जा रही हैं। 18 सितंबर को कांग्रेस के मैनिफेस्टो लॉन्च कार्यक्रम में भी वह नजर नहीं आई थीं। कुमारी सैलजा इन दिनों दिल्ली में हैं। सैलजा समेत उनकी पूरी टीम ने हरियाणा के चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है। हरियाणा को लेकर कुमारी सैलजा ने 4 दिनों में एक पोस्ट की… अब पढ़िए कुलदीप बिश्नोई और चंद्रमोहन का पूरा बयान… कुलदीप बोले- अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा
हरियाणा BJP के सीनियर नेता कुलदीप बिश्नोई ने शुक्रवार को हिसार में कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं, मगर पार्टी में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार होगी। चंद्रमोहन ने सैलजा को बताया भावी सीएम
लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री फेस को लेकर गुटबाजी दिखने लगी थी। कुमारी सैलजा के सिरसा से लोकसभा सांसद बनने के बाद चंद्रमोहन ने उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद चंद्रमोहन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर एक पोस्ट डाली थी। पोस्ट में लिखा था, ‘हरियाणा प्रदेश की भावी मुख्यमंत्री व सिरसा लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद बहन कुमारी सैलजा से उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात कर उनको ऐतिहासिक जीत की बधाई दी।’ सैलजा ने 4 दिन में महज 2 पोस्ट की
कुमारी सैलजा की नाराजगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 4 दिन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महज 2 पोस्ट शेयर की हैं। एक पोस्ट कांग्रेस के घोषणा पत्र की है तो दूसरा बिहार की घटना को लेकर है। कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर सैलजा ने महज एक ही पोस्ट शेयर की है। हरियाणा में चुनाव प्रचार चरम पर है ऐसे में कांग्रेस की स्टार प्रचारक की नाराजगी कांग्रेस पर भारी भी पड़ सकती है। साइलेंट सैलजा ने मचाई हुड्‌डा खेमे में खलबली
सैलजा की खामोशी से हुड्‌डा खेमे में खलबली मची हुई है, क्योंकि उनकी चुप्पी का कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है और हुड्‌डा खेमे को सत्ता पाने की चाहत से दूर कर सकता है। बता दें कि कुमारी सैलजा अनुसूचित जाति से आती हैं। वह हरियाणा में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं। हरियाणा में 17 रिजर्व सीटे हैं। इसके अलावा सिरसा और फतेहाबाद की विधानसभा सीटों पर भी सैलजा का प्रभाव है। ऐसे में करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा अच्छा होल्ड रखती हैं। हरियाणा में 12 सितंबर को नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस ने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की थी। तब से ही कुमारी सैलजा खामोश नजर आ रही हैं और तभी से उन्होंने चुनावी कैंपेन से पूरी तरह दूरी बना ली है। सैलजा के नाराज होने की 3 वजह…
1. टिकट वितरण में अनदेखी : कुमारी सैलजा के नाराज होने की पहली वजह टिकट वितरण को माना जा रहा है। सैलजा ने हरियाणा में 30 से 35 सीटें अपने समर्थकों के लिए मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हुड्‌डा समर्थकों को तवज्जो देते हुए 90 में से 72 सीटों पर उनके समर्थकों को टिकट दी।
वहीं, सैलजा खेमे के हाथ केवल 4 सीटें लगीं। कांग्रेस महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद विधानसभा सीट से टिकट दिलाने में भी कामयाब नहीं हो पाईं। 2. जातिगत टिप्पणी : टिकट वितरण के अंतिम दिन नारनौंद में कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ के नामांकन कार्यक्रम में एक समर्थक ने कुमारी सैलजा पर जातिगत टिप्पणी की थी। इस मामले ने तूल पकड़ा और जगह-जगह विरोध भी हुआ।
दलित समाज सैलजा पर की गई टिप्पणी से आहत है। नारनौंद थाने में जस्सी पेटवाड़ समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता पर केस भी दर्ज हुआ है। 3. हुड्‌डा खेमे से तनातनी : हरियाणा कांग्रेस में दो गुट बने हुए हैं। एक गुट हुड्‌डा पिता-पुत्र का है, तो दूसरा गुट SRK से SRB हो गया है। किरण चौधरी भी हुड्‌डा की मनमानी से नाराज होकर भाजपा में चली गई हैं। इसके बाद बीरेंद्र सिंह सैलजा गुट के साथ नजर आने लगे हैं। चुनाव कैंपेन में पोस्टर से लेकर बयानबाजी तक में दोनों खेमों में साफ तौर पर तनातनी देखने को मिली है। हुड्डा-सैलजा में कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान दिखी तनातनी
हरियाणा कांग्रेस में CM फेस को लेकर छिड़ी लड़ाई उस समय भी दिखी थी जब हुड्डा गुट के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ कैंपेन के बराबर सांसद कुमारी सैलजा ने ‘कांग्रेस संदेश यात्रा’ का ऐलान कर दिया था। सैलजा ने सोशल मीडिया पर 27 जुलाई से अपना कैंपेन शुरू करने को लेकर एक पोस्टर शेयर किया था। इससे बवाल मच गया था। क्योंकि इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का फोटो नहीं था। हुड्डा गुट ने इसकी शिकायत कांग्रेस हाईकमान से की थी। इसके बाद सैलजा ने एक और पोस्टर रिलीज किया था, जिसमें हुड्डा और उदयभान के फोटो शामिल किए गए। सैलजा ने अपने पोस्टर में रणदीप सुरजेवाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह दी थी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर