नूंह के साइबर ठगों ने इंजीनियरों को किया फेल:अनपढ़ अंगूठा टेक ठगों ने कई राज्यों के लोगों बनाया शिकार ;15 हुए गिरफ्तार

नूंह के साइबर ठगों ने इंजीनियरों को किया फेल:अनपढ़ अंगूठा टेक ठगों ने कई राज्यों के लोगों बनाया शिकार ;15 हुए गिरफ्तार

हरियाणा के नूंह में साइबर थाना पुलिस ने मेवात के ऐसे 15 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने इंटरनेट की दुनिया में इंजीनियरों को भी फेल कर दिया है। इन आरोपियों ने कर्नाटक, केरल तमिलनाडु के अलावा कई राज्यों में लोगों को इंटरनेट के माध्यम से फर्जी विज्ञापन देकर ठगी का शिकार बनाया है। डीएसपी हेडक्वार्टर हरेंद्र सिंह ने बताया कि इन सभी ठगों की उम्र 30 वर्ष से भी कम है। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें तीन आरोपी अंगूठा टेक है। अन्य आरोपी भी बहुत कम पढ़े लिखे है। उनके पास से मुगलकालीन सिक्के और मोबाइल, सिम कार्ड और फर्जी सोने के सिक्के बरामद किए हैं। आरोपी होटल बुकिंग और सेक्सटॉर्शन के नाम पर ठगी करते थे। ठगों को कखग का ज्ञान नहीं ये साइबर ठग इंटरनेट की दुनिया में इतने माहिर है,जो आपने केवल सुना था ये उस चीज को बेचकर पढ़े लिखे लोगों को चुना लगा चुके है। अशर्फियां शब्द केवल फिल्मों में सुना था। लेकिन मेवात के साइबर ठग इन्हें ऑनलाइन बेचने का काम कर रहे थे। आरोपियों से सोने की तरह दिखने वाले ऐसे 250 प्राचीन सिक्के बरामद किए है। डीएसपी ने बताया कि गफ्फार निवासी बदरपुर ,इरशाद निवासी बिछौर और असलम निवासी घाटा शमशाबाद अनपढ़ है जो कखग भी नहीं जानते हैं। डीएसपी हरेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार और बुधवार को विशेष अभियान के तहत नूंह पुलिस की अलग-अलग टीमों द्वारा इन आरोपियों पर कार्रवाई की गई। इन सभी को नूंह क्षेत्र के गांव पल्ला, सौंख, नई व नूंह होडल रोड दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के नीचे आदि ठिकानों से दबोचा गया है। सभी आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पहचान छुपाकर होटल बुकिंग, सेक्सटॉर्शन, नकली सोने का सिक्का धारक बनकर व ऑनलाइन रैपिडो टैक्सी का विज्ञापन डाल झांसा देकर आमजन से ऑनलाइन पैसे लेकर धोखाधड़ी कर साइबर ठगी करते थे। सेक्सटॉर्शन करते थे आरोपी डीएसपी ने बताया कि आरोपी असल पहचान छुपा कर फर्जी सिम व मोबाइल से लोगों की अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी और सेक्सटॉर्शन कर फर्जी खातों में पैसे डलवा कर लोगों से ठगी करते थे। आरोपियों की पहचान गफ्फार निवासी बदरपुर थाना नगीना, इरशाद निवासी नई थाना बिछौर, असलम निवासी घाटा शमशाबाद थाना फिरोजपुर झिरका, शाबिर निवासी बावला थाना सदर तावडू, मौहम्मद कैफ निवासी पाठखोरी थाना फिरोजपुर झिरका, अजाज निवासी चौकी बांगर नंगला उटाव जिला मथुरा, शाहरुख निवासी सुनारी थाना सदर तावडू, सोहिल निवासी साकरस थाना फिरोजपुर झिरका, राशिद निवासी पचानका थाना हथीन जिला पलवल, शोयब निवास बिसरु थाना बिछौर, अरमान निवासी गुलपाड़ा थाना सिकरी जिला भरतपुर (राजस्थान), अनिस निवासी नहेदा थाना बिछौर एवं मुनफेद निवासी सुनहेड़ा थाना बिछौर के रूप में हुई। दो आरोपी अनपढ़ आरोपियों से प्रथम पूछताछ पर यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी अरमान निवासी गुलपाड़ा उपरोक्त साइबर अपराधियों को साइबर अपराध में प्रयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की फर्जी सिम व फर्जी मोबाइल उपलब्ध करवाता था। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि इनमें से दो आरोपी अनपढ़ थे, जो बड़ी ही चतुराई से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। आरोपियों से मुगलकालीन सिक्के बरामद डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने 15 साइबर ठगों के खिलाफ 12 अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। इनके पास से 20 मोबाइल फोन, 29 फर्जी सिम कार्ड के अतिरिक्त 250 नकली सोने के सिक्के (मुगलकालीन सोने की अशर्फियां) और 1 नकली सोने की ईंट बरामद की है। हरियाणा के नूंह में साइबर थाना पुलिस ने मेवात के ऐसे 15 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने इंटरनेट की दुनिया में इंजीनियरों को भी फेल कर दिया है। इन आरोपियों ने कर्नाटक, केरल तमिलनाडु के अलावा कई राज्यों में लोगों को इंटरनेट के माध्यम से फर्जी विज्ञापन देकर ठगी का शिकार बनाया है। डीएसपी हेडक्वार्टर हरेंद्र सिंह ने बताया कि इन सभी ठगों की उम्र 30 वर्ष से भी कम है। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें तीन आरोपी अंगूठा टेक है। अन्य आरोपी भी बहुत कम पढ़े लिखे है। उनके पास से मुगलकालीन सिक्के और मोबाइल, सिम कार्ड और फर्जी सोने के सिक्के बरामद किए हैं। आरोपी होटल बुकिंग और सेक्सटॉर्शन के नाम पर ठगी करते थे। ठगों को कखग का ज्ञान नहीं ये साइबर ठग इंटरनेट की दुनिया में इतने माहिर है,जो आपने केवल सुना था ये उस चीज को बेचकर पढ़े लिखे लोगों को चुना लगा चुके है। अशर्फियां शब्द केवल फिल्मों में सुना था। लेकिन मेवात के साइबर ठग इन्हें ऑनलाइन बेचने का काम कर रहे थे। आरोपियों से सोने की तरह दिखने वाले ऐसे 250 प्राचीन सिक्के बरामद किए है। डीएसपी ने बताया कि गफ्फार निवासी बदरपुर ,इरशाद निवासी बिछौर और असलम निवासी घाटा शमशाबाद अनपढ़ है जो कखग भी नहीं जानते हैं। डीएसपी हरेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार और बुधवार को विशेष अभियान के तहत नूंह पुलिस की अलग-अलग टीमों द्वारा इन आरोपियों पर कार्रवाई की गई। इन सभी को नूंह क्षेत्र के गांव पल्ला, सौंख, नई व नूंह होडल रोड दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के नीचे आदि ठिकानों से दबोचा गया है। सभी आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से पहचान छुपाकर होटल बुकिंग, सेक्सटॉर्शन, नकली सोने का सिक्का धारक बनकर व ऑनलाइन रैपिडो टैक्सी का विज्ञापन डाल झांसा देकर आमजन से ऑनलाइन पैसे लेकर धोखाधड़ी कर साइबर ठगी करते थे। सेक्सटॉर्शन करते थे आरोपी डीएसपी ने बताया कि आरोपी असल पहचान छुपा कर फर्जी सिम व मोबाइल से लोगों की अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी और सेक्सटॉर्शन कर फर्जी खातों में पैसे डलवा कर लोगों से ठगी करते थे। आरोपियों की पहचान गफ्फार निवासी बदरपुर थाना नगीना, इरशाद निवासी नई थाना बिछौर, असलम निवासी घाटा शमशाबाद थाना फिरोजपुर झिरका, शाबिर निवासी बावला थाना सदर तावडू, मौहम्मद कैफ निवासी पाठखोरी थाना फिरोजपुर झिरका, अजाज निवासी चौकी बांगर नंगला उटाव जिला मथुरा, शाहरुख निवासी सुनारी थाना सदर तावडू, सोहिल निवासी साकरस थाना फिरोजपुर झिरका, राशिद निवासी पचानका थाना हथीन जिला पलवल, शोयब निवास बिसरु थाना बिछौर, अरमान निवासी गुलपाड़ा थाना सिकरी जिला भरतपुर (राजस्थान), अनिस निवासी नहेदा थाना बिछौर एवं मुनफेद निवासी सुनहेड़ा थाना बिछौर के रूप में हुई। दो आरोपी अनपढ़ आरोपियों से प्रथम पूछताछ पर यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी अरमान निवासी गुलपाड़ा उपरोक्त साइबर अपराधियों को साइबर अपराध में प्रयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की फर्जी सिम व फर्जी मोबाइल उपलब्ध करवाता था। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि इनमें से दो आरोपी अनपढ़ थे, जो बड़ी ही चतुराई से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। आरोपियों से मुगलकालीन सिक्के बरामद डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने 15 साइबर ठगों के खिलाफ 12 अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। इनके पास से 20 मोबाइल फोन, 29 फर्जी सिम कार्ड के अतिरिक्त 250 नकली सोने के सिक्के (मुगलकालीन सोने की अशर्फियां) और 1 नकली सोने की ईंट बरामद की है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर