हरियाणा में नूंह जिले के पिनगवां खंड के मोहम्मदपुर तेड़ गांव में ग्रामीणों ने सरपंच पर विकास कार्यों के नाम पर फर्जी तरीके से राशि हड़पने का आरोप लगाया है। आरोप है कि सरपंच द्वारा कई रास्तों को मनरेगा स्कीम के तहत कागजों में बना दिखाकर उनके नाम से पेमेंट निकाल ली, जबकि धरातल पर रास्ते कच्चे हैं। इसके अलावा, स्कूल में भरत, कब्रिस्तान में भरत व चारदीवारी तथा पीआरआई सहित अन्य स्कीमों के तहत राशि को निकाल कर खुर्दबुर्द करने का भी आरोप है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत BDPO और DC से कर जांच की मांग की है। जाफिर ने शिकायत में बताया कि उनके गांव में सरपंच जैद द्वारा कागजों में तो पूरा काम करा दिया गया है, जबकि धरातल पर गांव विकास की बांट जोह रहा है। आरोप है कि सरपंच द्वारा कब्रिस्तान की चारदीवारी, नालियां, गलियां व रास्ते की सफाई में खानापूर्ति कर राशि को मिलीभगत कर निकाला गया। ठेकेदार-अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप शिकायतकर्ता का दावा है कि सरपंच द्वारा सिराज के घर से हसन के घर तक मनरेगा के तहत रास्ते को बना दिखाया गया है, जबकि धरातल पर रास्ता अधूरा है। इसके अलावा इसराइल के घर से रजाक के घर तक, सहाबुद्दीन के घर से भब्बल की दुकान तक, इमरान के घर से नहर तक, पीडब्ल्यूडी रोड से इस्माइल के घर तक, इस्माइल के घर से इस्मल्ली के घर तक रास्ते बने दिखाकर आला अधिकारी व ठेकेदार से मिलीभगत कर पंचायती फंड से राशि निकाल कर हड़प ली गई। सरपंच बोले- आरोप गलत इस बारे में सरपंच जैद का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप गलत हैं, पार्टी बाजी की रंजिश के चलते उनके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। हरियाणा में नूंह जिले के पिनगवां खंड के मोहम्मदपुर तेड़ गांव में ग्रामीणों ने सरपंच पर विकास कार्यों के नाम पर फर्जी तरीके से राशि हड़पने का आरोप लगाया है। आरोप है कि सरपंच द्वारा कई रास्तों को मनरेगा स्कीम के तहत कागजों में बना दिखाकर उनके नाम से पेमेंट निकाल ली, जबकि धरातल पर रास्ते कच्चे हैं। इसके अलावा, स्कूल में भरत, कब्रिस्तान में भरत व चारदीवारी तथा पीआरआई सहित अन्य स्कीमों के तहत राशि को निकाल कर खुर्दबुर्द करने का भी आरोप है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत BDPO और DC से कर जांच की मांग की है। जाफिर ने शिकायत में बताया कि उनके गांव में सरपंच जैद द्वारा कागजों में तो पूरा काम करा दिया गया है, जबकि धरातल पर गांव विकास की बांट जोह रहा है। आरोप है कि सरपंच द्वारा कब्रिस्तान की चारदीवारी, नालियां, गलियां व रास्ते की सफाई में खानापूर्ति कर राशि को मिलीभगत कर निकाला गया। ठेकेदार-अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप शिकायतकर्ता का दावा है कि सरपंच द्वारा सिराज के घर से हसन के घर तक मनरेगा के तहत रास्ते को बना दिखाया गया है, जबकि धरातल पर रास्ता अधूरा है। इसके अलावा इसराइल के घर से रजाक के घर तक, सहाबुद्दीन के घर से भब्बल की दुकान तक, इमरान के घर से नहर तक, पीडब्ल्यूडी रोड से इस्माइल के घर तक, इस्माइल के घर से इस्मल्ली के घर तक रास्ते बने दिखाकर आला अधिकारी व ठेकेदार से मिलीभगत कर पंचायती फंड से राशि निकाल कर हड़प ली गई। सरपंच बोले- आरोप गलत इस बारे में सरपंच जैद का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप गलत हैं, पार्टी बाजी की रंजिश के चलते उनके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला
WFI अध्यक्ष बोले-राजनीति न करे विनेश फोगाट:संजय सिंह ने कहा-नेताओं से मंच साझा न करे; इसी वजह से कुश्ती में सिर्फ 1 मेडल मिला भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह ने हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट के संन्यास के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी है। संजय सिंह ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, ‘अगर विनेश को शुद्ध रूप से कुश्ती खेलनी है तो उन्हें संन्यास के फैसले पर एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। उनसे प्रेरणा लेकर महिला पहलवानों की हमारी नई पीढ़ी आगे बढ़ेगी। जिस हिसाब से वह (विनेश) आजकल राजनीतिक मंच साझा कर रही हैं, ऐसे में अगर उन्हें भविष्य में राजनीति ही करनी है तो फिर उन्हें कुश्ती में राजनीति नहीं करनी चाहिए।’ हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। बोले- आंदोलन के चलते देश को एक मेडल मिला संजय सिंह ने आगे कहा कि विनेश प्रतिस्पर्धात्मक कुश्ती में लौटती हैं तो वह उन्हें पूरा सहयोग करेंगे। 2023 में देश के पहलवानों का आंदोलन WFI को बहुत बड़ी सीख देकर गया है। हम पेरिस ओलिंपिक में भारतीय पहलवानों के 6 मेडल जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन देश विरोधी ताकतों के षड्यंत्र के तहत 18 महीने तक कुश्ती की गतिविधियां ठप कर दी गईं। इस आंदोलन के चलते देश को ओलिंपिक में केवल एक मेडल मिल सका। कहा- कुश्ती में राजनीति घुसी
संजय ने कहा कि मैं कुश्ती और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहता हूं। इसलिए मैं ऐसे किसी भी व्यक्ति का नाम लेना नहीं चाहता, जिसने यह आंदोलन खड़ा किया था। कुश्ती में राजनीति घुसने की वजह से ही पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती का यह हश्र हुआ। उन्होंने हाल ही में जॉर्डन में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में भारत की अंडर-17 महिला कुश्ती टीम के शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि भारतीय महिला कुश्ती बहुत अच्छी स्थिति में है और लगातार आगे जा रही है। WFI में दो-चार संस्थाएं कर रही दख़लंदाजी
संजय सिंह ने कहा कि अगर WFI को स्वतंत्र रूप से अपना काम करने दिया जाए और दो-चार संस्थाएं हमारे काम-काज में दखल देना बंद कर दें, तो हम अगले ओलिंपिक में महिला कुश्ती में देश को चार से पांच पदक दिला सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूएफआई मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में कुश्ती अकादमी खोलने पर विचार कर रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, उज्जैन में कुश्ती की अकादमी खोलने की योजना को लेकर हमारी मुख्यमंत्री से शुरुआती दौर की बातचीत चल रही है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई हुई थी विनेश विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। 17 अगस्त को भारत लौटने पर विनेश फोगाट का जबरदस्त स्वागत किया गया।
रोहतक में ट्रक से तेल और नकदी चोरी:ब्रेक फेल होने पर खड़ा था, ड्राइवर ऊपर सो गया, नीचे से चोर लेकर फरार
रोहतक में ट्रक से तेल और नकदी चोरी:ब्रेक फेल होने पर खड़ा था, ड्राइवर ऊपर सो गया, नीचे से चोर लेकर फरार रोहतक हिसार रोड पर बीती रात खड़े ट्रक के फेल होने के बाद खड़े ट्रक से तेल और नकदी चोरी होने का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई जब चालक ट्रक के ऊपर सो गया। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने नीचे से करीब 200 लीटर तेल और 15 हजार रुपए की नकदी चोरी कर ली। इसका पता चलने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। राजस्थान के जिला बाडमेर निवासी मालाराम ने रोहतक के बहुअकबरपुर पुलिस थाने में चोरी की शिकायत दी है। उसने बताया कि वह ट्रक चलाता है और बतौर ट्रक ड्राइवर नौकरी करता है। जब वह रोहतक-हिसार रोड पर ट्रक को लेकर जा रहा था तो रोहतक के गांव मदीना के पास ट्रक के ब्रेक फैल हो गए। जिसके कारण उसने ट्रक को रोहतक-हिसार रोड पर सर्विस लाइन में ट्रक को खड़ा कर दिया। 200 लीटर तेल और 15 हजार कैश चोरी उसने बताया कि वह ट्रक को सर्विस लाइन में खड़ा करके ट्रक के ऊपर जाकर सो गया। जब उठा तो उसने देखा कि उसके ट्रक के डीजल टैंक के नीचे तेल बिखरा हुआ था। चेक किया तो पाया कि उसके ट्रक की टंकी से करीब 200 लीटर तेल चोरी कर लिया। वहीं उसके केबिन में रखे 15000 रुपए भी चोरी कर लिए। किसी अज्ञात व्यक्ति ने इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
किसान की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी डॉ. शिखा बनीं डीएचओ
किसान की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी डॉ. शिखा बनीं डीएचओ भास्कर न्यूज| यमुनानगर बूड़िया निवासी रमेश सैनी नंबरदार की बेटी डॉ. शिखा सैनी का जिला बागवानी अधिकारी (डीएचओ) के पद पर चयन हुआ है। डॉ. शिखा गोल्ड मेडलिस्ट हैं। किसान परिवार की बेटी हैं। वे जल्द ही जिला कुरुक्षेत्र में कार्यभार संभालेंगी। इनके चयन पर परिवार में खुशी का माहौल है। आसपास के लोग परिवार को बधाई देने के लिए घर पर पहुंच रहे हैं। इनके भाई कर्ण सिंह कृषि विभाग में एग्रीकल्चर डिवेलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। शिखा सैनीने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। इनका परिणाम गत माह जारी हुआ था। उन्होंने इस पद तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। अपनी हर क्लास अव्वल दर्ज में पास की। मेडिकल से 12वीं कक्षा सरस्वती पब्लिक स्कूल जगाधरी से पास की है। इसके बाद बीएससी हॉर्टिकल्चर की डिग्री नवसारी गुजरात से की है। एमएससी की डिग्री पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना से की है। इस समय पीएचडी की डिग्री भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली से कर रही है। शिखा दिल्ली में हैं। फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्होंने इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च में पहले प्रयास में क्वालीफाई करते हुए 5वां रैंक हासिल किया है। जिला बागवानी अधिकारी में चयनित हुई हैं। शिखा के बीएससी हॉर्टिकल्चर में यूनिवर्सिटी में टॉप करने पर दो गोल्ड मेडल देकर वाइस चांसलर ने सम्मानित किया। ये एनईटी का एग्जाम क्वालीफाई कर चुकी हैं। साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। ये दो भाई-बहन हैं। शिखा का कहना है कि बचपन ही लक्ष्य तय किया हुआ था कि प्रशासनिक सेवाओं में जाना है। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने पढ़ाई के दौरान ही अपने लक्ष्य का साधने की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने युवाआंे को संदेश दिया कि सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं है, जिसे अपनाकर सफलता हासिल की जा सके। जॉइनिंग को लेकर बताया कि चयनित होने का लेटर तो मिल गया है। अभी वह पीएचडी कर रहीं है। यह भी जल्द पूरी होने वाली है। फिर भी परमिशन के बाद वे जॉइन करेंगी। उन्हें कुरुक्षेत्र में जॉइन करना है। जिला बागवानी का पद संभालने को उत्साहित हैं। बचपन में देखा सपना कड़ी मेहनत करने के बाद पूरा हुआ है। शिखा सैनी के पिता रमेश सैनी का कहना है कि उनको अपने दोनों बच्चों पर गर्व है। दोनों ने गर्व से उनका सिर ऊंचा कर दिया है। उनके दोनों बच्चों की मेहनत का परिणाम है कि आज वे इस मुकाम पर पहुंचे हैं। शिखा का भाई कर्ण सिंह सैनीकृषि विभाग में एडीओ के पद पर कार्यरत हैं। दोनों भाई-बहन आफिसर हैं। एक घर मंे दो ऑफिसर बने हैं।