नूंह में 31 जुलाई 2023 को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हिंसा में शामिल रहे मुख्य आरोपी सहित 300 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसमें से कई आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है। पुलिस ने गिरफ्तार किए 6 आरोपियों की पहचान फिरोजपुर गांव के रहने वाले नोमान, सद्दाम, साबिर अली, मोहम्मद मुस्तफा, अरबाज और मोहम्मद शाकिर के रूप में हुई है। वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज करने का आरोप इन 6 आरोपियों के बारे में मुख्य आरोपी साकिर, मोहम्मद खान तथा अन्य से हुई पूछताछ में सामने आए थे। जोकि लम्बे समय से पुलिस पकड़ से बाहर थे। सभी पर वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज तथा हिंसा के दौरान की आगजनी की तस्वीर डाल लोगों को उकसाने का आरोप हैं। रिश्तेदारों के घर कर रहे थे निवास घटना की जांच कर रही एसआईटी ने साइबर सेल की मदद से सबूत एकत्र करने के बाद गत वर्ष सितंबर माह में आरोपियों के नाम जोड़ लिए थे। जिसके बाद से आरोपी गांव से फरार होकर राजस्थान के भरतपुर तथा अलवर के गांवों में अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे। आरोपियों ने अपने मोबाइल भी बंद कर रखे थे। अब कुछ दिनों से मोबाइल का इस्तेमाल करना आरंभ किया तो साइबर सेल की टीम ने दबोच लिया। नूंह में 31 जुलाई 2023 को हुई हिंसा मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। हिंसा में शामिल रहे मुख्य आरोपी सहित 300 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जिसमें से कई आरोपियों को जमानत भी मिल चुकी है। पुलिस ने गिरफ्तार किए 6 आरोपियों की पहचान फिरोजपुर गांव के रहने वाले नोमान, सद्दाम, साबिर अली, मोहम्मद मुस्तफा, अरबाज और मोहम्मद शाकिर के रूप में हुई है। वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज करने का आरोप इन 6 आरोपियों के बारे में मुख्य आरोपी साकिर, मोहम्मद खान तथा अन्य से हुई पूछताछ में सामने आए थे। जोकि लम्बे समय से पुलिस पकड़ से बाहर थे। सभी पर वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज तथा हिंसा के दौरान की आगजनी की तस्वीर डाल लोगों को उकसाने का आरोप हैं। रिश्तेदारों के घर कर रहे थे निवास घटना की जांच कर रही एसआईटी ने साइबर सेल की मदद से सबूत एकत्र करने के बाद गत वर्ष सितंबर माह में आरोपियों के नाम जोड़ लिए थे। जिसके बाद से आरोपी गांव से फरार होकर राजस्थान के भरतपुर तथा अलवर के गांवों में अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे। आरोपियों ने अपने मोबाइल भी बंद कर रखे थे। अब कुछ दिनों से मोबाइल का इस्तेमाल करना आरंभ किया तो साइबर सेल की टीम ने दबोच लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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