भाजपा से निष्कासित नूपुर शर्मा ने करीब दो साल बाद अपनी चुप्पी तोड़ी। शनिवार को नूपुर गाजियाबाद की रामप्रस्थ ग्रीन्स सोसाइटी में चल रही भागवत कथा में पहुंचीं। उन्होंने राहुल गांधी के हिंदू हिंसक वाले बयान पर उनका नाम लिए बगैर पलटवार किया। नूपुर ने कहा, हिंदू हिंसक नहीं, बल्कि वो हैं जो हिंदुओं के नरसंहार की बात करते हैं। वो कुछ भी कहें तो वाह-वाह और अगर मैं कुछ कहूं तो सिर तन से जुदा। ऐसा नहीं चलेगा। हमारा देश अपने संविधान से चलेगा। न कि किसी मजहबी या शरिया कानून के हिसाब से चलेगा। नूपुर बोलीं- ये धर्म इकलौता मेरा नहीं
नूपुर शर्मा ने कहा- ये धर्म इकलौता मेरा नहीं है। ये हम सबका है। इसकी रक्षा केवल मैं करूं, इस लायक भगवान ने मुझे समझा भी नहीं है। लेकिन सनातनियों और हिंदुओं के लिए और कोई देश बचा नहीं है, ये सत्य भी हम सबको पता है। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ऊंचे पदों पर बैठे लोग ये कह देते हैं कि हिंदू हिंसक है। मैं दो बात कहूंगी…जो मैंने पिछले दो साल में देखा है। सनातनियों का नरसंहार करने की कोशिश की गई है। फेसबुक-वॉट्सऐप पर कुछ ऐसा लिख दिया, लेकिन ऐसा उल्टा-सीधा नहीं लिखा। अगर हिंदू हिंसक होता तो एक हिंदू सनातनी बेटी को इतने सुरक्षा घेरे में अपनी आजादी गंवाकर जिंदगी नहीं गुजारनी पड़ती। एकजुट हो जाइए, ताकि जो मैंने देखा वो न देखना पड़े
नूपुर शर्मा ने लोगों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा- यहां पर आप लोग भागवत कथा सुनने आते हैं। यहां इस माहौल में मैं और कुछ नहीं कहूंगी। परंतु इतना जरूर कहूंगी कि आप लोग एकत्रित हो जाइए। किसी और घर के सदस्य को वो न देखना पड़े, जो मैंने देख लिया। जब तक मेरी सांस है, मैं आप सभी के घर की बेटी-बेटा कुछ मानिए, मैं उसके लिए खड़ी रहूंगी। अपनी आवाज उठाती रहूंगी।
नूपुर ने किया ट्वीट
नूपुर शर्मा ने भगवदगीता का एक श्लोक ट्वीट किया- धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्। मतलब- जो स्वधर्म (हिंदू) विमुख होकर धर्म का विनाश कर देता है, उस का विनाश धर्म कर देता है। जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। कौन हैं नूपुर शर्मा
नूपुर शर्मा ने जून-2022 में एक TV चैनल की डिबेट के दौरान पैगंबर साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। फिर वो कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं। उन्हें तमाम जगहों से जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। देशभर में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए। कई इस्लामिक देशों ने भी नूपुर शर्मा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। ऐसे में BJP ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। नूपुर के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में मुकदमे भी दर्ज हुए थे। इस प्रकरण के बाद नूपुर सोशल मीडिया और टीवी डिबेट से गायब हो गई थीं। सार्वजनिक जीवन में भी दिखनी भी बंद हो गईं। दो साल बाद फिर नूपुर एक्टिव हुई हैं। राहुल ने कहा था- बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं
एक जुलाई को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान अहिंसा का देश है। यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत। दूसरी तरफ जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा, नफरत, नफरत, नफरत…। आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सच का साथ देना चाहिए। राहुल गांधी के बयान पर पीएम मोदी ने कहा था कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। राहुल ने जवाब दिया कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। यह भी पढ़ें: अहमदाबाद में हिंदू संगठनों ने राहुल के पुतले जलाए:राहुल बोले- मोदी अयोध्या से लड़ना चाहते थे, हार के डर से वाराणसी गए, वहां भी मुश्किल से जीते लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मोदी अयोध्या से लड़ना चाहते थे, हार के डर से वाराणसी गए, वहां भी मुश्किल से जीते। राहुल डेढ़ घंटे के दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे। उनके इस दौरे के दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और उनके पुतले जलाए। कार्यकर्ता संसद में राहुल के कथित हिंदू विरोधी बयान का विरोध कर रहे थे। पढ़ें पूरी खबर… भाजपा से निष्कासित नूपुर शर्मा ने करीब दो साल बाद अपनी चुप्पी तोड़ी। शनिवार को नूपुर गाजियाबाद की रामप्रस्थ ग्रीन्स सोसाइटी में चल रही भागवत कथा में पहुंचीं। उन्होंने राहुल गांधी के हिंदू हिंसक वाले बयान पर उनका नाम लिए बगैर पलटवार किया। नूपुर ने कहा, हिंदू हिंसक नहीं, बल्कि वो हैं जो हिंदुओं के नरसंहार की बात करते हैं। वो कुछ भी कहें तो वाह-वाह और अगर मैं कुछ कहूं तो सिर तन से जुदा। ऐसा नहीं चलेगा। हमारा देश अपने संविधान से चलेगा। न कि किसी मजहबी या शरिया कानून के हिसाब से चलेगा। नूपुर बोलीं- ये धर्म इकलौता मेरा नहीं
नूपुर शर्मा ने कहा- ये धर्म इकलौता मेरा नहीं है। ये हम सबका है। इसकी रक्षा केवल मैं करूं, इस लायक भगवान ने मुझे समझा भी नहीं है। लेकिन सनातनियों और हिंदुओं के लिए और कोई देश बचा नहीं है, ये सत्य भी हम सबको पता है। उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ऊंचे पदों पर बैठे लोग ये कह देते हैं कि हिंदू हिंसक है। मैं दो बात कहूंगी…जो मैंने पिछले दो साल में देखा है। सनातनियों का नरसंहार करने की कोशिश की गई है। फेसबुक-वॉट्सऐप पर कुछ ऐसा लिख दिया, लेकिन ऐसा उल्टा-सीधा नहीं लिखा। अगर हिंदू हिंसक होता तो एक हिंदू सनातनी बेटी को इतने सुरक्षा घेरे में अपनी आजादी गंवाकर जिंदगी नहीं गुजारनी पड़ती। एकजुट हो जाइए, ताकि जो मैंने देखा वो न देखना पड़े
नूपुर शर्मा ने लोगों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा- यहां पर आप लोग भागवत कथा सुनने आते हैं। यहां इस माहौल में मैं और कुछ नहीं कहूंगी। परंतु इतना जरूर कहूंगी कि आप लोग एकत्रित हो जाइए। किसी और घर के सदस्य को वो न देखना पड़े, जो मैंने देख लिया। जब तक मेरी सांस है, मैं आप सभी के घर की बेटी-बेटा कुछ मानिए, मैं उसके लिए खड़ी रहूंगी। अपनी आवाज उठाती रहूंगी।
नूपुर ने किया ट्वीट
नूपुर शर्मा ने भगवदगीता का एक श्लोक ट्वीट किया- धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः।
तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्। मतलब- जो स्वधर्म (हिंदू) विमुख होकर धर्म का विनाश कर देता है, उस का विनाश धर्म कर देता है। जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। कौन हैं नूपुर शर्मा
नूपुर शर्मा ने जून-2022 में एक TV चैनल की डिबेट के दौरान पैगंबर साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। फिर वो कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं। उन्हें तमाम जगहों से जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। देशभर में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए। कई इस्लामिक देशों ने भी नूपुर शर्मा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। ऐसे में BJP ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। नूपुर के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में मुकदमे भी दर्ज हुए थे। इस प्रकरण के बाद नूपुर सोशल मीडिया और टीवी डिबेट से गायब हो गई थीं। सार्वजनिक जीवन में भी दिखनी भी बंद हो गईं। दो साल बाद फिर नूपुर एक्टिव हुई हैं। राहुल ने कहा था- बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं
एक जुलाई को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, हिंदुस्तान अहिंसा का देश है। यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत। दूसरी तरफ जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा, नफरत, नफरत, नफरत…। आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सच का साथ देना चाहिए। राहुल गांधी के बयान पर पीएम मोदी ने कहा था कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। राहुल ने जवाब दिया कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। यह भी पढ़ें: अहमदाबाद में हिंदू संगठनों ने राहुल के पुतले जलाए:राहुल बोले- मोदी अयोध्या से लड़ना चाहते थे, हार के डर से वाराणसी गए, वहां भी मुश्किल से जीते लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मोदी अयोध्या से लड़ना चाहते थे, हार के डर से वाराणसी गए, वहां भी मुश्किल से जीते। राहुल डेढ़ घंटे के दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे। उनके इस दौरे के दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और उनके पुतले जलाए। कार्यकर्ता संसद में राहुल के कथित हिंदू विरोधी बयान का विरोध कर रहे थे। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर