कांगड़ा जिले के नूरपुर में अवैध खनन के खिलाफ मंगलवार को पुलिस और आईटीबीपी ने संयुक्त अभियान चलाया। फतेहपुर थाना क्षेत्र में चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान शाह नहर एक्वाडक्ट के नीचे खनन माफिया द्वारा अवैध रूप से बनाई गई सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में गश्त और फ्लैग मार्च के माध्यम से अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया। टीम ने पूरे इलाके का बारीकी से निरीक्षण किया और खनन माफिया की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जांच की। अधिकारियों का कहना है कि अवैध खनन से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि यह स्थानीय जल स्रोतों और बुनियादी ढांचे के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है। जिला पुलिस नूरपुर ने इस अभियान के दौरान स्थानीय लोगों से अवैध खनन के खिलाफ सहयोग की अपील की है। पुलिस ने कहा कि यदि किसी को भी अवैध खनन गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत प्रशासन या पुलिस को सूचित करें। प्रशासन का मानना है कि जनता के सहयोग से ही इस तरह की अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है। कांगड़ा जिले के नूरपुर में अवैध खनन के खिलाफ मंगलवार को पुलिस और आईटीबीपी ने संयुक्त अभियान चलाया। फतेहपुर थाना क्षेत्र में चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान शाह नहर एक्वाडक्ट के नीचे खनन माफिया द्वारा अवैध रूप से बनाई गई सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में गश्त और फ्लैग मार्च के माध्यम से अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया। टीम ने पूरे इलाके का बारीकी से निरीक्षण किया और खनन माफिया की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जांच की। अधिकारियों का कहना है कि अवैध खनन से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि यह स्थानीय जल स्रोतों और बुनियादी ढांचे के लिए भी गंभीर खतरा बन गया है। जिला पुलिस नूरपुर ने इस अभियान के दौरान स्थानीय लोगों से अवैध खनन के खिलाफ सहयोग की अपील की है। पुलिस ने कहा कि यदि किसी को भी अवैध खनन गतिविधियों की जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत प्रशासन या पुलिस को सूचित करें। प्रशासन का मानना है कि जनता के सहयोग से ही इस तरह की अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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मंडी में माता का गुर बनकर लाखों की ठगी:पूजा-पाठ के नाम पर कई लोगों से रुपए हड़पे, नौकरी लगवाने का दिया झांसा हिमाचल प्रदेश की छोटी काशी मंडी में माता का गुर बनकर एक व्यक्ति द्वारा ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने मंगलवार को SP मंडी साक्षी वर्मा से मामले की शिकायत की। उन्होंने इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। पीड़ित प्रदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि इंद्र नामक व्यक्ति ने अलग-अलग बहाने बनाकर लोगों से लाखों रुपए इकट्ठे किए। अब वापस करने से मना कर रहा है। प्रदीप कुमार ने बताया कि आरोपी ने उनसे भी 1.10 लाख रुपए लिए, जिसमें से केवल 40 हजार रुपए लौटाए हैं। शेष 70 हजार की राशि वापस करने को टाल मटोल कर रहा है। इन लोगों से लिए पैसे पीड़ित ने बताया कि, नेला में डाबे राम से पूजा-पाठ के नाम पर 40 हजार रुपए ठगे। इसी तरह मजवाड़ के राम सिंह से सस्ते सरिये का झांसा देकर 56 हजार रुपए और कोमल चंद से नौकरी दिलाने के नाम पर 10 हजार रुपए हड़प लिए। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों से पूजा-पाठ के नाम पर पैसे लिए गए हैं। बीते साल भी एसपी से शिकायत कर चुके पीड़ितों का कहना है कि वे पिछले साल 23 अक्टूबर को भी एसपी के पास शिकायत कर चुके हैं। उस समय आरोपी ने दो लोगों के पैसे लौटा दिए थे, लेकिन बाकी पीड़ितों के पैसे अभी तक नहीं लौटाए। एसपी साक्षी वर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में माता का गुर बनकर की जा रही इस धोखाधड़ी की शिकायत उनके संज्ञान में है और पुलिस कार्रवाई कर रही है।
हिमाचल पेयजल घोटाले में अफसरों-ठेकेदारों पर FIR की तैयारी:विजिलेंस की SIU कल सरकार को सौंपेगी जांच रिपोर्ट; टेंडर आवंटन में भी गड़बड़ी मिली
हिमाचल पेयजल घोटाले में अफसरों-ठेकेदारों पर FIR की तैयारी:विजिलेंस की SIU कल सरकार को सौंपेगी जांच रिपोर्ट; टेंडर आवंटन में भी गड़बड़ी मिली हिमाचल प्रदेश के ठियोग में पेयजल घोटाले की प्रारंभिक जांच पूरी हो गई है। ASP विजिलेंस नरवीर राठौर की अध्यक्षता में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) ने इसकी जांच के दौरान 123 लोगों के बयान कलमबद्ध किए है। विजिलेंस मुख्यालय में आज इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अगले कल यह रिपोर्ट होम सेक्रेटरी को सौंपी जाएगी। इसके बाद सरकार के निर्देशों पर FIR होगी। पेयजल घोटाले में सरकार ने 2 एक्सिइन समेत 10 जेई को पहले ही सस्पेंड कर रखा है। अब इनकी भूमिका को देखा जा रहा है कि लापरवाही किस-किस अधिकारी के स्तर पर हुई है। जिस भी इंजीनियर की भूमिका मामले में संदिग्ध होगी, उन सब पर FIR होगी। अधिकारियों के साथ साथ पानी की सप्लाई करने वाले 4 ठेकेदारों भी लपेटे में आने वाले है। सूत्र बताते हैं कि ठेकेदारों पर भी FIR होगी। विजिलेंस ने प्रारंभिक जांच में इनके खिलाफ साक्ष्य इकट्ठे कर दिए है। विजिलेंस ने 10 दिन तक की जांच विजिलेंस की SIU ने बीते 10 दिनों के दौरान इस केस से जुड़े इंजीनियर, जल शक्ति विभाग के फील्ड स्टाफ, पानी ढुलाई करने वाले टैंकर-पिकअप मालिक व ड्राइवर के अलावा उन लोगों से भी पूछताछ की है, जिन्हें विभाग ने पानी देने के दावे किए है। टैंडर देने में भी गड़बड़ी इस दौरान लोगों द्वारा दी गई स्टेटमेंट विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान से मेल नहीं खा रहे है। इससे विजिलेंस को बड़े स्तर पर गबन का अंदेशा है। बड़ी बात यह है कि पेयजल सप्लाई के अलावा टैंडर करने में गड़बड़ी हुई है। टैंडर की शर्तों को अनदेखा करके चहेते ठेकेदारों को टैंडर दिए गए। बाइक-होंडा सिटी कार में ढोया पानी बता दें कि ठियोग में जल शक्ति विभाग ने बीते मई-जून महीने में पेयजल सप्लाई के लिए टैंडर किए। दावा किया गया कि इस बार 1.13 करोड़ रुपए का पानी ठियोग क्षेत्र की जनता को टैंकर और पिकअप से पिलाया गया। ठेकेदार ने जब इसके बिल के लिए अप्लाई किया तो बाइक, ऑल्टो के-10, होंडा सिटी, डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर की गाड़ियों के नंबर दिए गए। माकपा नेताओं ने खोली पोली ठियोग के माकपा नेताओं ने इसकी आरटीआई ली तो उसमें घोटाले की पोल खुल गई। इसके बाद पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने एक जनवरी को शिमला में प्रेस कॉफ्रेंस करके इस घोटाले का पर्दाफाश किया। 3 जनवरी को सरकार ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर 10 इंजीनियर को सस्पेंड किया और इसकी जांच विजिलेंस को सौंपी। विजिलेंस ने प्रारंभिक जांच पूरी कर दी है। अब FIR की तैयारी है। जाहिर है कि इससे अधिकारियों के साथ साथ ठेकेदारों की भी मुश्किलें बढ़ने वाली है।
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हिमाचल डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री को बड़ी जिम्मेदारी:जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर ऑब्जर्वर लगाया; मल्लिकार्जुन खड़गे ने जारी किए आदेश अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुकेश अग्निहोत्री को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) लगाया है। मुकेश अग्निहोत्री के साथ पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भी जम्मू कश्मीर का सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है। AICC द्वारा नियुक्त दोनों सीनियर ऑब्जर्वर जम्मू कश्मीर में चुनाव के दौरान हर पहलू पर नजर रखेंगे। इस नियुक्ति के बाद मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। कांग्रेस हाईकमान ने उन पर जो विश्वास जताया है, वह उस पर खरा उतरेंगे। मुकेश ने कहा कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मजबूती देने का काम किया जाएगा। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की सरकार बने, इसके लिए काम किया जाएगा। बता दें कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होना है। इसी तरह हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को जम्मू कश्मीर और हरियाणा के लिए पार्टी हाईकमान ने स्टार प्रचारक भी बनाया है।