हरियाणा के नूंह में जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह नई अनाज मंडी में ही भव्य व शानदार ढंग से मनाया जाएगा। जिसमें प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री संजय सिंह मुख्य अतिथि होंगे। उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि जिला प्रशासन के सभी विभागों ने इस समारोह के आयोजन के संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, और राष्ट्रीय पर्व को जिला स्तर पर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। राष्ट्रीय धुन पर ध्वजारोहण होगा उपायुक्त ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिले के विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा देशभक्ति से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत की अनेकता में एकता की झलक प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को समारोह में मुख्य अतिथि का आगमन प्रात: 9 बजकर 55 मिनट पर होगा। इससे पहले वे शहीदी स्मारक पर जाकर शहीदों को नमन कर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय धुन पर ध्वजारोहण होगा। हरियाणा के नूंह में जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह नई अनाज मंडी में ही भव्य व शानदार ढंग से मनाया जाएगा। जिसमें प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री संजय सिंह मुख्य अतिथि होंगे। उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि जिला प्रशासन के सभी विभागों ने इस समारोह के आयोजन के संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है, और राष्ट्रीय पर्व को जिला स्तर पर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। राष्ट्रीय धुन पर ध्वजारोहण होगा उपायुक्त ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में जिले के विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा देशभक्ति से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत की अनेकता में एकता की झलक प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को समारोह में मुख्य अतिथि का आगमन प्रात: 9 बजकर 55 मिनट पर होगा। इससे पहले वे शहीदी स्मारक पर जाकर शहीदों को नमन कर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय धुन पर ध्वजारोहण होगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेसलर साक्षी मलिक बोलीं- ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की:विनेश-बजरंग के ट्रायल छूट लेने से आंदोलन कमजोर हुआ, करीबियों ने लालच भरा
रेसलर साक्षी मलिक बोलीं- ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की:विनेश-बजरंग के ट्रायल छूट लेने से आंदोलन कमजोर हुआ, करीबियों ने लालच भरा हरियाणा की रेसलर साक्षी मलिक की आत्मकथा ‘विटनेस’ लॉन्च हो गई है। इसमें साक्षी मलिक ने अपने बचपन, रेसलिंग में जाने और पहलवानों के सेक्शुअल हैरेसमेंट को लेकर बात की है। साक्षी ने कहा कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के एशियाई खेलों के ट्रायल्स से छूट लेने से उनके आंदोलन की छवि प्रभावित हुई। उनके फैसले से इंसाफ की लड़ाई स्वार्थ की दिखने लगी। साक्षी ने यह भी दावा किया कि बजरंग और विनेश के करीबियों ने उनके दिमाग में लालच भरा। जिससे उनके प्रदर्शन में भी दरार आने लगी। 2023 के इन एशियाई खेलों में विनेश चोटिल होने की वजह से हिस्सा नहीं ले सकी। साक्षी ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था जबकि बजरंग पूनिया मुकाबला हार गए थे। साक्षी ने यह भी दावा किया कि बचपन में टीचर ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी लेकिन वह किसी को बता नहीं पाई। साक्षी ने विनेश के पेरिस ओलिंपिक से बाहर होने पर कहा कि 100 ग्राम तो क्या 10 ग्राम ज्यादा होने पर भी युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) का नियम परमिशन नहीं देता। मैं उस वक्त वहां नहीं थी लेकिन 100 ग्राम वजन घटाना बहुत मुश्किल होता है। बता दें कि विनेश और बजरंग सितंबर महीने के शुरू में हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। विनेश जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बन गईं हैं। वहीं बजरंग पूनिया को कांग्रेस ने ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वाइस चेयरमैन बनाया है। साक्षी मलिक ने किताब में किए खुलासे 1. बचपन में ट्यूशन टीचर ने छेड़छाड़ की, मैं डरी रहती थी
साक्षी ने कहा- बचपन में ट्यूशन देने वाले शिक्षक ने मुझसे छेड़छाड़ की। मैं इसके बारे में अपने परिवार को नहीं बता सकी क्योंकि मुझे लगा कि यह मेरी गलती थी। मेरे स्कूल के दिनों में ट्यूशन देने वाला टीचर मुझे प्रताड़ित करता। वह मुझे क्लास लेने के लिए बेवक्त अपने घर बुलाता और कभी कभार मुझे छूने की कोशिश करता। मैं ट्यूशन क्लास के लिए जाने के लिए डरी रहती लेकिन मैं अपनी मां को नहीं बता सकी।” 2.रेसलिंग के आगे कुछ नहीं दिखता था
साक्षी ने कहा शुरुआत में धीरे-धीरे जब अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेलने शुरू किए तो मेरी रुचि बढ़नी आरंभ हुई। मेरा रेसलिंग के प्रति बहुत ज्यादा प्यार बढ़ गया था। रेसलिंग के अलावा कुछ नहीं दिखता था। उस समय लक्ष्य निर्धारित किया था कि मुझे भी ओलिंपिक में जाना है और देश के लिए मेडल जीतना है। जब हमारे देश का राष्ट्रीय गान दूसरे देश में बजता है तो उसकी फीलिंग ही बहुत अलग होती है, उसके आगे सब बेकार लगता है। 3. विनेश-बजरंग की तरह मैंने ट्रायल छूट का फैसला नहीं लिया
साक्षी ने कहा- विनेश-बजरंग के साथ भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के सेक्शुअल हैरेसमेंट के खिलाफ आंदोलन किया। यह मामला अब कोर्ट में चल रहा है। WFI के निलंबन के बाद तदर्थ समिति ने कुश्ती का कामकाज देखना शुरू किया। जिसने बजरंग और विनेश को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल्स में छूट दी, लेकिन मैंने अपने साथियों के सुझाव के बावजूद ऐसा नहीं करने का फैसला किया। 4. विनेश-बजरंग ट्रायल छूट की बात करने लगे
साक्षी ने उन लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया, जिन्होंने बजरंग और विनेश को प्रभावित किया। साक्षी ने लिखा “पहले की तरह स्वार्थी सोच फिर से हावी होने लगी। बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया। वे खेलों के लिए ट्रायल्स से छूट लेने की बात करने लगे।” 5. बजरंग-विनेश के फैसले से लोगों ने सोचा, स्वार्थ के लिए विरोध किया
साक्षी ने कहा कि बजरंग और विनेश के ट्रायल्स से छूट लेने का अच्छा असर नहीं पड़ा। इससे हमारे विरोध प्रदर्शन की छवि बुरी तरह प्रभावित हुई। इससे हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए, जिसमें कई समर्थकों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि हम अपने स्वार्थ के लिए यह विरोध कर रहे हैं।’ 6.अब सेक्शुअल हैरेसमेंट करने वाला 100 बार सोचेगा
साक्षी मलिक ने कहा कि इतना हमने जरूर कर दिया कि अगर कोई सेक्शुअल हैरेसमेंट करेगा तो 100 बार सोचेगा कि कहीं ये भी जाकर आंदोलन ना कर दे। हमारी लड़ाई बहन बेटियों के लिए थी। इस चीज को खत्म करने के लिए थी जो स्पोर्ट्स में सेक्शुअल हैरेसमेंट होता है। 7. मुझे वहां जाकर पता लगा, प्रोटेस्ट करने वाले हैं
पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर साक्षी मलिक ने कहा कि प्रोटेस्ट से 3-4 दिन पहले हमारी एक जगह मीटिंग हुई थी। तब मुझे बबीता फोगाट का फोन आया था कि क्या मैं आ रही हूं। मैंने बजरंग को फोन किया तो बजरंग ने कहा कि मैं भी जा रहा हूं, तू भी आ जा। तब हमें पता चला कि हम ऐसे प्रोटेस्ट करने वाले हैं और इसकी परमिशन बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने दिलाई थी। वह चाहते थे कि बृजभूषण हटे और हम में से कोई वहां बैठ जाए। हम लड़कियों को इंसाफ मिलने की बात से खुश थे। आंदोलन का दोनों ने मिलकर लिया था फैसला
साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि साक्षी का व्यवहार सहज है। आंदोलन के लिए डिसाइड करते समय यह मन में जरूर था कि हम बहुत बड़ी लड़ाई में कूद रहे हैं। साक्षी का स्वभाव नर्म है और भावुक भी जल्दी हो जाती है। सच्चाई को अधिक तवज्जो देती हैं। दोनों के यही विचार थे कि जो हमने झेला है, वह आने वाली पीढ़ी और आने वाली बच्चियां उस स्टेज से न गुजरें। साक्षी ने सोशल मीडिया पर भी एक पोस्ट शेयर कर कहा कि इतने मान-सम्मान और देश के लिए इतना किया, उसका फायदा क्या, जब कोई हमारी बात ही नहीं सुन रहा है। साक्षी ने पहलवान आंदोलन पर कहा कि मैंने तय किया है कि चाहे इसके लिए उनका करियर खत्म हो या फिर जॉब छूट जाए। चाहे कुछ भी हो जाए, हम अपनी बहन-बेटियों की लड़ाई जरूर लड़ेंगे। साक्षी मलिक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें हरियाणा की साक्षी मलिक टाइम टॉप 100 लिस्ट में:जहाज में बैठने के लिए रेसलर बनीं; BJP सांसद के खिलाफ आंदोलन किया, कुश्ती छोड़ी अमेरिका की टाइम मैगजीन ने हरियाणा की ओलिंपियन पहलवान साक्षी मलिक को आइकॉन की लिस्ट में प्रभावशाली हस्ती माना है। मैगजीन ने टॉप 100 हस्तियों के नामों की घोषणा की है। मैगजीन में नाम पाने वाली हरियाणा की इकलौती पहलवान साक्षी मलिक है (पूरी खबर पढ़ें)
अमेरिका भेजने के नाम पर 60 लाख की ठगी:अग्रोहा में पिता ने प्लाट बेचा; आरोपियों ने अमेरिका की जगह रूस भेजा
अमेरिका भेजने के नाम पर 60 लाख की ठगी:अग्रोहा में पिता ने प्लाट बेचा; आरोपियों ने अमेरिका की जगह रूस भेजा हिसार के अग्रोहा के लांधड़ी गांव में एक शख्स से विदेश भेजने के नाम पर ठगों ने 60 लाख रुपए ठग लिए। युवक की शिकायत पर करनाल के चार आरोपियों मधुबन निवासी महेंद्र, शिवकुमार निवासी झिमरहेडी संत सिंह भुक्कल निवासी रेहड़ कलां, विशाल कुमार निवासी नजदीक गन्दा नाला मुगल ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपए हड़पने पर थाना अग्रोहा में मामला दर्ज कराया गया है। अजित चौहान ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि काम न मिलने पर बेरोजगारी से परेशान होकर उसने करनाल के मधुबन निवासी महेंद्र जो कि रिश्ते में उसका चाचा लगता है और करनाल कोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करता है। उससे काम के लिए संपर्क किया तो उसके चाचा महेंद्र ने उसकी पहचान करनाल के अधिवक्ता शिव कुमार कादियान, संत सिंह भुक्कल और विशाल कुमार से करवाई । अजित चौहान ने कहा कि चाचा ने मुझसे से कहा कि लोग ये विदेश में पढ़े लिखे बच्चों को नोकरी दिलवाते है। साथ ही वीजा सहित सारा प्रबंध वे खुद ही करते हैं। इसके अलावा देश पहुंचने के बाद ही सारी पेमेंट लेते हैं। जब मैंने विदेश जाने की इच्छा जताई तो आरोपियों ने 60 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए पिता ने प्लाट बेचा
अजित के पिता ने एक प्लाट बेचकर 34 लाख रुपए अक्टूबर 2023 में चाचा महेंद्र सिंह चौहान और उसकी पत्नी रेशमा को दे दिए। इसके बाद 26 लाख बाकी आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने दिसम्बर 2023 में उसे अमेरिका की बजाय रूस भेज दिया गया, जब उसने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे 7 मार्च को दुबई भेज दिया। 17 मार्च को अफ्रीका में भेज दिया और 18 मार्च को एंट्री ना होने की वजह से वापस दिल्ली आना पड़ा।
जींद में युवक के सुसाइड का लाइव VIDEO:मरने से पहले बोला- मैं बीमार हूं; एक बच्चे का पिता, बिहार निवासी
जींद में युवक के सुसाइड का लाइव VIDEO:मरने से पहले बोला- मैं बीमार हूं; एक बच्चे का पिता, बिहार निवासी जींद में युवक ने फेसबुक पर लाइव आकर फांसी लगा ली। मरने से पहले युवक ने कहा कि वह बीमार है, जिसके चले वह सुसाइड कर रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लिए है। युवक के परिजनों को सूचना दे दी है। घटना वीरवार देर रात विश्वकर्मा कालोनी में आरा रोड की है। मृतक की पहचान बिहार के कटिहार के कंधारपाली निवासी संजीव ठाकुर(26) के नाम से हुई है। वह विश्वकर्मा कालोनी में किराये के मकान में डेढ़ साल की बेटी के साथ रहता था। परिवार के अन्य सदस्य बिहार में रहते हैं। चुन्नी से लगाया फंदा संजीव मरने से पहले फेसबुक पर लाइव आया और कहा कि वह बीमार है। इसलिए फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर रहा है। इसके बाद स्टूल पर चढ़कर छत के लोहे के एंगल में चुन्नी को उलझाकर उसे गले में डाल लिया। इसके बाद लटक गया और वह छटपटाने लगा। करीब तीन से चार मिनट में छपटाने के बाद संजीव की मौत हो गई। आसपास के लोगों को पता चला, तो संजीव के घर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी। मामले की जांच कर रही पुलिस पुलिस ने मृतक के शव को फंदे से उतरवाया और नागरिक अस्पताल पहुंचाया। झांझ गेट पुलिस चौकी मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि मृतक परिजनों को सूचना दी गई। उनके आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।