भास्कर न्यूज | जालंधर ट्रैफिक समस्या को लेकर पुलिस द्वारा बनाए गए नो टॉलरेंस जोन सुस्त हो गए, जिनको रिवाइव करने के लिए सिटी पुलिस ने फिर से अभियान शुरू किया है। अभियान पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के निर्देश पर एडीसीपी ट्रैफिक अमनदीप कौर के नेतृत्व में चलाया गया। सीपी ने बताया कि विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य पीएनबी चौक से भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) तक भीड़भाड़ वाले इलाकों से अवांछित ट्रैफिक और वाहनों को हटाना है ताकि आने-जाने वाले लोगों को निकालने में कोई परेशानी न आए। बता दें कि इस रोड पर रेहड़ी व दुकानदारों की गाड़ियों के पार्किंग होने से राहगीरों को परेशानी आती थी और सिविल अस्पताल को आने जाने वाली इमरजेंसी गाड़ियां जाम में फंस जाती थी। इस कारण सड़क को भीड़ से मुक्त करने के लिए अनुचित तरीके से पार्क किए गए वाहनों को हटा दिया। इसी के साथ पुलिस ने लोगों को वार्निंग देते हुए कहा कि वे अपने वाहन सड़क पर गलत तरीके से पार्क न करें। भास्कर न्यूज | जालंधर ट्रैफिक समस्या को लेकर पुलिस द्वारा बनाए गए नो टॉलरेंस जोन सुस्त हो गए, जिनको रिवाइव करने के लिए सिटी पुलिस ने फिर से अभियान शुरू किया है। अभियान पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा के निर्देश पर एडीसीपी ट्रैफिक अमनदीप कौर के नेतृत्व में चलाया गया। सीपी ने बताया कि विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य पीएनबी चौक से भगवान वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक) तक भीड़भाड़ वाले इलाकों से अवांछित ट्रैफिक और वाहनों को हटाना है ताकि आने-जाने वाले लोगों को निकालने में कोई परेशानी न आए। बता दें कि इस रोड पर रेहड़ी व दुकानदारों की गाड़ियों के पार्किंग होने से राहगीरों को परेशानी आती थी और सिविल अस्पताल को आने जाने वाली इमरजेंसी गाड़ियां जाम में फंस जाती थी। इस कारण सड़क को भीड़ से मुक्त करने के लिए अनुचित तरीके से पार्क किए गए वाहनों को हटा दिया। इसी के साथ पुलिस ने लोगों को वार्निंग देते हुए कहा कि वे अपने वाहन सड़क पर गलत तरीके से पार्क न करें। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया
खन्ना के तरुणप्रीत का वर्कर से मंत्री बनने का सफर:केजरीवाल की किताब पढ़कर सियासत में आए, पूर्व सीएम के पोते को हराया विधानसभा क्षेत्र खन्ना से विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध ने एक आम वर्कर के तौर पर आम आदमी पार्टी ज्वाइन की थी। आज उन्हें पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। उनके आम वर्कर से मंत्री बनने तक का सफर मेहनत और संघर्ष से भरपूर रहा। अन्ना हजारे आंदोलन के बाद सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी स्वराज किताब पढ़कर सियासत में आने का मन बनाया था। कान्वेंट स्कूल से प्राइमरी शिक्षा 7 सितंबर 1983 को पिता भूपिंदर सिंह सौंध और माता सुखविंदर कौर के घर में जन्मे तरुणप्रीत सिंह सौंध ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खन्ना के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद राधा वाटिका से 12वीं करने उपरांत सीएनसी डिप्लोमा, इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोर्स, ऑटोकैड कोर्स कर अपने पिता के साथ व्यवसाय में हाथ बंटाया। 2004 में कमलजीत कौर के साथ शादी होने के बाद एक बेटे और एक बेटी के पिता बने। तरुणप्रीत सौंध ने सोप मैन्युफैक्चरिंग मशीन इंडस्ट्री में अपने पिता के साथ हाथ बंटाते हुए देशभर में मशीनें सप्लाई की और एक सफल उद्योगपति के रूप में अपनी पहचान बनाई। कांग्रेस का समर्थक था परिवार किसी समय कांग्रेस पार्टी का समर्थक रहा सौंध परिवार देश में कांग्रेस पार्टी की आम जन विरोधी गतिविधियों और लगातार हो रहे कथित भ्रष्टाचार से आहत था। किसी विभाग में काम होता तो व्यापारियों के साथ अधिकारियों का रूखा रवैया सौंध परिवार को हमेशा से खटकता। मन में आता कि देश के मात्र 2 फीसदी उद्योगपति टैक्स देकर भी सरकारी दरबार में नजरअंदाज किए जाते हैं और आम जनता की सरकार के दरबार में कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। मन के भीतर जारी जंग को 2012 में हुए अन्ना हजारे के आंदोलन से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पनपी आम आदमी पार्टी से एक आशा की किरण दिखाई दी। सौंध ने अरविंद केजरीवाल की लिखी किताब स्वराज को पढ़ा। बड़ी संख्या में किताब स्वराज की लिपियां वितरित भी कीं। 2014 में आम आदमी पार्टी के पहले चुनाव में सौंध ने पार्टी का भरपूर साथ दिया। पार्टी की ओर से लगाई प्रत्येक ड्यूटी को पूरी तनदेही से निभाया। पार्टी में अलग-अलग ओहदे मिले पार्टी के प्रति सच्ची लगन और निष्ठा देखते हुए तरुणप्रीत सिंह सौंध को पार्टी ने पहले ट्रेड ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री विंग का खन्ना प्रधान बनाया। इसके बाद खन्ना के साथ साहनेवाल और समराला का प्रधान, फिर लोकसभा फतेहगढ़ साहिब का प्रधान बनाया गया। 2017 के विधानसभा चुनावों में भी सौंध ने पार्टी के हर आदेश को मानते हुए चुनावों में कड़ी मेहनत की। बेशक उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दी गई थी, लेकिन वे एक ऐसे कार्यकर्ता के रूप में उभरे जिन्होंने पार्टी के अस्तित्व में आने के बाद उस समय पार्टी का झंडा उठाया। जिस समय पार्टी को ऐसे कार्यकर्ताओं की बेहद अधिक जरूरत थी। सौंध के जीवन में उस समय क्रांतिकारी बदलाव आया जब पार्टी ने उनकी अथक मेहनत और नि:स्वार्थ सेवा देखते हुए उन्हें हलका खन्ना इंचार्ज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। सौंध की कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें 2022 के विधानसभा चुनावों में हलका खन्ना से अपना प्रत्याशी घोषित किया। वह नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए रिकार्ड 35620 मतों से विजयी हुए। उन्हें 48.55 फीसद की दर से रिकार्ड 62 हजार 425 वोट मिले। इस चुनाव में उन्होंने पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते एवं पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली की जमानत जब्त कराई। मंत्री बनने के बाद बोले- परिवारवाद हमारी पार्टी में नहीं शपथ ग्रहण करने के बाद बतौर कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध ने जब मीडिया से बात की तो सबसे पहले अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का आभार जताया। उन्होंने कहा कि AAP में परिवारवाद नहीं है। कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा कुछ परिवारों के हाथों में हैं। आप में ऐसा नहीं है। उन्हें पार्टी ने मंत्री बनाकर बहुत मान सम्मान दिया है। वे पार्टी के भरोसे पर खरा उतरेंगे। पूरे पंजाब की भलाई के लिए काम किए जाएंगे।
जालंधर में पुलिस को देख क्रिमिनल ने भगाई कार:खंभे से टकराई गाड़ी, मुठभेड़ के बाद युवक काबू, तीन थानों की टीम पीछे लगी
जालंधर में पुलिस को देख क्रिमिनल ने भगाई कार:खंभे से टकराई गाड़ी, मुठभेड़ के बाद युवक काबू, तीन थानों की टीम पीछे लगी जालंधर में आज सुबह पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ से जमशेर खास एरिया में सनसनी का माहौल बन गया। हालांकि सारे मामले को लेकर पुलिस चुप्पी साधे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, मामले में थाना सदर की पुलिस ने क्राइम सीन से एक युवक को हिरासत में लिया है। घटना में क्राइम सीन गोलियां भी चलाई गई। लोगों के अनुसार, पहले गोली आरोपी द्वारा चलाई गई, दूसरी गोली पुलिस ने चलाई। घटना में कोई भी जख्मी नहीं हुआ है। प्रत्यक्षदर्शी बोले- आरोपी कार बिजली की खंभे से टकराई प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जालंधर कैंट के गांव कूक्कड़ पिंड का एक युवक था। जिसके पीछे पिछले काफी समय से पुलिस पड़ी हुई थी। कुक्कड़ पिंड के पास ही पुलिस और उक्त युवक के बीच विवाद हुआ था, मगर आरोपी युवक उस वक्त फरार होने में कामयाब हो गया था। आज यानी मंगलवार को सुबह युवक टाटा की हैरियर गाड़ी में जमशेर खास के पास आया था। क्राइम सीन पर बिखरे मिले खोल पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस उक्त आरोपी के पीछे लगी हुई थी। जब आरोपी ने पुलिस को देखा तो वह अपनी गाड़ी भगाने लगा। इस दौरान उसकी गाड़ी अनियंत्रित होकर पहले एक पेड़ से टकराई और फिर बिजली के खंभे से। थाना सदर सहित करीब तीन थानों की पुलिस आरोपी के पीछे लगी हुई थी। पुलिस ने घेरा बनाकर आरोपी को किसी तरह पकड़ा। इस दौरान फायरिंग भी हुई। घटना स्थल पर गोलियों के खोल भी मौके पर बिखरे नजर आए थे।
पंजाब में 4 जिलों की 8 पंचायत में दोबारा चुनाव:इलेक्शन कमीशन ने DC की रिपोर्ट के बाद लिया फैसला, जल्द घोषित होगी तारीख
पंजाब में 4 जिलों की 8 पंचायत में दोबारा चुनाव:इलेक्शन कमीशन ने DC की रिपोर्ट के बाद लिया फैसला, जल्द घोषित होगी तारीख पंजाब में मंगलवार को पंचायत चुनाव के दौरान कई जगह हिंसा, बूथ कैप्चरिंग व अन्य खामियां सामने आई थीं। जिलों के डिप्टी कमिश्नर (DC) से मिली रिपोर्ट के बाद इलेक्शन कमीशन ने 4 जिलों की 8 पंचायतों में पंचायतों के चुनाव दोबारा करवाने का फैसला लिया है। हालांकि दोबारा चुनाव कब होगा, इसकी तारीख घोषित नहीं की गई है। इस बारे भी जल्दी ही फैसला लिया जाएगा। जहां पर दोबारा चुनाव है, उनमें मानसा, फिरोजपुर, मोगा और पटियाला जिले की 8 पंचायतें शामिल हैं। यहां पर होंगे दोबारा चुनाव इलेक्शन कमीशन से मिली जानकारी के मुताबिक जिला मानसा की पंचायत मानसा खुर्द में सरपंच और 5 पदों को चुनाव दोबारा होगा। इसी तरह फिरोजपुर की गांव लोहके खुर्द में पंचायत का चुनाव दोबारा होगा। जिला मोगा की पंचायत कोटला मेहर सिंह वाला के पोलिंग बूथ नंबर 118 और 119 में दोबारा मतदान के आदेश दिए गए हैं। जिला पटियाला के गांव खुड्डा ब्लॉक (संगरूर), गांव पंचायत खेती राजू ब्लॉक भुनेरहेरी और गांव पंचायत करीम नगर में दोबारा चुनाव करवाने का फैसला लिया गया है। वोटरों को मतदान में आई थी दिक्कत इसी तरह निर्वाचन आयोग ने आदेश दिया है कि गांव पंचायत लखमीर के उत्तर, ब्लॉक मदमोट जिला फिरोजपुर का चुनाव रद्द होगा। क्योंकि वोटरों को मतदान करने में दिक्कत आई थी। उम्मीदवारों की मौत के चलते दोबारा होगा चुनाव इसके अलावा कमीशन ने उम्मीदवारों के मृत्यु की वजह से दो पंचायतों का चुनाव स्थगित कर दिया गया है। इनमें गांव पंचायत लंगोमहल ब्लॉक रामदास और ग्रांम पंचायत कल्लू सोहल ब्लॉक काहनुवान शामिल है। 13937 पंचायतें है राज्य में राज्य में कुल 13,937 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें 3798 सरपंच पहले ही निर्विरोध चुने गए थे। वहीं, 48861 पंच भी बिना मतदान के घोषित हो चुके हैं। इसके अलावा 25588 सरपंच पद और 80598 पंच पद के लिए मतदान हुआ था। चुनाव बैलेट पेपर के माध्यम से हुआ था।