ठंड के मौसम में स्पॉन्डिलाइटिस और अर्थराइटिस के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे मरीजों को सतर्क रहने की जरूरत है। खास तौर पर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को यह बीमारी ज्यादा परेशान कर सकती है। ये कहना है डॉ. सुनीत कुमार मिश्रा का। डॉ. सुनीत कहते हैं कि ऐसे मरीजों का आयुर्वेद से सटीक इलाज हो सकता है। नियमित दवाओं के सेवन से ठंड में किसी भी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। कैंपस@ सीरीज के 75वें एपिसोड में KGMU में आयुष के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनीत कुमार मिश्रा से बातचीत… ठंड के मौसम में स्पॉन्डिलाइटिस और अर्थराइटिस के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे मरीजों को सतर्क रहने की जरूरत है। खास तौर पर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को यह बीमारी ज्यादा परेशान कर सकती है। ये कहना है डॉ. सुनीत कुमार मिश्रा का। डॉ. सुनीत कहते हैं कि ऐसे मरीजों का आयुर्वेद से सटीक इलाज हो सकता है। नियमित दवाओं के सेवन से ठंड में किसी भी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। कैंपस@ सीरीज के 75वें एपिसोड में KGMU में आयुष के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनीत कुमार मिश्रा से बातचीत… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP सरकार गिराने की रणनीति बना रही कांग्रेस:हुड्डा ने चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग की; सांसद सैलजा गैरहाजिर रहीं
हरियाणा में BJP सरकार गिराने की रणनीति बना रही कांग्रेस:हुड्डा ने चंडीगढ़ में विधायक दल की मीटिंग की; सांसद सैलजा गैरहाजिर रहीं लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा में विधानसभा के समीकरण बदल गए हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार दावा कर रहे हैं कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसी को लेकर चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग की गई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की। इस बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाई गई। वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार को अल्पमत में होने का दावा कर उसे बर्खास्त करने का दबाव बनाने के बारे में भी चर्चा की गई। कांग्रेस विधायक विधानसभा भंग करने के लिए राज्यपाल से मिलने का समय मांग सकते हैं। समय न मिलने की स्थिति में जिला मुख्यालयों पर आंदोलन संभव है। मंगलवार को पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीटिंग में हुए फैसले की जानकारी देंगे। सबसे अहम बात यह है कि इस मीटिंग में कांग्रेस के 4 नवनिर्वाचित सांसद भी पहुंचे हैं। इनमें रोहतक से सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अंबाला से वरुण चौधरी, हिसार से जेपी और सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी बैठक में शामिल हुए हैं। ये चारों सांसद हुड्डा गुट के बताए जा रहे हैं। वहीं सिरसा से SRK गुट की कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा इस मीटिंग में नहीं पहुंची हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उप चुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा ने गठबंधन तोड़ दिया। इसके बाद जजपा 10 विधायकों के साथ सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर को सीएम कुर्सी छोड़नी पड़ी। नायब सैनी सीएम बन गए। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद भाजपा सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन से और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।
भरमौर में नदी में गिरा युवक:मौत, पैर फिसलने के कारण हुआ हादसा, सड़क बनाने का काम करने था आया
भरमौर में नदी में गिरा युवक:मौत, पैर फिसलने के कारण हुआ हादसा, सड़क बनाने का काम करने था आया पठानकोट भरमौर नेशनल हाईवे पर दुर्गेठी के पास धाई देवी में एक व्यक्ति की रावी नदी गिरने से मौत हो गई। मृतक व्यक्ति झारखंड निवासी बताया गया है। जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान चीनू सरैन निवासी गांव ततैरिया डाकघर डमरुहाट तहसील गोंडा झारखंड के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक उक्त व्यक्ति यहां पर सड़क निर्माण कार्य में लगा था। मृतक व्यक्ति अपने साथियों सहित पिछले कल काम खत्म होने के बाद अपने क्वार्टर की तरफ जा रहे थे कि अचानक पैर स्लिप होने के कारण सड़क से रावी नदी में जा गिरा। लेकिन इसकी उसके साथियों को कोई भी भनक नहीं लगी। उसके साथियों ने जब कमरे में जाकर देखा तो साथी के वहां न होने पर उन्होंने उसे जगह-जगह तलाश किया लेकिन उसका पता नहीं चला। दोपहर बाद को स्थानीय लोगों ने देखा कि एक व्यक्ति रावी नदी के किनारे गिरा हुआ था। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व अग्निशमन विभाग को दी। अग्निशमन विभाग की टीम बलिराम की अगुवाई में शव को घटना स्थल से बाहर निकाला। पुलिस में सूचना देने के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए शव नागरिक अस्पताल भरमौर रख दिया है जहां सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
लुधियाना में बेकाबू ट्रक ने तोड़े बिजली के खंभे:फर्नीचर के शोरुम में घुसा, चालक गंभीर घायल, कई इलाकों में बिजली गायब
लुधियाना में बेकाबू ट्रक ने तोड़े बिजली के खंभे:फर्नीचर के शोरुम में घुसा, चालक गंभीर घायल, कई इलाकों में बिजली गायब लुधियाना में बीती रात करीब 12 बजे तेज रफ्तार ट्रक चालक ने बिजली के खंभे तोड़ दिए। ट्रक का संतुलन बिगड़ने के कारण ट्रक एक फर्नीचर के शोरुम में जा घुसा। ड्राइवर के चिखने चिल्लाने की आवाज सुनकर राहगीरों ने उसे घायल अवस्था में ट्रक के कैबिन से बाहर निकाला और प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया। कई इलाकों की बिजली गुल ट्रक बेहद क्षतिग्रस्त हालत में है। बिजली के खंबे गिरने के कारण विकास नगर सहित कई इलाकों में बिजली देर रात से गुल है। कुछ इलाकों में बिजली शुरू हो गई, लेकिन अभी भी कुछ इलाकों में बिजली सप्लाई बंद है। 200 मीटर तक तोड़े खंभे पूर्व पार्षद तनवीर सिंह धालीवाल ने बताया कि रात 12 बजे के बाद तेज रफ्तार ट्रक बेकाबू हो गया। उसके चालक ने शराब पी हुई थी। करीब 200 मीटर तक बिना रुके वह खंभे तोड़ता हुआ आया और एक फर्नीचर के शोरुम में घुस गया। शोरुम में घुसने से फर्नीचर मालिक को काफी नुकसान हो गया। हादसे के बाद इलाके की बिजली गुल हो गई। कुछ इलाकों में दूसरे बिजली घर से सप्लाई दी गई। कई इलाकों में अभी राहत कार्य जारी है। ड्राइवर की हालत गंभीर होने के कारण अभी उसकी कोई पहचान नहीं हो पाई। पुलिस चौकी शहीद भगत सिंह ने ट्रक को कब्जे में लिया है। उधर, पुलिस मुताबिक अभी किसी की कोई शिकायत नहीं मिली। ड्राइवर की जल्द पहचान कर ली जाएगी।