यूट्यूबर एल्विश यादव व उसके साथियों का मोबाइल डेटा रिकवर किया जाएगा। इसके लिए नोएडा पुलिस ने गाजियाबाद स्थित निवाड़ी लैब प्रबंधन को लेटर भेजा है। निवाड़ी लैबोरेटरी के संयुक्त निदेशक को भेजे गए पत्र में नोएडा पुलिस ने केस को हाई प्रोफाइल बताते हुए 7 दिन के भीतर मोबाइल की डाटा रिकवरी की रिपोर्ट मांगी है। पुलिस को आशंका है कि एल्विश और उसके साथियों के मोबाइल में सांपों की तस्करी और रेव पार्टी से संबंधित कई अहम डेटा है। पढ़िए पूरी खबर इटावा में हत्या के मामले में पांच को सजा:पिता पुत्र सहित पांच दोषियों को आजीवन कारावास, 50,50 हजार का जुर्माना इटावा में हत्या के मामले में पिता पुत्र सहित पांच दोषियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर आठ विनीता विमल ने सभी पर 50,50 हजार रूपये का जुर्माना लगाया है। 12 साल पूर्व युवक की गोली मारकर की गई हत्या की गई थी। इसी के साथ जुर्माना न अदा करने पर अतिरिक्त कारावास भोगना पड़ेगी। पढ़िए पूरी खबर आगरा में रालोद के पूर्व प्रवक्ता पर मुकदमा; महिला साहित्यकार ने लगाए थे अभद्रता और धमकाने के आरोप आगरा में रालोद के पूर्व प्रवक्ता और कवि पवन आगरी पर महिला साहित्यकार से अभद्रता के आरोप में मुकदमा दर्ज हो गया है। महिला साहित्यकार ने थाना छत्ता में तहरीर दी थी। महिला साहित्यकार ने राष्ट्रीय महिला आयोग में भी शिकायत की है। पढ़िए पूरी खबर यूट्यूबर एल्विश यादव व उसके साथियों का मोबाइल डेटा रिकवर किया जाएगा। इसके लिए नोएडा पुलिस ने गाजियाबाद स्थित निवाड़ी लैब प्रबंधन को लेटर भेजा है। निवाड़ी लैबोरेटरी के संयुक्त निदेशक को भेजे गए पत्र में नोएडा पुलिस ने केस को हाई प्रोफाइल बताते हुए 7 दिन के भीतर मोबाइल की डाटा रिकवरी की रिपोर्ट मांगी है। पुलिस को आशंका है कि एल्विश और उसके साथियों के मोबाइल में सांपों की तस्करी और रेव पार्टी से संबंधित कई अहम डेटा है। पढ़िए पूरी खबर इटावा में हत्या के मामले में पांच को सजा:पिता पुत्र सहित पांच दोषियों को आजीवन कारावास, 50,50 हजार का जुर्माना इटावा में हत्या के मामले में पिता पुत्र सहित पांच दोषियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर आठ विनीता विमल ने सभी पर 50,50 हजार रूपये का जुर्माना लगाया है। 12 साल पूर्व युवक की गोली मारकर की गई हत्या की गई थी। इसी के साथ जुर्माना न अदा करने पर अतिरिक्त कारावास भोगना पड़ेगी। पढ़िए पूरी खबर आगरा में रालोद के पूर्व प्रवक्ता पर मुकदमा; महिला साहित्यकार ने लगाए थे अभद्रता और धमकाने के आरोप आगरा में रालोद के पूर्व प्रवक्ता और कवि पवन आगरी पर महिला साहित्यकार से अभद्रता के आरोप में मुकदमा दर्ज हो गया है। महिला साहित्यकार ने थाना छत्ता में तहरीर दी थी। महिला साहित्यकार ने राष्ट्रीय महिला आयोग में भी शिकायत की है। पढ़िए पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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खेत की जुताई के दौरान किसान को मिला सैकड़ों साल पुराने हथियारों का जखीरा, मौके पर पहुंची पुलिस <p style=”text-align: justify;”><strong>Shahjahanpur News:</strong> उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में खेत जोतते समय खेत के अंदर प्राचीन समय के हथियार निकले हैं. इनमें तलवार, भाला और बरछी, खंजर एवं अन्य हथियार शामिल हैं.सूचना पाकर क्षेत्रीय विधायक सलोना कुशवाहा और पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है. पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है. यह मामला निगोही थाना क्षेत्र के ढकिया तिवारी गांव का है. इतने सारे हथियार एक जगह मिलने से हर कोई हैरान है. वहीं इस हथियार को पुलिस ने अपनी कस्टडी में रख लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ढकीया गांव के रहने वाले बाबू राम ने बताया कि पहले यहां पर खेड़ा था कुछ दिन पहले जेसीबी से खेत की मिट्टी निकलवाई थी. खेत की मिट्टी निकलने के बाद आज पहली बार खेत जोत रहे थे तभी हल से किसी लोहे के टकराने की आवाज सुनाई दी. देखा तो वहां से पुराने समय की तलवार, खंजर, बरछी, और बंदूके निकलीं. फिलहाल मौके पर निगोही पुलिस और राजस्व विभाग के लोग मौजूद हैं और पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी गई. वहीं इसकी जानकारी क्षेत्र में आग की तरह फैल गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हथियारों को देखने उमड़ी भीड़</strong><br />हथियारों को देखने वालों का मेला लगा हुआ है. वहीं सूचना पर तिलहर विधायक सलोना कुशवाह भी मौके पर पहुंच गई. पुरातत्व विभाग को इसकी जानकारी दे दी गई है. उसकी टीम भी जल्दी वहां पहुंचेगी और यह पता लगाएगी कि यह हथियार कितने पुराने हैं. गांव के लोगों ने बताया कि इस जगह बहुत पहले एक बाग हुआ करता था, बाद में इस बाग की जमीन को बाबूराम ने खरीद लिया था. इससे पहले यहां कोई खेती नहीं हुआ करती थी. लोग यहां से मिट्टी ले जाया करते थे,जब पहली बार बाबूराम ने यहां पर हल चलाया तो उसके हल से यह हथियार टकरा गए और देखते ही देखते हथियारों का जखीरा मिल गया.</p>
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कांग्रेस के हरियाणा में 7 वादों का एनालिसिस:यूथ-महिलाओं समेत डेढ़ करोड़ वोटर्स साधे, 30 हजार करोड़ का बोझ, कुल बजट का 15% पैसा लगेगा
कांग्रेस के हरियाणा में 7 वादों का एनालिसिस:यूथ-महिलाओं समेत डेढ़ करोड़ वोटर्स साधे, 30 हजार करोड़ का बोझ, कुल बजट का 15% पैसा लगेगा कांग्रेस ने हरियाणा में 7 वादे कर करीब 1.5 करोड़ वोटरों काे साधने का प्रयास किया है। अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो इन वादों को पूरा करने के लिए खजाने पर अच्छा खासा बोझ पड़ेगा। अनुमान के मुताबिक कांग्रेस के इन वादों से करीब 30 हजार करोड़ रुपए सालाना का वित्तीय बोझ पड़ेगा। फरवरी में खट्टर सरकार की तरफ से साल 2024-25 के लिए कुल 1 लाख 89 हजार 876 करोड़ बजट पेश किया गया था। ऐसे में अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो बजट का लगभग 15% पैसा किए गए वादों पर खर्च होगा। हालांकि मेनिफेस्टो जारी करते वक्त कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने सारे वादे बजट को देखते हुए किए हैं। अब पढ़िए 7 गारंटियों का एनालिसिस… 60 लाख महिला वोटरों पर फोकस
हरियाणा कांग्रेस ने महिलाओं पर फोकस किया है। पहले वादे के तहत हरियाणा में 18 से 60 साल उम्र की महिलाओं को हर महीने 2000 रुपए दिए जाएंगे। इस ऐलान से कांग्रेस ने प्रदेश की करीब 60 लाख महिला वोटरों को साधने की कोशिश की है। इस पर करीब 1440 करोड़ रुपए का सालाना खर्च आएगा। इसी गारंटी के दूसरे पॉइंट में कांग्रेस ने 500 रुपए में महिलाओं को सिलेंडर देने का वादा किया है। अभी हरियाणा में करीब 46 लाख ऐसे परिवार हैं, जिन्हें सरकार 500 रुपए में घरेलू गैस का सिलेंडर दे रही है। इस पर करीब 230 करोड़ रुपए का हर महीने खर्च आ रहा है। इसका सालाना खर्च 2 हजार 700 करोड़ रुपए है। यानी पहली गारंटी को पूरा करने पर 4140 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। 2. पेंशन बढ़ाने पर 20 हजार करोड़ बोझ पड़ेगा
दूसरी गारंटी में कांग्रेस ने बुढ़ापा, दिव्यांग और विधवा पेंशन 6000 रुपए हर महीने देने का वादा किया है। अभी वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ 35 लाख से भी अधिक लोग ले रहे हैं। अभी इस योजना के तहत पेंशन लाभार्थियों को 3000 रुपए मासिक दिए जा रहे हैं। जिस पर करीब 10 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। कांग्रेस ने पेंशन को दोगुना यानी 6000 रुपए मासिक देने का वादा किया है। ऐसे में कांग्रेस की सरकार आने पर पेंशन पर करीब 20 हजार करोड़ रुपए बोझ पड़ेगा। 3. हिमाचल की तरह OPS देने का वादा
कांग्रेस ने ढाई लाख कर्मचारियों को भी साधने की कोशिश की है। ये कर्मचारी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को लेकर पिछले एक साल से आंदोलनरत हैं। इसके लिए कर्मचारियों के एक गुट ने OPS संघर्ष मोर्चा भी बनाया हुआ है। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को कर्मचारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ा था। हिमाचल प्रदेश में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ओपीएस के चक्कर में ही करारी हार का सामना करना पड़ा था। हिमाचल हरियाणा का सीमावर्ती स्टेट है, इसलिए कांग्रेस चाहती है कि यह मुद्दा हरियाणा के चुनाव में भी प्रभावी हो। यही वजह है कि कांग्रेस ने इसको अपने मेनिफेस्टो में लागू किया है। 4. फ्री बिजली पर खर्च होंगे 2500 करोड़
हरियाणा में कांग्रेस ने 300 यूनिट फ्री बिजली का भी दांव चला है। प्रदेश में करीब 45 लाख घरेलू बिजली कनेक्शन हैं। अभी बिजली का करंट टैरिफ 2500 करोड़ रुपए सालाना है। इसके अलावा हर साल 4 प्रतिशत की करंट टैरिफ पर बढ़ोतरी भी होती है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस की इस घोषणा से हर साल 300 से 400 करोड़ रुपए का प्रदेश के खजाने पर बोझ पड़ेगा। वहीं राजस्थान की पूर्व अशोक गहलोत सरकार की तर्ज पर हरियाणा में भी कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में चिरंजीवी योजना लागू करने का वादा किया है। इस योजना के तहत लोगों का 25 लाख रुपए का फ्री में इलाज किया जाएगा। 5. दो लाख नौकरियों से 11.2% को साधने की कोशिश
हरियाणा में बेरोजगारी मुद्दा चर्चा में है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में युवाओं को साधने के लिए 2 लाख पक्की नौकरी देने का वादा किया है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में 15 से 29 वर्ष के युवाओं की बेरोजगारी दर 11.2% फीसदी है। 2023 में हरियाणा में 37 फीसदी लोग बेरोजगार थे। चुनाव में हमेशा से ही बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहता है। ऐसे में कांग्रेस ने इस बेरोजगार आबादी को सीधे-सीधे टारगेट किया है। इसके अलावा हरियाणा में नशा भी बड़ा मुद्दा है। 2021 में नशा करने वाले लगभग 95,863 लोग अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे थे, जिसमें से 28,283 महिलाएं थी। अब संख्या करीब 2 लाख पहुंच गई है। 6. किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून
हरियाणा में करीब 80% आबादी किसानी से जुड़ी हुई है। 2020-21 में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने आंदोलन किया था। इन कानूनों को निरस्त कर दिया गया था। इस दौरान केंद्र की सरकार ने किसानों से वादा किया था कि वह एमएसपी पर कानूनी गारंटी को लेकर कानून बनाएंगे। इसको लेकर एक कमेटी भी बनाई गई थी, लेकिन अभी तक कमेटी इस पर कोई फैसला नहीं दे पाई है। ऐसे में कांग्रेस ने एमएसपी को कानूनी गारंटी के दायरे में लाकर बड़ा दांव खेला है। 7. क्रीमी लेयर के जरिए साधे 16% वोटर
कांग्रेस ने अपनी 7वीं गारंटी में जातिगत सर्वे का वादा किया है। हालांकि लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने इसे शामिल किया था। इसके माध्यम से कांग्रेस जातियों, उपजातियों और उनकी आर्थिक-सामाजिक स्थिति का पता लगाएगी। कांग्रेस शिक्षा एवं नौकरियों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को मिलने वाले 10% आरक्षण को बिना किसी भेदभाव के सभी जाति और समुदाय के लोगों के लिए लागू कराने का वादा कर रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हरियाणा में करीब 21% दलित वोटर हैं। वहीं इसी गारंटी में कांग्रेस ने क्रीमी लेयर की लिमिट 10 लाख रुपए करने की बात भी शामिल की है। अभी हरियाणा में इसकी लिमिट 8 लाख रुपए के करीब है। इस क्रीमी लेयर का मतलब ओबीसी का अपेक्षाकृत समृद्ध और शिक्षित वर्ग है। अभी इस वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है। आरक्षण का लाभ वंचित वर्ग के लोगों को मिले, इसके लिए क्रीमी लेयर का प्रावधान किया गया है। हरियाणा में इसकी आबादी करीब 16% है। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा में कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में 7 वादे:महिलाओं को हर महीने ₹2 हजार, ₹500 में गैस सिलेंडर; जातिगत सर्वे कराएंगे हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने बुधवार (18 सितंबर) को मेनिफेस्टो जारी कर दिया। दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे रिलीज किया। इसमें कांग्रेस ने 7 पक्के वादे किए हैं। खड़गे ने बताया कि मेनिफेस्टो 53 पन्नों का है। इसके बारे में विस्तार से चंडीगढ़ में बताएंगे। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनी तो CM कौन होगा?:खड़गे बोले- जो काम करता है, उसे कुर्सी मिल जाती है; सैलजा-सुरजेवाला गैरहाजिर रहे हरियाणा चुनाव के बीच कांग्रेस में CM कुर्सी को लेकर मची खींचतान पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। बुधवार को खड़गे ने दिल्ली में कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी किया। जिसके बाद उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस CM फेस लेकर चुनाव में जाएगी?। (पूरी खबर पढ़ें)
Dussehra 2024: आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित अखाड़ों में आज भी होती है शस्त्र पूजा, कराया जाता है कुंभ में सबसे पहले स्नान
Dussehra 2024: आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित अखाड़ों में आज भी होती है शस्त्र पूजा, कराया जाता है कुंभ में सबसे पहले स्नान <p style=”text-align: justify;”><strong>Dussehra 2024:</strong> दशहरे के दिन आदि जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित दशनामी संन्यासी परंपरा के नागा संन्यासी अखाड़ों में शस्त्र पूजन का विधान है. पिछले 2500 वर्षों से दशनामी संन्यासी परंपरा से जुड़े नागा संन्यासी इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए अपने-अपने अखाड़ों में शस्त्र पूजन करते हैं. अखाड़ों में प्राचीन काल से रखें सूर्य प्रकाश और भैरव प्रकाश नामक भालो को देवता के रूप में पूजा जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वैदिक विधि-विधान के साथ दशनामी संन्यासी इन देवताओं रूपी भालो की पूजा करते हैं. इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए शनिवार को दशहरे के रोज श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा, कनखल में भैरव प्रकाश और सूर्य प्रकाश नामक भाले देवता के रूप में पूजे गए. इसके साथ ही आज के युग के हथियार और प्राचीन काल के कई प्रकार के हत्यारों की पूजा मंत्रोच्चारण के साथ की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कराया जाता है गंगा स्नान</strong><br />भैरव प्रकाश और सूर्य प्रकाश देवता रूपी भाले कुंभ मेले के अवसर पर अखाड़ों की पेशवाई के आगे चलते हैं और इन भालो रूपी देवताओं को कुंभ में शाही स्नानों में सबसे पहले गंगा स्नान कराया जाता है. उसके बाद अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर, महामंडलेश्वर जमात के श्री महन्त और अन्य नागा साधु स्नान करते हैं. इसीलिए विजयादशमी के अवसर पर अखाड़ों में शस्त्र पूजन का विशेष महत्व है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज का कहना है कि दशहरे के दिन हम अपने प्राचीन देवताओं और शस्त्रों की पूजा करते हैं क्योंकि आदि जगद्गुरु शंकराचार्य ने राष्ट्र की रक्षा के लिए शास्त्र और शस्त्र की परंपरा की स्थापना की थी. हमारे देवी देवताओं क हाथों में भी शास्त्र विराजमान है. विजयदशमी के दिन भगवान राम द्वारा रावण का वध किया गया. भारतीय परंपरा में शक्ति पूजन की विशेष परंपरा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/baba-ramdev-says-muslim-religious-leaders-protest-against-spitting-and-urinating-in-food-ann-2802089″>’खाने में थूकने और पेशाब करने का विरोध करें मुस्लिम धर्मगुरु, वो मौन हो जाते हैं’- बाबा रामदेव</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शस्त्रों का पूजन हुआ</strong><br />महानिर्वाणी अखाड़े की प्राचीन परंपरा के अनुसार अखाड़े के रमता पंच नागा सन्यासियों द्वारा शस्त्रों का पूजन किया गया. आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा परंपरा शुरू की गई थी. सूर्य प्रकाश और भैरव प्रकाश हमारे भाले हैं, जिसको हम कुंभ मेले में स्नान कराते हैं. उनका पूजन किया जाता है और आज के जो शस्त्र है उनका भी पूजन किया जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>शंकराचार्य द्वारा सन्यासियों को शास्त्र और शस्त्र में निपुण बनाने के लिए अखाड़ों की स्थापना की गई थी जिससे धर्म की रक्षा की जाए जो सन्यासी शास्त्र में निपुण थे. उनको शास्त्रों में भी आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा निपुण किया गया. इसलिए शास्त्र के साथ शस्त्रों की पूजा भी आवश्यक है क्योंकि बिना शक्ति के हम चल नहीं सकते वैसे ही वैदिक परंपरा में विधान रहा है कि किसी भी प्रकार का कोई युद्ध रहा है, उसमें बिन शस्त्र से लड़ा नहीं जा सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित की गई अखाड़ों की परंपरा में शस्त्र पूजन का काफी महत्व माना जाता है, इसीलिए सदियों से अखाड़े इस परंपरा को निभा रहे हैं और दशहरे के दिन सभी दशनाम अखाड़ों में शस्त्र पूजन किया जाता है. इन शस्त्रों को कुंभ की पेशवाई में सबसे पहले मां गंगा में स्नान कराने के बाद नागा सन्यासियों की पूरी जमात गंगा में स्नान करती है. दशनाम अखाड़ों के संत शास्त्रों के साथ-साथ शस्त्र चलाने में भी निपुण होते हैं. </p>