पंजाब की पूर्व मंत्री अनमोल गगन की पहली एनीवर्सरी:2 तस्वीरें की पोस्ट, लिखा- असली रंग प्यार में, हृदय को करता है शुद्ध

पंजाब की पूर्व मंत्री अनमोल गगन की पहली एनीवर्सरी:2 तस्वीरें की पोस्ट, लिखा- असली रंग प्यार में, हृदय को करता है शुद्ध

पंजाब के मोहाली जिले की खरड़ विधानसभा सीट से विधायक एवं पूर्व मंत्री पंजाबी सिंगर अनमोल गगन मान की शादी को एक साल हो गया है। इस मौके पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर अपने पति को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने पोस्ट में दो तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है,”जीवन को और भी खूबसूरत बनाने के लिए मैं अपने जीवन साथी शाहबाज जी को धन्यवाद देती हूं। हमें शादी की पहली सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। ‘असली रंग प्यार में पाया जाता है, जो हृदयों को शुद्ध करता है।'” गुरुद्वारा नाभा साहिब में हुए थे आनंद कारज अनमोल गगन मान की शादी पिछले साल 16 जून को हुई थी। जीरकपुर के गुरुद्वारा नाभा साहिब में उन्होंने एडवोकेट शाहबाज सिंह के साथ लावां (आनंद कारज) फेरे लिए थे। इस मौके पर दोनों परिवारों के सदस्य मौजूद थे। लावां फेरों के लिए एडवोकेट शाहबाज सिंह जी-वैगन में आए थे। इसके बाद नवविवाहित जोड़ा मैरिज पैलेस गया, जहां समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बहन के साथ शामिल हुए थे। यह शादी एक रॉयल वेडिंग थी। पहली बार चुनाव जीतने के बाद बनी थी मंत्री पहली बार चुनाव जीतने के बाद बनीं मंत्री अनमोल गगन मान का परिवार मूल रूप से जिला मानसा का रहने वाला है। हालांकि, उनका ज्यादातर समय चंडीगढ़ और मोहाली में बीता है। उन्होंने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ से पूरी की। इसके बाद वह पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में आ गईं और एक के बाद एक कई पंजाबी ऐल्बम में काम किया। अनमोल गगन मान साल 2022 में खरड़ से पहली बार विधानसभा चुनाव जीतीं। इसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया था। हालांकि, सितंबर 2024 में मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। अब वह अपने पति के साथ चंडीगढ़ में रहती है। ससुराल वाला परिवार भी राजनीति में अनमोल गगन मान की शादी जिस परिवार में हुई है, उनका भी अपने एरिया में अच्छा रसूख है। उनके पति एडवोकेट शहबाज सिंह पेशे से बिजनेसमैन हैं। जबकि शाहबाज की मां सीलम सोही राजनीति में हैं। उन्होंने बनूड़ विधानसभा क्षेत्र से शिरोमणि अकाली दल के नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन कंवलजीत के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनके पिता पूर्व सीएम बेअंत सिंह के करीबी रहे हैं। वहीं इनके दादा निर्दलीय चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे। पंजाब के मोहाली जिले की खरड़ विधानसभा सीट से विधायक एवं पूर्व मंत्री पंजाबी सिंगर अनमोल गगन मान की शादी को एक साल हो गया है। इस मौके पर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर अपने पति को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने पोस्ट में दो तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है,”जीवन को और भी खूबसूरत बनाने के लिए मैं अपने जीवन साथी शाहबाज जी को धन्यवाद देती हूं। हमें शादी की पहली सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। ‘असली रंग प्यार में पाया जाता है, जो हृदयों को शुद्ध करता है।'” गुरुद्वारा नाभा साहिब में हुए थे आनंद कारज अनमोल गगन मान की शादी पिछले साल 16 जून को हुई थी। जीरकपुर के गुरुद्वारा नाभा साहिब में उन्होंने एडवोकेट शाहबाज सिंह के साथ लावां (आनंद कारज) फेरे लिए थे। इस मौके पर दोनों परिवारों के सदस्य मौजूद थे। लावां फेरों के लिए एडवोकेट शाहबाज सिंह जी-वैगन में आए थे। इसके बाद नवविवाहित जोड़ा मैरिज पैलेस गया, जहां समारोह आयोजित किया गया था। इस समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर और बहन के साथ शामिल हुए थे। यह शादी एक रॉयल वेडिंग थी। पहली बार चुनाव जीतने के बाद बनी थी मंत्री पहली बार चुनाव जीतने के बाद बनीं मंत्री अनमोल गगन मान का परिवार मूल रूप से जिला मानसा का रहने वाला है। हालांकि, उनका ज्यादातर समय चंडीगढ़ और मोहाली में बीता है। उन्होंने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ से पूरी की। इसके बाद वह पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में आ गईं और एक के बाद एक कई पंजाबी ऐल्बम में काम किया। अनमोल गगन मान साल 2022 में खरड़ से पहली बार विधानसभा चुनाव जीतीं। इसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया था। हालांकि, सितंबर 2024 में मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। अब वह अपने पति के साथ चंडीगढ़ में रहती है। ससुराल वाला परिवार भी राजनीति में अनमोल गगन मान की शादी जिस परिवार में हुई है, उनका भी अपने एरिया में अच्छा रसूख है। उनके पति एडवोकेट शहबाज सिंह पेशे से बिजनेसमैन हैं। जबकि शाहबाज की मां सीलम सोही राजनीति में हैं। उन्होंने बनूड़ विधानसभा क्षेत्र से शिरोमणि अकाली दल के नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन कंवलजीत के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनके पिता पूर्व सीएम बेअंत सिंह के करीबी रहे हैं। वहीं इनके दादा निर्दलीय चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे।   पंजाब | दैनिक भास्कर