कपूरथला के सब डिवीजन सुल्तानपुर लोधी के गांव मसीता निवासी एक युवक की अमेरिका में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अमेरिका के फ्लोरिडा में पूल में डूबने से 2 युवकों की मृत्यु हो गई है। जिसमें एक कपूरथला और दूसरा होशियारपुर का रहने वाला है। इस खबर के बाद गांव मसीता में मातम का माहौल बन गया है। जानकारी के अनुसार साहिल प्रीत सिंह बाजवा (21 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय सुरजीत सिंह निवासी गांव मसीता लगभग 5 माह पहले अमेरिका के शहर फ्लोरिडा गया था। बताया जा रहा है कि बीते दिनों साहिल प्रीत सिंह बाजवा और उसके दोस्त फ्लोरिडा में एक स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। इसी दौरान उसके दोस्त का पैर फिसल गया और साहिल प्रीत, दोस्त को बचाने के लिए गया तो वह स्विमिंग पूल में डूब गया। जिसमें साहिल और उसके एक साथी अमनदीप सिंह निवासी होशियारपुर की मौत हो गई। 2017 में हुआ था पिता का देहांत बता दें कि, साहिल प्रीत के पिता का वर्ष 2017 में देहांत हो गया था। साहिल की मौत के बाद गांव मसीता और उसके आसपास क्षेत्र में शोक की लहर है। सहलप्रीत अमेरिकी के शहर फ्लोरिडा में एक स्टोर में काम करता था। घर का सारा दारोमदार साहिल पर टिका हुआ था। परिवार के लोगों ने केंद्र सरकार और राज्यसभा सांसद संत सीचेवाल से साहिल प्रीत का शव जल्द भारत वापस लाने की मांग की है। कपूरथला के सब डिवीजन सुल्तानपुर लोधी के गांव मसीता निवासी एक युवक की अमेरिका में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अमेरिका के फ्लोरिडा में पूल में डूबने से 2 युवकों की मृत्यु हो गई है। जिसमें एक कपूरथला और दूसरा होशियारपुर का रहने वाला है। इस खबर के बाद गांव मसीता में मातम का माहौल बन गया है। जानकारी के अनुसार साहिल प्रीत सिंह बाजवा (21 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय सुरजीत सिंह निवासी गांव मसीता लगभग 5 माह पहले अमेरिका के शहर फ्लोरिडा गया था। बताया जा रहा है कि बीते दिनों साहिल प्रीत सिंह बाजवा और उसके दोस्त फ्लोरिडा में एक स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। इसी दौरान उसके दोस्त का पैर फिसल गया और साहिल प्रीत, दोस्त को बचाने के लिए गया तो वह स्विमिंग पूल में डूब गया। जिसमें साहिल और उसके एक साथी अमनदीप सिंह निवासी होशियारपुर की मौत हो गई। 2017 में हुआ था पिता का देहांत बता दें कि, साहिल प्रीत के पिता का वर्ष 2017 में देहांत हो गया था। साहिल की मौत के बाद गांव मसीता और उसके आसपास क्षेत्र में शोक की लहर है। सहलप्रीत अमेरिकी के शहर फ्लोरिडा में एक स्टोर में काम करता था। घर का सारा दारोमदार साहिल पर टिका हुआ था। परिवार के लोगों ने केंद्र सरकार और राज्यसभा सांसद संत सीचेवाल से साहिल प्रीत का शव जल्द भारत वापस लाने की मांग की है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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ऐसा मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। महाराज ने टीवी बंद किया व मुझे साथ बैठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है। मेरा यह पहला दिन था। महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं। तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं, क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन-मन-धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था। तो अब ये तन-मन हमारा है। मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं। जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा- इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन महीने में 20-30 दिन बाद किया जा रहा है। आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं, उन सबके साथ मुंह काला किया गया है। डेरे में मौजूद 35-40 साधु लड़की 35-40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं। जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है, इनमें ज़्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं। हमें सफेद कपड़े पहनना, सिर पर चुन्नी रखना, किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना, आदमी से 5-10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है। दिखने में देवी हैं, मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है। मैंने एक बार अपने परिवार वालों को बताया कि डेरे में सब कुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है। तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं। सतगुरु का सिमरन किया कर। मैं मजबूर हूं। यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है। यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं। घरवालों को टेलीफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं। घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है। यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो। पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने पर्दाफाश किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा। जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है। जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है। जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही। कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है, उसने अपने घर वालों को सब कुछ सच बता दिया है। उसका भाई बड़ा सेवादार था, जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है। संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादार/गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए। घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा। इसी प्रकार कई लड़कियां, जैसे कि जिला मानसा (पंजाब), फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं, जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है। इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहबाद, हनुमानगढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं। इन सब लड़कियों के साथ-साथ मुझे भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम-पता लिखूंगी, क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और न ही मरना चाहती हूं। जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं। अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40-45 लड़कियां, जो कि भय और डर में हैं, पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं। हमारा डॉक्टरी मुआयना किया जाए ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुंवारी देवी साधु हैं या नहीं। हमारी मेडिकल रिपोर्ट ये साफ बता देगी कि हमारी ज़िंदगी डेरा सच्चा सौदा के महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी संत के द्वारा तबाह की गई है। प्रार्थी एक निर्दोष जलालत का जीवन जीने को मजबूर (डेरा सच्चा सौदा सिरसा) ये खबर भी पढ़ें… राम रहीम डेरा मैनेजर की हत्या के केस में बरी:हाईकोर्ट ने CBI कोर्ट का फैसला रद्द किया; पत्रकार हत्याकांड और साध्वी रेप केस में जेल में रहेगा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा चीफ राम रहीम समेत 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर दिया है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी।राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहना होगा (पूरी खबर पढ़ें)