कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद आज बुधवार को सेहत मंत्री पंजाब बलबीर सिंह ने सारी सेहत संस्थाओं से चंडीगढ़ में मीटिंग की। इस दौरान तय किया गया कि राज्य के सारे जिलों गठित हेल्थ सिक्योरिटी बोर्ड की तरफ से मेडिकल संस्थानों का सिक्योरिटी ऑडिट किया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी मेडिकल संस्थान दोनों शामिल रहेंगे। इस दौरान देखा जाएगा कि कहां पर कैमरों, सिक्योरिटी और अन्य सुरक्षा इंतजामों की जरूरत है। क्या सुरक्षा कर्मी पूरी तरह से ट्रेंड है या नहीं है? इस चीज को पहल के आधार पर पूरा किया जाएगा। यह सारी प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी की जाएगी। वहीं, यह भी पुख्ता किया जाएगा कि जाएगा किसी महिला डॉक्टर ने किसी मरीज को देखने जाना है तो वहां पर कोई डार्क स्पोर्ट नहीं होना चाहिए। जिसका आरोपी फायदा उठा पाए। मीटिंग में तय किया गया कि हर जिले में एक डेजिगनेट पुलिस अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उसका एक नंबर रहेगा। जब भी सेहत विभाग को किसी तरह जरूरत होगी तो उस नंबर पर संपर्क करेंगे। उसके बाद मदद के लिए पुलिस पहुंच जाएगी। किसी भी क्रिमिनल को मौके से भागने नहीं दिया जाएगा। ओपीडी बहाल करने को कहा मीटिंग में शामिल यूनियनों को कहा गया कि वह केंद्रीय यूनियनों से संपर्क करे, साथ ही अस्पतालों में ओपीडी और सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू करने की दिशा में काम करें। ताकि किसी को भी कोई परेशानी न उठानी पडे़। सेहत मंत्री ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के मामले में हमारी सरकारी का जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। वहीं, सारे मेडिकल संस्थानों में पहल के आधार पर पूरा कर देंगे। पहले मंत्रियों और सांसदों ने किया अस्पतालों का दौरा इससे पहले पंजाब सरकार के मंत्री और सांसदों ने राज्यों के कई अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों की दिक्कतों को जानने की कोशिश की है। सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने पटियाला स्थित राजिंदरा अस्पताल का दौरा किया है । वह डॉक्टरों के साथ धरने पर भी बैठे । उन्होंने अपने उंगली से खून निकालकर कोर्ट पर भी लगाया। इसी तरह सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने होशियाारपुर स्थित अस्पताल व मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान वहां पर कैंडल मार्च निकाला था। जबकि पूर्व मंत्री व व विधायक डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर ने अमृतसर मेडिकल कॉलेज और गुरु नानक देव अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों से मुलाकात की थी। वहीं, मंत्री डॉ. बलजीत कौर सिविल अस्पताल फरीदकोट पहुंची थी। अस्पतालों में कैमरे व पैनिक बटन लगाने की तैयारी सेहत मंत्री का कहना है कि वह डॉक्टरों के संघर्ष को जायजा मानते है। उनका कहना है कि डॉक्टरों को अपनी हड़ताल जारी रखनी चाहिए। हम उन्हें कह रहे हैं कि 5-5 का ग्रुप बनाकर हड़ताल कर ले। जबकि वह अस्पतालों की ओपीडी शुरू कर देंगे। जहां तक डॉक्टरों की सिक्योरिटी से जुड़े सारे मापदंड़ पूरे किए जाएंगे। हालांकि सेहत मंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए। इसके लिए वह पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। साथ ही केंद्रीय सेहत मंत्री से मुलाकात करेंगे। वहीं, डॉक्टरों के मुताबिक अस्पतालों में कैमरे और पैनिक बटन लगाने की तैयारी की गई है। कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या की घटना के बाद आज बुधवार को सेहत मंत्री पंजाब बलबीर सिंह ने सारी सेहत संस्थाओं से चंडीगढ़ में मीटिंग की। इस दौरान तय किया गया कि राज्य के सारे जिलों गठित हेल्थ सिक्योरिटी बोर्ड की तरफ से मेडिकल संस्थानों का सिक्योरिटी ऑडिट किया जाएगा। इसमें सरकारी और निजी मेडिकल संस्थान दोनों शामिल रहेंगे। इस दौरान देखा जाएगा कि कहां पर कैमरों, सिक्योरिटी और अन्य सुरक्षा इंतजामों की जरूरत है। क्या सुरक्षा कर्मी पूरी तरह से ट्रेंड है या नहीं है? इस चीज को पहल के आधार पर पूरा किया जाएगा। यह सारी प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी की जाएगी। वहीं, यह भी पुख्ता किया जाएगा कि जाएगा किसी महिला डॉक्टर ने किसी मरीज को देखने जाना है तो वहां पर कोई डार्क स्पोर्ट नहीं होना चाहिए। जिसका आरोपी फायदा उठा पाए। मीटिंग में तय किया गया कि हर जिले में एक डेजिगनेट पुलिस अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। उसका एक नंबर रहेगा। जब भी सेहत विभाग को किसी तरह जरूरत होगी तो उस नंबर पर संपर्क करेंगे। उसके बाद मदद के लिए पुलिस पहुंच जाएगी। किसी भी क्रिमिनल को मौके से भागने नहीं दिया जाएगा। ओपीडी बहाल करने को कहा मीटिंग में शामिल यूनियनों को कहा गया कि वह केंद्रीय यूनियनों से संपर्क करे, साथ ही अस्पतालों में ओपीडी और सर्जरी की प्रक्रिया को शुरू करने की दिशा में काम करें। ताकि किसी को भी कोई परेशानी न उठानी पडे़। सेहत मंत्री ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के मामले में हमारी सरकारी का जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। वहीं, सारे मेडिकल संस्थानों में पहल के आधार पर पूरा कर देंगे। पहले मंत्रियों और सांसदों ने किया अस्पतालों का दौरा इससे पहले पंजाब सरकार के मंत्री और सांसदों ने राज्यों के कई अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों की दिक्कतों को जानने की कोशिश की है। सेहत मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने पटियाला स्थित राजिंदरा अस्पताल का दौरा किया है । वह डॉक्टरों के साथ धरने पर भी बैठे । उन्होंने अपने उंगली से खून निकालकर कोर्ट पर भी लगाया। इसी तरह सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने होशियाारपुर स्थित अस्पताल व मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान वहां पर कैंडल मार्च निकाला था। जबकि पूर्व मंत्री व व विधायक डॉ इंद्रबीर सिंह निज्जर ने अमृतसर मेडिकल कॉलेज और गुरु नानक देव अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों से मुलाकात की थी। वहीं, मंत्री डॉ. बलजीत कौर सिविल अस्पताल फरीदकोट पहुंची थी। अस्पतालों में कैमरे व पैनिक बटन लगाने की तैयारी सेहत मंत्री का कहना है कि वह डॉक्टरों के संघर्ष को जायजा मानते है। उनका कहना है कि डॉक्टरों को अपनी हड़ताल जारी रखनी चाहिए। हम उन्हें कह रहे हैं कि 5-5 का ग्रुप बनाकर हड़ताल कर ले। जबकि वह अस्पतालों की ओपीडी शुरू कर देंगे। जहां तक डॉक्टरों की सिक्योरिटी से जुड़े सारे मापदंड़ पूरे किए जाएंगे। हालांकि सेहत मंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाना चाहिए। इसके लिए वह पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे। साथ ही केंद्रीय सेहत मंत्री से मुलाकात करेंगे। वहीं, डॉक्टरों के मुताबिक अस्पतालों में कैमरे और पैनिक बटन लगाने की तैयारी की गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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