पंजाब में आज (मंगलवार) से मौसम बदलेगा। दो दिन बारिश की संभावना है। आज राज्य के 10 जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, मुक्तसर, बठिंडा और मानसा में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग ने गरज के साथ तूफान और बिजली चमकने संबंधी येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के अधिकतम तापमान में किसी तरह कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, अब यह सामान्य के नजदीक पहुंच गया है। सबसे अधिक तापमान 35.6 डिग्री फरीदकोट में दर्ज किया गया है। दस अक्टूबर के बाद बारिश की संभावना नहीं चंडीगढ़ में आज मौसम बिल्कुल साफ रहेगा। बारिश की संभावना नहीं है। वहीं, इलाके में अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री दर्ज किया गया है। 24 घंटे में तापमान में 1.1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि यह सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक है। आज शाम से चंडीगढ़ में भी मौसम बदलने के आसार है। हालांकि मौसम विभाग की माने तो चंडीगढ़ और पंजाब में दस अक्टूबर तक बारिश की संभावना है। उसके बाद 17 तारीख तक मौसम साफ रहेगा। वहीं, दिन और रात का तापमान भी बराबर हो जाएगा। पंजाब के बड़े शहरों में दर्ज तापमान चंडीगढ़ – सोमवार को अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री दर्ज किया गया। 24 घंटे में 1.1 डिग्री तापमान कम हुआ है। आज आकाश साफ रहेगा। तापमान 22.0 से 34.0 डिग्री के बीच रहेगा। अमृतसर – सोमवार को अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में 2.9 की बढ़ोतरी हुई है। आज बादल छाएंगे। तापमान 22.0 से 34.0 डिग्री के बीच रहेगा। जालंधर – सोमवार शाम तापमान 33.0 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 20 से 34 डिग्री के बीच रहेगा। पटियाला – सोमवार को अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज किया गया। 0.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। आज आकाश साफ रहेगा । तापमान 21 डिग्री से 35 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। मोहाली – सोमवार तापमान बीते दिन 35.0 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में 0.2 की गिरावट दर्ज की गई है। आज आकाश साफ रहेगा । आज तापमान 23 डिग्री से 36 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना – सोमवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री दर्ज गया। तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। आज आकाश साफ रहेगा। तापमान 22 डिग्री से 34 डिग्री के बीच में रह सकता है। पंजाब में आज (मंगलवार) से मौसम बदलेगा। दो दिन बारिश की संभावना है। आज राज्य के 10 जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, मुक्तसर, बठिंडा और मानसा में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग ने गरज के साथ तूफान और बिजली चमकने संबंधी येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के अधिकतम तापमान में किसी तरह कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, अब यह सामान्य के नजदीक पहुंच गया है। सबसे अधिक तापमान 35.6 डिग्री फरीदकोट में दर्ज किया गया है। दस अक्टूबर के बाद बारिश की संभावना नहीं चंडीगढ़ में आज मौसम बिल्कुल साफ रहेगा। बारिश की संभावना नहीं है। वहीं, इलाके में अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री दर्ज किया गया है। 24 घंटे में तापमान में 1.1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि यह सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक है। आज शाम से चंडीगढ़ में भी मौसम बदलने के आसार है। हालांकि मौसम विभाग की माने तो चंडीगढ़ और पंजाब में दस अक्टूबर तक बारिश की संभावना है। उसके बाद 17 तारीख तक मौसम साफ रहेगा। वहीं, दिन और रात का तापमान भी बराबर हो जाएगा। पंजाब के बड़े शहरों में दर्ज तापमान चंडीगढ़ – सोमवार को अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री दर्ज किया गया। 24 घंटे में 1.1 डिग्री तापमान कम हुआ है। आज आकाश साफ रहेगा। तापमान 22.0 से 34.0 डिग्री के बीच रहेगा। अमृतसर – सोमवार को अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में 2.9 की बढ़ोतरी हुई है। आज बादल छाएंगे। तापमान 22.0 से 34.0 डिग्री के बीच रहेगा। जालंधर – सोमवार शाम तापमान 33.0 डिग्री दर्ज किया गया। आज बादल छाएंगे। तापमान 20 से 34 डिग्री के बीच रहेगा। पटियाला – सोमवार को अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज किया गया। 0.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। आज आकाश साफ रहेगा । तापमान 21 डिग्री से 35 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। मोहाली – सोमवार तापमान बीते दिन 35.0 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान में 0.2 की गिरावट दर्ज की गई है। आज आकाश साफ रहेगा । आज तापमान 23 डिग्री से 36 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना – सोमवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री दर्ज गया। तापमान में 1.2 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। आज आकाश साफ रहेगा। तापमान 22 डिग्री से 34 डिग्री के बीच में रह सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
गांवों और स्कूलों में टीम ने की डेंगू लारवा की चेकिंग, बच्चों को सफाई के लिए किया प्रेरित
गांवों और स्कूलों में टीम ने की डेंगू लारवा की चेकिंग, बच्चों को सफाई के लिए किया प्रेरित भास्कर न्यूज | फाजिल्का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलवीर सिंह द्वारा चलाई जा रही ‘हर शुक्रवार डेंगू पर वार’ अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जागरूकता कैंप लगाया। जिले के स्कूलों और गांवों में डेंगू को फैलने से रोकने और इससे बचाव संबंधी जागरूकता फैलाई तथा एंटी-डेंगू लारवा अभियान चलाया गया। अभियान सुबह 8 से 10 बजे तक पूरे जिले में चला। जिसमें सभी सीएचओ, मेल और फीमेल हेल्थ वर्कर के साथ-साथ आशा वर्कर की ड्यूटी लगाई गई थी। इन टीमों के साथ नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी भी शामिल थे। टीम ने घर-घर जाकर जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा स्कूल में बच्चों को घरों के अंदर सफाई रखने के लिए प्रेरित किया गया। स्कूल स्वास्थ्य टीम ने बच्चों को लार्वा की पहचान के बारे में बताया ताकि विभाग के इस अभियान के बारे में घर-घर लोग जागरूक हो सकें। इस मौके पर डॉक्टर एरिक ने बताया कि डेंगू के कारण, लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी साझा की गई। उन्होंने बताया कि यह एडीजी नामक मच्छर से फैलता है। साफ पानी में पनपता है। उन्होंने लोगों से अपील की गई कि जब व्यक्ति के प्लेटलेट्स कम होने लगें, तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवाएं। उन्होंने बताया कि डेंगू का बुखार होने पर केवल पैरासिटामोल की गोली ही खानी चाहिए और एस्पिरिन की गोली का उपयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पानी अधिक से अधिक पीना चाहिए ताकि पेशाब ज्यादा आए। डॉ. सुनीता कंबोज, जिला महामारी अधिकारी, ने कहा कि अगर व्यक्ति के शरीर पर लाल धब्बे दिखाई दें, तो तुरंत सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए संपर्क किया जाए। सिविल अस्पताल की एंटी लारवा टीम के इंचार्ज सुखजिंदर सिंह और रविंदर शर्मा ने कहा कि लंबे समय तक खड़े पानी में समय-समय पर मिट्टी का तेल डाला जाए। मलेरिया और डेंगू के मच्छरों का खात्मा किया जा सके। डेंगू से पीड़ित मरीज की पहचान बताते हुए उन्होंने कहा कि ठंड लगना, कंपकंपी चढ़ना, पेट में दर्द, भूख न लगना या कम लगना, सिर दर्द और बुखार रहना, जो पसीना आने पर उतर जाता है, प्रमुख कारण हैं। ऐसे लक्षण होने पर मरीज को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ताकि समय रहते वह सुरक्षित रह सके। उन्होंने कहा कि मच्छर के काटने से इंसान इस तरह बीमारी की चपेट में आ जाता है कि कई बार उसे खांसी करने पर मुंह से खून आ जाता है, ऐसे में घबराने की बजाय डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है ताकि समय रहते इलाज हो सके। इस मौके पर रीडिंग चेकर और मीरा नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
बठिंडा में ट्रक से भिड़ा पिकअप:ड्राइवर समेत दो लोग गंभीर घायल, आम लेकर जा रहे थे फाजिल्का
बठिंडा में ट्रक से भिड़ा पिकअप:ड्राइवर समेत दो लोग गंभीर घायल, आम लेकर जा रहे थे फाजिल्का शुक्रवार की देर रात आम लेकर फाजिल्का जा रही पिकअप गाड़ी बठिंडा के बरनाला बाईपास पर ट्रक के पीछे जा टकराई। इस टक्कर के कारण पिकअप ट्रक के पीछे फंस गई। घटना का पता चलते ही सहारा जन सेवा के वालंटियर मौके पर पहुंचे और भारी मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त गाड़ी में फंसे घायलों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार एक पिकअप वाहन आम की पेटियां लेकर बठिंडा होते हुए फाजिल्का जा रहा था। देर रात पिकअप बरनाला बाईपास पर पहुंचा तो सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से जा टकराया। हादसा इतना जबरदस्त था कि पिकअप बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे की जानकारी मिलने पर सहारा जन सेवा के वालंटियर मौके पर पहुंचे और पिकअप सवारों को बाहर निकालने का प्रयास किया। लेकिन पिकअप बुरी तरह ट्रक के पीछे फंस चुका था। बाद में जेसीबी मंगाकर पिकअप को ट्रक के नीचे से निकाला गया और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों की पहचान पिकअप ड्राइवर बगीचा सिंह निवासी फाजिल्का और सलीम निवासी उत्तर प्रदेश के रुप में हुई है जिनका इलाज सरकारी हॉस्पिटल में चल रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा घटना के जांच शुरू कर दी है।
बिट्टू के बहाने पंजाब की 60% सिख आबादी पर नजर:बेअंत के पोते पगड़ीधारी सिख, 38% हिंदुओं की भी पसंद, बड़ा सवाल-राज्यसभा में कहां से जाएंगे
बिट्टू के बहाने पंजाब की 60% सिख आबादी पर नजर:बेअंत के पोते पगड़ीधारी सिख, 38% हिंदुओं की भी पसंद, बड़ा सवाल-राज्यसभा में कहां से जाएंगे पंजाब में BJP एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवनीत सिंह बिट्टू को अपनी कैबिनेट में शामिल कर एक बार फिर सिखों को साधने की कोशिश की है। बिट्टू लोकसभा चुनाव में लुधियाना सीट पर कांग्रेसी उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के सामने हार गए थे। पंजाब से आतंकवाद खत्म करने का श्रेय बिट्टू के दादा सरदार बेअंत सिंह को ही जाता है। बेअंत सिंह ने पंजाब का CM रहते हुए सुपर कॉप केपीएस गिल को आतंकियों के खात्मे के लिए फ्री हैंड दिया था। उनसे नाराज खालिस्तान समर्थकों ने 31 अगस्त 1995 को चंडीगढ़ में पंजाब सेक्रेटेरिएट के बाहर बम विस्फोट करके बेअंत सिंह की हत्या कर दी थी। उस धमाके में बेअंत सिंह के साथ 3 कमांडो समेत 17 लोगों की जान चली गई थी। राज्य में अमन-शांति स्थापित करने के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर देने वाले बेअंत संह और उनके परिवार को पंजाब के कुल 38.5% हिंदू पसंद करते रहे हैं। रवनीत बिट्टू को मंत्री बनाने का फायदा BJP को पंजाब में जल्दी होने वाले नगर निगम, पंचायत और पांच विधानसभा सीटों के उपचुनाव में मिल सकता है। रवनीत बिट्टू इस समय न तो लोकसभा सांसद हैं और न ही राज्यसभा के मेंबर। पंजाब विधानसभा में महज 2 विधायक होने के चलते BJP यहां से उन्हें राज्यसभा भेजने की पोजिशन में भी नहीं है। ऐसे में पार्टी उन्हें हरियाणा या किसी दूसरे स्टेट से राज्यसभा में भेज सकती है। हरियाणा में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा रोहतक सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में उन्हें 15 दिन के अंदर अपनी राज्यसभा सीट खाली करनी होगी। हरियाणा में भाजपा की सरकार भी है। रवनीत बिट्टू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करके भाजपा की पंजाब में जिन 4 चीजों पर नजर है, आइए उन्हें वन-बाई-वन समझते समझते हैं। 1. पोते के बहाने दादा की लीगेसी को भुनाने की अप्रोच
रवनीत सिंह बिट्टू के परिवार का पंजाब में अलग सियासी रसूख है। उनके दादा स्व. बेअंत सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे। पंजाब में आतंकवाद खत्म करने की कीमत अपनी जान देकर चुकाने वाले बेअंत सिंह को पंजाबी, खासकर हिंदू बिरादरी आज भी याद करती है।
भाजपा की कोशिश बिट्टू के बहाने उनके दादा की लीगेसी को भुनाने की है। इस बार भी लोकसभा चुनाव में रवनीत बिट्टू ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने दादा बेअंत सिंह के फोटो होर्डंग्स और बैनर में लगाए थे। 2. 60% सिख आबादी पर नजर
पंजाब में 60% आबादी सिखों की है। बिट्टू पगड़ीधारी सिख हैं। उन्हें मंत्री बनाकर पार्टी इस आबादी के करीब जाने की कोशिश कर रही है। बिट्टू को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल करके BJP ने उन लोगों को जवाब देने की कोशिश की है जो उसे पंजाब विरोधी बताते हैं।
पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि बिट्टू के मंत्री बनने से पंजाबियों में उसे लेकर सकारात्मक संदेश जाएगा। पार्टी की रणनीति सिख चेहरों को आगे रखते हुए ग्रामीण एरिया में पैठ बनाने की है। 3. सिख चेहरे की कमी पूरी, अकाली दल से आगे निकली पार्टी
पंजाब के अंदर BJP का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसी लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को पीछे छोड़ते हुए भाजपा वोट शेयर के मामले में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 9% के आसपास था जो 2014 के लोकसभा चुनाव में बढ़कर 18.56% पर पहुंच गया। दूसरी तरफ 2019 के लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल का वोट शेयर 27.45% था, जो 2024 में गिरकर 13.42% रह गया। वोट शेयर के मामले में BJP से आगे सिर्फ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी रही। प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने के मामले में भी भाजपा का प्रदर्शन अकाली दल के मुकाबले बेहतर रहा। अकाली दल के 13 में से 10 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। बठिंडा से हरसिमरत कौर बादल, फिरोजपुर से नरदेव सिंह बॉबी मान और अमृतसर से अनिल जोशी ही अपनी जमानत बचा पाए। इसके मुकाबले भाजपा के 13 में से सिर्फ 4 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। इनमें खडूर साहिब के मंजीत सिंह मन्ना मियाविंड, बठिंडा से परमपाल कौर सिद्धू, संगरूर से अरविंद खन्ना और फतेहगढ़ साहिब से गेजाराम शामिल रहे। भाजपा पंजाब की 13 सीटों में से 3 सीटों पर तो दूसरे स्थान पर रही। इनमें लुधियाना, जालंधर और गुरदासपुर सीट शामिली है। पार्टी 6 सीटों-अमृतसर, आनंदपुर साहिब, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, होशियारपुर व पटियाला में तीसरे स्थान पर रही। इसके अलावा, नवजोत सिद्धू के पार्टी छोड़ जाने के बाद भाजपा के पास पंजाब में कोई सिख चेहरा नहीं बचा। BJP ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को साथ जोड़कर इस कमी को पूरा करना चाहा लेकिन बढ़ती उम्र के कारण कैप्टन सक्रिय राजनीति से लगभग किनारा कर चुके हैं। ऐसे में रवनीत बिट्टू के आने से पार्टी की सिख चेहरे की तलाश खत्म होती नजर आ रही है। 4. 2027 पर नजर, बिट्टू में देख रही फ्यूचर लीडरशिप
भाजपा बेशक इस लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन उसका टारगेट 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा के चुनाव है। इसकी शुरुआत पार्टी ने एक तरह से 2022 के विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद शुरू कर दी थी। अपना जनाधार बढ़ाने और रूरल एरिया में पैठ बनाने के लिए सिलसिलेवार ढंग से कांग्रेस और अकाली दल के बड़े चेहरों को पार्टी जॉइन करवाई गई। इनमें कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़, परनीत कौर, रवनीत सिंह बिट्टू, केवल सिंह ढिल्लों, सुशील रिंकू, अरविंद खन्ना, पूर्व कांग्रेसी सांसद संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी, अकाली दल के पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की बहू परमपाल कौर शामिल हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव में तकरीबन ढाई साल पड़े हैं। रवनीत बिट्टू अभी जवान हैं। आनंदपुर साहिब और लुधियाना लोकसभा सीट से 3 बार कांग्रेस का सांसद रहने के अलावा वह पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान भी रहे हैं। भाजपा नेतृत्व को लगता है कि यदि उन्हें पार्टी की रीति-नीति के हिसाब से ढाल लिया जाए तो वह आने वाले कई बरसों तक पंजाब में पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। पार्टी के बड़े चेहरे चुनाव हारे
भाजपा ने पहली बार पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इनमें कुछ बड़े चेहरे भी थे। पार्टी एक भी सीट जीत नहीं पाई। होशियारपुर लोकसभा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश की पत्नी अनीता सोमप्रकाश तीसरे स्थान पर खिसक गईं। अमृतसर सीट पर पार्टी उम्मीदवार तरनजीत सिंह संधू और पटियाला सीट पर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर भी तीसरे स्थान पर रहीं।