पंजाब में रोपड़ जिले के नंगल में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या की जांच केंद्रीय नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने शुरू की थी। इस मामले में NIA पंजाब की विभिन्न जेलों से करीब 4 गैंगस्टर प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। जिनसे पुलिस पिछले करीब चार दिन से पूछताछ कर रही है। कल दोबारा आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए आरोपियों में सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का निवासी नवांशहर, मनदीप कुमार उऱ्फ मंगली उर्फ मंगी निवासी नवांशहर, गुरप्रीत राम निवासी पन्नू माजरा, एसबीएस नगर और जगजीत राजू निवासी माहिलपुर, जिला होशियारपुर हैं। सभी को पंजाब पुलिस की टीमों ने गिरफ्तार कर लिया था। मगर एनआईए द्वारा केस दर्ज किए जाने के बाद पहली बात एजेंसी उक्त आरोपियों से पूछताछ कर रही है। प्रभाकर हत्याकांड में पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि आरोपियों के लिंक पाकिस्तान से हैं और हत्या भी पाकिस्तान के इशारे पर की गई थी। पुर्तगाल में बैठे हैंडलर्स ने की थी फंडिंग, ऑर्डर पाक से मिले बता दें कि विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के 2 दिन बाद पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों मनदीप कुमार उर्फ मंगी और सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का को गिरफ्तार किया था। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया कि प्रभाकर की हत्या के लिए ऑर्डर पाकिस्तान मैं बैठे उनके आका ने दिए थे। मगर हत्या के लिए उनको फंडिंग पुर्तगाल से की गई थी। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने ये दावा किया था कि आईएसआई के कहने पर दोनों आरोपी काफी समय से पंजाब में काम कर रहे थे। इनको पंजाब पुलिस की एजेंसी स्टेट स्पेशल ऑपरेटिंग सेल (एसएसओसी) मोहाली द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 13 अप्रैल को गोलियां मारकर की थी हत्या बता दें कि 13 अप्रैल की शाम रूपनगर के नंगल के रेलवे रोड पर स्थित वीएचपी नंगल मंडल के प्रधान विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की दुकान पर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। एक हमलावर ने हेलमेट लगाया था और दूसरे ने मफलर के साथ मुंह ढका था। पुलिस हत्या में इस्तेमाल .32 बोर के दो पिस्टल बरामद कर चुकी है। साथ ही पुलिस को आरोपियों से करीब 16 जिंदा कारतूस और एक खाली कारतूस भी मिला था। दोनों शूटर एन्क्रिप्टेड एप्स से विदेश आधारित हैंडलरों के संपर्क में थे। इस कत्ल को अंजाम देने के लिए फंड और हथियारों का प्रबंध करने के अलावा व्यक्ति, जिसको टारगेट करना था, उसकी जगह और फोटो भी उनके साथ साझी की गई थी। जिसके बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पंजाब में रोपड़ जिले के नंगल में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या की जांच केंद्रीय नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने शुरू की थी। इस मामले में NIA पंजाब की विभिन्न जेलों से करीब 4 गैंगस्टर प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। जिनसे पुलिस पिछले करीब चार दिन से पूछताछ कर रही है। कल दोबारा आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए आरोपियों में सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का निवासी नवांशहर, मनदीप कुमार उऱ्फ मंगली उर्फ मंगी निवासी नवांशहर, गुरप्रीत राम निवासी पन्नू माजरा, एसबीएस नगर और जगजीत राजू निवासी माहिलपुर, जिला होशियारपुर हैं। सभी को पंजाब पुलिस की टीमों ने गिरफ्तार कर लिया था। मगर एनआईए द्वारा केस दर्ज किए जाने के बाद पहली बात एजेंसी उक्त आरोपियों से पूछताछ कर रही है। प्रभाकर हत्याकांड में पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि आरोपियों के लिंक पाकिस्तान से हैं और हत्या भी पाकिस्तान के इशारे पर की गई थी। पुर्तगाल में बैठे हैंडलर्स ने की थी फंडिंग, ऑर्डर पाक से मिले बता दें कि विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के 2 दिन बाद पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों मनदीप कुमार उर्फ मंगी और सुरिंदर कुमार उर्फ रिक्का को गिरफ्तार किया था। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया कि प्रभाकर की हत्या के लिए ऑर्डर पाकिस्तान मैं बैठे उनके आका ने दिए थे। मगर हत्या के लिए उनको फंडिंग पुर्तगाल से की गई थी। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने ये दावा किया था कि आईएसआई के कहने पर दोनों आरोपी काफी समय से पंजाब में काम कर रहे थे। इनको पंजाब पुलिस की एजेंसी स्टेट स्पेशल ऑपरेटिंग सेल (एसएसओसी) मोहाली द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 13 अप्रैल को गोलियां मारकर की थी हत्या बता दें कि 13 अप्रैल की शाम रूपनगर के नंगल के रेलवे रोड पर स्थित वीएचपी नंगल मंडल के प्रधान विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की दुकान पर दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। एक हमलावर ने हेलमेट लगाया था और दूसरे ने मफलर के साथ मुंह ढका था। पुलिस हत्या में इस्तेमाल .32 बोर के दो पिस्टल बरामद कर चुकी है। साथ ही पुलिस को आरोपियों से करीब 16 जिंदा कारतूस और एक खाली कारतूस भी मिला था। दोनों शूटर एन्क्रिप्टेड एप्स से विदेश आधारित हैंडलरों के संपर्क में थे। इस कत्ल को अंजाम देने के लिए फंड और हथियारों का प्रबंध करने के अलावा व्यक्ति, जिसको टारगेट करना था, उसकी जगह और फोटो भी उनके साथ साझी की गई थी। जिसके बाद आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर में डॉक्टर से मांगी 20 लाख की फिरौती:BNS के तहत गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ FIR, 2 आरोपी काबू
अमृतसर में डॉक्टर से मांगी 20 लाख की फिरौती:BNS के तहत गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ FIR, 2 आरोपी काबू पंजाब के अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत आते सभी थाने अपग्रेड कर दिए गए हैं। रात 12 बजे के बाद हुई घटनाओं को अब नए नियमों अनुसार भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत अब मामले दर्ज किए जा रहे हैं। नई न्याय संहिता के लागू होने के बाद अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार, गोल्डी बराड़ के खिलाफ ये मामला थाना सिविल लाइन में दर्ज किया गया है। ये फिरौती मांगने का मामला है। जिसे डॉ. कुलविंदर सिंह ने दर्ज करवाया है। डॉ. कुलविंदर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि उसे गोल्डी बराड़ की तरफ से फोन आया और उससे 20 लाख रुपए की मांग की गई है। आरोपी ने पैसे देने का दबाव बनाया है, अन्यथा वे उसे मरवा देगा। जिसके बाद अमृतसर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए BNS के तहत 308(4) और 351(2) का मामला दर्ज किया है। 2 आरोपियों को किया काबू पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि गोल्डी बराड़ के नाम पर पूर्व सरकारी डॉक्टर को फिरौती के लिए कॉल की गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो थाना डी- डिवीजन के अंतर्गत आते प्रताप नगर के रहने वाले हैं। दोनों के फोन रिकवर कर लिए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। NIA कर चुकी है आतंकी घोषित देश में जांच एजेंसी NIA गोल्डी बराड़ को पहले ही आतंकी घोषित कर चुकी है। इतना ही नहीं, NIA की तरफ से गोल्डी बराड़ के खिलाफ 10 लाख रुपए का ईनाम भी रखा गया है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ विदेश में रह कर गोल्डी बराड़ का नेटवर्क संभालता है। इतना ही नहीं, दो साल पहले मारे गए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी गोल्डी बराड़ का नाम मुख्य आरोपियों की सूची में है।
पंजाब SGPC की पूर्व अध्यक्ष महिला आयोग में हुई पेश:जागीर कौर को धामी ने कहे थे आपत्तिजनक शब्द, दो दिन पहले मांगी माफी
पंजाब SGPC की पूर्व अध्यक्ष महिला आयोग में हुई पेश:जागीर कौर को धामी ने कहे थे आपत्तिजनक शब्द, दो दिन पहले मांगी माफी मोहाली में पंजाब की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) अध्यक्ष की ओर से की गई अभद्र टिप्पणी के मामले को लेकर SGPC की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर बुधवार को महिला आयोग में पेश हुई। बीबी जागीर कौर को महिला आयोग ने नोटिस भेजा था। वहीं SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी इस मामल में दो दिन पहले माफी मांग चुके हैं। शनिवार को शुरू हुए विवाद में SGPC अध्यक्ष धामी ने पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। मामला मीडिया में आने के बाद महिला आयोग ने इस पर स्वंय संज्ञान लिया और धामी को 17 दिसंबर तक जवाब देने के आदेश जारी किए। धामी ने इस दौरान महिला आयोग को अपना जवाब सौंपा और बताया कि उनसे गलती हुई है और वह इसके लिए माफी मांगते हैं। लेकिन महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने साफ किया कि सिर्फ माफी मांगने से यह मामला खत्म नहीं होगा। इस मामले को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष लाली गिल ने एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को नोटिस जारी किया था। जिसके अनुसार उन्हें 17 दिसंबर तक आकर अपना पक्ष रखना था। जिसके बाद SGPC अध्यक्ष धामी ने महिला आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखा। ये है पूरा मामला दरअसल SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने एक इंटरव्यू में तीन बार SGPC की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। धामी एक वेब चैनल से फोन पर बात कर रहे थे। शनिवार को श्री अकाल तख्त सचिवालय को माफीनामा सौंपते हुए धामी ने कहा था कि फोन पर बात करते समय अनजाने में मुझसे कुछ आपत्तिजनक शब्द निकल गए। इस पद की गरिमा के विपरीत भाषा के लिए मैं माफी मांगता हूं। मैं बीबी जागीर कौर और सभी महिलाओं से माफी मांगता हूं। अकाल तख्त साहिब सभी सिखों के लिए सर्वोच्च है। मैं अकाल तख्त द्वारा दिए गए किसी भी आदेश का पालन करूंगा।
बठिंडा की धोबियाना बस्ती में पुलिस की छापेमारी:संदिग्धों को हिरासत में लिया, अधिकारी बोले- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा
बठिंडा की धोबियाना बस्ती में पुलिस की छापेमारी:संदिग्धों को हिरासत में लिया, अधिकारी बोले- आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा बठिंडा पुलिस ने आज नशे के लिए बदनाम धोबियाना बस्ती में छापेमारी की। पुलिस ने घरों और वाहनों की चेकिंग की। छापेमारी के दौरान पुलिस बल के साथ पहुंचे स्टाफ 2 के इंचार्ज करणवीर सिंह ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया।
इंस्पेक्टर करणवीर सिंह ने बताया कि उन्हें नशे के कारोबार के बारे में कुछ इनपुट मिले थे और उन लोगों के घरों की तलाशी ली जा रही है जो कभी नशे और कारोबार से जुड़े थे और नशा बेचते थे। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा उन्होंने कहा कि ताकि नशे के कारोबारियों पर लगाम लगाई जा सके। नशे के कारोबार को रोका जा सके और नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।