पंजाब के भाखड़ा नहर से पानी की कटौती करने पर हरियाणा में हालात बिगड़ने लगे हैं। इसे देखते हुए लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने चंडीगढ़ में अधिकारियों से मीटिंग की। जिसके बाद सभी जिलों में तैनात एसई, एक्सईन, एसडीओ, जेई को किसी भी हालत में हेडक्वार्टर ना छोड़ने को कहा गया है। जहां पानी की किल्लत है, वहां दूसरी जगह से पानी लेकर उपलब्ध कराएं। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि हिसार, सिरसा, महेंद्रगढ़, नारनौल और फतेहाबाद में दिक्कत ज्यादा है। पेयजल की राशनिंग की जा रही है। इसके हिसाब से अगर किसी इलाके में एक दिन छोड़ कर पानी जाता था, तो वहां पेयजल सप्लाई के समय में कमीं की गई है। मंत्री गंगवा ने कहा… प्रदेश में 11,567 ट्यूबवेल है, जिनके जरिए पेयजल की सप्लाई की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं, नहरों में उपलब्ध पानी की टैंकरों से लिफ्टिंग कराकर टैंक में डलवाया जा रहा है। उधर, पंजाब सरकार ने नंगल स्थित भाखड़ा डैम पर पुलिस का घेरा डाल दिया है। डैम के कंट्रोल रूम की चाबी भी पंजाब पुलिस ने ले ली है। किसी को डैम के आसपास जाने की इजाजत नहीं है।
गुरुवार शाम को इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ में मीटिंग की। जिसमें CM भगवंत मान के साथ AAP के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे। मीटिंग के बाद पंजाब में AAP के प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा कल शुक्रवार सुबह 10 बजे पंजाब में सर्वदलीय मीटिंग बुला ली गई है। सोमवार को पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन भी बुलाया गया है। यह बवाल तब बढ़ा, जब बुधवार देर शाम भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) की इमरजेंसी मीटिंग हुई, जिसमें हरियाणा को 4 हजार क्यूसिक की जगह पूरे साढ़े 8 हजार क्यूसिक पानी देना तय हुआ। मगर, पंजाब सरकार ने ये आदेश मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद बोर्ड में पंजाब के कोटे से नियुक्त वाटर रेगुलेशन डायरेक्टर इंजीनियर आकाशदीप को हटाकर हरियाणा कोटे के इंजीनियर संजीव कुमार को लगा दिया गया। इसके कुछ देर बाद ही बोर्ड के हरियाणा कोटे के सेक्रेटरी सुरिंदर मित्तल को हटा दिया गया। उनकी जगह पंजाब कोटे से नियुक्त बलवीर सिंह को चार्ज दे दिया गया। विवाद बढ़ने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद भी नंगल डैम पहुंच गए। उन्होंने वहां तैनात पुलिस से डैम की स्थिति की बारे में जायजा लिया। पानी विवाद पर पंजाब CM भगवंत मान की 4 अहम बातें… हरियाणा CM की पानी विवाद पर 3 अहम बातें… पानी के विवाद पर पंजाब और हरियाणा के नेताओं ने क्या कहा… बता दें कि पंजाब ने करीब 17 दिन से भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले साढ़े 8 हजार क्यूसिक पानी को घटाकर 4 हजार कर दिया। पंजाब के CM भगवंत मान ने कहा कि हरियाणा अपने कोटे का पानी मार्च में ही खत्म कर चुका है। वह 4 हजार क्यूसिक भी मानवता के आधार पर दे रहे हैं। जल संकट से निपटने के लिए तैयार हरियाणा सरकार… पंजाब के भाखड़ा नहर से पानी की कटौती करने पर हरियाणा में हालात बिगड़ने लगे हैं। इसे देखते हुए लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने चंडीगढ़ में अधिकारियों से मीटिंग की। जिसके बाद सभी जिलों में तैनात एसई, एक्सईन, एसडीओ, जेई को किसी भी हालत में हेडक्वार्टर ना छोड़ने को कहा गया है। जहां पानी की किल्लत है, वहां दूसरी जगह से पानी लेकर उपलब्ध कराएं। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि हिसार, सिरसा, महेंद्रगढ़, नारनौल और फतेहाबाद में दिक्कत ज्यादा है। पेयजल की राशनिंग की जा रही है। इसके हिसाब से अगर किसी इलाके में एक दिन छोड़ कर पानी जाता था, तो वहां पेयजल सप्लाई के समय में कमीं की गई है। मंत्री गंगवा ने कहा… प्रदेश में 11,567 ट्यूबवेल है, जिनके जरिए पेयजल की सप्लाई की व्यवस्था की गई है। इतना ही नहीं, नहरों में उपलब्ध पानी की टैंकरों से लिफ्टिंग कराकर टैंक में डलवाया जा रहा है। उधर, पंजाब सरकार ने नंगल स्थित भाखड़ा डैम पर पुलिस का घेरा डाल दिया है। डैम के कंट्रोल रूम की चाबी भी पंजाब पुलिस ने ले ली है। किसी को डैम के आसपास जाने की इजाजत नहीं है।
गुरुवार शाम को इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ में मीटिंग की। जिसमें CM भगवंत मान के साथ AAP के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे। मीटिंग के बाद पंजाब में AAP के प्रधान अमन अरोड़ा ने कहा कल शुक्रवार सुबह 10 बजे पंजाब में सर्वदलीय मीटिंग बुला ली गई है। सोमवार को पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन भी बुलाया गया है। यह बवाल तब बढ़ा, जब बुधवार देर शाम भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) की इमरजेंसी मीटिंग हुई, जिसमें हरियाणा को 4 हजार क्यूसिक की जगह पूरे साढ़े 8 हजार क्यूसिक पानी देना तय हुआ। मगर, पंजाब सरकार ने ये आदेश मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद बोर्ड में पंजाब के कोटे से नियुक्त वाटर रेगुलेशन डायरेक्टर इंजीनियर आकाशदीप को हटाकर हरियाणा कोटे के इंजीनियर संजीव कुमार को लगा दिया गया। इसके कुछ देर बाद ही बोर्ड के हरियाणा कोटे के सेक्रेटरी सुरिंदर मित्तल को हटा दिया गया। उनकी जगह पंजाब कोटे से नियुक्त बलवीर सिंह को चार्ज दे दिया गया। विवाद बढ़ने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद भी नंगल डैम पहुंच गए। उन्होंने वहां तैनात पुलिस से डैम की स्थिति की बारे में जायजा लिया। पानी विवाद पर पंजाब CM भगवंत मान की 4 अहम बातें… हरियाणा CM की पानी विवाद पर 3 अहम बातें… पानी के विवाद पर पंजाब और हरियाणा के नेताओं ने क्या कहा… बता दें कि पंजाब ने करीब 17 दिन से भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले साढ़े 8 हजार क्यूसिक पानी को घटाकर 4 हजार कर दिया। पंजाब के CM भगवंत मान ने कहा कि हरियाणा अपने कोटे का पानी मार्च में ही खत्म कर चुका है। वह 4 हजार क्यूसिक भी मानवता के आधार पर दे रहे हैं। जल संकट से निपटने के लिए तैयार हरियाणा सरकार… पंजाब | दैनिक भास्कर
