पंजाब सरकार अक्टूबर महीने में पंचायती चुनाव करवा सकती हैं। पंचायतों को भंग करने के बाद अब पंचायत समितियों को भी भंग कर दिया गया है। जिसके बाद अब जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO) चुनाव होने तक पंचायतों का कामकाज देखेंगे। बता दें कि पंजाब में 13,000 ग्राम पंचायतें पहले ही भंग हो चुकी हैं। शेष 153 में से 76 पंचायत समितियां सरकार ने भंग कर दी हैं। इस संबंध में पंजाब सरकार की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। पंजाब सरकार अक्टूबर महीने में पंचायती चुनाव करवा सकती हैं। पंचायतों को भंग करने के बाद अब पंचायत समितियों को भी भंग कर दिया गया है। जिसके बाद अब जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (DDPO) चुनाव होने तक पंचायतों का कामकाज देखेंगे। बता दें कि पंजाब में 13,000 ग्राम पंचायतें पहले ही भंग हो चुकी हैं। शेष 153 में से 76 पंचायत समितियां सरकार ने भंग कर दी हैं। इस संबंध में पंजाब सरकार की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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नए कानून की टॉप 7 में हरियाणा की 1 FIR:हिमाचल की 2 शामिल, पंजाब में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ केस दर्ज
नए कानून की टॉप 7 में हरियाणा की 1 FIR:हिमाचल की 2 शामिल, पंजाब में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ केस दर्ज देश में 3 नए कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हो गए हैं। इन्हें IPC (1860), CrPC (1973) और एविडेंस एक्ट (1872) की जगह लाया गया है। इसके तहत देश में दर्ज हुईं पहली 7 FIR में 2 हिमाचल और 1 हरियाणा की शामिल है। हरियाणा के सोनीपत सदर थाना में पहली FIR दर्ज हुई। ये मामला लूटपाट का है। जिसमें बीएनएस की धारा 309 (4) लगाई गई है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के धनोटू थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत पहला मामला दर्ज किया गया। यह मामला मारपीट का है और बीती रात 1:45 बजे दर्ज किया गया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 323 और 341 की जगह बीएनएस की धारा 126 (2), 115 (2), 351 (2) और 352 के तहत मामला दर्ज किया है। बीएनएस के तहत दूसरा मामला शिमला के ढली थाने में दर्ज किया गया। वहीं पंजाब में पहली एफआईआर धुरी के थाना सदर में दर्ज की गई है। ये एफआईआर 303 BNS के तहत दर्ज हुई है। ये मामला चोरी का है। इसके साथ अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ BNS के तहत 308(4) और 351(2) का मामला दर्ज किया है। ये फिरौती मांगने का मामला है। जिसमें दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। देश में नए कानूनों के तहत दर्ज पहलीं 7 FIR… हिमाचल में अब तक 5 केस दर्ज
हिमाचल पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने बताया कि तीन नए आपराधिक कानून लागू हो गए हैं। पहला मामला धनोटू पुलिस थाना में रात दर्ज किया गया। दोपहर तक कुल पांच केस नए कानूनों के तहत दर्ज किए गए। इनमें धनोटू, ढली, हमीरपुर सदर, अंब और नूरपूर थाना में केस दर्ज किए गए। धनोटू पुलिस के अनुसार रात 1:45 बजे स्थानीय निवासी राकेश कुमार और संजय कुमार के बीच झगड़ा हो गया। बताया जा रहा है कि राकेश कुमार ने संजय कुमार को अपनी जमीन पर काम करने से रोका और कहा कि ऐसा करने से खड्ड (नदी) का पानी उसके घर में आ जाएगा। इससे उसके घर को खतरा पैदा हो जाएगा। इस पर संजय कुमार ने राकेश की पिटाई कर दी। रात करीब 1:15 बजे राकेश कुमार शिकायत लेकर धनोटू थाने पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने रात में ही उसका मेडिकल करवाया और करीब 1:45 बजे नए कानून के तहत एफआईआर दर्ज की। ढली में लकड़ी के स्लिपर ले जाते हुए गाड़ी पकड़ी
नए कानून के तहत दूसरा मामला शिमला के ढली पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया। SHO त्रिलोचन नेगी ने बताया कि ढली पुलिस ने तड़के सुबह अवैध रूप से लकड़ी ले जा रही गाड़ी को पकड़ा। सुबह पौने सात बजे के करीब ढली थाना में BNS के तहत 303(2) में केस रजिस्टर कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुराने कानून के तहत इसमें आईपीसी की 379 लगनी थी।
फाजिल्का एसएसपी को किया सम्मानित:छाबड़ा बिरादरी सभा ने राइस मिल में चोरी का खुलासा करने पर किया धन्यवाद
फाजिल्का एसएसपी को किया सम्मानित:छाबड़ा बिरादरी सभा ने राइस मिल में चोरी का खुलासा करने पर किया धन्यवाद फाजिल्का में आज छाबड़ा बिरादरी सभा के लोग एसएसपी डा. प्रज्ञा जैन का धन्यवाद कर उन्हे सम्मानित करने के लिए पहुंचे l इस मौके पर पहुंचे छाबड़ा बिरादरी सभा के अध्यक्ष शिव कुमार छाबड़ा ने बताया कि बीते दिन फाजिल्का के गांव घुबाया के छाबड़ा राइस मिल से लाखों रुपयों के चावल के बैग चोरी कर लिए गए l दीवार तोड़कर चोर गाड़ी में चावल के बैग भर फरार हो गए l चैलेंज बना ये केस पुलिस ने आखिर सुलझा लिया और इस मामले में न सिर्फ चोरी हुए चावल के बैग बरामद किए बल्कि करीब 6 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया l पुलिस की इस कामयाबी देखते हुए अब छाबड़ा बिरादरी सभा के लोगों ने फाजिल्का के एसएसपी दफ्तर पहुंच एसएसपी डाक्टर प्रज्ञा जैन को सम्मानित कर उनका धन्यवाद किया l साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस की सतर्कता के मद्देनजर ही लोकसभा चुनावों के दौरान भी फाजिल्का में कोई भी गैर कानूनी गतिविधि नही हुई और अमन अमान शांति से चुनाव संपन्न हुए l उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारी जिले में हो तो लोग खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं l
सुखबीर बादल की सेवादारी का आखिरी दिन:कल श्री अकाल तख्त साहिब माथा टेक सजा करेंगे पूरी; हमलावर नारायण चौड़ा से पूछताछ जारी
सुखबीर बादल की सेवादारी का आखिरी दिन:कल श्री अकाल तख्त साहिब माथा टेक सजा करेंगे पूरी; हमलावर नारायण चौड़ा से पूछताछ जारी श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर बादल एवं अन्य नेताओं को धार्मिक सजा के तौर पर दी गई सेवादारी का आखिरी दिन है। आज सजा पूरी करने के बाद सुखबीर बादल कल (शुक्रवार को) श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचेंगे। जहां सुखबीर बादल अन्य नेताओं के साथ नतमस्तक होकर अपनी सजा पूरी कर लेंगे। इस सजा के पूरे होने के बाद पंजाब में अकाली दल को दोबारा से खड़े करने के प्रयास शुरू हो जाएंगे। सुखबीर बादल आज श्री मुक्तसर साहिब में अपनी सजा पूरी कर रहे हैं। जहां सबसे पहले सेवादार का चौला पहन सेवा निभाई, फिर बर्तनों की सफाई व कीर्तन श्रवण का आदेश है। आज के दिन की सजा पूरी होने के बाद सुखबीर बादल के 10 दिन सजा के पूरे हो जाएंगे। इस दौरान उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब के अलावा गोल्डन टेंपल, श्री केशगढ़ साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सजा पूरी कर चुके हैं। अनुमान है कि वे कल अमृतसर पहुंचेंगे और आदेशों के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में अपनी सजा के पूरे किए जाने की जानकारी देंगे। इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करवाकर वे अपनी सजा को पूरा करेंगे। कल के बाद कभी भी इस्तीफा हो सकता है मंजूर श्री अकाल तख्त साहिब ने सजा सुनाते समय स्पष्ट किया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का दोबारा से गठन किया जाए। इन आदेशों के अनुसार, एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी जिम्मेदारी नई भर्ती कर 6 महीने में अकाली दल का नया ढांचा तैयार करने की है। इसके साथ ही अकाली दल कोर कमेटी को आदेश है कि सुखबीर बादल सहित अन्य लोगों के आए इस्तीफों को मंजूर कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। अब जब सुखबीर बादल की सजा पूरी हो रही है तो उनका इस्तीफा कभी भी मंजूर हो सकता है और अकाली दल के नए ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 4 दिसंबर को सजा पूरी करते समय हुआ था हमला 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए। तीसरी बार बढ़ा चौड़ा का पुलिस रिमांड सुखबीर बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा अभी भी पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 5 दिसंबर को उसे कोर्ट में पेश किया था और तीन दिन का रिमांड मिला। तब से लेकर अभी तक चौड़ा दो और बार अमृतसर कोर्ट में पेश हो चुका है और कोर्ट 3-3 दिन का रिमांड पुलिस को दे रही है। मजीठिया बार-बार उठा रहे पुलिस जांच पर सवाल पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया 10 के करीब वीडियो मीडिया के सामने रख चुके हैं। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है, वहीं एक अन्य भी इस मामले में साथ है। मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग रखी है कि चीफ सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच डीजीपी रैंक के अधिकारी को दी जाए। बिक्रम मजीठिया ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव को 13 पन्नों का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने एसपी हरपाल सिंह रंधावा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की भी गुहार लगाई है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर की इंक्वायरी को खारिज कर दिया है।