पंजाब पुलिसकर्मी एक्स्ट्रा इनकम के लिए चला रहा टैक्सी:बैन ऐप के जरिए बैठाया सवारी, नवांशहर में टैक्सी यूनियन ने पकड़ा

पंजाब पुलिसकर्मी एक्स्ट्रा इनकम के लिए चला रहा टैक्सी:बैन ऐप के जरिए बैठाया सवारी, नवांशहर में टैक्सी यूनियन ने पकड़ा

नवांशहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पंजाब पुलिस का एक जवान सरकार द्वारा प्रतिबंधित बला-बला ऐप के जरिए अवैध टैक्सी सेवा चला रहा था। यह खुलासा स्थानीय टैक्सी यूनियन की सतर्कता से हुआ। मामले के अनुसार, अमृतसर में तैनात पुलिसकर्मी फतेह सिंह अपनी निजी कार को टैक्सी की तरह इस्तेमाल कर रहा था। टैक्सी यूनियन के सदस्यों ने एक ग्राहक बनकर नवांशहर से चंडीगढ़ के लिए 120 रुपए में राइड बुक की। मेंहदीपुर ओवरब्रिज के पास यूनियन के लोगों ने कार को रोका, जिस पर पंजाब पुलिस का स्टिकर लगा हुआ था। यह गैरकानूनी धंधा नवांशहर और आसपास के जिलों में बेरोकटोक चल रहा है, जिससे न केवल टैक्सी और बस ऑपरेटरों को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को भी हर महीने लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। ट्रैफिक इंचार्ज सुभाष चंद ने बताया कि टैक्सी यूनियन लगातार इस तरह की शिकायतें कर रही थी। उन्होंने पुष्टि की कि पुलिसकर्मी के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई है। यह घटना प्रतिबंधित ऐप के निरंतर दुरुपयोग और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों द्वारा ही नियमों की अवहेलना का गंभीर मामला है। नवांशहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पंजाब पुलिस का एक जवान सरकार द्वारा प्रतिबंधित बला-बला ऐप के जरिए अवैध टैक्सी सेवा चला रहा था। यह खुलासा स्थानीय टैक्सी यूनियन की सतर्कता से हुआ। मामले के अनुसार, अमृतसर में तैनात पुलिसकर्मी फतेह सिंह अपनी निजी कार को टैक्सी की तरह इस्तेमाल कर रहा था। टैक्सी यूनियन के सदस्यों ने एक ग्राहक बनकर नवांशहर से चंडीगढ़ के लिए 120 रुपए में राइड बुक की। मेंहदीपुर ओवरब्रिज के पास यूनियन के लोगों ने कार को रोका, जिस पर पंजाब पुलिस का स्टिकर लगा हुआ था। यह गैरकानूनी धंधा नवांशहर और आसपास के जिलों में बेरोकटोक चल रहा है, जिससे न केवल टैक्सी और बस ऑपरेटरों को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को भी हर महीने लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है। ट्रैफिक इंचार्ज सुभाष चंद ने बताया कि टैक्सी यूनियन लगातार इस तरह की शिकायतें कर रही थी। उन्होंने पुष्टि की कि पुलिसकर्मी के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई है। यह घटना प्रतिबंधित ऐप के निरंतर दुरुपयोग और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों द्वारा ही नियमों की अवहेलना का गंभीर मामला है।   पंजाब | दैनिक भास्कर