पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में तीन सीटें आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जीती गईं हैं। उक्त तीनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाले तीनों विधायक आज पहली बार राज्य के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान से मिले। इसे लेकर सीएम भगवंत सिंह मान ने फोटो जारी किया और तीनों को मिली नई जिम्मेदारियों को लेकर नेताओं को बधाई भी दी। पंजाब के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान ने सोशल मीडिया पर लिखा- उपचुनाव के दौरान लोगों द्वारा नए चुने गए विधान सभा हलका गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों, डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा और चब्बेवाल से ईशांक चबेवाल से चंडीगढ़ में मुलाकात की गई। मुलाकात में सभी को उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए बधाई दी। सभी को लोगों की सेवा करने और बिना किसी पक्षपात के अपने विधान सभा क्षेत्रों में विकास कार्य करने के लिए कहा गया। सीएम मान द्वारा शेयर की गई पोस्ट…. पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में तीन सीटें आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा जीती गईं हैं। उक्त तीनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाले तीनों विधायक आज पहली बार राज्य के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान से मिले। इसे लेकर सीएम भगवंत सिंह मान ने फोटो जारी किया और तीनों को मिली नई जिम्मेदारियों को लेकर नेताओं को बधाई भी दी। पंजाब के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान ने सोशल मीडिया पर लिखा- उपचुनाव के दौरान लोगों द्वारा नए चुने गए विधान सभा हलका गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों, डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा और चब्बेवाल से ईशांक चबेवाल से चंडीगढ़ में मुलाकात की गई। मुलाकात में सभी को उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए बधाई दी। सभी को लोगों की सेवा करने और बिना किसी पक्षपात के अपने विधान सभा क्षेत्रों में विकास कार्य करने के लिए कहा गया। सीएम मान द्वारा शेयर की गई पोस्ट…. पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में वोटिंग से पहले ED का एक्शन:ईडी की कुर्क की जमीन पर हो रही थी अवैध माइनिंग; 13 जगहों पर रेड, 3 करोड़ बरामद
पंजाब में वोटिंग से पहले ED का एक्शन:ईडी की कुर्क की जमीन पर हो रही थी अवैध माइनिंग; 13 जगहों पर रेड, 3 करोड़ बरामद पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए 1 जून को होने वाली वोटिंग से पहले एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने बड़ा एक्शन लिया है। जालंधर ED ने अवैध खनन को लेकर प्रदेश में 13 जगहों पर रेड की है। जहां से 3 करोड़ रुपए बरामद होने की सूचना है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर अवैध माइनिंग की गई, वह ED की तरफ से जब्त की गई थी। यह जमीन ड्रग स्मगलिंग से जुड़े जगदीश सिंह उर्फ भोला के मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दौरान सामने आई थी। जिसे ईडी ने जब्त कर लिया था। हालांकि बाद में इसमें अवैध माइनिंग होने लगी। जिसके बाद ईडी ने यह रेड की। यह जांच रोपड़ जिले में ही 13 लोकेशनों पर चल रही है। सूत्रों ने बताया कि इस कथित अवैध खनन मामले में कुछ आरोपियों में नसीबचंद और श्री राम क्रशर भी शामिल हैं। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं….
लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल
लॉरेंस गैंग में 700 शूटर, जिनमें 70% हरियाणा-पंजाब के:छोटी उम्र के क्रिमिनल्स का जेल से सिलेक्शन; मूसेवाला, गोगामेड़ी और सिद्दीकी मर्डर में शामिल गैंगस्टर लॉरेंस का नाम इन दिनों देश से लेकर विदेश तक में चर्चा में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लॉरेंस गैंग के लिए करीब 700 से ज्यादा शॉर्प शूटर काम कर रहे हैं। इनमें से 70 प्रतिशत शूटर पंजाब और हरियाणा से हैं। बाकी 30% शूटर राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मुंबई, दिल्ली और अन्य राज्यों के हैं। पंजाब और हरियाणा में लॉरेंस गैंग का बड़ा नेटवर्क है। ऐसा इसलिए, क्योंकि चंडीगढ़ में छात्र राजनीति के दौरान लॉरेंस के हरियाणा और पंजाब के कई प्रमुख छात्र नेताओं के साथ लिंक बने, जो इस वक्त राज्य में अपनी अच्छी पैठ रखते हैं और राज्य के अच्छे जानकार हैं। हरियाणा में काला जठेड़ी, अनिल रोहिल और राहुल बाबा प्रमुख गैंग हैंडलर हैं। वहीं, पंजाब में गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, अनमोल बिश्नोई, सचिन बिश्नोई, काली शूटर और कुछ लोकल गैंग भी लॉरेंस के लिए काम करते हैं। पंजाब और हरियाणा की जेलों में बंद इन गैंगस्टरों के गुर्गे शूटरों को जोड़ने का काम करते हैं। दैनिक भास्कर ने जब कुछ शूटरों के प्रोफाइल खंगाले तो ज्यादातर में यही बात सामने आई कि जेल में उनकी पहचान लॉरेंस गैंग के साथ हुई थी। कम उम्र में छोटा क्राइम कर जेल में आए आरोपी लॉरेंस का टारगेट
जब पिछली कुछ बड़ी वारदातें करने वाले शूटरों की प्रोफाइल खंगाली तो उसमें कई चीजें कॉमन मिलीं। इसमें सबसे प्रमुख शूटरों की उम्र, क्रिमिनल रिकॉर्ड, घर की स्थिति और पारिवारिक मजबूरी जैसे बातें शामिल हैं। ज्यादातर शूटरों के प्रोफाइल में यही मिला कि छोटा क्राइम कर जेल में गए, वहां पर लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों से मिले। इसके बाद किसी को गोल्डी बराड़ से, तो किसी को अनमोल बिश्नोई से बात करवाकर गैंग में शामिल करा दिया गया। जेल से बाहर निकलते ही शूटरों को टारगेट के साथ पैसे और हथियार दिए जाते और फिर वारदात के लिए भेज दिया जाता। लॉरेंस गैंग की हाईप्रोफाइल हत्याओं में यही तरीका अपनाया गया। इसमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला का मर्डर, राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड, मुंबई में NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या या फिर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग का मामला हो। सिग्नल ऐप का इस्तेमाल करते हैं सभी शूटर
लॉरेंस खुद और उसके गुर्गों की चार्जशीट में इसका खुलासा हो चुका है कि वह सिग्नल ऐप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। लॉरेंस के इंटरव्यू मामले की जांच में भी पता चला था कि इंटरव्यू सिग्नल ऐप के जरिए दिया गया था। इसके साथ बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटरों ने भी माना था कि सिग्नल ऐप के जरिए वह लॉरेंस के भाई अनमोल को सारे मामले की अपडेट दे रहे थे। अब पढ़ें देश के प्रमुख हत्याकांड में शामिल शूटरों का कबूलनामा…. 1. बाबा सिद्दीकी हत्या केस में लॉरेंस के शूटर गुरमेल का कबूलनामा
महाराष्ट्र के बांद्रा में 12 अक्टूबर को पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें हरियाणा के कैथल का रहने वाला शूटर गुरमेल भी शामिल थी। गुरमेल ने बाबा सिद्दीकी को गोलियां मारी थीं। गुरमेल से पूछताछ में पता चला है कि उसकी जेल में लॉरेंस गैंग के गुर्गों के साथ पहचान हुई थी। गुरमेल ने 2019 में दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से गोदकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे जेल हुई। वहां वह लॉरेंस गैंग के टच में आ गया। जमानत मिलने पर वह मुंबई चला गया। 2. बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में जालंधर के जीशान की मुख्य भूमिका
बाबा सिद्दीकी की हत्या में पंजाब में जालंधर के गांव शंकर के रहने वाले जीशान अख्तर का नाम भी सामने आया था। जीशान अख्तर ने हत्या से पहले रेकी और हत्या के समय तक की सारी रिपोर्ट लॉरेंश के भाई अनमोल तक पहुंचाई। हत्या को लेकर सारा कोऑर्डिनेट जीशान ने किया। जीशान पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह 7 जून को जेल से बाहर आया था। जालंधर देहात पुलिस ने उसे आखिरी बार गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में माना कि जेल में उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के प्रमुख सरगना विक्रम बराड़ के साथ हुई थी। इसके बाद उसने विक्रम बराड़ के साथ मिलकर पंजाब और राजस्थान में एक के बाद एक 9 वारदातें कीं। ऐसा सिर्फ इसलिए किया गया कि वह लॉरेंस की गुडबुक्स में आ सके। जीशान ने लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही आरोपी है, जो सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर आरोपियों के रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जीशान अभी भी फरार चल रहा है। 3. दिल्ली जिम मालिक हत्याकांड में सोनीपत का नवीन शामिल
12 सितंबर 2024 को दक्षिण दिल्ली के पॉश एरिया ग्रेटर कैलाश-1 में जिम के बाहर होटल-जिम मालिक व फाइनेंसर नादिर शाह की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या में लॉरेंस के एसोसिएट रोहित गोदारा गैंग का हाथ था। इस केस में दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले नवीन बालियान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसकी रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग से पहचान जेल में हुई थी। 4. सलमान खान के घर फायरिंग में गुरुग्राम का कालू का नाम
अप्रैल माह में हुई सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग में शूटर विशाल उर्फ कालू का नाम सामने आया था। वह गुरुग्राम के महावीरपुरा का रहने वाला है। कालू की बहन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि भाई जब से गायब हुआ है, तब से न तो उसकी कोई खबर है और न ही उसने कभी फोन से संपर्क किया। जांच में पता चला कि कालू लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा का खास शूटर है। मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक उसकी लॉरेंस के एसोसिएट गैंग रोहित गोदारा से जान पहचान जेल में बंद उसके एक दोस्त ने करवाई थी। जिसके बाद उसने रोहतक के स्क्रैप कारोबारी सचिन गोदा की हत्या की थी। जिसकी CCTV फुटेज और हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट भी सोशल मीडिया पर रिलीज हुआ था। 5. प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला को मारी गोलियां
हरियाणा के सोनीपत का कुख्यात बदमाश प्रियव्रत फौजी लॉरेंस गैंग का प्रमुख शूटर है। मूसेवाला मर्डर के अलावा फौजी पर 11 मामले दर्ज हैं। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई 2022 में मानसा के गांव जवाहरके में की गई थी। प्रियव्रत फौजी ने सिद्धू मूसेवाला के बदन में पहली गोली मारी थी। फौजी युवावस्था में पहलवान बनने के सपने संजोता था। बाद में वह गांव के अखाड़े में ही पहलवानी के गुर सीखते-सीखते खेल कोटे से भारतीय सेना में भर्ती भी हुआ। उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी। वहीं से उसने 10वीं की पढ़ाई पूरी की, लेकिन उसके बाद वह सेना की नौकरी छोड़कर गांव लौट आया। इसके बाद उसने साथियों के साथ जुलाई 2015 में शराब के नशे में धुत रहने वाले एक शख्स की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसे जेल भेजा गया तो उसकी पहचान लॉरेंस गैंग के कुछ साथियों के साथ हुई। जिसके बाद जेल से बाहर आकर उसने एक के बाद एक वारदात को अंजाम दिया। 6. सिद्धू मूसेवाला हत्या केस में हरियाणा का अंकित सिरसा
मूसेवाला हत्याकांड में सोनीपत जिले के रहने वाले अंकित सेरसा भी शामिल था। अंकित 18 साल की उम्र में ही हार्डकोर क्रिमिनल बन गया था। लॉरेंस गैंग के खास माने जाने वाले मोनू डागर के संपर्क में आने के बाद उसने राजस्थान में दो वारदातों को अंजाम दिया। जब सेरसा की मोनू डागर से मुलाकात हुई तो वह तब जेल में था। मोनू के जरिए वह अनमोल और अंकित के टच में आया और वहां से वह हाईप्रोफाइल सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का हिस्सा बना। अंकित अनमोल के कहने पर इस वारदात का हिस्सा बना था। ………….. गैंगस्टर लॉरेंस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस का इंटरव्यू, हाईकोर्ट की पंजाब पुलिस को फटकार:कहा- वाईफाई दिया, अफसर के ऑफिस को स्टूडियो बनाया, सांठ-गांठ की जांच जरूरी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने गैंगस्टर लॉरेंस के जेल के अंदर TV इंटरव्यू के लिए पंजाब पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने इंटरव्यू की इजाजत दी। सीनियर पुलिस ऑफिसर के कमरे को स्टूडियो के रूप में इस्तेमाल करने दिया। पूरी खबर पढ़ें… गैंगस्टर लॉरेंस के कस्टडी से इंटरव्यू केस में 7 सस्पेंड:इनमें 2 DSP, तीन SI और एक ASI भी शामिल; ड्यूटी में लापरवाही बरती गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में सरकार ने आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित SIT ने 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोताही व लापरवाही का आरोपी माना। इसके बाद सभी को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें…
खालिस्तान-समर्थक सांसद अमृतपाल के भाई की बेल पर सुनवाई आज:जालंधर में ड्रग्स सहित गिरफ्तार किया था हरप्रीत, कल लिया था 2 दिन का रिमांड
खालिस्तान-समर्थक सांसद अमृतपाल के भाई की बेल पर सुनवाई आज:जालंधर में ड्रग्स सहित गिरफ्तार किया था हरप्रीत, कल लिया था 2 दिन का रिमांड खालिस्तान समर्थक और श्री खडूर साहिब सीट से नव निर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह हैप्पी की बेल पर आज कोर्ट में सुनवाई होगी। एक दिन पहले ही पुलिस ने जालंधर सेशन कोर्ट से हैप्पी और उसके साथी का करीब दो दिन का रिमांड मिला है। पुलिस ने कोर्ट से दस दिन के रिमांड गुहार लगाई थी, मगर कोर्ट पुलिस की दलीलों से खुश नहीं थी, जिसके चलते सिर्फ दो दिन का रिमांड ग्रांट किया गया। आज कोर्ट में हैप्पी की बेल पर सुनवाई होगी। 4 ग्राम आइस बरामद हुई थी इसको लेकर फिल्लौर पुलिस ने जालंधर सेशन कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, जिसमें रिमांड की मांग की गई थी। जिस पर आज यानी शुक्रवार को सुनवाई हो रही है। हैप्पी को फिल्लौर पुलिस ने उसके साथी लवप्रीत के साथ 11 जुलाई की शाम फिल्लौर हाईवे से पकड़ा था। इनके पास से 4 ग्राम आइस बरामद हुई थी। निचली अदालत से दोनों का रिमांड न मिलने के कारण पुलिस ने एडिशनल सेशन जज केके जैन की अदालत में क्रिमिनल रिवीजन अर्जी दाखिल की है। जिस पर आज सुनवाई होगी। वहीं, हैप्पी और लवप्रीत जिस व्यक्ति से ड्रग्स लेकर आए थे, उसे पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। इनमें आइस सप्लायर संदीप अरोड़ा और संदीप के फोटोग्राफर दोस्त मनीष मरवाहा का नाम शामिल है। लुधियाना से 10 हजार की आइस लेकर आया था हैप्पी मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी और लवप्रीत अपने क्रेटा गाड़ी में सवार होकर लुधियाना के हैबोवाल के रहने वाले संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। पुलिस ने संदीप को भी पकड़ा लिया था। इस पर एसएसपी अंकुल गुप्ता ने कहा था कि रूटीन चेकिंग के दौरान पुलिस ने फिल्लौर हाईवे से दोनों को गिरफ्तार किया था। दोनों काले शीशे वाली सफेद क्रेटा कार में बैठकर ड्रग्स लेने की तैयारी कर रहे थे। आरोपियों के पास लाइटर और पन्नी थी। आरोपी से बरामद की गई क्रेटा। अमृतपाल के वकील ने कहा था कि झूठा पर्चा दर्ज किया खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ईमान सिंह ने हरप्रीत की गिरफ्तारी पर कहा था कि पुलिस ने सियासत के दबाव में आकर झूठा केस दर्ज किया है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी द्वारा बदलाखोरी की राजनीति की जा रही है। आम आदमी पार्टी द्वारा अमृतपाल की देखरेख में बनाई जा रही पार्टी को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे क्षेत्रीय पार्टी पंजाब में सिर न उठा सके। ये झूठा केस 2-4 ग्राम के लिए बना दिया गया। जिले का एसएसपी सिर्फ चार ग्राम नशीले पदार्थ के लिए प्रेसवार्ता कर रहा है। इस झूठे केस में उच्च अधिकारी कैसे शामिल हैं, एसएसपी की प्रेसवार्ता से पता चलता है। आगे तो कभी गाड़ियों की चेकिंग हाईवे पर नहीं हुई, मगर आज ही होनी थी। ऐसे में पहले भी अमृतपाल सिंह के परिवार को टारगेट किया गया था। कौन है अमृतपाल, जो नशा विरोधी मुहिम से सुर्खियों में आया अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव के रहने वाला है। अमृतपाल दुबई में रहते था। लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटा। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे का चीफ बन गया। इसके बाद अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलानी शुरू कर दी। उसने अपने गांव जल्लूपुर खेड़ा में नशा छुड़ाओ केंद्र तक खोला। अमृतपाल ने पंजाब में नशा विरोधी लहर भी चलाई। हालांकि इसी दौरान बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। जिस वजह से पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अमृतपाल पर देश विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाकर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था।