पंजाब में जेल कर्मचारी पहनेंगे बॉडी वॉर्न कैमरा:कैदियों पर रखी जाएगी नजर, दो महीने में पूरा होगा प्रोजेक्ट, सरकार ने दी मंजूरी

पंजाब में जेल कर्मचारी पहनेंगे बॉडी वॉर्न कैमरा:कैदियों पर रखी जाएगी नजर, दो महीने में पूरा होगा प्रोजेक्ट, सरकार ने दी मंजूरी

पंजाब की जेलों में बंद कैदियों पर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। पुलिस जेल स्टाफ के लिए बॉडी वॉर्न कैमरे का इस्तेमाल करेगी। इससे जेल में बंद कैदियों से उनकी बातचीत से लेकर हर चीज पर नजर रखी जा सकेगी। पहले चरण में पुलिस 222 कैमरे खरीदने जा रही है। यह प्रक्रिया नवंबर तक पूरी हो जाएगी। सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती के चलते पुलिस विभाग अब जेलों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। ऐसे में हर वह कदम उठाया जा रहा है, जिससे जेलों के अंदर की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके। इसके साथ ही जेलों के अंदर नशाखोरी और मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए। पंजाब को हरियाणा से सबक लेना चाहिए पुलिस हर सुनवाई पर कोर्ट को इस बारे में रिपोर्ट देती है। क्योंकि हाईकोर्ट ने तो पंजाब को हरियाणा से सबक लेने को भी कहा है। कोर्ट ने कहा कि पंजाब की जेलों में तमाम खामियां पाई जाती हैं, जबकि वहां ऐसी कोई घटना सामने नहीं आती। हरियाणा से सीखने की कोशिश होनी चाहिए। कंट्रोल रूम में हर कैमरे की रिकॉर्डिंग प्रदेश की कुछ जेलों में जेल कर्मचारियों के लिए बॉडी वॉर्न कैमरे का पायलट प्रोजेक्ट किया गया था। इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। जिसके बाद प्रोजेक्ट पर आगे काम शुरू हो गया है। इससे कैदियों के व्यवहार और दिनचर्या पर नजर रखी जा सकेगी। साथ ही सेल के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। कैमरे लेटेस्ट तकनीक के होंगे। इनकी लाइव रिकॉर्डिंग सीधे कंट्रोल रूम में जाएगी। जहां वरिष्ठ अधिकारी इस चीज पर नजर रखेंगे। अगर उन्हें लगेगा कि कुछ गड़बड़ हो रही है तो उसे ठीक किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट से काफी उम्मीदें हैं। ऐसे काम करेगा कैमरा बॉडी वॉर्न कैमरा छोटा सा डिवाइस होता है। इसे वर्दी के ऊपर कंधे के पास फिट किया जाता है। इस कैमरे में लैंस लगा होता है, जिसे चारों दिशाओं में घुमाया जा सकता है। यानी किसी भी एंगल से रिकॉर्डिंग हो सकती है। यह जीपीएस सिस्टम से लैस होता है। वहीं, रिकॉर्डिंग कंट्रोल रूम में जाएगी। जबकि 15 की रिकॉर्डिंग कैमरे में रह सकती है। जेलों में बंद है 30 हजार कैदी पंजाब में इस समय 25 जेल वर्किंग हैं। इनमें 30 हजार से अधिक कैदी बंद हैं। यह कैदी विभिन्न अपराधों में शामिल है। सरकार की तरफ से बैरकों से लेकर अन्य चीजों को सुधारा जा रहा है। कैदियों की विभिन्न जेलों में लगने वाले केसों की सुनवाई नियमित हो पाए। इसके लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम तक बनाए जा रहे है। पंजाब की जेलों में बंद कैदियों पर पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। पुलिस जेल स्टाफ के लिए बॉडी वॉर्न कैमरे का इस्तेमाल करेगी। इससे जेल में बंद कैदियों से उनकी बातचीत से लेकर हर चीज पर नजर रखी जा सकेगी। पहले चरण में पुलिस 222 कैमरे खरीदने जा रही है। यह प्रक्रिया नवंबर तक पूरी हो जाएगी। सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की सख्ती के चलते पुलिस विभाग अब जेलों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। ऐसे में हर वह कदम उठाया जा रहा है, जिससे जेलों के अंदर की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सके। इसके साथ ही जेलों के अंदर नशाखोरी और मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए। पंजाब को हरियाणा से सबक लेना चाहिए पुलिस हर सुनवाई पर कोर्ट को इस बारे में रिपोर्ट देती है। क्योंकि हाईकोर्ट ने तो पंजाब को हरियाणा से सबक लेने को भी कहा है। कोर्ट ने कहा कि पंजाब की जेलों में तमाम खामियां पाई जाती हैं, जबकि वहां ऐसी कोई घटना सामने नहीं आती। हरियाणा से सीखने की कोशिश होनी चाहिए। कंट्रोल रूम में हर कैमरे की रिकॉर्डिंग प्रदेश की कुछ जेलों में जेल कर्मचारियों के लिए बॉडी वॉर्न कैमरे का पायलट प्रोजेक्ट किया गया था। इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। जिसके बाद प्रोजेक्ट पर आगे काम शुरू हो गया है। इससे कैदियों के व्यवहार और दिनचर्या पर नजर रखी जा सकेगी। साथ ही सेल के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। कैमरे लेटेस्ट तकनीक के होंगे। इनकी लाइव रिकॉर्डिंग सीधे कंट्रोल रूम में जाएगी। जहां वरिष्ठ अधिकारी इस चीज पर नजर रखेंगे। अगर उन्हें लगेगा कि कुछ गड़बड़ हो रही है तो उसे ठीक किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट से काफी उम्मीदें हैं। ऐसे काम करेगा कैमरा बॉडी वॉर्न कैमरा छोटा सा डिवाइस होता है। इसे वर्दी के ऊपर कंधे के पास फिट किया जाता है। इस कैमरे में लैंस लगा होता है, जिसे चारों दिशाओं में घुमाया जा सकता है। यानी किसी भी एंगल से रिकॉर्डिंग हो सकती है। यह जीपीएस सिस्टम से लैस होता है। वहीं, रिकॉर्डिंग कंट्रोल रूम में जाएगी। जबकि 15 की रिकॉर्डिंग कैमरे में रह सकती है। जेलों में बंद है 30 हजार कैदी पंजाब में इस समय 25 जेल वर्किंग हैं। इनमें 30 हजार से अधिक कैदी बंद हैं। यह कैदी विभिन्न अपराधों में शामिल है। सरकार की तरफ से बैरकों से लेकर अन्य चीजों को सुधारा जा रहा है। कैदियों की विभिन्न जेलों में लगने वाले केसों की सुनवाई नियमित हो पाए। इसके लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम तक बनाए जा रहे है।   पंजाब | दैनिक भास्कर