पंजाब के जालंधर में फीमेल डॉग और बंदर की जोड़ी शोले फिल्म की जय–वीरू जैसी मशहूर हो रही है। बंदर न केवल फीमेल डॉग की पीठ पर घूमता है बल्कि भूख लगने पर उसका दूध भी पीता है। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। यह फीमेल डॉग और बंदर की जोड़ी जालंधर के मोहल्ला कोट किशन चंद में हैं। आसपास के लोग भी दोनों का बहुत ध्यान रखते हैं। इसके साथ ही फीमेल डॉग के साथ रहने वाले दूसरे कुत्ते भी उक्त बंदर पर हमला नहीं करते।
इनकी जोड़ी के बारे में पता चलने पर लोग इसे देखने आते हैं और वीडियो भी बनाकर ले जाते हैं। डॉग और बंदर की 3 तस्वीरें 5 माह पहले कहीं से लापता हुआ मोहल्ले में पहुंचा बंदर
आसपास के लोगों के मुताबिक यह बंदर करीब 5 महीने पहले इलाके में आया था। कुछ दिन तो वह छिपकर रहा। इस दौरान जब कुत्ते बंदर को देखते तो उसे काटने के लिए दौड़ते थे। मगर, दोनों के एक ही इलाके में रहने से उनकी लड़ाई बंद हो गई। अब एक फीमेल डॉग उसे अपने बच्चे की तरह पाल रही है। जब फीमेल डॉग ने बच्चे दिए तो बच्चों के साथ ही बंदर को भी वह अपना दूध पिलाती रही। पिछले 3 महीनों से दोनों एक–दूसरे के साथ ही घूम रहे हैं। पूर्व पार्षद बोले- ट्रक वाले के साथ आया था बंदर
इलाके पूर्व पार्षद और कोट किशन चंद के रहने वाले कुलदीप सिंह भुल्लर ने कहा- बंदर को मोहल्ले में आए करीब 5 महीने हो गए हैं। ये बंदर किसी ट्रक वाले के साथ आया और फिर यहीं रह गया। पिछले करीब 5 माह से ऐसे ही कुत्तों के साथ रह रहा है। फीमेल डॉग के साथ बंदर का इतना प्यार है कि दोनों को अलग कर दिया जाए तो एक दूसरे के बिना खाना नहीं खाते। उन्होंने आगे कहा– दोनों में एक भी कहीं इधर-उधर हो जाएं तो दोनों एक दूसरे को ढूंढना शुरू कर देते हैं। कुछ दिन पहले एक व्यक्ति बंदर को अपने साथ ले गया था। जिसके बाद फीमेल डॉग ने खाना खाना बंद कर दिया। जब 2 दिन बाद बंदर वापस आया तो उसके साथ उसने दोबारा खाना खाया। मोहल्ला निवासी बोले- लोग देखने आते हैं, वीडियो बनाते हैं
कोट किशन चंद मोहल्ले के रहने वाले संजीव बंसल ने कहा- फीमेल डॉग और बंदर की इस दोस्ती और प्यार को देखकर लोग मुख्य तौर पर उन्हें देखने के लिए आते हैं और पूछते हैं कि दोनों इस समय कहां मिलेंगे। वीडियो बनाकर ले जाते हैं। हर कोई देखकर हैरान होता है कि अलग-अलग जाति के जानवर कैसे एक साथ रह रहे हैं। हम लोगों को इन्हीं से सीखने की जरूरत है कि कैसे प्यार के साथ रहा जा सकता है। अगर जानवर एक साथ रह सकते हैं तो हम इंसान क्यों नहीं। पंजाब के जालंधर में फीमेल डॉग और बंदर की जोड़ी शोले फिल्म की जय–वीरू जैसी मशहूर हो रही है। बंदर न केवल फीमेल डॉग की पीठ पर घूमता है बल्कि भूख लगने पर उसका दूध भी पीता है। इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। यह फीमेल डॉग और बंदर की जोड़ी जालंधर के मोहल्ला कोट किशन चंद में हैं। आसपास के लोग भी दोनों का बहुत ध्यान रखते हैं। इसके साथ ही फीमेल डॉग के साथ रहने वाले दूसरे कुत्ते भी उक्त बंदर पर हमला नहीं करते।
इनकी जोड़ी के बारे में पता चलने पर लोग इसे देखने आते हैं और वीडियो भी बनाकर ले जाते हैं। डॉग और बंदर की 3 तस्वीरें 5 माह पहले कहीं से लापता हुआ मोहल्ले में पहुंचा बंदर
आसपास के लोगों के मुताबिक यह बंदर करीब 5 महीने पहले इलाके में आया था। कुछ दिन तो वह छिपकर रहा। इस दौरान जब कुत्ते बंदर को देखते तो उसे काटने के लिए दौड़ते थे। मगर, दोनों के एक ही इलाके में रहने से उनकी लड़ाई बंद हो गई। अब एक फीमेल डॉग उसे अपने बच्चे की तरह पाल रही है। जब फीमेल डॉग ने बच्चे दिए तो बच्चों के साथ ही बंदर को भी वह अपना दूध पिलाती रही। पिछले 3 महीनों से दोनों एक–दूसरे के साथ ही घूम रहे हैं। पूर्व पार्षद बोले- ट्रक वाले के साथ आया था बंदर
इलाके पूर्व पार्षद और कोट किशन चंद के रहने वाले कुलदीप सिंह भुल्लर ने कहा- बंदर को मोहल्ले में आए करीब 5 महीने हो गए हैं। ये बंदर किसी ट्रक वाले के साथ आया और फिर यहीं रह गया। पिछले करीब 5 माह से ऐसे ही कुत्तों के साथ रह रहा है। फीमेल डॉग के साथ बंदर का इतना प्यार है कि दोनों को अलग कर दिया जाए तो एक दूसरे के बिना खाना नहीं खाते। उन्होंने आगे कहा– दोनों में एक भी कहीं इधर-उधर हो जाएं तो दोनों एक दूसरे को ढूंढना शुरू कर देते हैं। कुछ दिन पहले एक व्यक्ति बंदर को अपने साथ ले गया था। जिसके बाद फीमेल डॉग ने खाना खाना बंद कर दिया। जब 2 दिन बाद बंदर वापस आया तो उसके साथ उसने दोबारा खाना खाया। मोहल्ला निवासी बोले- लोग देखने आते हैं, वीडियो बनाते हैं
कोट किशन चंद मोहल्ले के रहने वाले संजीव बंसल ने कहा- फीमेल डॉग और बंदर की इस दोस्ती और प्यार को देखकर लोग मुख्य तौर पर उन्हें देखने के लिए आते हैं और पूछते हैं कि दोनों इस समय कहां मिलेंगे। वीडियो बनाकर ले जाते हैं। हर कोई देखकर हैरान होता है कि अलग-अलग जाति के जानवर कैसे एक साथ रह रहे हैं। हम लोगों को इन्हीं से सीखने की जरूरत है कि कैसे प्यार के साथ रहा जा सकता है। अगर जानवर एक साथ रह सकते हैं तो हम इंसान क्यों नहीं। पंजाब | दैनिक भास्कर