पंजाब में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। सरकार की तरफ से गुरुवार को 38 IAS और एक PCS अधिकारी की ट्रांसफर आदेश जारी किए गए हैं। इस दौरान दस जिलों के डिप्टी कमिश्नर DC भी बदले गए हैं। विकास प्रताप सिंह को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एक्साइज लगाया है। आलोक शेखर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जेल की जिम्मेदारी सौंपी गई। जबकि कृष्ण कुमार को एडिशनल फाइनेंशियल कमिश्नर लगाया है। वहीं, चंडीगढ़ से वापस आई आनिंदिता मित्रा को सेक्रेटरी काॅरपोरेशन लगाया गया हैं। आदेश की कॉपी पंजाब में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। सरकार की तरफ से गुरुवार को 38 IAS और एक PCS अधिकारी की ट्रांसफर आदेश जारी किए गए हैं। इस दौरान दस जिलों के डिप्टी कमिश्नर DC भी बदले गए हैं। विकास प्रताप सिंह को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एक्साइज लगाया है। आलोक शेखर एडिशनल चीफ सेक्रेटरी जेल की जिम्मेदारी सौंपी गई। जबकि कृष्ण कुमार को एडिशनल फाइनेंशियल कमिश्नर लगाया है। वहीं, चंडीगढ़ से वापस आई आनिंदिता मित्रा को सेक्रेटरी काॅरपोरेशन लगाया गया हैं। आदेश की कॉपी पंजाब | दैनिक भास्कर
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SGPC नाइका मैन को भेजेगी नोटिस:राजोआना पर फैसला लेने के लिए राष्ट्रपति से मिलने की तैयारी; नई हरियाण कमेट पर उठाए सवाल
SGPC नाइका मैन को भेजेगी नोटिस:राजोआना पर फैसला लेने के लिए राष्ट्रपति से मिलने की तैयारी; नई हरियाण कमेट पर उठाए सवाल पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बलवंत सिंह राजोआना व अन्य बंदी सिखों पर निर्णय लेने के लिए अब अंतिम बार राष्ट्रपति से मुलाकात की जाएगी। अगर इसके बाद भी भारत सरकार की तरफ से कोई निर्णय ना लिया गया तो फैंस सिख पंथ पर छोड़ दिया जाएगा। इतना ही नहीं, श्री अकाल तख्त साहिब से भी इस पर कड़ा निर्णय लेने के लिए कहा जाएगा। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की शुक्रवार हुई बैठक में बलवंत सिंह राजोआना व अन्य सिखों को लेकर उक्त फैसला लिया गया। SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सिखों के साथ अन्याय हो रहा है। 12 सालों से SGPC की तरफ से राजोआना को लेकर की गई मर्सी पटीशन पर कोई फैसला नहीं किया गया। SGPC की पटीशन पर सुप्रीम कोर्ट भी स्पष्ट कर चुकी है कि इस पर सरकार को फैसला लेना है। लेकिन सरकार ही स्पष्ट नहीं कर रही कि उन्हें मौत की सजा देनी है या उनकी मौत की सजा को उम्र कैद में बदलना है। अब जल्द ही एक डेलिगेशन राष्ट्रपति से मिलेगा। नायक मैन के खिलाफ एक्शन की तैयारी SGPC प्रधान धामी ने कहा कि सिख धर्म में एक ओंकार का महत्व है। इसे ना कपड़ों व ना ही तन पर उकेरा जा सकता है। उन्हें भी जानकारी मिली है कि नायका मैन पर कैप बेची जा रही हैं, जिन पर एक ओंकार को उकेरा गया है। SGPC जल्द ही लीगल टीम की सहायता से नायका मैन को नोटिस जारी करेगी। लंगर हॉल में मारे गए सिख के परिवार की मदद करेगी SGPC SGPC प्रधान ने कहा कि बीते दिनों गुरदासपुर के बलबीर सिंह की लंगर हॉल में कढ़ाई में गिरने से मौत हो गई थी। वे अपने परिवार में इकलौते कमाने वाले थे। उनके परिवार की हालत को देखते हुए SGPC उन्हें 5 लाख रुपए देगी और परिवार के एक सदस्य को SGPC में नौकरी भी देगी। इसी तरह बीते दिनों गुरुद्वारा जामनी साहिब फिरोजपुर में दो सिलेंडर फट जाने के कारण दो सेवादार व पांच बच्चे झुलस गए थे। जिनमें से एक की मौत हो गई। SGPC मारे गए सेवादार के परिवार को 5 लाख रुपए व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी। वहीं, झुलसने वाले 5 बच्चों के परिवार को भी 75-75 हजार रुपया दिए जाएंगे। हॉकी प्लेयर जर्मनप्रीत सिंह होगा सम्मानित बीते दिनों ही ओलिंपिक में कांस्य पदक लेकर पहुंची हॉकी टीम में सिख सरूप में जर्मनप्रीत सिंह को सभी ने सराहा था। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी उनकी प्रशंसा की थी। जिसके बाद अब SGPC ने जर्मनप्रीत सिंह को 5 लाख रुपए इनाम के तौर देने की बात कही है।
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पंजाब से फिनलैंड जाने वाले शिक्षकों से मिले CM मान:टीचर्स को दी बधाई, कहा- पंजाब का भविष्य आपके हाथ में, मंत्री बैंस भी रहे मौजूद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों से मुलाकात की जो प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड जाएंगे। सीएम भगवंत सिंह मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज दिल्ली में दोपहर करीब 1 बजे अध्यापकों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया। बता दें कि पंजाब सरकार आज प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेज रही है। अध्यापकों को सीएम मान रवाना करेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले पंजाब सरकार ने प्रिंसिपलों को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा था। विदेश जाने से अध्यापकों के अच्छे संस्थानों से संबंध बनेंगे और पंजाब में शिक्षा को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। सीएम बोले- दिल्ली के एजुकेशन मॉडल की सभी तारीफ करते हैं पंजाब के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान ने टीचर्स को बधाई देते हुए कहा- आप पंजाब और देश के भविष्य लिख रहे हो। आप बच्चों के टैलेंट को निखारते हो। आज के समय में पढ़ाई सबसे अनमोल चीज है। हमारी पार्टी जब बनी थी तो हमारा एक ही उद्देश्य था कि दिल्ली के स्कूलों और अस्पताल को किसी तरह अच्छा बनाना है। मगर आप सुप्रीमों केजरीवाल और दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को ठीक करने का फैसला लिया। दिल्ली में बहुत चैलेंज फेस करने पड़े, मगर लगातार काम करने के बाद आज दिल्ली के एजुकेशन मॉडल की सभी तारीफ करते हैं। सीएम मान ने आगे कहा- सरकारी स्कूलों में आप ने पीटीएम शुरू की सीएम मान ने आगे कहा- पहली बार सरकार स्कूलों में हमने पेरेंट्स टीचर मीटिंग शुरू की। जिससे मां बाप को पता हो कि उनका बच्चा क्या पढ़ रहा है और क्या कर रहा है। इससे स्कूल के बाद भी किस माहौल में बच्चा रह रहा है, इस बारे में भी परिवार को बच्चे के बारे में पता चलेगा। हम आने वाले दिनों में एक मेगा पीटीएम करेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब के 157 बच्चों ने आईआईटी का टेस्ट पास किया है।
सिद्धू ने सोशल मीडिया पर शेयर की वीडियो:नवजोत बोले- सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते, समर्थकों ने कहा-पाजी इज बैक
सिद्धू ने सोशल मीडिया पर शेयर की वीडियो:नवजोत बोले- सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते, समर्थकों ने कहा-पाजी इज बैक कांग्रेस पार्टी से करीब 9 महीने से दूरी बनाकर चले सीनियर नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू क्या आने वाले समय में फिर से राजनीति में एक्टिव होंगे? यह तो अभी कहा नहीं जा सकता है। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स इस तरह के वीडियो शेयर कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। उन्होंने 3 दिन में 2 इस तरह के वीडियो शेयर किए है। सिद्धू ने 3 पहले शेयर किए अपने 9 सेकेंड के वीडियो में कहा है कि फन कुचलने का हुनर सीखिए जनाब, सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते। वहीं, एक वीडियो उन्होंने कुछ समय पहले शेयर किया है। जिसमें वह कह रहे हैं हीरे की शफा है तो अंधेरों में चमक, धूप में तो शीशा भी चमकता है। वहीं, उनकी पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट किए । जिसमें कुछ ने लिखा है पाजी इज बैक, तो एक न लिखा है कि भाजी आपके इलाकों को आपकी बहुत जरूरत है। जनवरी में कांग्रेस से बना ली थी दूरी नवजोत सिंह सिद्धू ने इस साल जनवरी से प्रदेश कांग्रेस से दूरी बना ली थी। वह न तो किसी कांग्रेस की मीटिंग में शामिल हुए थे, और न ही कांग्रेस के मंच पर दिखे थे। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी वह पार्टी से दूर रहे । उन्होंने किसी भी उम्मीदवार के हक में प्रचार तक नहीं किया। पटियाला के सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी ने चुनाव के समय कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे वादा किया था कि वह उनके लिए प्रचार करने आएंगे। हालांकि वह उनके लिए भी प्रचार करने नहीं गए थे। वहीं, उनके करीबी रहे नेता और पूर्व प्रधान प्रधान मोहिंदर सिंह केपी शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए थे। केंद्र नहीं पंजाब की राजनीति में दिलचस्पी नवजोत सिंह सिद्धू की केंद्र की राजनीति में दिलचस्पी नहीं है। वह पंजाब के लोगों की सेवा करना चाहते हैं। मार्च माह में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले वह पंजाब के तत्कालीन गवर्नर बीएल पुरोहित से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गवर्नर से मुलाकात के बाद कहा था कि वह केंद्र नहीं पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह 2014 में ही बन जाते। उस समय भाजपा उन्हें कुरुक्षेत्र से मैदान में उतार रही थी। वहीं, उन्होंने पंजाब के लिए पद छोड़ा है। दशक बाद कमेंट्री में की वापसी इसी साल 22 मार्च को नवजोत सिंह सिद्धू ने क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में कमेंट्री शुरू की थी। लेकिन उन्होंने कुछ ही समय में लोगों का दिल जीत लिया था। उनकी कमेंट्री को सुनकर लगता ही नहीं था कि वह करीब एक दशक तक कमेंट्री से दूर रहे हैं। हालांकि इस दौरान वह अपनी पत्नी का पूरा ख्याल रखते थे। क्योंकि उनकी पत्नी कैंसर से जंग लड़ रही है। ऐसे में उनकी सेहत से जुड़ा अपडेट शेयर करते है। इसके अलावा पिछले दिनों वह परिवार के साथ घूमकर आए है। इसकी जानकारी भी उन्होंने शेयर की है।