पंजाब में करोड़ों रुपये के ड्रग तस्करी मामले में जेल में बंद पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भोला के पिता बलशिंदर सिंह का निधन हो गया है। आज उनका अंतिम संस्कार गिद्दड़बाहा के नजदीकी गांव रायके कलां में किया जाएगा। इसके लिए मोहाली की विशेष सीबीआई अदालत ने भोला को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जमानत दे दी है। वह जेल से सीधे वहां पहुंचेंगे। उनके पिता का देहांत 24 जुलाई को हुआ था। जबकि, उनकी मां का निधन एक महीने पहले 9 तारीख को हो गया था। वहीं, आज ड्रग तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की भी सुनवाई है। यह केस भी अंतिम चरण में है। कोर्ट जल्द ही इस केस में अपना फैसला सुनाएगा। ईडी से मेल पर मांगा गया था जवाब जानकारी के अनुसार, जगदीश भोला के पिता का 24 जुलाई को निधन हो गया था। इसके बाद उनके वकीलों की ओर से सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसमें कहा गया था कि भोला का अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होना जरूरी है। इसके बाद कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया। साथ ही उनसे मेल के जरिए जवाब मांगा गया। वहां से जवाब मिलने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई। 6 हजार करोड़ का ड्रग रैकेट यह मामला साल 2013 में सामने आया था। इस मामले के सामने आने से पंजाब की राजनीति और खेल जगत में भूचाल आ गया था। साथ ही राज्य के कई नेताओं पर भी सवाल उठे थे। जांच में पता चला कि यह ड्रग रैकेट छह हजार करोड़ का है। साल 2019 में सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 25 लोगों को सजा सुनाई थी। करोड़ों की संपत्ति बनाई, कोई टैक्स नहीं दिया जब ईडी ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस मामले में शामिल आरोपियों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। जबकि इन लोगों ने आयकर भी नहीं भरा था। वहीं, इनकी आय उनकी आय से कहीं ज्यादा है। इससे साफ हो गया कि उक्त लोग किसी अन्य कारोबार में संलिप्त थे। इसके बाद ईडी ने आरोपियों की संपत्ति अटैच कर दी। इसमें मोहाली से लेकर कई जगहों पर आलीशान बंगले, औद्योगिक प्लॉट व अन्य संपत्तियां शामिल थीं। पंजाब में करोड़ों रुपये के ड्रग तस्करी मामले में जेल में बंद पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भोला के पिता बलशिंदर सिंह का निधन हो गया है। आज उनका अंतिम संस्कार गिद्दड़बाहा के नजदीकी गांव रायके कलां में किया जाएगा। इसके लिए मोहाली की विशेष सीबीआई अदालत ने भोला को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जमानत दे दी है। वह जेल से सीधे वहां पहुंचेंगे। उनके पिता का देहांत 24 जुलाई को हुआ था। जबकि, उनकी मां का निधन एक महीने पहले 9 तारीख को हो गया था। वहीं, आज ड्रग तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की भी सुनवाई है। यह केस भी अंतिम चरण में है। कोर्ट जल्द ही इस केस में अपना फैसला सुनाएगा। ईडी से मेल पर मांगा गया था जवाब जानकारी के अनुसार, जगदीश भोला के पिता का 24 जुलाई को निधन हो गया था। इसके बाद उनके वकीलों की ओर से सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसमें कहा गया था कि भोला का अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होना जरूरी है। इसके बाद कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया। साथ ही उनसे मेल के जरिए जवाब मांगा गया। वहां से जवाब मिलने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई। 6 हजार करोड़ का ड्रग रैकेट यह मामला साल 2013 में सामने आया था। इस मामले के सामने आने से पंजाब की राजनीति और खेल जगत में भूचाल आ गया था। साथ ही राज्य के कई नेताओं पर भी सवाल उठे थे। जांच में पता चला कि यह ड्रग रैकेट छह हजार करोड़ का है। साल 2019 में सीबीआई कोर्ट ने इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 25 लोगों को सजा सुनाई थी। करोड़ों की संपत्ति बनाई, कोई टैक्स नहीं दिया जब ईडी ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस मामले में शामिल आरोपियों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है। जबकि इन लोगों ने आयकर भी नहीं भरा था। वहीं, इनकी आय उनकी आय से कहीं ज्यादा है। इससे साफ हो गया कि उक्त लोग किसी अन्य कारोबार में संलिप्त थे। इसके बाद ईडी ने आरोपियों की संपत्ति अटैच कर दी। इसमें मोहाली से लेकर कई जगहों पर आलीशान बंगले, औद्योगिक प्लॉट व अन्य संपत्तियां शामिल थीं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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