भास्कर न्यूज | जालंधर ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने पीजी स्टूडेंट्स को मिलने वाली स्कॉलरशिप के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस स्कॉलरशिप के लिए मास्टर्स इन इंजीनियरिंग, एमटेक, मास्टर्स इन फार्मा, मास्टर्स आर्किटेक्चर और मास्टर्स डिजाइन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। योग्य स्टूडेंट्स को आवेदन करने का 30 नवंबर तक का समय मिलेगा। इस दौरान स्टूडेंट्स की आईडी संस्थान द्वारा बनाई जा सकती है और स्टूडेंट द्वारा एप्लीकेशन की सबमिशन की जा सकती है। उम्मीदवारों को https://pg scholars hip.aicteind ia.org/ पर जाकर इसके लिए अप्लाई करना होगा। जबकि संस्थान को इस ऑनलाइन एप्लीकेशन को प्रोसेस करने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है। स्टूडेंट्स का बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी है। एआईसीटीई पीजी स्कॉलरशिप सीधे स्टूडेंट्स के अकाउंट में भेजी जाती है। स्कॉलरशिप के लिए फर्स्ट इयर के स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। जिनके पास गेट, जीपैट, सीईईडी स्कोर कार्ड भी हो। आवेदन के बाद लिए यूनिक आईडी मिलेगी। स्टूडेंट्स को सभी ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करना होगा। साथ ही गेट, जीपैट, सीईईडी स्कोर कार्ड की भी कॉपी स्कैन कर अपलोड करनी होगी। उन्हीं अकाउंट्स को मान्य माना जाएगा जो आधार कार्ड से लिंक होंगे। स्कॉलरशिप के तहत स्टूडेंट्स को 12400 रुपए प्रति महीने की स्कॉलरशिप दी जाएगी। यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को उनके पीजी कोर्स के दौरान दी जाएगी। हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स जो कि पांच साल के यूजी-पीजी इंटीग्रेटेड कोर्स कर रहे हैं, उन्हें यह छात्रवृत्ति सिर्फ अंतिम साल यानी 9वें व 10वें सेमेस्टर में ही दी जाएगी। वहीं इस एआईसीटीई गेट छात्रवृत्ति के तहत लाभार्थियों को संस्थान द्वारा सौंपे गए आठ से दस घंटे के शिक्षण और शोध कार्य करना अनिवार्य है। संस्थान में आवेदन अप्रूव होने पर ही अगला प्रोसेस होगा शुरू बैंक अकाउंट में इस बात का ख्याल रखना होगा कि अकाउंट जनधन अकाउंट न हो, साथ ही जिस अकाउंट में ट्रांजेक्शन और क्रेडिट की लिमिट हो या जॉइंट अकाउंट हो उसकी भी अनुमति नहीं होगी। कोर्स के दौरान इस अकाउंट को बंद नहीं किया जा सकता या शिफ्ट नहीं करवाया जा सकता। इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के बाद संस्थान द्वारा आवेदन अप्रूव किया जाएगा जिसके बाद एआईसीटीई द्वारा आवेदन को अप्रूव किया जाएगा। स्कॉलरशिप हर महीने दी जाएगी और अटेंडेंस अप्रूवल के बाद ही ये स्कॉलरशिप हासिल होगी।। बीडीएस काउंसलिंग के लिए सेकंड राउंड की रजिस्ट्रेशन आज से 10 सितंबर तक होंगे। सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 13 सितंबर को आएगा। वहीं रिपोर्टिंग व जॉइनिंग 14 से 20 सितंबर तक होगी। जिन उम्मीदवारों ने एमबीबीएस, बीडीएस काउंसलिंग के पहले राउंड के लिए रजिस्ट्रेशन किया था और उन्हें कोई सीट आवंटित नहीं हुई, या फिर उन्होंने आवंटित सीट पर रिपोर्ट नहीं किया, उनके लिए फिर से इसके िलए रजिस्ट्रेशन करना जरूरी नहीं होगा। भास्कर न्यूज | जालंधर ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने पीजी स्टूडेंट्स को मिलने वाली स्कॉलरशिप के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस स्कॉलरशिप के लिए मास्टर्स इन इंजीनियरिंग, एमटेक, मास्टर्स इन फार्मा, मास्टर्स आर्किटेक्चर और मास्टर्स डिजाइन में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। योग्य स्टूडेंट्स को आवेदन करने का 30 नवंबर तक का समय मिलेगा। इस दौरान स्टूडेंट्स की आईडी संस्थान द्वारा बनाई जा सकती है और स्टूडेंट द्वारा एप्लीकेशन की सबमिशन की जा सकती है। उम्मीदवारों को https://pg scholars hip.aicteind ia.org/ पर जाकर इसके लिए अप्लाई करना होगा। जबकि संस्थान को इस ऑनलाइन एप्लीकेशन को प्रोसेस करने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है। स्टूडेंट्स का बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी है। एआईसीटीई पीजी स्कॉलरशिप सीधे स्टूडेंट्स के अकाउंट में भेजी जाती है। स्कॉलरशिप के लिए फर्स्ट इयर के स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। जिनके पास गेट, जीपैट, सीईईडी स्कोर कार्ड भी हो। आवेदन के बाद लिए यूनिक आईडी मिलेगी। स्टूडेंट्स को सभी ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करना होगा। साथ ही गेट, जीपैट, सीईईडी स्कोर कार्ड की भी कॉपी स्कैन कर अपलोड करनी होगी। उन्हीं अकाउंट्स को मान्य माना जाएगा जो आधार कार्ड से लिंक होंगे। स्कॉलरशिप के तहत स्टूडेंट्स को 12400 रुपए प्रति महीने की स्कॉलरशिप दी जाएगी। यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को उनके पीजी कोर्स के दौरान दी जाएगी। हालांकि ऐसे स्टूडेंट्स जो कि पांच साल के यूजी-पीजी इंटीग्रेटेड कोर्स कर रहे हैं, उन्हें यह छात्रवृत्ति सिर्फ अंतिम साल यानी 9वें व 10वें सेमेस्टर में ही दी जाएगी। वहीं इस एआईसीटीई गेट छात्रवृत्ति के तहत लाभार्थियों को संस्थान द्वारा सौंपे गए आठ से दस घंटे के शिक्षण और शोध कार्य करना अनिवार्य है। संस्थान में आवेदन अप्रूव होने पर ही अगला प्रोसेस होगा शुरू बैंक अकाउंट में इस बात का ख्याल रखना होगा कि अकाउंट जनधन अकाउंट न हो, साथ ही जिस अकाउंट में ट्रांजेक्शन और क्रेडिट की लिमिट हो या जॉइंट अकाउंट हो उसकी भी अनुमति नहीं होगी। कोर्स के दौरान इस अकाउंट को बंद नहीं किया जा सकता या शिफ्ट नहीं करवाया जा सकता। इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने के बाद संस्थान द्वारा आवेदन अप्रूव किया जाएगा जिसके बाद एआईसीटीई द्वारा आवेदन को अप्रूव किया जाएगा। स्कॉलरशिप हर महीने दी जाएगी और अटेंडेंस अप्रूवल के बाद ही ये स्कॉलरशिप हासिल होगी।। बीडीएस काउंसलिंग के लिए सेकंड राउंड की रजिस्ट्रेशन आज से 10 सितंबर तक होंगे। सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 13 सितंबर को आएगा। वहीं रिपोर्टिंग व जॉइनिंग 14 से 20 सितंबर तक होगी। जिन उम्मीदवारों ने एमबीबीएस, बीडीएस काउंसलिंग के पहले राउंड के लिए रजिस्ट्रेशन किया था और उन्हें कोई सीट आवंटित नहीं हुई, या फिर उन्होंने आवंटित सीट पर रिपोर्ट नहीं किया, उनके लिए फिर से इसके िलए रजिस्ट्रेशन करना जरूरी नहीं होगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गुरदासपुर में बुजुर्ग ने लुटेरे को बाहों में दबोचा:लहू लुहान होने पर नहीं छोड़ा, लूटपाट करने घुसे दो बदमाश, मैगजीन छोड़कर भागे पंजाब के गुरदासपुर में बीती रात सदर थाना अंतर्गत गांव गुनियां में एक बुजुर्ग गुरसिख दंपती के घर में पिस्तौल लेकर घुसे लुटेरों को बुजुर्ग बलदेव सिंह ने भागने पर मजबूर कर दिया। लुटेरों के हमले के दौरान खून से लथपथ होने के बावजूद बुजुर्ग ने लुटेरों का मुकाबला किया। लुटेरों ने इतनी क्रूरता दिखाई कि उन्होंने वृद्ध बलदेव सिंह के साथ-साथ उनकी वृद्ध पत्नी कश्मीर कौर के साथ भी बेरहमी से मारपीट की, लेकिन वृद्ध बलदेव सिंह के साहस के कारण वे बिना लूटपाट किए पिस्तौल की मैगजीन घर में ही छोड़कर भाग गए। आसपास के सीसीटीवी कैमरे में तीन लुटेरे कैद हो गए हैं। मोटरसाइकिल सवार लुटेरों का एक साथी घर के बाहर खड़ा रहा, जबकि दो घर में घुसते दिखे। एक लुटेरे को दबोचा बुजुर्ग बलदेव सिंह, उनकी पत्नी कश्मीर कौर व गांववासियों ने बताया कि रात करीब पौने दस बजे दो लुटेरे घर में घुस आए और बुजुर्ग गुरसिख बलदेव सिंह, उनकी पत्नी कश्मीर कौर का मुंह पिस्टल की नोक पर बांधने की कोशिश की, लेकिन बलदेव सिंह ने साहसपूर्वक उनका सामना किया और एक लुटेरे को अपनी बाहों में दबोच लिया। इस बीच यह लुटेरा बुजुर्ग के सिर और बांहों पर पिस्तौल की बट मारता रहा, जिससे बुजुर्ग बलदेव सिंह के सिर और बांहों से खून बहने लगा, लेकिन उन्होंने लुटेरे को नहीं छोड़ा, तो दूसरे लुटेरे ने उसे गोली मारने के लिए कहा, लेकिन गोली मारने के प्रयास में पिस्तौल की मैगजीन जमीन पर गिर गई, जिसके बाद लुटेरे को गोलियों से भरी मैगजीन छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा। गुरद्वारे में सेवा कर रहे हैं बुजुर्ग वहीं, गांव गुनिया के वासियों ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है क्योंकि बुजुर्ग बलदेव सिंह काफी समय से गुरुद्वारे में सेवा कर रहे थे और अब उनकी आंखों से कम दिखाई देने के कारण वह अपनी पत्नी के साथ घर पर ही रहते हैं। उनकी आजीविका बहुत मुश्किल से चलती है। लुटेरों ने बुजुर्ग दंपती की बेरहमी से पिटाई की है। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मैगजीन को जब्त कर लिया है। गुरुद्वारा साहिब में लगे कैमरों में लुटेरों की साफ पहचान हो रही है, जिसके आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेने का दावा किया है। उनकी मांग है कि लुटेरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि वे दोबारा ऐसी बर्बरतापूर्ण वारदात को अंजाम न दे सकें।

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AAP और भाजपा उम्मीदवारों के घरों पर किसानों का मोर्चा:भारतीय किसान एकता उगराहां का फैसला,धान की लिफ्टिंग और DAP की कमी है मुद्दा पंजाब में धान की लिफ्टिंग और DAP की कमी के मुद्दे पर आज (सोमवार) से किसानों द्वारा चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) उम्मीदवारों के घरों के बाहर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। इसके साथ ही 24 जगह पर पहले की तरह टोल प्लाजा फ्री करवाएं जाएंगे।यह सारी कार्रवाई भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के बैनर तले होगी। इसका ऐलान भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने किया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह भी इन प्रदर्शनों में शामिल हों। इस वजह से पक्के मोर्चे का लिया फैसला राज्य में 13 नवंबर को चार सीटों बरनाला, गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाला में उप चुनाव हैं। किसान नेताओं का कहना है कि धान की लिफ्टिंग और DAP की कमी दोनों मुद्दों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेदार है।अगर उन्होंने समय रहते कदम उठाए होते तो आज यह दिक्कत नहीं होती। इसलिए दोनों सरकारों पर दवाब बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है। इससे पहले 18 दिनों से भाजपा नेताओं और आप के मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर पक्के मोर्चे लगाए गए थे। जिन्हें अब खत्म करने का फैसला लिया है। अब मंडियों में स्थिति पर नजर रखने के लिए किसान नेताओं की तैनाती की ई। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) भी इन्हीं मुद्दों को लेकर पांच हाईवे के किनारे संघर्ष पर चल रहा है। भाजपा उम्मीदवारों का किया था घेराव इसी साल लोकसभा चुनाव के समय संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक की तरफ से भाजपा उम्मीदवारों का घेराव किया गया था। किसानों की तरफ से सवालों की एक सूची बनाई गई थी। जैसे ही भाजपा उम्मीदवार गांवों में प्रचार के लिए जाते थे, तो किसान उन्हें रोककर सवाल जवाब करते थे। इससे उम्मीदवारों को काफी दिक्कत उठानी पड़ी थी। 13 लोकसभा सीटों में से भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी, लेकिन वोट बैंक के मामले में पार्टी तीसरे नंबर पर आ गई थी। पार्टी को 18 फीसदी से अधिक मत मिले थे। जबकि कांग्रेस और आप रही थी। दोनों पार्टियां पहले और दूसरे नंबर पर रही थी। दोनों को 26 फीसदी से अधिक मत मिले थे।

15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान
15 अगस्त पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल:किसान आंदोलन की वजह से गैलेंट्री अवॉर्ड खारिज, पंजाब पुलिस के 40 अफसरों को सम्मान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हरियाणा पुलिस के 13 अधिकारियों को मेडल मिले हैं। इनमें गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला है। इसके अलावा 12 अधिकारियों को पुलिस पदक दिया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अधिकारियों को सम्मानित किया। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने सभी पुलिस अधिकारियों को बधाई दी है। हालांकि हरियाणा के किसी भी अधिकारी को गैलेंट्री अवार्ड नहीं मिला है। हरियाणा सरकार ने किसानों को दिल्ली से रोकने वाले अफसरों के नाम भेजे थे, जिसे केंद्र ने खारिज कर दिया। इन 13 अधिकारियों को मिलेगा पुलिस पदक
पुलिस पदक पाने वालों में हिसार के एसपी दीपक सहारन, एआईजी कमलदीप गोयल, अंबाला के एसपी सुरिंदर सिंह भौरिया, नूंह के एसपी विजय प्रताप सिंह, CID के DSP दीपक, पानीपत के डीएसपी हेडक्वार्टर संदीप कुमार, गुरुग्राम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार, हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन करनाल के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, IRB भौंडसी गुरुग्राम के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश, हिसार से सब इंस्पेक्टर राम निवास, आरटीसी भौंडसी गुरुग्राम से सब इंस्पेक्टर संतोष और हिसार के ASI महिंदर सिंह शामिल हैं। पंजाब में इन पुलिस अफसरों को सम्मान 1. सात अफसरों को गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार पंजाब के 7 अधिकारियों को गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित करेगी। इनमें असिस्टेंट IG संदीप गोयल, DSP बिक्रमजीत सिंह बराड़, DSP राजन परमिंदर सिंह, इंस्पेक्टर पुष्विंदर सिंह, SI जसप्रीत सिंह, SI गुरप्रीत सिंह और कॉन्स्टेबल सुखराज सिंह का नाम शामिल है। 2. दो अफसरों को राष्ट्रपति मेडल
पंजाब में ADGP वी. नीरजा और एआईजी मनमोहन कुमार को राष्ट्रपति पदक दिया गया है। 3. तेरह अफसरों को पुलिस मेडल
पंजाब पुलिस के 13 अफसरों को पुलिस मेडल दिया गया। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी गुरबख्शीश सिंह, डीएसपी संजीव कुमार, इंस्पेक्टर अमरवीर सिंह, इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह, इंस्पेक्टर नरिंदर कुमार, सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह, सब इंस्पेक्टर रणजोत सिंह, सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, सब इंस्पेक्टर रविंदर सिंह, एएसआई नरेश कुमार, एएसआई एम. रमजान और एएसआई गुरदेव सिंह शामिल हैं। 4. 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक
पंजाब पुलिस के 18 पुलिस अफसरों को मुख्यमंत्री पदक दिया जा रहा है। इनमें कमांडेंट जगविंदर सिंह, डीएसपी जसकीरत सिंह, एआईजी स्वर्णदीप सिंह, एआईजी विकास सभ्रवाल, डीएसपी मनीष कुमार, इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह, इंस्पेक्टर परमजीत सिंह, इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह, इंस्पेक्टर नवजोत सिंह, इंस्पेक्टर पलविंदर सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह, सब इंस्पेक्टर जगनदीप सिंह, सब इंस्पेक्टर भोला नाथ, एएसआई जगदीश सिंह, एएसआई हरप्रीत कौर, एएसआई हरजीत सिंह, एएसआई रतन लाल और हेड कॉन्स्टेबल सुखजीत सिंह शामिल हैं। 5. 3 अफसरों को मुख्यमंत्री रक्षक पदक
पंजाब पुलिस के एसआई अमनदीप कुमार, एएसआई जसबीर सिंह और कॉन्स्टेबल रणजीत सिंह को मुख्यमंत्री रक्षक पदक दिया जाएगा। हरियाणा के किसी अधिकारी को नहीं मिला गैलेंट्री अवार्ड
केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को दिए जाने वाले गैलेंट्री अवॉर्ड विजेताओं की लिस्ट में हरियाणा का कोई अफसर शामिल नहीं है। हालांकि, हरियाणा सरकार की ओर से गैलेंट्री अवॉर्ड के लिए 3 IPS समेत 6 पुलिस अफसरों के नाम प्रस्तावित किए थे। इन सभी नामों के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने यह कहकर खारिज कर दिया कि राज्य की ओर से इनके नाम भेजने में देरी की गई है, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। इन अधिकारियों के नाम थे प्रस्तावित सूची में
हरियाणा सरकार इसी साल किसानों के दिल्ली कूच अभियान को रोकने के लिए हरियाणा-पंजाब के शंभू और जींद के दाता सिंह वाला-खनौरी बॉर्डर पर मुस्तैदी बरतने वाले हरियाणा के 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता पदक दिलाने के पक्ष में थी। हरियाणा पुलिस की ओर से इन अधिकारियों के नामों का प्रस्ताव राज्य गृह मंत्रालय को भेजा गया था। इसमें अंबाला रेंज के IG सिबास कविराज, SP कुरुक्षेत्र जशनदीप सिंह रंधावा, DSP नरेंद्र कुमार, DSP रामकुमार, SP सुमित कुमार और DSP अमित भाटिया का नाम शामिल था। केंद्र ने खारिज कर दिए नाम
फसलों पर MSP की लीगल गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे पंजाब के किसानों को हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रोकने में इन अधिकारियों की अहम भूमिका थी। लेकिन, केंद्र सरकार ने इनके नामों को खारिज कर दिया। केंद्र की ओर से एक मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा गया कि इन नामों की सिफारिश देरी से की गई थी। ऐसे में इन अफसरों को वीरता पुरस्कार नहीं दिए जाएंगे। हाईकोर्ट ने इस जानकारी को आधार बनाकर याचिका को खारिज कर दिया। वकीलों की संस्था ने याचिका दी थी
इस मामले में लॉयर्स फॉर ह्यूमैनिटी नाम के वकीलों के गैर सरकारी संगठन के प्रधान आरएस बस्सी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी तरफ से अदालत में हरियाणा सरकार की 2 जुलाई की अधिसूचना को रद्द करने की मांग की गई थी। अधिसूचना के मुताबिक, 6 पुलिस अधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक की केंद्र को हरियाणा सरकार ने सिफारिश भेजी है। याचिका में आरोप लगाया गया था कि इन सभी ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए भारी बल प्रयोग किया था। पंजाब ने जताया था ऐतराज
जब हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन में सेवाएं देने वाले पुलिस अधिकारियों के नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजे, तो उसका पंजाब में जबरदस्त विरोध हुआ था। किसानों से लेकर सभी राजनेताओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद पंजाब के विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने इस मामले में PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में कहा था कि जो नाम हरियाणा पुलिस ने वीरता पुरस्कारों के लिए भेजे हैं, उन पर पुनर्विचार किया जाए। क्योंकि, इन अफसरों ने शंभू बॉर्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों को दिल्ली जाने से रोका था। उन्होंने पत्र में लिखा है कि कोई भी फैसला लेने से पहले शंभू में पंजाब- हरियाणा बॉर्डर पर बने हालात को ध्यान में रखा जाए। इन्हें मिलता है गैलेंट्री अवॉर्ड
बता दें कि सशस्त्र बलों, अन्य कानूनी रूप से गठित बलों, सिविल सर्विस अफसरों और कर्मियों की बहादुरी व बलिदान के सम्मान के रूप में उन्हें गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जाता है। इसे वीरता पुरस्कार भी कहते हैं। इनकी घोषणा साल में दो बार की जाती है। पात्रों को यह सम्मान गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए जाते हैं