पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को गोल्डन टेंपल के गेट पर हुए हमले के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जब वे 2009 में श्री आनंदपुर साहिब के सांसद थे, तब इस हमले का आरोपी नारायण सिंह चौरा उन्हें भी मारने की कोशिश कर रहा था। रूपनगर के तत्कालीन एसएसपी ने उन्हें चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि आरोपी उन पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। वह अपनी गाड़ी में आरडीएक्स लेकर घूम रहा था। इसके बाद उन्होंने तीन दिन अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। इसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया। सारे आरोपी जेल से करवाएं फरार बिट्टू ने कहा कि गुरु का शुक्र है कि इस हमले में शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल का बचाव हो गया है। हालांकि उनका कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि यह एक बहुत बड़ी घटना है। उन्होंने कहा कि उनके दादा पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या 1995 में हुई थी। उस समय सारे पकड़े गए आरोपियों को बुड़ैल जेल से भगाने में भी शामिल था। जो कि बहुत बड़े क्रिमिनल हैं। उन सभी आरोपियों को इसी ने फरार करवाया था। ऐसे लोगों की मदद नहीं की जानी चाहिए रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा ऐसे लोगों की जगह जेल में हैं। हालांकि हमारे यहां पर ऐसे लोगों को बचाने की कोशिश की जाती हैं। उन्हें देश विदेश से मदद मिलती है। इनकी मदद के लिए बड़े-बड़े वकील लगाए जाते हैं। लेकिन यह उचित नहीं है। ऐसे लोगों की वजह से समाज का माहौल खराब होता है। राजा वड़िंग ने कहा- पंजाब सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखे सुखबीर बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं पंजाब सरकार से अपील करता हूं कि इस हमले की साजिश के पीछे जो भी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बेशक, पार्टी स्तर पर हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सुखबीर सिंह बादल भी किसी के बेटे, किसी के पति और किसी के पिता हैं। सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए। अब चुनाव आ गए हैं। बाबा सिद्दीकी के साथ भी हादसा हो गया। बिश्नोई ग्रुप के एक व्यक्ति ने उनकी हत्या कर दी और भाग गया। चौटाला साहिब की पार्टी के प्रधान को बम से उड़ा दिया गया। अब अमृतसर के एसीपी कह रहे हैं कि हमने इस व्यक्ति पर नजर रखी थी। हमने इस पर नजर रखी थी कि यह कब गोली चलाएगा। ऐसे व्यक्ति को पहले ही उठा लेना चाहिए था। क्या पुलिस सुखबीर बादल के सीने में गोली लगने का इंतजार कर रही थी? अगर नेताओं और जेड प्लस सुरक्षा वालों का यह हाल है, तो आम लोगों का क्या हाल है। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को गोल्डन टेंपल के गेट पर हुए हमले के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जब वे 2009 में श्री आनंदपुर साहिब के सांसद थे, तब इस हमले का आरोपी नारायण सिंह चौरा उन्हें भी मारने की कोशिश कर रहा था। रूपनगर के तत्कालीन एसएसपी ने उन्हें चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि आरोपी उन पर हमला करने की कोशिश कर रहा था। वह अपनी गाड़ी में आरडीएक्स लेकर घूम रहा था। इसके बाद उन्होंने तीन दिन अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। इसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया। सारे आरोपी जेल से करवाएं फरार बिट्टू ने कहा कि गुरु का शुक्र है कि इस हमले में शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल का बचाव हो गया है। हालांकि उनका कहना है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि यह एक बहुत बड़ी घटना है। उन्होंने कहा कि उनके दादा पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या 1995 में हुई थी। उस समय सारे पकड़े गए आरोपियों को बुड़ैल जेल से भगाने में भी शामिल था। जो कि बहुत बड़े क्रिमिनल हैं। उन सभी आरोपियों को इसी ने फरार करवाया था। ऐसे लोगों की मदद नहीं की जानी चाहिए रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा ऐसे लोगों की जगह जेल में हैं। हालांकि हमारे यहां पर ऐसे लोगों को बचाने की कोशिश की जाती हैं। उन्हें देश विदेश से मदद मिलती है। इनकी मदद के लिए बड़े-बड़े वकील लगाए जाते हैं। लेकिन यह उचित नहीं है। ऐसे लोगों की वजह से समाज का माहौल खराब होता है। राजा वड़िंग ने कहा- पंजाब सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखे सुखबीर बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं पंजाब सरकार से अपील करता हूं कि इस हमले की साजिश के पीछे जो भी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बेशक, पार्टी स्तर पर हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सुखबीर सिंह बादल भी किसी के बेटे, किसी के पति और किसी के पिता हैं। सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए। अब चुनाव आ गए हैं। बाबा सिद्दीकी के साथ भी हादसा हो गया। बिश्नोई ग्रुप के एक व्यक्ति ने उनकी हत्या कर दी और भाग गया। चौटाला साहिब की पार्टी के प्रधान को बम से उड़ा दिया गया। अब अमृतसर के एसीपी कह रहे हैं कि हमने इस व्यक्ति पर नजर रखी थी। हमने इस पर नजर रखी थी कि यह कब गोली चलाएगा। ऐसे व्यक्ति को पहले ही उठा लेना चाहिए था। क्या पुलिस सुखबीर बादल के सीने में गोली लगने का इंतजार कर रही थी? अगर नेताओं और जेड प्लस सुरक्षा वालों का यह हाल है, तो आम लोगों का क्या हाल है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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