हिमाचल कांग्रेस में पहली बार परिवारवाद और नेताओं के नजदीकियां संगठन में नियुक्ति का आधार नहीं बनेगी। इस बार नया संगठन ऑब्जर्वर की सिफारिश से बनेगा। हाईकमान द्वारा हिमाचल में नया संगठन खड़ा करने के लिए तैनात ऑब्जर्वर पहले राउंड में जिला व ब्लाक लेवल जाकर पार्टी नेताओं से फीडबैक ले चुके हैं। दूसरे राउंड में अब छूट गए पार्टी नेताओं से फीडबैक ली जा रही है। अगले दो सप्ताह के भीतर सभी ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी और प्रभारी को सौपेंगे। सूत्रों की माने तो संगठन में पिछले सालों के दौरान नेताओं के करीबियों और परिवारवाद के आधार पर तैनाती से आम कार्यकर्ता मायूस है। महिलाओं, युवाओं और सभी वर्गों को संगठन में जगह नहीं मिल पाई। आम कार्यकर्ता खुलकर इस बात को बोल रहा है कि संगठन में ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को तरजीह मिलनी चाहिए। NSUI, युवा कांग्रेस, कांग्रेस सेवा दल, महिला कांग्रेस में बेहतर काम करने वाले लोगों को तैनाती की मांग उठने लगी है। नेताओं से नजदीकियां नहीं दिला पाएगी पद जाहिर है कि इस बार सीएम, मंत्रियों, कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व में बड़े पदों पर रहे नेताओं से नजदीकियों के आधार पर संगठन में जगह नहीं मिलेगी। इससे बड़े पद की लालसा रखने वाले नेताओं की उम्मीदों को झटका लगेगा। कांग्रेस अध्यक्ष को फ्री-हैंड नहीं आमतौर पर हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती करती थी। इसके बाद अध्यक्ष अपनी टीम बनाते आए हैं। हालांकि गुटबाजी की वजह से कई बार कांग्रेस हाईकमान भी संगठन में नियुक्ति की सिफारिश करता था। मगर इस तरह पहले कभी नहीं हुआ। संगठन में चौकाने वाले नाम आ सकते हैं सामने वर्तमान में प्रतिभा सिंह कांग्रेस की अध्यक्ष है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जब हिमाचल की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी भंग की तब माना जा रहा था कि प्रतिभा अपने करीबियों को संगठन में जगह दिलाएगी। इसी तरह सीएम सुक्खू भी अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग करेंगे। मगर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट नियुक्ति का आधार बनी तो संगठन में नए व चौकाने वाले नाम भी हो सकते है। कांग्रेस हाईमान ने लगा रखे ऑब्जर्वर कांग्रेस हाईकमान ने जिला व ब्लाक स्तर पर ऑब्जर्वर नियुक्त कर रखे हैं। जिला व ब्लाक के तैनात ऑब्जर्वर फील्ड का दौरा करके लौट आए है। अब लोकसभा लेवल पर तैनात चारों ऑब्जर्वर अभी फील्ड का दौरा कर रहे है। 20 दिसंबर तक सभी ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और सह प्रभारी विदित चौधरी व चेतन चौहान को सौंपेगे। इसके बाद पार्टी हाईकमान प्रदेश में नया संगठन खड़ा करेगा। प्रदेश में यह पहला मौका है जब कांग्रेस ने हिमाचल में संगठन खड़ा करने का फॉर्मूला बदला है। इस तरह निचले स्तर के पार्टी नेताओं से फीडबैक लेकर संगठन खड़ा किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि जनवरी 2025 में प्रदेश कांग्रेस को नया संगठन मिल जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से मीटिंग कर चुके सह प्रभारी इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के दो सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन शिमला में सभी पार्टी नेताओं से वन टू मीटिंग कर चुके हैं। सभी नेताओं से नए संगठन को लेकर फीडबैक ले चुके हैं। इनके निर्देशों पर ऑब्जर्वर अब फील्ड में जाकर फीडबैक ले रहे हैं। हिमाचल कांग्रेस में पहली बार परिवारवाद और नेताओं के नजदीकियां संगठन में नियुक्ति का आधार नहीं बनेगी। इस बार नया संगठन ऑब्जर्वर की सिफारिश से बनेगा। हाईकमान द्वारा हिमाचल में नया संगठन खड़ा करने के लिए तैनात ऑब्जर्वर पहले राउंड में जिला व ब्लाक लेवल जाकर पार्टी नेताओं से फीडबैक ले चुके हैं। दूसरे राउंड में अब छूट गए पार्टी नेताओं से फीडबैक ली जा रही है। अगले दो सप्ताह के भीतर सभी ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी और प्रभारी को सौपेंगे। सूत्रों की माने तो संगठन में पिछले सालों के दौरान नेताओं के करीबियों और परिवारवाद के आधार पर तैनाती से आम कार्यकर्ता मायूस है। महिलाओं, युवाओं और सभी वर्गों को संगठन में जगह नहीं मिल पाई। आम कार्यकर्ता खुलकर इस बात को बोल रहा है कि संगठन में ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को तरजीह मिलनी चाहिए। NSUI, युवा कांग्रेस, कांग्रेस सेवा दल, महिला कांग्रेस में बेहतर काम करने वाले लोगों को तैनाती की मांग उठने लगी है। नेताओं से नजदीकियां नहीं दिला पाएगी पद जाहिर है कि इस बार सीएम, मंत्रियों, कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व में बड़े पदों पर रहे नेताओं से नजदीकियों के आधार पर संगठन में जगह नहीं मिलेगी। इससे बड़े पद की लालसा रखने वाले नेताओं की उम्मीदों को झटका लगेगा। कांग्रेस अध्यक्ष को फ्री-हैंड नहीं आमतौर पर हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती करती थी। इसके बाद अध्यक्ष अपनी टीम बनाते आए हैं। हालांकि गुटबाजी की वजह से कई बार कांग्रेस हाईकमान भी संगठन में नियुक्ति की सिफारिश करता था। मगर इस तरह पहले कभी नहीं हुआ। संगठन में चौकाने वाले नाम आ सकते हैं सामने वर्तमान में प्रतिभा सिंह कांग्रेस की अध्यक्ष है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जब हिमाचल की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी भंग की तब माना जा रहा था कि प्रतिभा अपने करीबियों को संगठन में जगह दिलाएगी। इसी तरह सीएम सुक्खू भी अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग करेंगे। मगर ऑब्जर्वर की रिपोर्ट नियुक्ति का आधार बनी तो संगठन में नए व चौकाने वाले नाम भी हो सकते है। कांग्रेस हाईमान ने लगा रखे ऑब्जर्वर कांग्रेस हाईकमान ने जिला व ब्लाक स्तर पर ऑब्जर्वर नियुक्त कर रखे हैं। जिला व ब्लाक के तैनात ऑब्जर्वर फील्ड का दौरा करके लौट आए है। अब लोकसभा लेवल पर तैनात चारों ऑब्जर्वर अभी फील्ड का दौरा कर रहे है। 20 दिसंबर तक सभी ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और सह प्रभारी विदित चौधरी व चेतन चौहान को सौंपेगे। इसके बाद पार्टी हाईकमान प्रदेश में नया संगठन खड़ा करेगा। प्रदेश में यह पहला मौका है जब कांग्रेस ने हिमाचल में संगठन खड़ा करने का फॉर्मूला बदला है। इस तरह निचले स्तर के पार्टी नेताओं से फीडबैक लेकर संगठन खड़ा किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि जनवरी 2025 में प्रदेश कांग्रेस को नया संगठन मिल जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से मीटिंग कर चुके सह प्रभारी इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के दो सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन शिमला में सभी पार्टी नेताओं से वन टू मीटिंग कर चुके हैं। सभी नेताओं से नए संगठन को लेकर फीडबैक ले चुके हैं। इनके निर्देशों पर ऑब्जर्वर अब फील्ड में जाकर फीडबैक ले रहे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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