पंजाब के मोहाली में शनिवार सुबह सड़क के बीचोंबीच युवती की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई। घटना फेज 5 के पास की है। युवती घर से काम पर जाने के लिए निकली थी। रास्ते में नकाबपोश युवक ने उस पर तलवार से हमला कर दिया। लड़की बेसुध होकर गिर गई तो युवक मौके से फरार हो गया। इसके बाद आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। युवती को तुरंत फेज-6 अस्पताल में ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई। मृतका की पहचान बलजिंदर कौर (31) के रूप में हुई है। वह प्राइवेट बैंक के कॉल सेंटर में पिछले 9 साल से काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। हालांकि परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। उनके सामने पहले कभी इस तरह की बात नहीं आई। DSP सिटी-1 मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी युवक गिरफ्तार कर लिया गया है। परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। युवक ने हमला क्यों किया?, अभी इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। हादसे से जुड़े PHOTOS… CCTV में क्या रिकॉर्ड हुआ… CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हुई घटना के मुताबिक 5 लड़कियां मोरिंडा से फेज 5 की तरफ आ रही थी। नकाबपोश युवक पेड़ के नीचे छुपकर खड़ा हुआ था। जैसे ही लड़कियां पेड़ के पास आई तो युवक ने अपनी तलवार निकाल ली। इसके बाद उसने बलजिंदर कौर पर हमला कर दिया। यह देखकर दूसरी लड़कियां वहां से भागने लगीं। बलजिंदर ने भी भागने की कोशिश की, लेकिन युवक पीछे कर उस पर वार करता रहा। युवक को हमला करता देख एक स्कूटर सवार व्यक्ति रुका, लेकिन युवक के हाथ में तलवार देख वह भी युवती की मदद नहीं कर पाया। इसके बाद युवती जमीन पर बेसुध होकर गिर गई। फिर भी युवक उस पर लगातार बेरहमी से वार करता रहा। इसके बाद युवक पैदल ही वहां से सड़क की तरफ निकल गया। पंजाब के मोहाली में शनिवार सुबह सड़क के बीचोंबीच युवती की तलवार से काटकर हत्या कर दी गई। घटना फेज 5 के पास की है। युवती घर से काम पर जाने के लिए निकली थी। रास्ते में नकाबपोश युवक ने उस पर तलवार से हमला कर दिया। लड़की बेसुध होकर गिर गई तो युवक मौके से फरार हो गया। इसके बाद आसपास के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। युवती को तुरंत फेज-6 अस्पताल में ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई। मृतका की पहचान बलजिंदर कौर (31) के रूप में हुई है। वह प्राइवेट बैंक के कॉल सेंटर में पिछले 9 साल से काम कर रही थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। हालांकि परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। उनके सामने पहले कभी इस तरह की बात नहीं आई। DSP सिटी-1 मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी युवक गिरफ्तार कर लिया गया है। परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। युवक ने हमला क्यों किया?, अभी इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। हादसे से जुड़े PHOTOS… CCTV में क्या रिकॉर्ड हुआ… CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हुई घटना के मुताबिक 5 लड़कियां मोरिंडा से फेज 5 की तरफ आ रही थी। नकाबपोश युवक पेड़ के नीचे छुपकर खड़ा हुआ था। जैसे ही लड़कियां पेड़ के पास आई तो युवक ने अपनी तलवार निकाल ली। इसके बाद उसने बलजिंदर कौर पर हमला कर दिया। यह देखकर दूसरी लड़कियां वहां से भागने लगीं। बलजिंदर ने भी भागने की कोशिश की, लेकिन युवक पीछे कर उस पर वार करता रहा। युवक को हमला करता देख एक स्कूटर सवार व्यक्ति रुका, लेकिन युवक के हाथ में तलवार देख वह भी युवती की मदद नहीं कर पाया। इसके बाद युवती जमीन पर बेसुध होकर गिर गई। फिर भी युवक उस पर लगातार बेरहमी से वार करता रहा। इसके बाद युवक पैदल ही वहां से सड़क की तरफ निकल गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जैम : तीन सितंबर से आवेदन शुरू, 100 शहरों में होगी परीक्षा
जैम : तीन सितंबर से आवेदन शुरू, 100 शहरों में होगी परीक्षा भास्कर न्यूज | जालंधर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली की ओर इस साल जॉइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जैम) 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन तीन सितंबर से 11 अक्टूबर तक कर सकते हैं। आईआईटी दिल्ली की ओर से जैम का आयोजन दो फरवरी को होगा, जिसके लिए एडमिट कार्ड जनवरी के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। रिजल्ट 16 मार्च 2025 को जारी होगा। इस एग्जाम के जरिए देशभर के विभिन्न आईआईटी संस्थानों में संचालित होने वाले एमएससी, एमटेक, पीएचडी प्रोग्राम्स में एडमिशन दिया जाएगा। वहीं जैम 2025 एप्लीकेशन फॉर्म में नवंबर में सुधार कर सकेंगे। परीक्षा शहर, टेस्ट पेपर, श्रेणी या लिंग में बदलाव 30 नवंबर तक किया जा सकेगा। कम्पनसेटरी टाइम या स्क्राइब असिस्टेंट की पुष्टि 30 दिसंबर और ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है। स्कोरकार्ड 25 मार्च 2025 तक जारी होंगे और एडमिशन पोर्टल दो अप्रैल 2025 से शुरू होंगे। जैम 2025 का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में दो शिफ्ट में किया जाएगा। जैम परीक्षा के लिए एक पेपर का आवेदन शुल्क 1800 रुपए है। वहीं दो पेपर के लिए शुल्क ढाई हजार रुपए है। एससी, एसटी और महिलाओं के लिए एक पेपर की फीस 900 रुपए और दो पेपर के लिए 1250 रुपए शुल्क है। गौरतलब है कि परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड में होगी। किसी भी उम्र के छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा देश के 100 शहरों में होगी। जानकारी के मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए 21 आईआईटी के 89 पीजी प्रोग्राम में प्रवेश होंगे। इनमें करीब तीन हजार सीटें हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट jam2025.iitd.ac.in पर देख सकते हैं। वहीं इसके साथ ही जैम स्कोर के आधार पर आईआईएससी, एनआईटी जैसे अन्य टेक्निकल संस्थानों की दो हजार से अधिक सीटों पर भी प्रवेश किया जाएगा।
पंजाब में 32 साल पुराने मामले में SHO दोषी करार:स्वतंत्रता सेनानी ससुर-दामाद को गायब करने का मामला, नहर में फेंक दिए थे शव
पंजाब में 32 साल पुराने मामले में SHO दोषी करार:स्वतंत्रता सेनानी ससुर-दामाद को गायब करने का मामला, नहर में फेंक दिए थे शव करीब 32 साल पुराने अपहरण, अवैध हिरासत और गायब करने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने तरन तारन के सरहाली थाने के तत्कालीन एसएचओ सुरेंद्र पाल सिंह को दोषी करार दिया है। उन्हें धारा 120बी, 342, 364, 365 के दोषी पाया गया है। अदालत की तरफ से 23 दिसंबर को सजा सुनाई जाएगी। सुरिंदर पाल सिंह इस समय में एक अन्य मामले में सजा काट रहे हैं। वह जेल में बंद हैं। वह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश हुए। पूछताछ के बहाने घर से बुलाकर ले गई थी पुलिस यह मामला 31 अक्तूबर 1992 का है। उस दिन शाम को सुखदेव सिंह वाइस प्रिंसिपल और उनके 80 वर्षीय ससुर सुलखन सिंह (भकना निवासी स्वतंत्रता सेनानी) को एएसआई अवतार सिंह की अगुआई वाली पुलिस टीम ने हिरासत में लिया था। अवतार सिंह ने परिवार वालों को बताया था कि सुखदेव सिंह और सुलखन सिंह को थाना प्रभारी सुरेंद्र पाल सिंह ने पूछताछ के लिए बुलाया है। फिर दोनों 3 दिनों तक थाने में रहे। सरहाली को तरन तारन में अवैध रूप से रखा गया था, जहां परिवार और अध्यापक यूनियन के सदस्यों ने उनसे मुलाकात की और उन्हें भोजन, कपड़े आदि प्रदान किए, लेकिन उसके बाद उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने पहले झूठे केस में फंसाया इस मामले में सुखदेव सिंह की पत्नी सुखवंत कौर ने पुलिस के उच्च अधिकारियों से शिकायत की कि सुखदेव सिंह और सुलखन सिंह को आपराधिक मामलों में फंसाया गया है। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उस समय सुखदेव सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लोपोके जिला अमृतसर में लेक्चरर उप प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत थे और उनके ससुर सुलखन सिंह एक स्वतंत्रता सेनानी थे। वह स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बाबा सोहन सिंह भकना के करीबी सहयोगियों में से एक थे। पुलिस ने ऐसे बनाई मृत होने की कहानी इस मामले में पूर्व विधायक सतपाल डंग और विमला डंग ने भी पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह को अलग-अलग पत्र लिखे थे और मुख्यमंत्री ने भी जवाब दिया था कि वे पुलिस हिरासत में नहीं हैं। साल 2003 में कुछ पुलिस कर्मियों ने सुखवंत कौर यानी सुखदेव सिंह की पत्नी से संपर्क किया और उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए और कुछ दिनों के बाद उन्हें सुखदेव सिंह का मृत्यु प्रमाण पत्र सौंप दिया गया, जिसमें लिखा था कि उनकी मृत्यु 8 जुलाई 1993 को हुई थी। ऐसे चली थी यह लड़ाई परिवार को सूचित किया गया कि सुखदेव सिंह की यातना के दौरान मृत्यु हो गई और उनके शव को सुलखन सिंह के साथ हरिके नहर में फेंक दिया गया। सुखवंत कौर ने अपने पति और पिता के अपहरण, अवैध हिरासत और लापता होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट और पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। लेकिन नवंबर 1995 में एक अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़े पैमाने पर मृतकों के दाह-संस्कार के मामले की जांच करने के निर्देश सीबीआई को दिए। मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा ने खुलासा किया कि पंजाब पुलिस ने शवों को लावारिस मानकर अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके बाद, प्रारंभिक जांच के दौरान, सीबीआई ने 20 नवंबर 1996 को सुखवंत कौर का बयान दर्ज किया और उसके बयान के आधार पर, 6 मार्च 1997 को एएसआई अवतार सिंह और एसआई सुरेंद्र पाल सिंह फिर एसएचओ सरहाली और अन्य के खिलाफ वर्ष 2000 में धारा 364/34 के तहत मामला दर्ज किया गया था। 1996 में सीबीआई ने क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी। जिसे पटियाला कोर्ट ने 2002 में खारिज कर दिया और आगे की जांच का आदेश दिया। आखिरकार साल 2009 में सीबीआई ने सुरिंदर पाल और अवतार सिंह के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दायर किया। इसके बाद 2016 में अदालत में चार्जशीट दाखिल की। दोषी एसएचओ जेल में भुगत रहा है सजा दोषी सुरेंदरपाल सिंह तत्कालीन SHO जसवंत सिंह खालड़ा हत्याकांड में पहले से ही उम्र कैद की सजा काट रहा है। तरन तारन के जियो बाला गांव के परिवार के 4 सदस्यों के अपहरण और लापता होने के एक अन्य मामले में भी उन्हें 10 साल कैद की सजा सुनाई गई है।
बकाएदारों से टैक्स वसूली के आदेश, बिल्डिंग ब्रांच से मंजूर कॉलोनियों का रिकॉर्ड भी मांगा
बकाएदारों से टैक्स वसूली के आदेश, बिल्डिंग ब्रांच से मंजूर कॉलोनियों का रिकॉर्ड भी मांगा भास्कर न्यूज | जालंधर शुक्रवार को प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच की बैठक में मेयर वनीत धीर, सीनियर डिप्टी मेयर बलबीर सिंह ढिल्लों ने अफसरों को प्रॉपर्टी टैक्स न देने वालों पर शिकंजा कसने के आदेश दिए हैं। जिन डिफॉल्टरों को नोटिस जारी हुए थे, वह भी कार्रवाई के घेरे में जरूर आएंगे। दूसरी तरफ मेयर वनीत धीर ने बिल्डिंग ब्रांच से साल 2013 से 2018 तक मंजूर की गईं कॉलोनियों का रिकॉर्ड तलब किया है। दो हफ्ते में स्टाफ को यह रिकॉर्ड देने के लिए कहा गया है। चुनाव होने के बाद फरवरी में नगर निगम का बजट पेश किया जाएगा। इससे पहले मेयर वनीत धीर विभिन्न ब्रांचों के साथ रिव्यू बैठकें कर रहे हैं। बिल्डिंग ब्रांच की बैठक में पांच जानकारियां मांगी- शुक्रवार को ब्रांच के अधिकारियों से बैठक के दौरान मेयर ने कहा कि जब लोग नक्शे और एनओसी के लिए एप्लाई करते हैं तो बिल्डिंग ब्रांच के सॉफ्टवेयर में फाइलों की ऑटो जंप हो जाती है। इससे कामकाज प्रभावित होता है। उपभोक्ताओं का काम लेट होता है। इन मामलों पर मेयर ने जानकारी मांगी है। बैठक में उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि 2013 से 2018 तक जालंधर में कितनी कॉलोनियों को मंजूरी दी गई है। अफसरों दो हफ्ते के भीतर सारा रिकॉर्ड दें। पिछले तीन सालों में बिल्डिंग ब्रांच ने कितने लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसकी भी सारी डिटेल्स अधिकारियों से मांगी गई है। इसके साथ ही व्यापारियों व इंडस्ट्रियल इमारतों की मंजूरी इनवेस्ट पंजाब पोर्टल पर दी जाती है। इनका रिकॉर्ड भी मांगा गया है। ये भी पूछा है कि किस-किस स्टेज पर इमारत की चेकिंग होती है। मेयर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जितनी इमारतें प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने की कैटेगरी में शामिल हैं, सबसे टैक्स की वसूली की जाए। जो प्रापर्टी टैक्स के बकाएदारों को नोटिस दिए थे, उन पर कार्रवाई हो। हर प्रॉपर्टी पर यूआईडी लगाने का काम पूरा हो चुका है। इसलिए टैक्स कलेक्शन भी बढ़ाई जाए। इसके साथ ही रेंट डीड के आधार पर जो लोग कम टैक्स भर रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जाएगा।