बरनाला से विधानसभा उपचुनाव में जीते कांग्रेस के विधायक कुलदीप सिंह काला ढिल्लों की अभी तक शपथ नहीं हो पाई है, जबकि उनके साथ जीते आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन विधायक शपथ ले चुके हैं। विधानसभा की तरफ से पहले उन्हें चार दिसंबर का समय दिया गया था। लेकिन विधानसभा स्पीकर ने व्यस्तता होने के चलते अब उन्हें नौ दिसंबर को बुलाया है। जानकारी के मुताबिक 23 नवंबर को चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। इस सीटों में बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल व गिद्दड़बाहा सीट शामिल थी। बरनाला सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार काल ढिल्लों विजय रहे थे, जबकि अन्य तीन सीटों पर आम आदमी पार्टी ने बाजी मारी थी। इसके बाद दो दिसंबर को आप के तीनों विधायकों को शपथ दिलाई गई थी। जबकि कांग्रेस विधायक को चार दिसंबर का समय दिया गया था। हालांकि उस समय उन्होंने कहा था कि ऑफिशियली तौर पर उन्हें विधानसभा में शपथ ग्रहण के लिए आज की तारीख में बुलाया ही नहीं गया, जिसके कारण वह शपथ लेने के लिए नहीं गए। शपथ ग्रहण समारोह का नियम क्या है? चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद यह तय होता है कि विधायकों को जल्द से जल्द शपथ दिलाई जाए। इसके लिए 10 से 15 दिन का समय होता है। अगर किसी कारण से शपथ में देरी होती है तो यह संबंधित राज्यपाल और विधानसभा प्रशासन की स्थिति और निर्णय पर निर्भर करता है कि शपथ कब दिलाई जाए। बरनाला से विधानसभा उपचुनाव में जीते कांग्रेस के विधायक कुलदीप सिंह काला ढिल्लों की अभी तक शपथ नहीं हो पाई है, जबकि उनके साथ जीते आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन विधायक शपथ ले चुके हैं। विधानसभा की तरफ से पहले उन्हें चार दिसंबर का समय दिया गया था। लेकिन विधानसभा स्पीकर ने व्यस्तता होने के चलते अब उन्हें नौ दिसंबर को बुलाया है। जानकारी के मुताबिक 23 नवंबर को चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। इस सीटों में बरनाला, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल व गिद्दड़बाहा सीट शामिल थी। बरनाला सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार काल ढिल्लों विजय रहे थे, जबकि अन्य तीन सीटों पर आम आदमी पार्टी ने बाजी मारी थी। इसके बाद दो दिसंबर को आप के तीनों विधायकों को शपथ दिलाई गई थी। जबकि कांग्रेस विधायक को चार दिसंबर का समय दिया गया था। हालांकि उस समय उन्होंने कहा था कि ऑफिशियली तौर पर उन्हें विधानसभा में शपथ ग्रहण के लिए आज की तारीख में बुलाया ही नहीं गया, जिसके कारण वह शपथ लेने के लिए नहीं गए। शपथ ग्रहण समारोह का नियम क्या है? चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद यह तय होता है कि विधायकों को जल्द से जल्द शपथ दिलाई जाए। इसके लिए 10 से 15 दिन का समय होता है। अगर किसी कारण से शपथ में देरी होती है तो यह संबंधित राज्यपाल और विधानसभा प्रशासन की स्थिति और निर्णय पर निर्भर करता है कि शपथ कब दिलाई जाए। पंजाब | दैनिक भास्कर
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