पंजाब के सरकारी विभागों में काम करने वाले जम्मू-कश्मीर निवासियों को 2 दिनों की छुट्टी का ऐलान किया गया है। वह 25 सितंबर यानी आज और 1 अक्टूबर यानी आने वाले मंगलवार को सवेतन अवकाश की घोषणा की है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि वह जम्मू कश्मीर जाकर अपना मतदान कर सकें। पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की विधानसभा की मतदाता सूची में मतदाता के रूप में पंजीकृत है तो उसे मतदान करने के लिए छुट्टी दी गई है। आगे कहा गया है कि पंजाब सरकार के कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत है। वह मतदान हेतु अपना मतदाता पहचान पत्र प्रस्तुत करके 25 सितम्बर 2024 और 1 अक्टूबर 2024 (मतदान चरण के आधार पर) को सक्षम प्राधिकारी से विशेष अवकाश प्राप्त किया जा सकता है। पंजाब के सरकारी विभागों में काम करने वाले जम्मू-कश्मीर निवासियों को 2 दिनों की छुट्टी का ऐलान किया गया है। वह 25 सितंबर यानी आज और 1 अक्टूबर यानी आने वाले मंगलवार को सवेतन अवकाश की घोषणा की है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि वह जम्मू कश्मीर जाकर अपना मतदान कर सकें। पंजाब सरकार द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की विधानसभा की मतदाता सूची में मतदाता के रूप में पंजीकृत है तो उसे मतदान करने के लिए छुट्टी दी गई है। आगे कहा गया है कि पंजाब सरकार के कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत है। वह मतदान हेतु अपना मतदाता पहचान पत्र प्रस्तुत करके 25 सितम्बर 2024 और 1 अक्टूबर 2024 (मतदान चरण के आधार पर) को सक्षम प्राधिकारी से विशेष अवकाश प्राप्त किया जा सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
शपथ के बाद मुश्किल अमृतपाल के लिए संसद की राह:हर कदम पर कोर्ट से अनुमति जरूरी; 60 दिन से अधिक नहीं रह सकेंगे गैर-हाजिर
शपथ के बाद मुश्किल अमृतपाल के लिए संसद की राह:हर कदम पर कोर्ट से अनुमति जरूरी; 60 दिन से अधिक नहीं रह सकेंगे गैर-हाजिर लोकसभा चुनावों के दो चेहरे, जिन्होंने जेल में रहते हुए चुनाव जीता, ने शुक्रवार संसद पहुंच शपथ ले ली। इनमें एक जम्मू-कश्मीर के बारामूला से इंजीनियर राशिद हैं, वहीं दूसरा नाम पंजाब के खडूर साहिब से वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह का है। राशिद के खिलाफ भारतीय जांच एजेंसी (NIA) कार्रवाई कर रही है, जबकि अमृतपाल सिंह के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत कार्रवाई हुई है। अमृतपाल सिंह की बात करें तो मार्च 2023 से NSA के तहत असम के डिब्रूगढ़ में जेल में हैं। NSA एक ऐसा कानून है जो सरकार को औपचारिक आरोपों के बिना 12 महीने तक व्यक्तियों को हिरासत में रखने की अनुमति देता है। लेकिन, पंजाब में चुनाव परिणाम आने के एक दिन पहले 3 जून को अमृतपाल सिंह की NSA की अवधी को 3 महीने के लिए बढ़ा दिया गया। आगे क्या होगा, ये भी पंजाब सरकार पर डिपेंड करता है। चुनावों से पहले परिवार ने अमृतपाल सिंह और उसके 9 साथियों को पंजाब शिफ्ट करने की कई कोशिशें की, जो नाकामयाब रहीं। अंत में परिवार ने अमृतपाल सिंह को लोकसभा चुनावों में उतार दिया। हैरानी की बात है कि खडूर साहिब के लोंगो ने रिवायती पार्टियों को इस कदर निकारा कि अमृतपाल 1.97 लाख वोटों के अंतर से जीता है। शपथ के बाद भी हर कदम कठिन अमृतपाल को संविधानिक तौर पर सांसद बनने के लिए सबसे पहला कमद शपथ लेना था, जो शुक्रवार पूरा हो गया। चुनावी जीत का मतलब है कि जेल में रहने के बावजूद अमृतपाल के पास सांसद के रूप में संवैधानिक जनादेश है। जॉर्ज फर्नांडिस हुए थे जेल से रिहा एक मामले में जेल से सबसे प्रसिद्ध चुनावी जीत 1977 में हुई थी। आपातकाल के दौरान जेल में रहते हुए ट्रेड यूनियनवादी जॉर्ज फर्नांडीस मुजफ्फरपुर सीट से चुने गए थे। शपथ समारोह से पहले उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था। लेकिन, उन पर धाराएं कुछ और थी। वहीं, अमृतपाल सिंह पर NSA लगा है। इतना ही नहीं, उसके खिलाफ पंजाब के विभिन्न थानों में 12 मामले दर्ज हैं। वहीं, तीन महीने के लिए NSA की अवधी को बढ़ा दिया गया है, उसके आगे का निर्णय भी पंजाब सरकार को लेना होगा। हर कदम पर अनुमति लेनी होगी जेल में सांसद को सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट संदीप गोरसी ने बताया कि शपथ लेने के लिए अमृतपाल सिंह को पैरोल दी गई। लेकिन जेल में रहते हुए सांसद बने अमृतपाल सिंह को संसद तक पहुंचने के लिए हर कदम पर अलग-अलग जगहों से अनुमति लेनी होगी। अगर वे संसद से अनुपस्थित रहना चाहते हैं तो उसके लिए भी स्पीकर को लिखना होगा। यह बहुत जरूरी है क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 101(4) में कहा गया है कि यदि कोई सांसद बिना अनुमति के सभी बैठकों से 60 दिनों से अधिक समय तक अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सीट को खाली घोषित कर दिया जाएगा। सत्र में भाग लेने के लिए भी लेनी होगी अनुमति संसद सत्र में भाग लेने या संसद में वोट डालने के लिए सांसद को अनुमति के लिए अदालत का रुख करना होगा। अगर इस कार्यकाल के दौरान किसी भी मामले में उसे दो साल या उससे अधिक की सजा हो जाती है तो उसे अयोग्य करार कर दिया जाएगा। एडवोकेट गोरसी का कहना है कि अब जब वे भारी बहुमत से सांसद बने हैं तो सभी को लोगों के मैंडेट का स्वागत करना चाहिए। 12 मामले हैं अमृतपाल पर अगर सरकार चुनावों के परिणाम देखते हुए तीन महीने की अवधी खत्म होने के बाद NSA हटाने का फैसला लेती है तो भी अमृतपाल सिंह को अदालतों के फेर में फंसे रहना पड़ेगा। अमृतपाल सिंह पर अजनाला थाने पर अवैध हथियारों के साथ हमला करने सहित 12 मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। इतना ही नहीं, एक मामला उस पर असम के थाने में भी दर्ज है। जिसमें उससे पुलिस ने सर्च के दौरान डिब्रूगढ़ जेल से इलेक्ट्रानिक गैजेट्स बरामद किए थे। अमृतपाल अगर NSA से निकल जाता है तो पुलिस हर मामले में उसे हिरासत में लेती रहेगी। हर मामले में उसे बेल लेनी होगी। वहीं, अगर किसी मामले में 2 साल से अधिक की सजा हो गई तो अमृतपाल की संसद की सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। खाते में थे 1000 रुपए, अब मिलेंगे लाखों अमृतपाल सिंह की बात करें तो उसके एफिडेविट से उसकी पत्नी किरणदीप कौर के बैंक एकाउंट्स डिटेल्स को अलग कर दिया जाए तो सिर्फ 1 हजार रुपए बचते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अमृतपाल सिंह को हर महीने वेतन के साथ कई सरकारी भत्ते जैसे ऑफिस खर्च भी मिलेगा।
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी:कहा-इंटरव्यू के लिए वाईफाई, स्टूडियो जैसे इंतजाम किए गए, नई SIT गठित करने के आदेश
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी:कहा-इंटरव्यू के लिए वाईफाई, स्टूडियो जैसे इंतजाम किए गए, नई SIT गठित करने के आदेश पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस अधिकारियों पर कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा- पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई को जेल के अंदर से टीवी इंटरव्यू और उसके लिए वाईफाई अरेंज करवाने की अनुमति दी है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पुलिस और लॉरेंस बिश्नोई के बीच सांठगांठ और साजिश की आगे की जांच करने के लिए एक नई विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने का निर्देश दिया है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि पंजाब पुलिस अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करने की अनुमति दी और टीवी इंटरव्यू आयोजित करने के लिए स्टूडियो जैसी सुविधा प्रदान किए गए। जो अपराध का महिमामंडन करता है कोर्ट बोली- मामले में आगे भी जांच की अवश्यकता पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी के कार्यालय का उपयोग इंटरव्यू आयोजित करने के लिए स्टूडियो के रूप में किया गया। इंटरव्यू आयोजित करने के लिए CIA स्टाफ के परिसर में आधिकारिक वाई-फाई प्रदान किया गया। जो आपराधिक साजिश की ओर इशारा करता है। साथ ही कोर्ट ने कहा- मामले में आगे की जांच की आवश्यकता है कि ऐसा किस विचार से किया गया तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराधों के विभिन्न पहलुओं के अलावा अन्य अपराधों की भी जांच की जानी चाहिए। पुलिस हिरासत से टीवी इंटरव्यू देने से संबंधित मामले में लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दायर की गई निरस्तीकरण रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों और अपराधी के बीच सांठगांठ और साजिश का संदेह पैदा करती है। इंटरव्यू सीआईए स्टाफ खरड़, एसएएस नगर के परिसर में आयोजित किया गया था। कोर्ट ने पंजाब पुलिस के डीजीपी को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिए गए ऐसे बयान के आधार पर हलफनामे पर खुलासा करने का निर्देश देते हैं। मामले को आगे के विचार के लिए 19 नवंबर के लिए सूचीबद्ध किया गया। इन अधिकारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की पंजाब पुलिस की तरफ से पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई हैं। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं। जबकि दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान पुलिस कर रही है। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 और 4 सितंबर 2023 को हुआ है। लॉरेंस उस समय पंजाब में CIA खरड़ में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रैंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।
अमृतसर में डाक्टर के घर से लाखों की लूट:वाई-फाई चेक करने के बहाने घर में घुसे, सोने के जेवर और नकदी ले गए
अमृतसर में डाक्टर के घर से लाखों की लूट:वाई-फाई चेक करने के बहाने घर में घुसे, सोने के जेवर और नकदी ले गए अमृतसर के मजीठा रोड इलाके में एक डाक्टर के घर पर वाई-फाई चेक आए दो बदमाश सोना और कैश लूटकर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मजीठा रोड स्थित श्री गुरु रामदास नगर निवासी राजन कुमार ने बताया कि वह पेशे से डाक्टर है। बीते दिन वह अपना क्लीनिक बंद करके शाम को घर पहुंचा तो घर का मेन गेट बंद कर लिया। कुछ देर बाद दो युवक आए उन्होंने टोपी और चश्मा पहना हुआ था। उन्होंने कहा कि वह जिओ का वाई-फाई चेक करने आए हैं और अपडेट करेंगे। उसके बाद वह दोनों अंदर आ गए। आईकार्ड दिखाने को बोलने पर मांगा पानी घर के भीतर आने के बाद डा. राजन ने उनसे आई कार्ड मांगा तो उन्होंने कहा कि पहले एक गिलास पानी और कुर्सी दे दीजिए। जब वह पानी लेकर वापस आए तो एक युवक ने गन निकाल ली। गन निकालने के बाद उसके माथे पर लगाई और डिमांड की कि घर में जो कुछ भी है उसे निकाल कर दे दें। डा. राजन ने मना भी किया, लेकिन फिर उन्होंने निकाल कर उनके पिता की कनपटी पर रख दिया। जिसके बाद मजबूरन डा. राजन ने अलमारी खोल दी। जिसमें से वह 250 ग्राम सोने के गहने, एक मोबाइल फोन और 10 हजार कैश लूटकर फरार हो गए। मामले में थाना सदर के एसएचओ विनोद शर्मा ने बताया कि सीसीटीवी खंगाला जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है जल्दी ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।