बहुजन समाज पार्टी के पंजाब अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी को हटाने के विरोध में पार्टी के अंदर बगावत शुरू हो गई है। बसपा के प्रदेश महासचिव जसप्रीत सिंह बीजा ने सभी पदों से इस्तीफा दिया। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप भी छोड़ने का ऐलान किया। यह इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो मायावती को भेजा गया है। जिसमें पंजाब प्रभारी के तुगलकी फरमान को वजह बताया गया। जसप्रीत सिंह बीजा बसपा के पूर्व अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी के बेहद करीबी हैं। गौरतलब है कि जसप्रीत सिंह बीजा ने 2022 में पायल से बसपा-शिअद गठबंधन में विधान सभा चुनाव लड़ा था। उन्हें करीब 21 हजार वोट मिले थे। वे फतेहगढ़ साहिब लोक सभा सीट से भी पार्टी के प्रभारी थे। 20 सालों से पार्टी से जुड़े थे जसप्रीत बीजा बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को अपना इस्तीफा भेजते हुए जसप्रीत सिंह बीजा ने लिखा कि वे करीब 20 सालों से पार्टी से जुड़े थे। इस दौरान प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव, यूथ विंग जिलाध्यक्ष, हलका प्रधान यूथ विंग, सेक्टर इंचार्ज आदि पदों पर सेवाएं निभा चुका हूं। बीते दिनों बसपा के केंद्रीय प्रभारी रणधीर सिंह बेनीवाल की तरफ से एक तुगलकी फरमान जारी करके बसपा के ईमानदार, मेहनती व तजुर्बेकार नेता जसवीर सिंह गढ़ी को साजिश के तहत जलील करके पार्टी से निकाल दिया गया। इसका देश विदेश के वर्करों व नेताओं में विरोध किया जा रहा है। इसी कारण वे अपना इस्तीफा दे रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी के पंजाब अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी को हटाने के विरोध में पार्टी के अंदर बगावत शुरू हो गई है। बसपा के प्रदेश महासचिव जसप्रीत सिंह बीजा ने सभी पदों से इस्तीफा दिया। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप भी छोड़ने का ऐलान किया। यह इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो मायावती को भेजा गया है। जिसमें पंजाब प्रभारी के तुगलकी फरमान को वजह बताया गया। जसप्रीत सिंह बीजा बसपा के पूर्व अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी के बेहद करीबी हैं। गौरतलब है कि जसप्रीत सिंह बीजा ने 2022 में पायल से बसपा-शिअद गठबंधन में विधान सभा चुनाव लड़ा था। उन्हें करीब 21 हजार वोट मिले थे। वे फतेहगढ़ साहिब लोक सभा सीट से भी पार्टी के प्रभारी थे। 20 सालों से पार्टी से जुड़े थे जसप्रीत बीजा बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को अपना इस्तीफा भेजते हुए जसप्रीत सिंह बीजा ने लिखा कि वे करीब 20 सालों से पार्टी से जुड़े थे। इस दौरान प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव, यूथ विंग जिलाध्यक्ष, हलका प्रधान यूथ विंग, सेक्टर इंचार्ज आदि पदों पर सेवाएं निभा चुका हूं। बीते दिनों बसपा के केंद्रीय प्रभारी रणधीर सिंह बेनीवाल की तरफ से एक तुगलकी फरमान जारी करके बसपा के ईमानदार, मेहनती व तजुर्बेकार नेता जसवीर सिंह गढ़ी को साजिश के तहत जलील करके पार्टी से निकाल दिया गया। इसका देश विदेश के वर्करों व नेताओं में विरोध किया जा रहा है। इसी कारण वे अपना इस्तीफा दे रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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डल्लेवाल की सेहत नाजुक, बोलने में भी दिक्कत:पंजाब बंद को लेकर खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग, आंदोलन के समर्थन में भूख हड़ताल का 31वां दिन
डल्लेवाल की सेहत नाजुक, बोलने में भी दिक्कत:पंजाब बंद को लेकर खनौरी बॉर्डर पर मीटिंग, आंदोलन के समर्थन में भूख हड़ताल का 31वां दिन फसलों की MSP समेत 13 मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज (वीरवार) को 31वें दिन में दाखिल हो गया है। उनकी तबीयत नाजुक बनी हुई है। अब वह बातचीत भी नहीं कर पा रहे हैं। वह इशारों से ही बातचीत कर रहे हैं। दूसरी तरफ 30 दिसंबर को आंदोलन के समर्थन में होने वाले पंजाब बंद को लेकर एक अहम मीटिंग आज खनौरी में होगी। इसमें व्यापार मंडल, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न यूनियनों के नेता शामिल होंगे। दूसरी तरफ पंजाब को छोड़कर अन्य राज्यों में जगजीत सिंह डल्लेवाल जी के आमरण अनशन के समर्थन में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक भूख हड़ताल की जाएगी। हालांकि यह संघर्ष 13 फरवरी से चल रहा है सरकारी डॉक्टरों को भी टेस्ट करने चाहिए डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते बताया कि जगजीत सिंह डल्लेवाल का ब्लड प्रेशर बहुत चिंताजनक स्थिति में है। 30 दिनों से कुछ नहीं खाया और पानी के अलावा कुछ पिया नहीं है । उनके हाथ पीले पड़ गए। वह अब बोल नहीं पा रहे हैं। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों एवं किसी संवैधानिक संस्थाओं को कोई गलतफहमी न रहे, इसलिए जगजीत सिंह डल्लेवाल के कीटोन बॉडी समेत सभी टेस्ट सरकारी डॉक्टरों को भी करने चाहिए और उनकी रिपोर्ट देश के साथ साझा करनी चाहिए। MSP को लेकर हरियाणा सरकार से सवाल किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार ने कुछ दिन पहले नोटिफिकेशन जारी कर के कहा था कि हम 24 फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी देने का फैसला ले रहे हैं। दोनों मोर्चों के नेता हरियाणा सरकार से यह सवाल पूछना चाहते हैं कि क्या कोई भी राज्य सरकार अपने दम पर फसलों की MSP पर खरीद करने के लिए आर्थिक संसाधनों का इंतजाम कर सकती है? किसान नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसियां ज्यादातर खरीद केंद्रीय पूल के लिए करती हैं। जिसका बजट केंद्र सरकार की तरफ से ही आता है, तो क्या कोई राज्य सरकार बिना केंद्र सरकार के सहयोग के सभी फसलों की खरीद MSP पर कर सकती है? इसका जवाब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी को देना चाहिए। यूपी की खाप भी आई समर्थन में किसान नेताओं ने दावा किया है कि किसान आंदोलन 2 के पक्ष में उत्तर प्रदेश की खाप पंचायतें भी उतर आई हैं। 29 दिसंबर को बास हिसार हरियाणा में होने वाली खापों की महापंचायत का वह पंचायतें भी हिस्सा बनेगी । इससे पहले हरियाणा की खाप पंचायतों ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संघर्ष का ऐलान किया था। वहीं, डल्लेवाल की सेहत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दो जनवरी को सुनवाई है। सरकार के कई मंत्रियों ने डल्लेवाल से मुलाकात की 25 दिसंबर को खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल से मिलने के लिए अमृतसर के सांसद गुरजीत औजला पहुंचे थे। वहीं, बुधवार सुबह डल्लेवाल की जांच के लिए आ रही राजिंदरा अस्पताल पटियाला की टीम की कार हादसे का शिकार हो गई। कार सवार सभी डॉक्टरों का बचाव हो गया। दूसरी तरफ शाम को आम आदमी पार्टी के प्रधान अमन अरोड़ा की अगुआई में कई मंत्री और विधायक डल्लेवाल से मुलाकात के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ कई अन्य मेंबर मौजूद थे। उन्होंने डल्लेवाल को कहा है कि भले ही वह अपना अनशन जारी रखे, लेकिन मेडिकल सुविधाएं लेना शुरू कर दें।