पंजाब में SAD के संसदीय बोर्ड की बैठक 20 को:कार्यकारी प्रधान भूंदड़ करेंगे अगुवाई, मेंबरशिप मुहिम का होगा आगाज, एक मार्च को चुनाव

पंजाब में SAD के संसदीय बोर्ड की बैठक 20 को:कार्यकारी प्रधान भूंदड़ करेंगे अगुवाई, मेंबरशिप मुहिम का होगा आगाज, एक मार्च को चुनाव

शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने 20 जनवरी को संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाई है। यह मीटिंग बोर्ड के चेयरमैन और कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में होगी। यह जानकारी पार्टी के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा की तरफ से सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर दी गई है। उन्होंने बताया की मीटिंग दोपहर एक बजे होगी। वहीं, इसके बाद मेंबरशिप मुहिम चलेगी। एक मार्च को प्रधान पद का चुनाव SAD से मिली जानकारी के मुताबिक, मेंबरशिप मुहिम 20 फरवरी से 25 मार्च तक चलाई जाएगी। इसमें 25 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी हलकों के लिए इंचार्जों की ड्यूटी लगा दी गई है। एक मार्च को नए प्रधान का चुनाव होगा, क्योंकि सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हो गई है। सुखबीर बादल को कुछ दिन पहले अकाल तख्त ने धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसमें उन पर मुख्य रूप से 3 आरोप थे। इनमें पहला आरोप सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को बेअदबी मामले में माफी देने का था। इसके अलावा उन पर सरकार में रहते हुए भी श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी न रोक पाने और आरोपियों पर कार्रवाई न कर पाने का था। इस सजा से पहले ही सुखबीर बादल ने प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। 1920 में अकाली दल का हुआ था गठन शिरोमणि अकाली दल का गठन 14 दिसंबर 1920 को हुआ था। इसके बाद से पार्टी के 20 प्रधान बने। हालांकि, प्रकाश सिंह बादल के 1995 में पार्टी की कमान संभालने के बाद वह 2008 तक इस पद पर रहे। उसके बाद सुखबीर बादल को प्रधान बना दिया गया। 16 नवंबर 2024 को सुखबीर बादल ने इस्तीफा दे दिया था। अब 30 साल बाद ऐसा मौका आ रहा है कि बादल परिवार के बजाय कोई दूसरा अकाली दल का प्रधान बन सकता है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने 20 जनवरी को संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाई है। यह मीटिंग बोर्ड के चेयरमैन और कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में होगी। यह जानकारी पार्टी के सीनियर नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा की तरफ से सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर दी गई है। उन्होंने बताया की मीटिंग दोपहर एक बजे होगी। वहीं, इसके बाद मेंबरशिप मुहिम चलेगी। एक मार्च को प्रधान पद का चुनाव SAD से मिली जानकारी के मुताबिक, मेंबरशिप मुहिम 20 फरवरी से 25 मार्च तक चलाई जाएगी। इसमें 25 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी हलकों के लिए इंचार्जों की ड्यूटी लगा दी गई है। एक मार्च को नए प्रधान का चुनाव होगा, क्योंकि सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हो गई है। सुखबीर बादल को कुछ दिन पहले अकाल तख्त ने धार्मिक सजा सुनाई थी। जिसमें उन पर मुख्य रूप से 3 आरोप थे। इनमें पहला आरोप सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को बेअदबी मामले में माफी देने का था। इसके अलावा उन पर सरकार में रहते हुए भी श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी न रोक पाने और आरोपियों पर कार्रवाई न कर पाने का था। इस सजा से पहले ही सुखबीर बादल ने प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। 1920 में अकाली दल का हुआ था गठन शिरोमणि अकाली दल का गठन 14 दिसंबर 1920 को हुआ था। इसके बाद से पार्टी के 20 प्रधान बने। हालांकि, प्रकाश सिंह बादल के 1995 में पार्टी की कमान संभालने के बाद वह 2008 तक इस पद पर रहे। उसके बाद सुखबीर बादल को प्रधान बना दिया गया। 16 नवंबर 2024 को सुखबीर बादल ने इस्तीफा दे दिया था। अब 30 साल बाद ऐसा मौका आ रहा है कि बादल परिवार के बजाय कोई दूसरा अकाली दल का प्रधान बन सकता है।   पंजाब | दैनिक भास्कर