जालंधर | पंजाब राज्य फार्मेसी काउंसिल की चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस चुनाव प्रक्रिया में 6 चयनित सदस्यों का चुनाव होगा। चितकारा यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ठाकुर सुरजीत सिंह, सरदूलगढ़ से संजीव कुमार, पंजाब फार्मेसी काउंसिल के प्रधान सुशील कुमार बंसल, अमृतसर से सुरेंद्र कुमार शर्मा, जालंधर से तजेंद्र पाल सिंह और रवि शंकर नंदा इस चुनाव प्रक्रिया में अपनी किस्मत को आजमा रहे हैं। इस संबंध में तेजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि इस चुनाव प्रक्रिया में पंजाब के 40000 रजिस्टर्ड सदस्य अपने मत का प्रयोग करेंगे। 12 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से सदस्यों को अपने मत का प्रयोग करने के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है । बाद में 28 अक्टूबर शाम तक जो सदस्य ऑनलाइन माध्यम से अपने मत का प्रयोग कर काउंसिल के प्रधान का चुनाव करेंगे। चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद 5 नवंबर को इसका परिणाम घोषित किया जाएगा। इस काउंसिल में कुल 15 सदस्य होते हैं । जालंधर | पंजाब राज्य फार्मेसी काउंसिल की चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस चुनाव प्रक्रिया में 6 चयनित सदस्यों का चुनाव होगा। चितकारा यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ठाकुर सुरजीत सिंह, सरदूलगढ़ से संजीव कुमार, पंजाब फार्मेसी काउंसिल के प्रधान सुशील कुमार बंसल, अमृतसर से सुरेंद्र कुमार शर्मा, जालंधर से तजेंद्र पाल सिंह और रवि शंकर नंदा इस चुनाव प्रक्रिया में अपनी किस्मत को आजमा रहे हैं। इस संबंध में तेजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि इस चुनाव प्रक्रिया में पंजाब के 40000 रजिस्टर्ड सदस्य अपने मत का प्रयोग करेंगे। 12 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से सदस्यों को अपने मत का प्रयोग करने के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है । बाद में 28 अक्टूबर शाम तक जो सदस्य ऑनलाइन माध्यम से अपने मत का प्रयोग कर काउंसिल के प्रधान का चुनाव करेंगे। चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद 5 नवंबर को इसका परिणाम घोषित किया जाएगा। इस काउंसिल में कुल 15 सदस्य होते हैं । पंजाब | दैनिक भास्कर
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कौन है गैंगस्टर राणा, जिसका पंजाब में एनकाउंटर हुआ :लॉरेंस-बंबीहा के बाद खत्री गैंग से जुड़ा, हुलिया बदलकर दंपती के घर रुका, 5 केस दर्ज
कौन है गैंगस्टर राणा, जिसका पंजाब में एनकाउंटर हुआ :लॉरेंस-बंबीहा के बाद खत्री गैंग से जुड़ा, हुलिया बदलकर दंपती के घर रुका, 5 केस दर्ज 2 अप्रैल 2024, दिन मंगलवार। जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम को कठुआ में गैंगस्टरों के छिपे होने की सूचना मिली। इन्हें पकड़ने के लिए मंगलवार देर शाम से ट्रैप लगाना शुरू किया गया। इस बीच पुलिस और गैंगस्टरों के बीच मुठभेड़ हो गी। जिसमें जम्मू पुलिस के सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार को गोली लगी। दीपक को तुरंत अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। दीपक को गोली गैंगस्टर रोहित कुमार राणा उर्फ मक्खण ने मारी थी। जिसे बीते कल (29 मई) पंजाब के जालंधर में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने एनकाउंटर के दौरान 2 गोलियां मारकर पकड़ लिया। उससे पुलिस ने 2 वेपन बरामद हुए हैं। सोनू खत्री गैंग से जुड़कर जालंधर में ठहरा था राणा
रोहित राणा जम्मू का रहने वाला है और हार्ड कोर क्रिमिनल है। उसके ऊपर 5 केस दर्ज हैं। जिसमें 2 मर्डर के मामले हैं। पहले उसने लॉरेंस और गोल्डी के साथ बंबीहा गैंग के लिए काम किया। मगर सब इंस्पेक्टर की हत्या के बाद से वह सोनू खत्री गैंग के साथ जुड़ा हुआ था। जालंधर में मिलनी थी हथियारों की डिलीवरी, उसी से करनी थी वारदात
सोनू खत्री गैंग के एंटी चल रहे कुछ गुर्गों की राणा ने जालंधर और नवांशहर के एरिया में हत्या करनी थी। हत्या के लिए उसके पास पर्याप्त हथियार नहीं थे। इसके लिए उसे जालंधर में हथियारों की डिलीवरी मिलनी थी। इसे के चलते उसने जालंधर का भोगपुर ठहरने के लिए सही समझा। भोगपुर से हाईवे भी सटा हुआ है और नवांशहर जाने का रास्ता भी आसान है। खत्री गैंग के कहने पर वह पिछले 15 दिन से बुजुर्ग दंपती के घर क्लीन शेव करवाकर रह रहा था। दंपती का बेटा आर्मीनिया में रहता है। ऐसे में राणा को दोनों की देखभाल करने के लिए कहा गया था। जम्मू पुलिस ने घोषित किया था एक लाख का इनाम
सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा की मौत के बाद जम्मू पुलिस और इंटेलिजेंस विंग राणा की तलाश में जुटी हुई थी। राणा के कई फोन नंबर और आईपी एड्रेस पुलिस तक पहुंचे थे। जिसके जरिए पुलिस राणा की तलाश कर रही थी। कई दिनों से जम्मू पुलिस को राणा की लोकेशन जालंधर, होशियारपुर, पठानकोट एरिया में मिल रही थी, लेकिन कहीं भी उसकी मूवमेंट स्थिर नहीं थी। जालंधर में उसकी मूवमेंट स्थिर पाई गई। इसके बाद जम्मू पुलिस ने राणा का इनपुट पंजाब पुलिस से शेयर किया। जिसके बाद AGTF के AIG मुखविंदर सिंह भुल्लर की देखरेख में टीम बनाई गई। इसके बाद भोगपुर के गांव मुमंनदपुर में सबसे पहले घर की पहचान की गई, जिसमें वह रह रहा था। टीम ने गैंगस्टर के पैरों में मारा गोलियां
जिसके बाद बुधवार शाम पुलिस ने ट्रैप लगाना शुरू कर दिया। सिविल ड्रेस में मुलाजिमों को भेजा गया। मगर राणा को शक हो गया था। देर शाम जब पुलिस राणा की पीछा कर रही थी तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस ने घर में घुसकर राणा को पकड़ा। जवाबी कार्रवाई में राणा के दोनों पैरों पर दो गोलियां लगी है
नवजोत सिद्धू की पत्नी पहुंची भाजपा नेता से मिलने:तरणजीत संधू ने पोस्ट की तस्वीरें; पंजाब कांग्रेस में तेज हुई हलचल
नवजोत सिद्धू की पत्नी पहुंची भाजपा नेता से मिलने:तरणजीत संधू ने पोस्ट की तस्वीरें; पंजाब कांग्रेस में तेज हुई हलचल पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू अपनी पत्नी डॉ. नवजोत कौर और बच्चों के साथ अमृतसर में हैं। लंबे अरसे के बाद पूरा परिवार एक बार फिर अमृतसर पहुंचा है और इस बार दिवाली भी परिवार ने अमृतसर में ही मनाई। इसी दौरान डॉ. नवजोत कौर भाजपा नेता तरणजीत सिंह संधू से मिलने पहुंची। जिसके बाद पंजाब कांग्रेस में हलचल शुरू हो चुकी है। दरअसल, डॉ. नवजोत कौर सिद्धू अपनी बेटी राबिया के साथ समुंद्री निवास पहुंची। जहां अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत और अमृतसर से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रहे तरणजीत सिंह संधू से उन्होंने मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरों को तरणजीत सिंह ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर शेयर किया। इस पोस्ट के साथ उन्होंने लिखा- डॉ. नवजोत कौर सिद्धू से समुंदरी हाउस में मिलकर अमृतसर से जुड़े विकास मुद्दों पर चर्चा करना सुखद अनुभव रहा। राजनीति से दूर है सिद्धू परिवार विधानसभा चुनाव 2022 में हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को अचानक जेल जाना पड़ा। 1988 रोड रेज केस में उन्हें एक साल की सजा हुई। 2023 में जेल से बाहर आने के बाद से ही नवजोत सिंह सिद्धू व उनके पूरे परिवार ने राजनीति से दूरी बना ली। लोकसभा चुनावों में स्टार कैंपेनर सूची में नाम होने के बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहीं प्रचार नहीं किया। इतना ही नहीं, वे कांग्रेस की बैठकों से भी दूर रहे। लेकिन अब अचानक अमृतसर पहुंचने के बाद भाजपा नेता से मुलाकात के बाद पंजाब की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है। नवजोत सिंह सिद्धू नहीं पहुंचे मिलने खास बात है कि इस मुलाकात में उनकी पत्नी नवजोत कौर और बेटी राबिया ही पहुंची थी। नवजोत सिंह सिद्धू इस मुलाकात का हिस्सा नहीं थे। वहीं, डॉ. नवजोत कौर की बात करें तो वे अमृतसर ईस्ट से विधायक रह चुकी हैं और अकाली दल-भाजपा सरकार के समय वे संसदीय सचिव नियुक्त भी रहीं।
मोहाली में दंपती से 53 लाख की ठगी:बिल्डर ने दूसरे की जमीन को अपना बताया, नहीं कराई 8 प्लाटों की रजिस्ट्री
मोहाली में दंपती से 53 लाख की ठगी:बिल्डर ने दूसरे की जमीन को अपना बताया, नहीं कराई 8 प्लाटों की रजिस्ट्री पंजाब के खरड़ में प्लॉट के नाम पर धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां दूसरे की जमीन को अपनी बताकर एक बिल्डर ने दंपती से 53 लाख की ठगी कर ली गई। इस मामले में थाना सदर पुलिस ने हरीश गर्ग, निवासी बादल कॉलोनी, लोहगढ़ जीरकपुर (मोहाली) और ओम नारायण बिल्डर एंड प्रोमोटर कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सेक्टर 42 चंडीगढ़ निवासी राजीव गर्ग ने एसएसपी मोहाली को दी शिकायत में बताया कि अगस्त 2021 में वह प्लॉट खरीदने की तलाश में था। इसी दौरान उसकी मुलाकात बिल्डर हरीश गर्ग से हुई, जो खरड़ के गांव हरलालपुर में कॉलोनी विकसित कर रहा था। बिल्डर ने खुद को कंपनी का प्रोपराइटर बताते हुए कहा कि उसने 48 एकड़ जमीन किसानों से खरीदी है और नगर काउंसिल से प्रोजेक्ट पास कराने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं। इसके समर्थन में बिल्डर ने कॉलोनी पास कराने से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए थे। रजिस्ट्री कराने से मुकरा बिल्डर बिल्डर की बातों पर भरोसा करते हुए, राजीव गर्ग और उनकी पत्नी ने 4-4 प्लॉट यानी कुल 8 प्लॉट खरीदने का फैसला किया, जिसकी कीमत 16,000 प्रति गज तय की गई। इस सौदे के तहत, उन्होंने पहले 20 लाख और बाद में विभिन्न समय पर ऑनलाइन और नकद मिलाकर 33 लाख, कुल 53 लाख की राशि बिल्डर को अदा कर दी। रकम मिलने के बाद बिल्डर ने प्लॉट की रजिस्ट्री की तारीख भी तय की, लेकिन वह लगातार तारीख बढ़ाता रहा और रजिस्ट्री करवाने से टालता रहा। जब राजीव गर्ग ने बार-बार संपर्क करने की कोशिश की, तो बिल्डर ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। फर्जीवाड़ा सामने आने पर बंद किया ऑफिस जब राजीव गर्ग ने अपने स्तर पर मामले की जांच की, तो पता चला कि जिस जमीन का सौदा बिल्डर ने किया था, वह जमीन वास्तव में उसकी थी ही नहीं। इस धोखाधड़ी के उजागर होने के बाद, बिल्डर ने अपना ऑफिस भी बंद कर दिया। ठगी का शिकार होने के बाद, राजीव गर्ग ने जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जांच के दौरान, बिल्डर हरीश गर्ग ने 53 लाख लौटाने के लिए राजीव गर्ग और उनकी पत्नी के साथ समझौते के तहत अलग-अलग तारीखों के चेक दिए, लेकिन सभी चेक बैंक में बाउंस हो गए। इस तरह बिल्डर ने सोची-समझी साजिश के तहत दंपति के साथ धोखाधड़ी की। अंततः, राजीव गर्ग ने अपनी शिकायत को फिर से ओपन करवाया, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश जारी है।