कृषि पॉलिसी को लेकर आज (बुधवार) को पंजाब सरकार और किसानों के बीच एक अहम मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग पंजाब भवन में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां की अगुवाई में होगी। इस मौके विभाग के सारे अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले किसानों का प्रतिनिधिमंडल मीटिंग में शामिल होगा। इस मीटिंग के बाद किसानों द्वारा अपने संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। मीटिंग में पॉलिसी को लेकर सुझाव किसान नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कृषि पॉलिसी के ड्राफ्ट पर उन्होंने माहिरों से चर्चा की है। इसमें कई नए चीजें सामने आई है। मीटिंग में इन चीजों को रखा जाएगा। सरकार से मांग की जाएगी कि उक्त सुझावों को पॉलिसी में शामिल किया जाए। इसके अलावा पिछली बार जब किसानों ने 5 दिन संघर्ष किया था। उस समय कई मांगों को सरकार ने मानने का ऐलान किया था। उन्हें भी लागू करवाने की मांग उठाई जाएगी। 15 साल बाद चंडीगढ़ में हुआ किसानों का प्रदर्शन सितंबर माह में पंजाब सरकार का मानसून सेशन हुआ था। इस दाैरान कृषि पॉलिसी को लेकर चंडीगढ़ में पहुंचे थे। चंडीगढ प्रशासन ने करीब 15 साल के बाद किसानों को शर्तों के साथ प्रदर्शन की अनुमति दे दी थी। इस दौरान किसानों ने सेक्टर-34 से मटका चौक तक मार्च निकाला था। कृषि पॉलिसी को लेकर आज (बुधवार) को पंजाब सरकार और किसानों के बीच एक अहम मीटिंग होने जा रही है। मीटिंग पंजाब भवन में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां की अगुवाई में होगी। इस मौके विभाग के सारे अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले किसानों का प्रतिनिधिमंडल मीटिंग में शामिल होगा। इस मीटिंग के बाद किसानों द्वारा अपने संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। मीटिंग में पॉलिसी को लेकर सुझाव किसान नेताओं ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कृषि पॉलिसी के ड्राफ्ट पर उन्होंने माहिरों से चर्चा की है। इसमें कई नए चीजें सामने आई है। मीटिंग में इन चीजों को रखा जाएगा। सरकार से मांग की जाएगी कि उक्त सुझावों को पॉलिसी में शामिल किया जाए। इसके अलावा पिछली बार जब किसानों ने 5 दिन संघर्ष किया था। उस समय कई मांगों को सरकार ने मानने का ऐलान किया था। उन्हें भी लागू करवाने की मांग उठाई जाएगी। 15 साल बाद चंडीगढ़ में हुआ किसानों का प्रदर्शन सितंबर माह में पंजाब सरकार का मानसून सेशन हुआ था। इस दाैरान कृषि पॉलिसी को लेकर चंडीगढ़ में पहुंचे थे। चंडीगढ प्रशासन ने करीब 15 साल के बाद किसानों को शर्तों के साथ प्रदर्शन की अनुमति दे दी थी। इस दौरान किसानों ने सेक्टर-34 से मटका चौक तक मार्च निकाला था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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