पंजाब-हरियाणा के 14 ठिकानों पर ED की जांच पूरी:16.38 लाख नकद, 40 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खाते जब्त

पंजाब-हरियाणा के 14 ठिकानों पर ED की जांच पूरी:16.38 लाख नकद, 40 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खाते जब्त

प्रवर्तन निदेशालय चंडीगढ़ ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत 9 जुलाई को हरियाणा और पंजाब में 14 स्थानों पर की गई छापेमारी की प्रक्रिया पूरी कर ली है। तलाशी अभियान के दौरान 16.38 लाख रुपये नकद, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, 40 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बैंक लॉकर और डीमैट खाते बरामद किए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। ईडी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 9 जुलाई को ईडी की टीमों ने आबकारी एवं कराधान विभाग हरियाणा राज्य के 3 अधिकारियों और सिंडिकेट सदस्यों महेश बंसल, पदम बंसल, अमित बंसल, मोनिल बंसल, ऋषि गुप्ता, हरीश बियानी के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों में तलाशी ली। सनी बंसल के खिलाफ बैंक को धोखा देने का आरोप ईडी ने देना बैंक, उत्तरी क्षेत्र पंचकूला (हरियाणा) की लिखित शिकायत के आधार पर मेसर्स एरियल कंस्ट्रक्शन के मालिक सनी बंसल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। ईडी की जांच में पता चला कि सनी बंसल ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके देना बैंक (अब बैंक ऑफ बड़ौदा) से धोखाधड़ी से लोन लिया और बैंक को चूना लगाया। गुमराह करने के लिए अन्य संस्थाओं में भेजा गया पैसा जांच से पता चला कि सनी बंसल ने स्टॉक और बुक डेट के बदले 4.50 करोड़ रुपये का टर्म लोन और 10.00 करोड़ रुपये का कैश क्रेडिट हाइपोथेकेशन (सीसीएच) लिया था। लोन की राशि का इस्तेमाल इच्छित उद्देश्य के लिए नहीं किया गया और इसके बजाय लोन को सनी बंसल के करीबी सहयोगियों की विभिन्न संस्थाओं/कंपनियों/स्वामित्व (मौजूदा और गैर-मौजूद) को बिना किसी वास्तविक व्यवसाय के हस्तांतरित कर दिया गया। सनी बंसल ने बैंक को गुमराह करने के इरादे से ऐसा किया था। प्रवर्तन निदेशालय चंडीगढ़ ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत 9 जुलाई को हरियाणा और पंजाब में 14 स्थानों पर की गई छापेमारी की प्रक्रिया पूरी कर ली है। तलाशी अभियान के दौरान 16.38 लाख रुपये नकद, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, 40 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्तियों के दस्तावेज, बैंक लॉकर और डीमैट खाते बरामद किए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया। ईडी द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, 9 जुलाई को ईडी की टीमों ने आबकारी एवं कराधान विभाग हरियाणा राज्य के 3 अधिकारियों और सिंडिकेट सदस्यों महेश बंसल, पदम बंसल, अमित बंसल, मोनिल बंसल, ऋषि गुप्ता, हरीश बियानी के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों में तलाशी ली। सनी बंसल के खिलाफ बैंक को धोखा देने का आरोप ईडी ने देना बैंक, उत्तरी क्षेत्र पंचकूला (हरियाणा) की लिखित शिकायत के आधार पर मेसर्स एरियल कंस्ट्रक्शन के मालिक सनी बंसल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। ईडी की जांच में पता चला कि सनी बंसल ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके देना बैंक (अब बैंक ऑफ बड़ौदा) से धोखाधड़ी से लोन लिया और बैंक को चूना लगाया। गुमराह करने के लिए अन्य संस्थाओं में भेजा गया पैसा जांच से पता चला कि सनी बंसल ने स्टॉक और बुक डेट के बदले 4.50 करोड़ रुपये का टर्म लोन और 10.00 करोड़ रुपये का कैश क्रेडिट हाइपोथेकेशन (सीसीएच) लिया था। लोन की राशि का इस्तेमाल इच्छित उद्देश्य के लिए नहीं किया गया और इसके बजाय लोन को सनी बंसल के करीबी सहयोगियों की विभिन्न संस्थाओं/कंपनियों/स्वामित्व (मौजूदा और गैर-मौजूद) को बिना किसी वास्तविक व्यवसाय के हस्तांतरित कर दिया गया। सनी बंसल ने बैंक को गुमराह करने के इरादे से ऐसा किया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर